मेरे भाई की हाल ही में शादी हुई थी लेकिन वो भाभी का खयाल नहीं रखते थे. इस वजह से भाभी मेरे नजदीक आने लगीं. धीरे – धीरे हमारी नजदीकियां बहुत बढ़ गईं और हम पति – पत्नी जैसे हो गए…
हेलो दोस्तों, मेरा नाम सनी है और मैं जमशेदपुर का रहने वाला हूं. बात करीब 5 साल पहले की है. हाल ही मेरे भाई की शादी हुई थी और हमारे घर में मेरी पहली भाभी आईं. घर पर मां और पापा भी रहते थे.
दोस्तों, मेरी भाभी देखने में बहुत सुन्दर थीं. वो बिल्कुल करीना कपूर की तरह दिखती हैं. उनका फिगर भी वैसे ही 32 – 28 – 30 का है. भाभी के साथ मैं दोस्तों की तरह रहता था और भाभी भी मुझसे पूरी फ्रैंक हो गई थीं.
दोस्तों, मेरे भाई एक प्राइवेट कम्पनी में काम करते थे और काम के चलते अक्सर घर आने में लेट हो जाते थे. ऐसे में उनके घर आने तक मैं और भाभी बातें करते रहते.
भाभी की बातों को सुन कर मुझे लगा लगने लगा कि भाभी मुझे पसंद करती हैं. वो अक्सर मेरे सामने पारदर्शी नाईट ड्रेस में रहती थीं. जिसमें से उनकी ब्रा साफ दिखाई देती थी. और कभी – कभी तो भैया के आने में ज्यादा लेट होने पर वो मुझे अपने बगल में ही लेटा लेती थीं, जिससे उनकी चूची मेरे बदन से चिपक जाती थी और मेरा लंड खड़ा हो जाता था. मेरे खड़े लंड का उन्हें एहसास हो जाता था लेकिन उन्होंने कभी उसके बारे में कुछ कहा नहीं.
भाभी मेरे साथ दोस्तों की तरह बर्ताव करती थीं और हमारे घर वाले भी इसका बुरा नहीं मानते थे. भाई देर रात करीब 12 बजे काम से आता था. तब तक मैं उनके रूम में रहता और भाभी से बातें करता. बात करते समय भाभी मेरे साथ चिपक के बैठतीं और अपनी चूचियां टच करवाती रहतीं. अब मुझे भी मज़ा आने लगा था .
एक दिन भईया किसी काम से बाहर गया था. जाने से पहले वाली रात में किसी बात पर भाभी से उसकी लड़ाई भी हुई थी. फिर जब मैं रात को घर गया तो भाभी रो रही थीं. यह देख मैं उनके पास गया और जा के चुप कराया तो उन्होंने मुझे गले लगा लिया और ‘आई लव यू’ बोल कर रोने लगीं. यह सुन कर मैं थोड़ा चौंक गया तो उन्होंने कहा कि तुम मेरा बहुत ख्याल रखते हो, इसलिए मैं तुमसे प्यार करने लगी हूं.
यह सुन कर मैंने भी ‘आई लव यू टू’ बोल दिया और उन्हें किस करना स्टार्ट कर दिया. दोस्तों, मैंने जब से उन्हें देखा था तब से उन्हें चोदने के सपने देखता था. वो भी मेरा साथ देने लगीं.
अब हम एक – दूसरे की जीभ में जीभ फंसा कर पागलों की तरह किस किए जा रहे थे. फिर मैंने भाभी के कपड़े खोल दिए. अब वो सिर्फ ब्रा और पैंटी में थीं. क्या मस्त माल लग रही थीं वो, एक दम बाला की खूबसूरत!
अब मैंने फिर से उन्हें किस करना स्टार्ट कर दिया और वो पूरा साथ दे रही थीं. धीरे – धीरे मेरे हाथ उनके चूचियों पर पहुंच गए और मैं उन्हें दबाने लगा. इससे वो सिसकियां लेने लगीं.
फिर थोड़ी देर बाद मैंने उनकी ब्रा खोल दी और एक चूची को मुंह में लेकर चूसने लगा. करीब 15 मिनट तक लगातार उनकी चूचियों को चूस – चूस कर मैंने लाल कर दिया. अब उन पर उत्तेजना पूरी तरह हावी थी. वो पागल हो रही थीं.
फिर मैंने भी अपना लंड निकल उन्हें चूसने को बोला पर वो मना करने लगीं. लेकिन बाद में मेरे मनाने पर लन्ड चूसने लगीं. वो ऐसे लन्ड चूस रही थीं, जैसे लॉलीपॉप हो.
थोड़ी देर बाद फिर मैंने उन्हें लेटाया और उनकी पैंटी खोल दी. उनकी चूत देख कर मैं पागल हो गया था. क्या चूत थी! एक बाल नहीं थे उस पर पूरी सफाचाट थी. उसे देख कर मुझसे रहा नहीं गया और फिर मैंने उनकी चूत चाटना स्टार्ट कर दिया.
मैं जीभ अंदर तक घुसा के चूत चाटता जा रहा था और उनकी चूत से रिस रहा पूरा काम रस पिए जा रहा था. अब उनका कंट्रोल खत्म हो रहा था. फिर जब उनसे रहा नहीं गया तो 15 मिनट बाद मुझे चोदने के लिए बोलने लगीं.
अब मैंने भी देर न करते हुए लन्ड उनकी चूत में घुसा दिया. इससे उनकी चीख निकल गई. लेकिन मैंने बिना रहम किए लन्ड पूरा अंदर घुसा दिया और चोदने लगा. बहुत मज़ा आ रहा था दोस्तों.
मैं पोज़ बदल – बदल कर कभी उन्हें अपने ऊपर बैठा के चोदता तो कभी डॉगी स्टाइल में. करीब 20 मिनट चोदने के बाद वो झड़ गईं और फिर मैं भी उनकी चूत में ही झड़ गया. अब भाई के आने का समय हो रहा था. फिर मैं वहां से उठा और अपने रूम में आ कर भाभी के नाम की मुठ मर के सो गया.
अगले दिन मैं भाभी से नज़र नहीं मिला पा रहा था. फिर मौका मिलने पर भाभी मेरे पास आ कर बोलीं कि तुम इतना शर्मिंदगी फील न करो, मैं तुम्हें पसंद करती हूं और रात जो भी हुआ सब सही था.
उस दिन फिर रात को जब मैं उनके रूम में गया तो भाभी पूरी तैयारी में थीं. उन्होंने सेक्सी शार्ट ड्रेस पहन रखा था. जिसमें से उनके बदन की खूबसूरती साफ़ दिखाई दे रही थी. उन्हें देख कर मुझसे रहा नहीं गया और मेरा लन्ड खड़ा हो गया. फिर मैं उनके पास गया और जाकर उन्हें किस करने लगा.
अब वो भी मेरा साथ देने लगीं. फिर धीरे – धीरे हमारे सारे कपड़े खुद ब खुद खुल गए और मैं उनकी चूची चूसने लगा. इसके बाद फिर हमारा कार्यक्रम शुरू हो गया. उन दिन मैंने जम कर भाभी की चुदाई की और उन्हें पूरी तरह संतुष्ट कर दिया. पिछले दिन की तरह आज भी मैंने उनकी चूत में ही अपना माल गिराया था.
फिर उस दिन के बाद हमारी हर रात रंगीन होने लगी. भाभी मुझे अपना पति मनाने लगीं और मेरे नाम के सिंदूर से अपनी मांग भरने लगीं.
अपनी अगली कहानी में मैं आप सब को बताऊंगा कि किस तरह मैंने एक रात उनकी गांड भी मारी और बाद में वो मेरे ही बच्चे की मां भी बनीं.
कहानी कैसी लगी? मुझे मेल कर के आप अपनी राय जरूर बताएं. मेरी मेल आईडी – [email protected]