आप सभी दोस्तों को मेरा प्यार भरा नमस्कार, मेरा नाम आर्यन है और अन्तर्वासना पर यह मेरी पहली कहानी है. यह कहानी मेरे और मेरी चाची के बारे में है. मेरी चाची का फिगर 32 30 36 है और उनकी उम्र 32 साल है. वो काफी गोरी हैं और खूबसूरत इतनी कि देखते ही किसी भी मर्द का लंड खड़ा हो जाए…
यह बात तब की है जब मैं 20 साल का था. मुझे काफी पहले से ही लगता था कि चाची बहुत चुदासी किस्म की औरत हैं. इसलिए जब भी मैं चाची को देखता उन्हें देखते ही मेरा लंड खड़ा हो जाया करता था. हमारा और चाची का घर अगल-बगल में ही था. इसलिए कॉलेज से छुट्टी होने के बाद मैं अक्सर चाची के घर चला जाया करता था.
एक दिन कॉलेज की मेरी छुट्टी थी. उस दिन घर पर भी कुछ खास काम नहीं था तो दोपहर में मैं चाची के घर गया. जब वहां पहुंचा तो पाया कि चाची सो रही हैं. उन्होंने सलवार – कमीज पहन रखी थी. सलवार बहुत पतली थी और उसमें से उनकी काली – काली कच्छी और कच्छी के कट के बाहर चूतड़ साफ नज़र आ रहे थे.
चाची को इस तरह लेटे और उनके चूतड़ देख कर मेरा लण्ड खड़ा हो गया. फिर मैंने चाची को जगाया नहीं, उनके पास गया और बगल में जाकर लेट गया. इसके बाद मैंने चाची के चूतडों पर हाथ रखा और एक हाथ से धीरे – धीरे सहलाने लगा. दूसरे हाथ से अपने लंड को पकड़ कर उसे भी सहलाने लगा.
तभी चाचा आ गए. उन्हें देखते ही मैंने अपना हाथ हटा लिया. मुझे देख कर चाचा मुझसे पूछने लगे – तुम कब आये? इस पर मैंने कहा – बस अभी आया हूँ और आकर ऐसे ही लेटा हुआ था.
तभी चाची भी उठ गईं. जब मेरी नज़र उनसे मिली तो वो पूरी तरह जागी हुई लग रही थीं. सोने वाली शिकन उनके चेहरे पर बिल्कुल भी नहीं थी. फिर चाचा अंदर चले गए.
चाचा के जाने के बाद चाची ने मुझसे कहा – अभी तुम बच्चे हो. मैं उनका इशारा समझ गया. फिर मैंने भी कह दिया – आजमा कर तो देखो. इस पर चाची ने आंख दिखाते हुए कहा – क्या मतलब? मैंने मुस्कुरा के कहा – कुछ नहीं. इसके बाद फिर मैं वहां से चला गया.
घर आकर उस रात मैंने चाची के बारे में सोच कर तीन बार मुठ मारी. उस दिन सब घर वालों को एक नजदीकी रिश्तेदार की शादी में जाना था लेकिन उससे अगले दिन मेरा पेपर होने के कारण मैं नहीं जा सकता था. सब तैयारी में लगे थे.
इसी बीच चाची हमारे घर आईं और आकर मम्मी से बोलीं कि मेरे घुटने में दर्द है इसलिए मैं शादी में नहीं जा सकती. यह सुन कर मेरे पापा – मम्मी ने मुझसे कहा कि तुम आज रात को चाची के घर पर ही सो जाना क्योंकि चाचा भी जा रहे हैं और घर में कोई नही है.
ये सुनने के बाद जैसे मेरी जिंदगी की सारी इच्छाएं पूरी हो गईं. फिर मैंने कहा – ठीक है. इसके बाद सभी लोग शादी में चले गए और मैं चाची के घर. रात हो चुकी थी. पहले चाची और मैंने खाना खाया और फिर सोने की तैयारी करने लगे.
चाची ने कुछ कहा नहीं लेकिन मेरे मन में अभी से लड्डू फूटने लगे थे. मैं सोच रहा था की चाची नंगी कैसी लगेंगी और मैं उन्हें कैसे चोदूंगा? इसी तरह की और भी बहुत सी बातें मेरे दिमाग में आ रही थीं.
चाची ने बिस्तर लगा दिया और फिर मुझसे कहा कि तुम बेड पर सो जाओ और मैं नीचे सो जाती हूं. तब मैंने कहा कि मुझे अकेले नींद नहीं आती मैं घर पर भी अपने भाई के साथ सोता हूं. इस पर चाची ने कहा – फिर ठीक है, हम दोनों साथ में बेड पर ही सो जाएंगे.
उस समय सर्दी का मौसम था. इसलिए हम दोनों एक ही रजाई में एक – दूसरे की तरफ पीठ करके लेट गए. करीव 15 मिनट बाद मुझे लगा चाची सो गईं. यह महसूस करके फिर मैं उनकी तरफ घूम गया. इसके बाद मैंने धीरे से अपना लंड पैंट से बाहर निकाल लिया और चाची के चूतडों पर लगा कर धीरे – धीरे रगड़ने लगा.
ऐसा करने के दौरान मुझे लगा कि चाची जग रही हैं. इसके बाद मैंने चाची के कान में धीरे से बोला – चाची? मेरे इतना कहते ही चाची पलटीं और मेरा लंड पकड़ लिया. इसके बाद वो मेरे लंड की खाल को ऊपर – नीचे करने लगीं.
अब क्या था. फिर मैंने चाची को कमर से पकड़ कर अपनी और खींच लिया और उनके होंठों पर अपने होंठ रख कर चूसने लगा. इसके बाद मैंने रजाई हटाई और और उनके सूट और ब्रा को ऊपर करके उनके बड़े – बड़े चूचे दबाने और चूसने लगा.
तभी चाची कहने लगीं – रजाई से ढक लो, ठण्ड लग रही है. इस पर मैंने कहा कि अब नहीं लगेगी. इतना कह कर मैंने चाची की कच्छी और सलवार एक बार में ही उतार कर अपना 6 इंच का लंड उनकी चूत पर रख दिया. इसके बाद मैंने एक ही झटके में पूरा का पूरा लंड अंदर घुसा दिया. अचानक हुए इस हमले से चाची की चीख निकल गई. यह देख मैंने कहा – खूब चीखो – चिल्लाओ, घर में कोई नहीं है.
अब चाची के मुंह से ‘अह! अह! अह! और तेज़ और तेज़’ की मादक आवाजें निकल रही थीं. इससे मेरा जोश और बढ़ गया. अब मैं और तेज़ – तेज़ झटके मारने लगा. मेरे हर झटके के साथ – साथ चाची की सिसकारियां और तेज़ हो रही थीं. अब वो तेज़ – तेज चिल्लाने लगीं, ‘आह! आह! मुझे ख़तम करदे आर्यन.’
उनकी आवाज सुन कर मैं और तेज़ – तेज़ झटके मारने लगा. इस मदमस्त चुदाई की वजह से चाची झड़ गईं. लेकिन मेरा अभी नहीं हुआ था. झड़ने के बाद चाची घोड़ी बन गईं और मुझसे कहा कि अब मुझे कुतिया की तरह चोदो.
उनकी यह बात सुन कर मैंने कहा – मगर चाची आपके घुटने मे तो दर्द था, वह कैसे ठीक हुआ. इस पर चाची ने कहा कि अगर मैं शादी में चली जाती तो तेरे साथ चुदाई का मज़ा कैसे लेती, मैंने तुझे उसी दिन पहचान लिया था जब तू उस दिन दोपहर को मेरे घर आया था। मैं तुझ से उसी दिन से चुदना चाहती थी लेकिन मौका ही नहीं मिल पा रहा था.
चाची की यह बात सुन कर मैं हैरान रह गया और उन्हें देखने लगा. तब चाची ने कहा – अब चूतिया की तरह क्या देख रहा है चल अब जल्दी से चोद मुझे. इसके बाद मैंने कुतिया बनी चाची की चूत में पीछे से लंड पेल कर फिर चुदाई शुरू कर दी.
अब मैं भी झड़ने वाला था. इस वजह से मैं अपनी फुल स्पीड में चुदाई करने लगा. इस जबरदस्त चुदाई के चलते चाची जैसे पागल हो गई थीं. तभी मैंने कहा – चाची, मैं झड़ने वाला हूं. इस पर चाची ने कहा – अन्दर मत झाड़ना!
फिर मैंने लंड बाहर निकाला और सारा वीर्य चाची के चूतडों पर झाड़ दिया. फिर मैंने उनके चूतडों पर ही सारा माल मल दिया. चुदाई के बाद चाची ने कहा – मज़ा आ गया. मैंने आज तक इतनी अच्छी चुदाई नहीं की.
दोस्तों, उस दिन हमने चार बार चुदाई की और एक बार तो एनल सेक्स भी किया. वो मेरी ज़िन्दगी की अब तक की सबसे हसीन रात थी. उस दिन के बाद हमने हर रोज़ कम से कम एक बार तो चुदाई की. दिन में चाचा घर पर नहीं होते और मैं उनके साथ उनके ही घर में उन्हें चोदता रहता.
मेरी कहानी पढ़ने के लिए धन्यवाद! दोस्तों तो आपको मेरी कहानी कैसी लगी मुझे ई-मेल करके जरूर बताएं. मेरी ई मेल आईडी – [email protected]