आखिर चाची चुद ही गईं

मैं अपनी चाची को बहुत पहले से पसन्द करता था लेकिन कभी कुछ करने का मौका नहीं मिला. एक बार हम दोनों एक शादी में शामिल होने गए थे. तब चाचा उनके साथ नहीं थे और सौभाग्य से हमें सोने के लिए एक ही कमरा दे दिया गया. जहां रात में वो सब हो गया, जो मैं काफी टाइम से करना चाहता था…

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम समीर है और अभी मैं 22 साल का हूं. मैं दिल्ली का रहने वाला हूं. आज मैं जो कहानी आप सबको बताने जा रहा हूं वो मेरी पहली और बिलकुल सच्ची स्टोरी है.

दोस्तों, मेरी चाची का नाम सुनीता है. वो बहुत ही सुन्दर और सेक्सी दिखने वाली माल हैं. एक बार मैं किसी शादी में शामिल होने के. लिए अपने एक रिलेटिव के यहां गया था. ये बात लगभग 2 साल पहले की है. शादी से फ्री होने के बाद मैं उसी रिलेटिव के यहां सोने के लिए चला गया.

कुछ टाइम बाद मुझे पता चला कि मेरी चाची भी उसी रूम में सोने के लिए आ रही हैं. दोस्तों, चाचा और उनके बच्चे किसी कारण शादी में नहीं आये थे, इसलिए चाची को अकेले ही आना पड़ा था. जब हमें यह जानकारी हुई कि हम एक ही रूम में सोने वाले हैं तो मेरी और चाची की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा. हम दोनों पूरे 3-4 साल बाद एक – दूसरे से मिल रहे थे और हम एक – दूसरे को बहुत पसंद करते थे.

दोस्तों, उस रूम में चाची और मैं अकेले ही सोने वाले थे. फिर कुछ देर बाद चाची आ गईं. इसके बाद हमने कुछ देर हसीं मज़ाक, घर के लोगों का हाल – चाल पूछा और कुछ इधर – उधर की बातें की. फिर मैं अपने बेड पर और चाची अपने बेड पर लेट गईं. दोनों बेड बिलकुल पास – पास ही थे.

दोस्तों, मैं कई बार मन ही मन चाची को चोद चुका था. जब भी उनकी याद आती मैं उनके नाम की मुठ मारता था पर कभी बूब्स टचिंग, हग और गाल की पप्पी से ज़्यादा आगे बढ़ने की हिम्मत नहीं हुई. उस दिन भी मैं चाची को सोच कर कुछ देर बाद सो गया.

अभी सोए कुछ ही वक्त बीता था कि मुझे महसूस हुआ, जैसे किसी ने मेरा हाथ पकड़ा है और मुझे जगा रहा है. अचानक से मेरी आंख खुल गई तो मैंने देखा कि चाची ने मेरा हाथ पकड़ा हुआ है और वो मुझे बड़े ध्यान से देख रही हैं. मैं भी उन्हें देखने लगा. पता नहीं क्या अजीब सा नशा था उनकी आंखों में, जिसमें देखते ही मैंने हिम्मत करके  चाची का हाथ पकड़ लिया और उस पर एक किस कर दिया. मेरे ऐसा करते ही उन्होंने अपनी आंखें बंद कर ली.

फिर क्या था! मैं समझ गया कि वह क्या चाहती हैं. इसके बाद मैं उनकी उंगलियों को चूमने लगा. थोड़ी देर बाद उन्होंने मुझे अपने पास आने का इशारा किया. अब मैंने बिना टाइम गंवाए अपना हाथ उनके मोटे – मोटे बूब्स पर रख दिया और धीरे – धीरे उन्हें दबाने लगा. साथ ही उनके ऊपर जाकर मैं चाची के गुलाबी होंठों को भी चूमने लगा.

अब हम दोनों की सांसें गरम और तेज़ हो रही थीं. दोस्तों, मैं पहली बार किसी लेडीज के साथ ये सब कर रहा था. वैसे खयालों में तो अब तक कई बार कर चुका था, चाची के साथ भी. अब हम दोनों को बहुत मज़ा आ रहा था.

थोड़ी देर बाद मैंने अपना एक हाथ चाची के ब्लाउज के अंदर कर दिया और उनके बूब्स दबाने लगा. लेकिन ब्लाउज होने की वजह से थोड़ी दिक्कत हो रही थी. फिर मैंने एक – एक करके उनके ब्लाउज के सारे हुक खोल दिए. ओह माय गॉड! ब्लैक ब्रा में कैद चाची के मोटे बूब्स बहुत ही मस्त और सेक्सी लग रहे थे!

उन्हें देख कर मैं ख़ुशी से पागल हो रहा था. वैसे भी पहली बार मुझे इतनी ख़ुशी का अनुभव हो रहा था. फिर पहले तो मैंने ब्रा के ऊपर से ही ज़ोर – जोर से चाची बूब्स को दबाया. इसके बाद मैंने उनकी ब्रा की स्ट्रिप खोल कर उसे उतार दिया और फिर उनके नंगे बूब्स पर टूट पड़ा. अब मैं एक दम मस्त होकर उनके बूब्स को चूस रहा था. बहुत मज़ा आ रहा था दोस्तों.

मेरे ये सब करने के कारण चाची भी खूब गरम हो गयी थी. इसलिए उन्होंने खुद ही अपने सारे कपड़े उतार दिए. अब बस उनके बदन पर सिर्फ और सिर्फ एक पैंटी बची थी. मैं चाची को नंगा देखता ही रह गया.

फिर मैंने भी अपने कपड़े उतार दिए. तभी चाची ने मुझसे कहा, “समीर, मैं तुझे बचपन से ही चाहती हूं. तू मुझे बहुत अच्छा लगता था. लेकिन अफसोस कि जब भी कभी हम मिले तो बस चाची और भतीजे के हिसाब से पर आज मौका भी है और तू बड़ा भी हो गया है आज रात भर मज़ा करेंगे. मैं तुझसे चुद कर अपनी वर्षों की तमन्ना पूरी करना चाहती हूं”.

यह सुन कर मैं खुश हो गया. वैसे चाची को क्या पता कि मैं भी तो कब से उन्हें लाइक करता हूं और मन ही मन कई बार उन्हें चोद भी चुका हूं. मैं अभी तक बस इसीलिए उनके साथ कुछ नहीं करता था कि कहीं वो बुरा न मान जाएं और हमारे रिश्ते खराब हों. खैर, अब जब चाची खुद ही कह रही हैं तो क्या डर.

इसी बीच चाची ने अपनी पैंटी भी उतार दी. उफ्फ क्या सीन था. अब चाची पूरी नंगी होकर बिल्कुल मेरे सामने खड़ी थीं. यह देख मेरा भी लंड अंडर वियर में उछल – उछल के उनकी गीली चूत को सलामी देने लगा. उन्हें इस रूप में देख कर मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ और मैं चाची पर टूट पड़ा. फिर मैंने चाची के पूरे बदन को खूब चूमा – चाटा. इसके बाद मैंने उन्हें बेड लिटा कर उनकी गीली – चिपचिपी चूत को मज़े से चाटने लगा. दोस्तों, उनकी गुलाबी चूत काफी गर्म लग रही थी.

मैंने चाची की चूत को खूब मज़े से चूसा और चाटा. थोड़ी ही देर में चाची ने अपनी चूत से कुछ गर्म और नमकीन चिपचिपा पानी बाहर निकाल दिया. मैंने वो सारा चाट लिया और चूत में खूब अंदर तक जीभ डाल – डाल कर चुसाई करने लगा. दोस्तों, चूत चाटने में मज़ा आ गया.

फिर चाची ने मेरा अंडर वियर उतार दिया और मेरे लंड को पकड़ कर आगे – पीछे करने लगीं. हालांकि, उन्होंने मेरा लंड चूसा नहीं था क्योंकि मेरी चाची को लंड चूसना पसंद नहीं था.

फिर थोड़ी देर बाद वह बोलीं, “समीर, आज जी भर के मुझे चोदो”. इस पर मैंने कहा, “पर चाची कंडोम तो है नहीं”. तब वो बोलीं, “समीर, मैं कोई करैक्टर लेस औरत थोड़े ही हूं. आज तक मैंने तेरे चाचा के अलावा किसी और के साथ सेक्स नहीं किया है, और वैसे भी खतरा रंडियों या एचआईवी वाली औरतों के साथ सेक्स करने पर होता है. मेरे साथ करने में कोई प्रॉब्लम नहीं है. फिर भी तुझे अगर लगता है तो एक काम कर, एक फ्रूट पॉलीथिन खाली कर ले और उसे अपने लंड पर कंडोम समझ कर लगा ले”.

यह सुन कर मैंने बिना कंडोम के ही अपना हलब्बी लंड चाची की चूत में पेल दिया. लंड अंदर जाते ही उनके मुंह से एक सिसकारी सी निकल गई और उन्होंने मुझे कस के पकड़ लिया. दोस्तों, उनकी चूत सच में अंदर से काफी गर्म थी. इसके बाद मैं धक्के पर धक्के देने लगा. करीब 7-8 मिनट की चुदाई बाद मैंने उनकी चूत में ही अपना वीर्य छोड़ दिया, जिसे चाची ने अपनी चूत सिकोड़ – सिकोड़ कर पूरा अंदर ले लिया और एक भी बूंद बाहर नहीं जाने दिया.

फिर हमने रात भर मस्ती की और तीन बार चुदाई की. दोस्तों, वो रात मेरी ज़िन्दगी की सबसे यादगार और सेक्सी रात थी, जिसे मैं और चाची ज़िन्दगी भर नहीं भूलेंगे. उसके बाद मेरा चाची के घर आना – जाना जल्दी – जल्दी होने लगा. अब हमें जब भी मौका मिलता है, हम खूब सेक्स करते हैं.

दोस्तों, ये मेरी रियल स्टोरी थी. आप लोगों को कैसी लगी मेल करके ज़रूर बताना. मेरी मेल आईडी – [email protected]

1 thought on “आखिर चाची चुद ही गईं”

Leave a Comment