बाजरे के खेत में दोस्त की बीवी ने चुदवाया

एक बार मुझे पैसे की जरूरत पड़ी तो मैंने अपने दोस्त की पत्नी से ले लिया. फिर वो मुझे अपने साथ खेत ले गई और बाज़ार के खेत में बारिश के बीच मुझसे जम कर चुदवाया…

हेलो दोस्तों, मेरा नाम महेश है और मैं 26 साल का हूं. मेरी लम्बाई 5 फुट 7 इंच है और मैं हरियाणा के हिसार का रहने वाला हूं. मैं पिछले 2 सालों से अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूं और यहां पर प्रकाशित होने वाली हर कहानी को पढ़ता हूं. इन्हीं कहानियों को पढ़ कर मेरी भी इच्छा हुई कि मैं अपनी कहानी आप लोगों के साथ शेयर करूं. यह मेरी पहली कहानी है और उम्मीद है आप सब को पसंद आयेगी.

बात करीब 6 महीने पहले की है. शुरू – शुरू में मैं और मेरा दोस्त इकट्ठे रहा करते थे लेकिन 2 साल पहले जब उसकी शादी हुई तो हम अलग रहने लगे. उसकी पत्नी मस्त माल है. मैं जब भी उसके घर जाता तो वह बहुत प्यार से मुझसे बात करती. हम तीनों साथ होने पर हंसी – मजाक भी कर लेते थे. मैं उसकी पत्नी को भाभी कहा करता था.

एक दिन जब मैं किसी काम से उसके घर गया तब भाभी अकेली थीं. यह देख मैंने उनसे पूछा कि मेरा दोस्त कहां है? इस पर उन्होंने कहा कि वो तो अभी – अभी बाहर निकले हैं. मैंने पूछा कि वापस कब आएगा तो उन्होंने कहा कि अब तो रात तक ही आ पाएंगे?

दोस्तों, मैं पहले से ही थोड़ा परेशान था भाभी के मुंह से यह सुन कर मेरे चेहरे पर थोड़ी और शिकन आ गई. यह देख भाभी ने मुझसे कहा कि क्या बात है, आप परेशान क्यों हो? इस पर मैंने कहा कि कुछ नहीं. तब उन्होंने कहा कि आप परेशान तो हैं, लेकिन अगर अपने बताया नहीं तो फिर मैं कभी भी आपसे बात नहीं करूंगी.

तब मैंने कहा कि मुझे 1000 रूपए की तुरंत जरूरत है. इस पर भाभी ने कहा कि बस इतनी सी बात है. फिर थोड़ा रुक कर उन्होंने कहा कि रुको मैं अभी लाती हूं. फिर भाभी अंदर गईं और पैसे लेकर मुझे दे दिया. फिर मेरे पास आकर मेरे गाल पर एक किस किया और कहा कि तुम हंसते हुए बहुत अच्छे लगते हो. बदले में मैंने भी उनकी गाल पर एक किस कर दिया और उन्हें धन्यवाद बोल कर चलने को हुआ तो भाभी ने कहा कि अब आपको भी मेरा एक काम करना पड़ेगा. मैंने कहा, “बोलो भाभी जी”. तब वो बोलीं कि अगर आपके टाइम हो तो क्या आप थोड़ी देर बाद मेरे साथ खेत में चारा लेने के लिए चल सकते हो क्योंकि मौसम ख़राब है और आज आपके दोस्त भी नहीं है?

मैंने कहा, “ठीक है भाभी, मैं कुछ देर बाद आता हूं”. भाभी ने कहा, “ठीक है, मैं आपका इंतजार करूंगी”. फिर थोड़ी देर बाद मैं अपना काम करके वापस आ गया. फिर मैं और मेरी भाभी खेत में चारा लेने के लिए चल पड़े.

खेतों में पहुंचते ही भाभी बाजरे के खेत से चारा काटने लगीं. चारा काटते – काटते वो अंदर चली गईं. बाजरे के पेड़ इतने बड़े – बड़े थे कि भाभी काफी देर तक मुझे नजर ही नहीं आईं. तब मैंने आवाज़ लगाई पर उन्होंने सुना नहीं था शायद इसलिए कोई जवाब नहीं दिया.

तब मैं उनको ढूंढने के लिए खेत में घुस गया. तभी मेरी नज़र भाभी पर पड़ी. उस टाइम वो सूसू करके उठ रही थीं. जब उन्होंने मुझे देखा तो वो बोलीं कि ऐसे क्या देख रहे हो? इस पर मैंने कहा, “कुछ नहीं भाभी”. तब उन्होंने कहा कि अब इतने शर्मीले भी मत बनो, तुम अपने दोस्त (उनके पति) से क्या बोल रहे थे कि भाभी मस्त हैं!

यह सुन कर मैं चौंक सा गया और फिर मैंने कहा कि वो तो मैंने बस यूं ही बोल दिया था. तब वो मेरे पास आईं और बोलीं कि मतलब मैं अच्छी नहीं हूं! अब मैं दुविधा में था. खैर, फिर मैंने कहा कि नहीं भाभी आप बहुत सुंदर हो.

इस पर भाभी ने कहा कि आप भी बहुत अच्छे हो और फिर इतना कह के वो झट से मेरे गले लग गईं. यह देख मैंने कहा, “भाभी, अगर ये बात मेरे दोस्त को पता चल गई तो?” इस पर वो बोलीं कि परेशान न हो, बिल्कुल नहीं पता चलेगा और फिर इतना बोल कर उन्होंने मेरे होंठ में अपने होंठ रख दिए और मुझे किस करने लगीं.

दोस्तों, ये मेरा पहला सेक्स अनुभव था तो मुझे भी अच्छा लगने लगा. इसलिए मैं भी किसिंग में उनका साथ में देने लगा. अब वो मेरे होंठों को चूसते हुए मेरे चूतड़ को मसलने लगीं और मैं उसके होंठ को चूसते हुए उनकी चूत को सहलाने लगा. बहुत मज़ा आ रहा था दोस्तों.

कुछ देर एक – दूसरे को किस करने के बाद फिर मैंने उनके सलवार – सूट को उतार दिया. अब वो मेरे सामने बस ब्रा और पैंटी में खड़ी थीं. फिर मैंने देर न करते हुए ब्रा को भी खींच कर उतार दिया और उनके एक दूध को अपने मुंह में लेकर पीने लगा. दूध मुंह में लेते ही वो ‘आह ऊह ऊम्ह आहा ऊम्ह’ की आवाज़ निकालने लगीं. साथ ही मैं अपने एक हाथ से उनके दूसरे दूध को जोर – जोर से मसल भी रहा था. इससे वो मदहोश सी हो रही थीं.

थोड़ी देर उनके दूध पीने के बाद फिर मैंने उनकी पैंटी बHई उतार दी और उन्हें वहीं खेत में लिटा कर उनकी चूत को चाटने लगा. मेरे ऐसा करने से वो एक दम मदमस्त हो गईं और बोलीं, “आज पहली बार किसी ने इतना मज़ा दिया है, चाटते रहो”. इतना कह के वो और जोर – जोर से सिसकियां भरने लगीं.

मैं उनकी चूत को चाटते हुए चूत के दाने को भी अपने होंठों के बीच दबा – दबा कर चूस रहा था. अब वो काफी उत्तेजित हो गई थीं और मेरे सिर को अपनी चूत पर दबाने लगी थीं. थोड़ी देर बाद फिर मैं भी पूरे कपड़े उतार कर नंगा हो गया. इससे मेरा लम्बा लन्ड उछल कर सामने आ गया. जिसे उन्होंने झट से हाथ में लिया और सहलाते हुए अपने होंठ उस पर लगाकर चाटने लगीं.

वो मस्ती में पूरे लन्ड को अंदर लेतीं और फिर उस पर जीभ फिराते हुए बड़े ही मादक अंदाज में चाट रही थीं. उनके ऐसा करने से मेरे मुंह से ‘आह ऊंह ऊम्ह’ की मादक आवाज निकल रही थी.

उसके बाद फिर मैंने उनसे लन्ड छोड़ने को कहा और फिर डॉगी स्टाइल में उनकी टांगो को चौड़ा कर के चूत में अपना लन्ड पेलने लगा पर मेरा पहला अनुभव था सो लन्ड अंदर नहीं गया. यह देख कर वो हंस पड़ीं और बोलीं, “क्या कर रहे हो? लगता है कभी कोई मिली नहीं”?

फिर इतना कह के उन्होंने लन्ड को पकड़ कर अपनी चूत पर टिकाया और कहा कि अब धीरे – धीरे डालना. लेकिन मुझसे कंट्रोल तो हो नहीं रहा था इसलिए मैंने जोर से धक्का दे दिया तो आधा लन्ड अंदर चला गया. लन्ड अंदर जाते ही उन्होंने जोर की आह ली और एक दम सहम गईं.

फिर मैं अपने हाथ उनकी पीठ से ले जाकर नीचे उनके दूध तक पहुंचा और उन्हें दबाने लगा. मेरे ऐसा करने से वो सिसकारियां भरने लगीं. यह देख मैं लन्ड को आगे – पीछे करने लगा. थोड़ी देर बाद मैंने एक और झटका लगा दिया और इस झटके की वजह से लन्ड पूरा का पूरा अंदर चला गया. अब मैं जोर से धक्के लगाते हुए उनको चोद रहा था और वो पूरी तरह सेक्स के मज़े लेती हुई ‘ऊ आह आह ऐह ऐह’ की मादक आवाज निकाल रही थीं.

तभी अचानक बारिश होने लगी. अब तो मजा डबल हो गया. उनके ऊपर गिर रही बारिश की बूंदें जब उनकी पीठ से फिसल के नीचे जातीं तो बहुत अच्छा लगता. मेरे ऊपर भी पानी की ठंडी बूंदें पड़ रही थीं, जो मेरे बदन से टकरा कर मुझे और ज्यादा उत्तेजित कर देती थीं.

उन्हें भी खूब मज़ा आ रहा था और वह अपनी गांड उठा – उठा कर चुदाई में साथ दे रही थीं. थोड़ी देर बाद मैंने चूत से पूरा लन्ड बाहर निकाल लिया और एक जोर जोरदार धक्का देकर पूरा का पूरा अंदर पेल दिया. इससे वह चिहुंक उठीं और उनके मुंह से ‘हाय मां मैं मर गई’ की आवाज निकल गई.

काफी देर तक मैं उन्हें चोदता रहा. फिर मैंने अपना सारा माल उनकी चूत में ही निकाल दिया. मेरा माल काफी देर तक निकलता रहा. अब तक तो वो भी 2 बार झड़ चुकी थी. फिर हम अलग हुए तो मुझे किस करके उन्होंने कहा कि आजकल आप के दोस्त ने सेक्स में इंटरेस्ट दिखाना कम कर दिया है. वो महीने में 3 से 4 बार ही सेक्स करते हैं लेकिन आप तो चुदाई के पूरे उस्ताद हो. अव जब भी मन करे मेरे पास आ जाया करो.

मैंने भी उन्हें एक किस किया और कहा, “हां मेरी जान, जरूर आ जाया करूंगा, अब से तो तुम मेरी भी बीवी हो”. उसने हां में सिर हिला दिया. फिर हम चारा लेकर घर आ गए. उसके बाद अब जब भी हमारा मन होता है हम चुदाई कर लेते हैं. आप सब को मेरी यह कहानी कैसी लगी? मेल करके जरूर बताना. मेरी मेल आईडी – [email protected]

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