बच्चे के लिए पैसे देकर चुदी डॉक्टर मैम

यह सुन कर अब मुझे और भी जोश आ गया. अब मैं उन्हें किस करने लगा. करीब 25 मिनट हो चुके थे. फिर मैंने एक और जोरदार धक्का मार कर पूरा पेनिस अन्दर डाल दिया. अगर मैं अपने होंठों से उनके मुंह को बन्द न किया होता तो उनकी तेज चीख निकल जाती…

अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा प्यार भरा नमस्कार. यह मेरी पहली कहानी है और उम्मीद करता हूँ कि आप सब की जरूर पसंद आएगी.

दोस्तों, मेरा नाम राम है और मैं भंडारा में रहता हूँ. मेरी उम्र 26 वर्ष है. मैं दिखने में हैडसम हूँ. वैसे तो यहां मैं प्रैक्टिस के लिए आया था, लेकिन पैसा कमाने के लिए जॉब करने लगा. मेरी जॉब एक सरकारी अस्पताल में क्लर्क के पद पर लगी है और यहां लगभग सभी को मुझसे काम पड़ता है.

मेरे अस्पताल में एक मैडम हैं. जिनका नाम प्रियंका है. उनकी उम्र 28 है. मैं अधिकांश उनका ही काम करता था. वो देखने में खूबसूरत हैं और उनका फिगर 36-30-38 का होगा. उनको देखते ही मेरा लण्ड खड़ा हो जाता था और मैं अक्सर उन्हें चोदने के बारे में सोचता रहता था.

प्रियंका मैम शादीशुदा थीं और उनकी शादी को 4 साल हो गए थे, मगर अभी तक वह माँ नहीं बन पाई थीं. वह अक्सर मुझसे मजाक करती रहती थीं और मैं भी उनसे मज़ाक कर देता था.

एक दिन अस्पताल में कोई खास काम नहीं था. मैं अपना काम कर रहा था. तभी वो मेरे पास आईं और बोलीं, “क्या कर रहे हो डॉक्टर साहब?” मैंने कहा कि काम कर रहा हूँ. तो वो बोलीं कि इतना काम क्यों करते हो. इस पर मैं बोला, “काम नहीं करूँगा तो पैसे कैसे मिलेंगे?’‘

तब उन्होंने कहा, “कितने पैसे मिलते हैं तुम्हें यहां?” मैं बोला, “यही कोई 20,000 मिल जाते हैं.” अब प्रियंका बोली, “मैं आपको इससे भी ज्यादा पैसे दूँगी, लेकिन मेरा एक काम करना पड़ेगा.” तो मैं बोला, “मैं आपका ही तो काम करता हूँ. खैर, बोलो क्या काम करना हैं?’‘

इस पर वो बोलीं, “मैं माँ बनना चाहती हूँ. तुम मुझे मां बना सकते हो?” मैं थोड़ा चौंका और बोला, “यह कैसा काम है! मैं मैं समझा नहीं!” तो उन्होंने कहा कि मेरे पति मुझे माँ नहीं बना सकते. क्या तुम मुझे माँ बना सकते हो?” अब मैं उनकी तरफ देखने लगा. तो उन्होंने फिर कहा, “मैं तुम्हें बहुत सारा पैसा भी दूंगी.” अब मैंने हाँ कर दी.

फिर शाम को मैं मैडम के घर जा पहुँचा. उन्होंने मुझे बैठने के लिए कहा और रसोई में चली गईं. कुछ देर बाद हाथ में कॉफी का कप लिए वो मेरे सामने आईं तो मुझे यकीन ही नहीं हुआ कि यह मेरी वही मैम हैं, जिनके साथ मैं रोज काम करता हूँ! उन्होंने एक सफेद नाइटी पहन रखी थी, जिसमें से बहुत ज्यादा हॉट दिखाई दे रही थी.

मैं एकटक उन्हें ही देखे जा रहा था. तभी उन्होंने कहा, “कॉफी पीना है कि नहीं?” उनकी आवाज सुनकर ऐसा लगा जैसे कि सपना देखते – देखते मेरी नींद खुल गई हो. फिर मैंने मुस्कुराते हुए हाँ में सिर हिला दिया. अब उन्होंने कॉफी लेकर टेबल पर रख दी.

तभी मैंने उनका हाथ पकड़ा और अपने ऊपर खींच लिया और फिर मैंने उनके मुस्कुराते हुए उनके होंठों को अपने होंठों में कैद कर लिया. प्रियंका भी पूरी तरह से मेरा साथ दे रही थी.

अब मेरे हाथ उनके गले से होते हुए उनके बड़े – बड़े मम्मों पर पहुँच गए. मैं और इंतजार नहीं कर सकता था. इसलिए मैंने उनकी नाईटी और ब्रा को निकाल दिया. अब उनका एक दूध मेरे मुँह में था और दूसरे को मैं अपने हाथ से मसल रहा था.

अब वह भी गर्म होने लगी थीं. अब उन्होंने भी मेरे कपड़े निकाल दिए और मुझे पूरी तरह से नंगा कर दिया. वे मेरे लण्ड को हाथ में लेकर आगे – पीछे करने लगी. फिर वह मेरे लण्ड को मुँह में लेकर उस पर अपनी जीभ फिराने और बोलीं, “जानू, आपका पेनिस 6 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है, इससे तो मेरी वजीना ही फट जाएगी.”

इस पर मैं कुछ नहीं बोला और कुछ देर बाद किसी लॉलीपॉप की तरह मेरे लन्ड को चूसने लगीं और फिर लन्ड को अपने होंठों में दबाकर बोली कि अंदर – बाहर करो. मैं करने लगा बहुत मज़ा रहा था. फिर हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए. मैं उनकी वजीना चाट रहा था और वह मेरा पेनिस ऐसे चूस रही थीं, जैसे उसे खा ही जाएंगी.

तभी अचानक उनका बदन अकड़ने लगा और वह मेरे मुँह में ही झड़ गईं. मेरा पूरा मुँह उनके पानी से भर गया. अब मैं उठा और बाथरुम जाकर मुँह पानी से धोकर आया. मेरा अभी होना बाकी था. फिर मैंने अपनी दो उंगली उनकी वजीना में डाल दी और अन्दर – बाहर करने लगा.

अब उनके मुँह से कामुक आवाजें निकलने लगीं. कुछ देर बाद वह बोलीं, “जानू, अब नहीं रहा जाता. अब और मत तड़पाओ, जल्दी से अपना लन्ड मेरी चूत में डाल दे और फाड़ दे मेरी वजीना को.”

मैं भी अब देर नहीं करना चाहता था. तो मैंने उनके दोनों पैर अपने कंधे पर रखकर उनकी गीली वजीना पर अपना पेनिस रखकर एक धक्का मारा. मेरा लण्ड अभी 3 इंच ही गया होगा कि उनकी चीख निकल गई. मैंने कहा, “क्या हुआ?” तो वह बोलीं कि आराम से करो, मेरे पति का लण्ड बहुत छोटा है और पूरी तरह से खड़ा भी नहीं होता है.”

यह सुन कर अब मुझे और भी जोश आ गया. अब मैं उन्हें किस करने लगा. करीब 25 मिनट हो चुके थे. फिर मैंने एक और जोरदार धक्का मार कर पूरा पेनिस अन्दर डाल दिया. अगर मैं अपने होंठों से उनके मुंह को बन्द न किया होता तो उनकी तेज चीख निकल जाती.

मैं थोड़ी देर ऐसे ही उनके ऊपर लेटा रहा और उनको किस करता रहा. थोड़ी देर बाद वह भी नीचे से अपनी कमर उठाकर मेरा साथ देने लगीं, जिससे मुझे भी यह अंदाजा हो गया कि उन्हें भी मजा आने लगा है. अब मैंने भी अपनी स्पीड बढ़ा दी और अब उनके मुँह से अजीब आवाजें निकलने लगीं थीं. वह लगातार, “आह अइउउउ उईई मा इसहह… ओर जोर से.. फाड़ डाल मेरी वेजिना को..” कर रही थीं.

करीब 30 मिनट हो गए थे पर मैं भी रंग में आ गया था, मेरा अभी भी नहीं निकला था और जाने क्या – क्या बोल रही थीं. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और मैं तो जैसे आसमान में उड़ रहा था.

तभी उनका बदन फिर से अकड़ने लगा और उनके अन्दर का रस मेरे पेनिस पर गिरा. दोस्तों, मैं बता नहीं सकता कि इसमें मुझे कितना मजा आया. यह तो वही समझ सकता है, जिसने अपनी जिंदगी में चुदाई का मजा लिया है.

अब उन्होंने मुझे इतने जोर से पकड़ लिया कि मेरा हिलना भी मुश्किल हो गया. अब मेरा भी निकलने वाला था तो मैंने पूछा कि मेरा भी निकलने वाला है कहां निकालूँ? तो उन्होंने कहा कि अन्दर ही निकाल दे, इसीलिए तो तुझसे चुदी हूँ.

फिर थोडी ही देर बाद मेरी स्पर्म उनकी वजीना में ही निकल गया. अब मैं ठंडा होकर उनके ऊपर ही पड़ा रहा और अपनी सांसों को काबू करने लगा. कुछ देर बाद हम दोनों उठे तो वो मेरा पेनिस चूसने लगी. उन्होंने कहा, “जानू, तुम असली मर्द हो, मेरा हसबंड तो नामर्द है.”

उसके बाद उन्होने मुझे होंठों पर किस किया. फिर हमने खाना खाया और रात भर में 5 बार और चुदाई का मजा लिया. सुबह प्रियंका ने मुझे 50000 रुपए दिए और मुझे घर तक छोड़ दिया. उसके बाद भी मैडम ने कई बार मुझे बुलाया.

दोस्तों, कैसी लगी मेरी पहली कहानी, मुझे मेल करके जरूर बताइएगा. मेरी मेल आईडी – [email protected]