मेरे चाचा अपने काम में बिजी रहते हैं. काम से आने के बाद वो सो जाते हैं इसलिए चाची प्यासी रह जाती हैं. एक दिन उन्होंने मुझसे मेरी गर्लफ्रेंड बनने को कहा. इसके बाद हमारे बीच गर्लफ्रेंड और बॉयफ्रेंड का खेल शुरू हुआ…
हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम रोहन है और मैं रायपुर छत्तीसगढ़ से हूँ. मैं 24 साल का एक नौजवान लड़का हूँ और सेल्फ एम्प्लॉयर हूँ. यह मेरी पहली कहानी है. उम्मीद है आप अब को पसंद आएगी. पसंद आये या न आये आप लोगों से आग्रह है कि जैसी भी लगे मुझे मेल करके जरूर बताएं. ताकि मैं अपनी अगली कहानी में सुधार कर सकूं.
दोस्तों, मेरी फैमिली में मैं, मेरी मां, मेरे पापा और मेरे चाचा – चाची हैं. हम सब एक ही घर में. रहते हैं. मेरे घर में चार रूम हैं, एक में पापा – मम्मी, एक में चाचा – चाची एक में मैं और एक गेस्ट रूम है. पापा गवर्नमेंट जॉब में है और चाचा ने एक दूकान खोल रखी है.
मेरी चाची का नाम कमला है. वो दिखने में बहुत सेक्सी और चुदासी मूड की महिला हैं. उनका फिगर 36 30 38 है. उनकी गांड बहुत मस्त है. जब वो चलती हैं तो उनके कूल्हे ऊपर – नीचे होने लगते. यह देख कर मेरा लौड़ा लहराने लगता था. मेरा क्या उनकी मटकती गांड देख कर तो हिजड़ों का भी लंड खड़ा हो जाता था.
वो अक्सर मुझे देख कर स्माइल पास कर देतीं. उनकी स्माइल बहुत ही सेक्सी होती थी. चाचा दिन भर दूकान में रहते. वे दूकान से रात दस बजे आते और आने के बाद खाना खाते और फिर सो जाते थे. इस कारण चाची बहुत दिनों से प्यासी थीं.
अब आप लोगों को ज्यादा बोर न करते हुये सीधे अपनी कहानी पर आता हूँ. बात 2 साल पुरानी है. तब मैं कॉलेज में पढ़ता था. मैंने कभी भी चाची को गलत नजरों से नहीं देखा था, लेकिन, एक दिन वो हुआ जो मैंने सपनों में भी नहीं सोचा था.
हुआ यूं कि एक दिन मैं छत पर बैठा था और पढ़ाई कर रहा था. तभी चाची कपड़े सुखाने के लिए छत पर आईं. उमका ध्यान मेरी तरफ नहीं था. इसलिए उन्होंने अपनी साड़ी को ऊपर किया और कपड़ा सुखाने लगी.
अचानक मेरी नज़र उन पर पड़ी. मैंने देखा कि चाची के पैरों में एक भी बाल नहीं था. दोस्तों, मुझे उनकी चूत को छोड़ के सभी सभी पार्ट दिख रहे थे. यह सीन देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया. अब मेरा पूरा ध्यान उसकी जांघों पर था. तभी अचानक उन्होंने मुझे देख लिया और हँसने लगी. अपनी चोरी पकड़ी गई देख कर मैं झेंप गया. हालांकि, उनकी हंसी देख कर मेरा लन्ड फिर से खड़ा हो गया.
अगले दिन मैं कॉलेज से जल्दी घर आ गया. चाचा रोज की ही तरह दूकान गए थे. पापा अपने ऑफिस और माँ प्रवचन सुनने गई थीं. जब मैं घर पहुंचा तो डोरबेल बजाई. उस समय चाची नहा रही थीं. इसलिए उन्होंने थोड़ी देर बाद दरवाजा खोला.
दरवाजा खुलते ही मैंने उन्हें देखा तो देखता ही रह गया. उन्होंने ट्रांसपैरेंट गाउन पहन रखा था. जिसमें से उनके शरीर का हर पार्ट बिल्कुल साफ दिखाई दे रहा था. मैं उन्हें देख के उन्हीं में खो गया था. फिर जब उन्होंने मेरी आंखों के सामने हाथ लहराया तो मेरा ध्यान हटा.
तब चाची बोलीं – कहाँ खो गए थे?
उनकी यह बात सुन कर मैं शरमा गया और भाग कर अपने रूम में चला गया. इसके बाद मैं बाथ रूम में गया और वहां जाकर मुठ मारा और फ़्रेश हो कर बाहर आ गया. तब तक चाची चाय लेकर मेरे रूम में आईं. चाय मुझे देकर वो बिस्तर में बैठ गईं और फिर उन्होंने पूछा कि तेरी कोई गर्ल फ्रेंड है? इस पर मैंने ना में सिर हिलाया.
मेरे न कहने पर वो बोलीं – मुझे अपनी गर्ल फ्रेंड बनाओगे?
यह सुन कर मैं आश्चर्यचकित रह गया. हालांकि, फिर मैंने हां कह दिया. इसके बाद मैंने सीधे ही पूछ लिया – क्या आपको पता है कि दोनों के बीच में क्या – क्या होता है? इस पर चाची बोलीं – चल, मैं आज ही तुझे बताती हूँ कि दोनों के बीच में क्या – क्या होता है.
इतना कह कर उन्होंने मुझे गले लगाया और बोलीं – पहले गले मिलते हैं. उनसे गले मिलते ही मेरा लन्ड सलामी देने लगा. फिर मैंने भी उन्हें अपनी बाहों में जकड़ लिया. अब उनकी चूचियां मेरे सीने से टकरा रही थीं. इससे मेरे अंदर करेंट सा लगा. फिर मैं उनकी होंठ पंखुड़ी को चूसने लगा. चाची भी मदहोश होकर मेरा साथ देने लगीं थीं.
फिर धीरे – धीरे हम दोनों के शरीर से एक – एक करके सारे कपड़े अलग हो गए. उनके नंगे बदन को देख कर मैं उनकी चूचियों को चूसने लगा. जिससे वो कराहने लगीं. चाची के मुंह से आवाज निकलने लगी – चूस ले मेरा सारा दूध, उईईईई ईईईईईईस. उनकी ये मादक आवाजें सुन कर मेरा जोश दोगुना हो गया.
फिर मैं उनके बदन में नीचे की तरफ गया और उनकी बिना बालों वाली चूत के दोनों फांक को खोल कर उनकी चूत को चाटने लगा. इस पर चाची तड़प उठीं और मेरा सिर अपनी चूत पर दबाने लगी. उन्हें बहुत मज़ा आ रहा था. इसलिए करीब पाँच मिनट बाद वो झड़ गईं.
झड़ने के बाद वो हाँफने लगीं और उठ कर बाथरूम की तरफ चल दीं. जब वह बाथरूम की तरफ जा रही थीं तो उनके चूतड़ ऊपर – नीचे हो रहे थे. जिन्हें देख कर मेरा जी ललचाने लगा था. फिर जब वो वापस आईं तो आते ही बोलीं – बेटा, अब मेरी बारी. इतना बोल कर उन्होंने मेरा लंड पकड़ कर अपने मुंह में ले लिया और चूसने लगी.
दोस्तों, मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि चाची मेरा लंड चूसेंगी. उनकी जीभ के स्पर्श मात्र से मैं खुद को रोक न पाया और मेरा पानी छूटने को होने वाला हुआ. तब मैंने उनसे कहा – चाची, मैं आने वाला हूँ. हालांकि, उन्होंने मेरी बात को अनसुना कर दिया और अपने काम में लगी रहीं. तभी मेरा वीर्य छूट गया और वो मेरा सारा माल पी गईं.
फिर मैं बाथरूम गया और अपना लन्ड साफ़ किया. इसके बाद बाहर आकर उनसे लिपट गया. इस पर चाची बोलीं – कैसा लगा गर्लफ्रेंड और बॉयफ्रेंड के बीच का खेल? तब मैं बोला – बहुत मज़ेदार है चाची, और खेलें क्या? इस पर चाची बोलीं – तेरा मन है तो चलो और खेलते हैं.
दोस्तों, अब तक मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया था. फिर चाची ने मेरे को अपने ऊपर खीच लिया और मेरे लौड़े को अपनी चूत में रगड़ने लगीं. अब मुझ से और रहा नहीं जा रहा था. तभी मैंने एक धक्का मारा और मेरा लौड़ा उनकी चूत को चीरता हुआ अंदर घुस गया.
इस पर चाची जोर – जोर चिल्लाने लगीं और बोलीं – निकालो इसे बहुत दर्द कर रहा है. लेकिन मैंने लन्ड बाहर नहीं निकाला और चुपचाप थोड़ी देर के लिए पड़ा रहा. फिर जब उनका दर्द कम हुआ तो वो अपना चूतड़ हिलाने लगीं. तभी मैंने एक और धक्का देकर अपना पूरा लंड उनकी चूत के अंदर कर दिया.
अब हमारी चुदाई चालू हो गई थी. चाची भी चूतड़ उठा – उठा के मेरा साथ दे रही थीं और सिसकारियां भी भर रही थीं. करीब 22 मिनट की चूत चुदाई के बाद वो काफी उत्तेजितहो गईं और बोलीं – चोदो और जोर से चोद मेरे राजा और जोर से. और इतना कहते हुए वह झड़ गईं.
फिर मैंने भी अपनी स्पीड बढ़ा दी और पांच मिनट बाद मैं भी तेज़ फौवारा छोड़ता हुआ उनकी चूत में ही झड़ गया. उसके बाद मैंने उस दिन उन्हें दो बार और चोदा. फिर मैं सो गया और वो घर के काम में लग गईं. अब मुझे जब भी टाइम मिलता है चाची को खूब चोदता हूँ.
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