मैं भूल गया था की वो मेरी मामा की लड़की है| बस याद था तो ख़ुशी के होठ| अभी भी मैं वो स्पर्श महसूस कर सकता हूँ| मैं धीरे- धीरे गर्म होने लगा था| दीदी अब किस मेरे होठों के बहुत करीब कर रही थी| जो मुझे और उत्तेजित कर रहा था.
मैं भूल गया था की वो मेरी मामा की लड़की है| बस याद था तो ख़ुशी के होठ| अभी भी मैं वो स्पर्श महसूस कर सकता हूँ| मैं धीरे- धीरे गर्म होने लगा था| दीदी अब किस मेरे होठों के बहुत करीब कर रही थी| जो मुझे और उत्तेजित कर रहा था.