बुआ की बेटी ने खुले आसमान के नीचे चुदवाया

मेरे भाई की शादी के बाद मेरे बुआ की लड़की हमारे घर आई थी. एक रात छत पर सोते हुए कैसे मैंने उसको चोदा पढ़ें मेरी इस कहानी में…

हेलो दोस्तों, मेरा नाम राहुल है. आज मैं अपनी ज़िंदगी की एक ऐसी घटना लेकर आया हूँ जो कि मेरी और मेरी बुआ की बेटी कंचन की कहानी है. मैं पहली बार अपनी कोई कहानी लिख रहा हूँ. इसमें अगर कोई गलती हो जाए तो मुझे माफ करना.

ये बात आज से करीब 5 साल पहले की है. तब मेरे भाई की शादी को कुछ ही टाइम हुआ था और मेरे बुआ की बेटी 15 दिन तक हमारे घर रहने के लिए आई थी. 2-3 दिन तक तो वो मुझसे नॉर्मल बात ही करती रही. दोस्तों, हम बचपन से ही एक – दूसरे के काफी करीब थे और एक – दूसरे से कुछ भी नहीं छुपाते थे.

एक रात हम दोनों गर्मी की वजह से छत पर सोने चले गए. रात में मैंने देखा कि कंचन अपने बिस्तर से उठ कर मेरे पास सो गई. शायद हवा चलने की वजह से उसे सर्दी लगने लगी थी. हम दोनों एक – दूसरे की तरफ पीठ करके लेते हुए थे और एक ही चद्दर को ओढ़े हुए थे.

कुछ देर बाद मुझे लगा कि मेरा हाथ किसी ने पकड़ा हुआ है. जब मेरी आंख खुली तो मैंने देखा कि कंचन मेरे हाथ को पकड़ कर अपने दूध पर रखे हुए थी और उसे दबा रही थी.

माफ करना दोस्तों, मैं तो उसकी नाप बताना ही भूल गया. उसके बूब्स 34 के, कमर 28 और चूतड़ 34 के थे. उसकी गांड देख कर किसी का भी लन्ड खड़ा हो जाए. मैं उसे कई दिनों से चोदना चाहता था. शुरुआत में मैंने उसे कभी गलत नज़र से नहीं देखा था लेकिन जब से इस बार वह आई थी तब से बहुत हॉट लगने लगी थी.

मैंने कई बार उसके नहाने के बाद बाथरूम में जाकर उसकी ब्रा और पैंटी देख कर मुठ मारी थी. लेकिन अब मुठ नहीं मेरा मन उसे चोदने का कर रहा था लेकिन अभी तक मुझे मौका ही नहीं मिल पाया था.

उस रात वह मेरे हाथ को अपने बूब्स पर रख कर बूब्स को दबा रही थी. तभी मैं खुद से उसके बूब्स को दबाने लगा. अब वो अपनी आंखें बन्द किए मज़ा ले रही थी. फिर मैंने उसे अपने ऊपर उठा लिया और उसकी गांड को मसलने लगा. इसके साथ ही मौका देख कर मैंने अपनी एक उंगली उसकी गांड में डाल दी. इससे उसकी चीख निकल गई. हम छत पर अकेले थे तो हमें कोई डर नहीं था.

फिर मैंने उसे अपने बगल में लिटा दिया और उसके दूध को पीना शुरू कर दिया. इससे उसे सेक्स का खुमार चढ़ने लगा और उसके मुंह से आवाजें निकलने लगी. अब वह मेरा सिर पकड़ कर अपने दूध पर दबाने लगी.

फिर उसने मेरे हाथ को पकड़ लिया और पैंटी में घुसाने की कोशिश करने लगी. कुछ देर में ही उसने अपनी सलवार का नाड़ा खोल दिया और मेरा हाथ अपनी पैंटी की तरफ ले गई तो मैंने अपना हाथ हटा लिया. लेकिन उसने फिर से मेरा हाथ पकड़ा और अपनी पैंटी में डाल दिया.

अब मैं भी उसकी पैंटी में अपनी उंगली घुमाने लगा. उसकी चूत पर छोटी – छोटी झांटें थीं. शायद उसने 1 हफ्ते पहले ही साफ किया था. फिर जब मैं उसकी चूत के छेद पर उंगली ले गया तो वह चिहुंक गई. दोस्तों, उसकी चूत अब तक एक दम गीली हो चुकी थी.

उसके बाद मैंने उसकी चूत में अपनी उंगली डाल ढ़ी और अंदर – बाहर करना शुरू कर दिया. अब वो मुझसे एक दम चिपक गई और फिर बोली – मुझे किस करो और अब ज्यादा न तड़पाओ, अब जल्दी से अपना लन्ड मेरी चूत में डाल.

लेकिन मैं अभी उसे और गर्म करना चाहता था तो मैं उसकी चूत में तेजी से उंगली अंदर – बाहर कर रहा था. तभी उसने मुझे कस के पकड़ लिया. मैं समझ गया कि वो झड़ने वाली है. फिर थोड़ी देर बाद वो झड़ गई. जिससे मेरा पूरा हाथ गीला हो गया. जिसे मैंने उसके मुंह में डाल दिया और उसने चाट कर साफ कर दिया.

अब उसने मेरे लोवर में हाथ डाला और मेरे लन्ड को पकड़ लिया. उसका हाथ लगते ही मेरा लन्ड जो पहले से ही खड़ा था और टाइट हो गया.

फिर उसने मेरे लन्ड की आगे – पीछे करके बिना बाहर निकाले हिलाने लगी. यह देख मैंने खुद ही अपना लोअर और अंदर वियर उतार दिया. अब वो तेजी से लन्ड को हिला रही थी. करीब 10 मिनट तक हिलाने के बाद मेरे लन्ड ने पानी छोड़ दिया, जो बहुत तेज धार के साथ मेरे सीने पर आ गिरा और उससे कंचन का हाथ भी गीला हो गया था. जिसे उसने मज़े से चाट लिया.

फिर उसने कहा कि अब कंट्रोल नहीं हो रहा है प्लीज अब मुझे चोद दो, मेरी चूत को फाड़ के इसका भोसड़ा बना दो. अब मैं उसके पैरों की तरफ गया और उसकी टांगों को उठा के अपने कंधों पर रकह लिया. इसके बाद अपना लन्ड उसकी चूत के होंठों पर रख के धक्का दे दिया. लेकिन उसकी चूत काफी टाइट थी इसलिए लन्ड अंदर नहीं गया. वो अभी तक चुदी नहीं थी.

फिर मैंने उसके होंठों को अपने होंठों से दबाकर उसका मुंह बन्द किया और फिर से एक धक्का लगाया. जिससे मेरे लन्ड का टोपा उसकी चूत में घुस गया और दर्द की वजह से कंचन की चीख निकल गई. लेकिन होंठ दबे होने के कारण आवाज बाहर नहीं निकली.

फिर थोड़ी देर रुक कर मैंने फिर से धक्का लगाना शुरू किया. जिसके बाद वो भी अपनी गांड उठा – उठा कर मेरा साथ देने लगी. करीब 10 मिनट की चुदाई के बाद वह झड़ गई. फिर कुछ धक्के लगाने के बाद मैं भी उसकी चूत में ही झड़ गया.

उसके बाद वो मुझे किस करती रही और मैं उसके दूध दबाता रहा. जब मैंने नीचे देखा तो पाया कि उसकी चूत से खून निकलने की वजह से चद्दर खराब हो गई थी.

दोस्तों, उस रात हमने 3 बार चुदाई की लेकिन उसने मेरा लन्ड नहीं चूसा. अगले दिन हम दोनों ने साथ में ही नहाया और नहाते वक्त भी एक बार चुदाई की. उसके बाद जितने भी दिन वह हमारे यहां रही हमने हर दिन चुदाई की. हमें बहुत मज़ा आया. अब उसकी शादी हो चुकी है.

मेरे साथ घटी यह घटना आप सब को कैसी लगी? मुझे
मेल करके जरूर बताएं. मेरी मेल आईडी – [email protected]

1 thought on “बुआ की बेटी ने खुले आसमान के नीचे चुदवाया”

Leave a Comment