मेरी चचेरी बहन की बेटी यानी मेरी भांजी अपने नानाके साथ दिल्ली में रहती थी. जब मैं दिल्ली कॉलेज में एडमिशन कराने गया तो चाचा के घर पर ही रुका. इस दौरान मेरे साथ वो घटना घटी जो नहीं घटनी चाहिए थी. उस घटना के चलते मैंने अपनी भांजी की जबरदस्त चुदाई की…
हेलो दोस्तों, आज मैं आप लोगों के समक्ष अपनी एक सच्ची कहानी ले कर आया हूं. उम्मीद करता हूं आप सब को जरूर पसंद आएगी.
अब आप लोगों को ज्यादा बोर न करते हुए सीधे अपनी कहानी पर आता हूं. बात उन दिनों की है, जब मैं कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए दिल्ली आया था. दिल्ली में मेरे चाचा रहते हैं, जो यहां एक बैंक में काम करते हैं.
मेरे चाचा के दो बेटे और एक बेटी हैं. मेरे चाचा के दोनों लड़के विदेश में रहते हैं. जबकि, चाची का देहांत हो गया. उनकी बेटी का नाम पूजा है और वो एक स्कूल शिक्षिका हैं. पूजा दीदी दिल्ली से दूर एक गांव में रह कर बच्चों को पढ़ाती हैं. पूजा दीदी कि एक बेटी है, उसका नाम सोनी हैं. सोनी की उम्र 19 साल है और देखने में वह किसी हिरोइन से कम नहीं लगती. उसका फिगर भी लाजवाब है. सोनी दिल्ली में ही अपने नाना के साथ रह कर पढ़ाई कर रही है.
दिल्ली जाने के लिए मैंने एक दिन पहले रात में ही ट्रेन पकड़ ली थी और अगले दिन सुबह 9 बजे दिल्ली पहुंच गया. फिर चाचा के घर पहुंच कर दरवाजा खटखटाया तो सोनी ने दरवाजा खोला. मुझे देखते ही वह मामा बोलते हुए मेरे गले से लग गयी.
जब वह गले लगी तो उसकी चूचियां मेरे सीने से टच होकर हल्का सा दब गईं. इस वजह से मेरा लण्ड बिल्कुल खड़ा हो गया. खैर, किसी तरह मैंने अपने आप को सम्हाला और फिर अन्दर आ गया.
अंदर आकर मैं बैठ गया. सोनी मेरे लिए पानी ले आई. फिर हम थोड़ी देर ऐसे ही इधर – उधर की बात करते रहे. इसके बाद सोनी मुझसे बोली – मामा जी आप थक गए होंगे, जाइए फ्रेश हो जाइए मैं आपके लिए खाना लगा देती हूं. नाना जी तो रात में आएंगे.
उसकी बात सुन कर मैंने हां में सिर हिलाया और फिर फ्रेश होने के लिए बाथरुम में चला गया. फ्रेश होने के बाद मैं टॉवल लपेट कर जैसे ही बाहर निकला तो देखा कि सामने सोनी खड़ी है और मेरी तरफ देख रही है. उसे अचानक देख कर मैं घबरा गया और इसी घबराहट में मेरी टॉवल खुल गई.
अब मैं सोनी के सामने पूरा नंगा खड़ा था. मुझे इस हालत में देख कर शर्म के मारे सोनी का मुंह लाल हो गया. खैर, मैंने किसी तरह अपने आप को सम्भाला और टॉवल को लपेट कर जल्दी से अपने रुम में चला गया. इसके बॉक्स मैंने अपने कपड़े पहने और फिर बाहर आ गया.
तब तक सोनी मेरे लिए नाश्ता लगा चुकी थी. मारे शर्म के मैं कुछ भी बोल नहीं पा रहा था. सोनी भी चुप थी. फिर कुछ देर चुपचाप बैठे रहने के बाद फिर मैंने हिम्मत की और सोनी से बोला- सोनी, सॉरी! गलती से मेरा टॉवल गिर गया था और तुमको वो सब नहीं देखना चाहिए था जो तुमने देख लिया.
यह सुन कर सोनी बोली- कोई बात नहीं, मैं किसी से कुछ बोलने थोड़े न जा रही हूं, जो आप इतना डर रहे हैं.
उसकी ये बात सुन कर मैं भौचक्का सा रह गया. खैर, मैंने जल्दी से खाना खाया और फिर वहीं बैठ कर टीवी देखने लगा. उधर वो अपने रूम में चली गई.
कुछ देर बाद मुझे याद आया कि मैं सोनी को गिफ्ट करने के लिए पर्स लाया था लेकिन देने को भूल गया. फिर मैंने बैग से पर्स निकाला और उसे लेकर उसके रूम की ओर गया. उसके रूम के बाहर पहुंच कर मैंने जैसे ही दरवाजे को हल्का सा धक्का दिया, दरवाजा खुल गया. दोस्तों, फिर मुझे अन्दर जो सीन दिखाई पड़ा, उसे देख कर में दंग रह गया.
सोनी ब्लेड से अपने बुर के बाल साफ कर रही थी. वो मुझे देखते ही घबरा गयी और जल्दी से अपने आप को छुपाने लगी. इस चक्कर में ब्लेड से बुर के पास थोड़ा सा कट गया और वो दर्द से कराहने लगी. उसे कराहते देख मैंने पूछा – क्या हुआ सोनी?
सोनी बोली – मेरे वहां कट गया है.
मैंने कहा – कहां कटा?
इस पर सोनी नीचे अपने बुर की ओर इशारा करते हुए बोली – यहां, और बहुत दर्द हो रहा है.
तब मैंने उससे कहा – चलो दिखाओ मुझे. पहले तो वो मना करने लगी लेकिन दर्द बहुत हो रहा था इसलिए मजबूरन दिखाना पड़ा. फिर उसने अपनी पैंटी थोड़ी सी नीचे की. मैंने देखा की बुर के पास थोड़ा सा कट लग गया है और खून भी निकल रहा है. ऊह देख मैंने फस्ट एड किट से थोड़ी सी दवाई उस कट पर लगाई तो जलन की वजह वो बिलबिला उठी.
फिर मैंने उससे पूछा कि तुम हेयर रिमूवर क्यों नहीं लगती हो? इस पर सोनी बोली कि उसे खरीदने में मुझे शर्म आती है. तब मैंने कहा कि मुझे दिखाने में तो नहीं शरमाई. यह सुन कर वो चुप हो गई. फिर मैंने धीरे – धीरे उसकी बुर को सहलाना शुरू कर दिया. इससे वो सिसक उठी और बोली –
मामा जी, ये क्या कर रहे हैं?
तब मैंने कहा – क्यों अच्छा नहीं लगा रहा है क्या?
सोनी बोली – नहीं ये गलत है, आप हमारे मामा लगते हैं.
इस पर मैंने कहा – कुछ गलत नहीं है, तुमने मुझे नंगा देख लिया और अब मुझे तुमको नंगा देखना है. मेरे इतना कहने पर वो कुछ नहीं बोली. तब मैं समझ गया कि उसको कोई आपत्ति नहीं है. फिर धीरे – धीरे मैंने उसके पूरे कपड़े उतार दिए. अब वह मेरे सामने पूरी नंगी बैठी थी.
उसे देख कर मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ औए फिर मैंने उसके दोनों पैर पकड़ कर उसे अपने ऊपर खींच लिया. अब उसके चूतड़ मेरी टांगों के ऊपर थे और मैं उसके दोनों बूब्स दबाने लग गया. तभी उसने मेरा सर पकड़ कर नीचे कर दिया. अब उसकी एक चूची मेरे मुंह के सामने थी. मैं समझ गया कि वह क्या चाहती है! फिर मैंने अपनी जीभ बाहर निकाली और उसके निप्पल को चाटने लगा. फिर हल्के से मैंने उसके निप्पल पर काट लिया और इसके बाद जोर – जोर से उसकी चूची चूसने लगा.
मेरा लण्ड अब उसकी गांड में चुभ रहा था. उसे भी मज़ा आ रहा और वो भी अपनी कमर ऊपर नीचे कर रही थी. थोड़ी देर बाद वो खुल कर मेरा साथ देने लगी थी. जब वह साथ देने लगी तो फिर हम 69 की अवस्था में लेट गए और एक – दूसरे के यौन अंग चूसने लगे.
सोनी कभी मेरा लण्ड चूसती तो कभी उसे हाथ से पकड़ के हिलाने लगती. इसी बीच उसने मुझसे कहा – मामा, आपका कितना मोटा है, ज्यादा देर मुंह में रख लेती हूं तो मेरी सांसें बंद हो जाती हैं.
तब मैंने कहा – सोनी, यार तेरी चिकनी चूत तो इतनी प्यारी और मुलायम है कि मैं सारी रात उसे चाट सकता हूं. ऊह सुन कर वह मुस्कुराने लगी. थोड़ी देर में मेरे लण्ड में तनाव बढ़ने लगा. तब मैंने सोनी से कहा – मेरा पानी कभी भी निकल सकता है. इस पर वो बोली – मेरा भी थोड़ी देर में हो जायेगा. फिर थोड़ा रुक के बोली – आप लगे रहो, मैं आपका सारा पानी पी जाऊंगी.
उसके मुंह यह बात सुन कर मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ और तुरंत मेरा पानी निकल गया. वो मेरा सारा पानी पी गई. मेरे साथ ही उसने भी अपना पानी छोड़ दिया. जिसे मैं चाट गया.
थोड़ी देर बाद फिर से मेरा लण्ड खड़ा हो गया. फिर मैंने उसे पीठ के बाल लेटाया और उसकी दोनों टांगें चौड़ी करके अपना लंड उसकी चूत पर रगड़ना शुरू किया. साथ – साथ उसकी चूचियां भी दबाने लगा. इससे उसके मुंह से सिसकियां निकलने लगीं और फिर वह मुझसे बोली – मामा, अब मुझसे रहा नहीं जा रहा है, जल्दी से अपना लण्ड मेरी बुर में डालिये.
उसकी बात सुन कर मैंने भी देर करना ठीक न समझा और लण्ड बुर के छेद पर टिका कर एक जोरदार झटका मारा. मेरे इस झटके के कारण आधा लण्ड उसकी बुर में घुस तो गया लेकिन दर्द की वजह से उसकी चीख निकल गई. इसलिए मैं रुक गया. दोस्तों, उसकी सील तो टूटी हुई थी, पता नहीं वह किसी और से चुदी थी या किसी और वजह से सील टूटी हुई थी लेकिन इतना तो था कि बुर उसकी बहुत टाइट थी एयर ऐसा लग रहा था जैसे मैं किसी कुंवारी लड़की को चोद रहा हूं.
खैर, थोड़ी देर बाद जब उसका दर्द कुछ कम हुआ तो मैंने एक और झटका देकर पूरा लण्ड अंदर कर दिया. इसके बाद धीरे – धीरे अपनी कमर हिला कर लण्ड उसकी बुर में सेट करने लगा.
फिर जब बुर थोड़ी ढीली हुई तो लण्ड बड़े आराम से अंदर – बाहर सरकने लगा. तब मैंने अपने धक्के तेज कर दिए. करीब 15 मिनट तक मैं लगातार तेजी से धक्के मारता रहा. इस बीच वह 4 बार झड़ चुकी थी. अब मेरा भी आने को हुआ तो मैंने अपनी स्पीड और बढ़ा दी, फिर कुछ ही धक्कों के बाद मेरे माल से उसकी बुर भर गई. इसके बाद मैं निढाल होकर उसके ऊपर लेट गया.
दोस्तों, उस दिन चाचा के आने से पहले मैंने 4 बार उसकी चुदाई की और हर बार उसकी बुर को अपने माल से भरता रहा. फिर बाद में मैंने उसे एक इमरजेंसी पिल लाकर दी और साथ में हेयर रिमूवर भी ला दिया. उसके बाद जब तक मैं वहां रहा, हर दिन हर समय मौका मिलने पर उसे चोदता रहा. कहानी कैसी लगी, कमेंट करके जरूर बताना.