चार्जर दिया चूत लिया भाग – 6

मदमस्त कर देने वाली इस कहानी में अभी तक आप लोगों ने पढ़ा कि मैं पटना से भागलपुर जा रहा था. मैं ट्रेन में था तभी एक खूबसूरत शादीशुदा औरत आकर मेरे सामने वाली सीट पर बैठ गयी. उसने मुझसे मेरा चार्जर लिया और मेरे टॉयलेट जाने पर मेरे मोबाइल में पड़ी ब्लू फिल्म देख ली. फिर हमने साथ में ब्लू फिल्म देखी और मैंने उसे चोदना शुरू कर दिया…

इस कहानी का पिछला भाग – चार्जर दिया चूत लिया भाग – 5

अब आगे…

अब अचानक वह उठी और मेरी जांघों पर आ कर बैठ गई. वह एक साइड अपनी दोनों टाँगे लटका कर बैठी थी. फिर उसने मेरा एक हाथ पकड़ा और अपनी चूत पर ले जा कर रख दिया और मेरे छाती पर मुंह लगा कर के चूमने लगी.

अब इधर अपने हाथों से मैं उसकी चूत को हल्के – हल्के रगड़ने लगा और वो चूम – चूम कर उधर मेरी हालात खराब करने में लगी थी. बीच – बीच में वो हल्के से मेरे सीने पर काट भी लेती थी और कातिलाना मुस्कराहट भी छोड़ती थी. मुझे तो ऐसा लग रहा था, मानो वह बदला ले रही हो और कह रही हो कि देखो अब मैं तुम्हारा क्या हाल करती हूँ.

अब मैंने काफी देर तक उसकी चूत को रगड़ा. काफी देर तक रगड़ते – रगड़ते उसकी चूत एक बार फिर से पनिया गयी और उसकी सिसकारियाँ फिर से शुरू हो गयी थीं. वो ‘इस्सस्स उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़ उम्मम म्मम्मम्म’ करने लगी. अब उसकी चूत ने पानी छोड़ते हुए फिर से लंड मांगना शुरु कर दिया था.

यह देख इस बार मैं उसे साइड वाली सिंगल सीट की तरफ ले गया और उससे एक पैर को सीट पर रखने को कहा. अब उसने खिड़की पर हाथ रखा. उसके हाथ रखते ही मैंने उसे आगे की ओर झुका दिया.

जैसे ही वो झुकी वैसे ही मैंने अपने लंड को पीछे से उसकी चूत में लगाया और धक्का दे दिया. मेरा लंड एक ही बार में पूरा का पूरा उसकी चूत में चला गया. उसकी चूत इतनी इतनी देर की चुदाई के बाद अच्छी तरह से खुल चुकी थी. मुझे धक्के लगाने में आसानी हो रही थी और मैं चुदाई का मज़ा ले रहा था.

अब मैं उसके ऊपर हल्का सा झुक गया और एक हाथ आगे ले जाकर के उसकी चुत के दाने को रगड़ने लगा. एक हाथ से मैं उसकी चूचियों को भी जोर – जोर से दबाने लगा था.

अब मैंने पीछे से उसकी चूत में तेजी से लन्ड पेलते हुए उसकी धुआंदार चुदाई करने लगा. इस बार मैंने उसकी चूत को चोद – चोद कर उसकी चूत को पानी – पानी कर दिया.

इस जबरदस्त चुदाई की वजह से इस बार वह बहुत ही कम समय में लगातार दो बार झड़ गयी थी. इस आसन में चुदते – चुदते वह भी और उसकी चुत भी पूरी तरह से थक चुकी थी तो उसने मुझे रोका और कहा कि मेरी चूत अब तुम्हारा लंड लेते – लेते थक गयी है. अब मेरी चूत इस चुदाई से पूरी तरह तृप्त हो गयी है.

यह सुन कर मैंने उसे अपना खड़ा लंड दिखाया और कहा, “लेकिन ये तो अभी और चुदाई की मांग रहा है.” तो उसने कहा, “फिर मेरे मुंह को चोद लो, पर चूत को अब मत चोदो.” तो मैंने उसे अपने सामने बैठा कर उसके मुंह को ही चोदना शुरू कर दिया.

इस बार मैंने अपने वीर्य से उसके चेहरे और चूचियों को नहला दिया. फिर उसने मेरे लंड को चाट – चाट करके पूरी तरह साफ कर दिया और मेरे वीर्य को अपनी चूचियों में रगड़ – रगड़ कर मिला लिया.

हमारे पास अब वक़्त भी अब नहीं था. फिर हम दोनों नंगे – नंगे ही साथ में बाथरूम गए. वहां उसने अपने चेहरे और चूत को धोया और साथ में मेरे लंड को भी पानी से साफ कर दिया.

इसके बाद हम जल्दी से वापस आये. वापस आकर हमने अपने कपड़े पहने. फिर उसने तुरंत अपना छोटा सा मेकअप बॉक्स निकाला और बाल संवारने लगी. इसके बाद उसने जल्दी से काजल और लिपस्टिक भी लगा लिया.

अब हमने समय देखा तो भागलपुर पहुंचने में बस पन्द्रह मिनट बचे थे. फिर मैंने उसका कंबल समेट कर बैग में रख दिया. इसके बाद मैंने उसे अपने बगल में बिठा लिया और पूछा कि तुम इतना कुछ अपने पति के साथ भी करती हो? तो उसने कहा कि नहीं, उनके साथ थोड़ा शर्माती भी हूँ. इस तरह से उनके साथ चुदाई करूंगी तो वे पता नहीं मेरे बारे में क्या सोचेंगें! तुम्हारे साथ तो किसी भी चीज की फ़िक्र नहीं है इसलिए इतना सब कुछ कर लिया.

फिर मैंने कहा, “अब तो हम कभी मिल भी नही पायेंगे.” तो उसने कहा कि पटना में तो मिल ही सकते हैं, वहां कोई मुझे ज्यादा पहचानता भी नहीं है तो हम आराम से मिल सकते हैं. तुम चिंता न करो हम जल्द ही मिलेंगें.

फिर उसने मेरा कांटेक्ट नम्बर, फेसबुक आईडी वगैरह अपने फ़ोन बुक में सेव कर लिया. इसके बाद मैंने उसे अपनी बाँहों में भर लिया और कहा, “लग जा गले, फिर ये हंसी रात हो ना हो… शायद इस जनम में फिर मुलाकात हो ना हो…”

थोड़ी देर बाद स्टेशन आ गया. जब हमने खिड़की से देखा तो उसने बताया कि वहां उसके भैया खड़े हैं. फिर जब ट्रेन रुकी तो उसने जल्दी से मुझे एक लिप किस दिया और गेट की तरफ निकल गई.

अब मैंने भी अपना बैग कंधों पर लटका लिया और उसके बैग को गेट तक पहुंचा दिया. जहाँ से वो अपने भैया के साथ चली गयी. अब मैंने भी घर पहुँच कर अपना हेडफोन लगाया और गाना सुनते हुए गुनगुनाने लगा, “चलो एक बार फिर से अजनबी बन जाये हम दोनों…”

तभी मेरे फ़ोन में मैसेज की टोन बजी. मैंने देखा कि एक नये नंबर से मैसेज था. उसमें लिखा था, “ज़नाब चुदाई बड़ी लाज़वाब करते हैं.” उसे पढ़ कर मेरे चेहरे पर मुस्कराहट छा गयी.

दोस्तों, अब अगर उन मोहतरमा के साथ पटना में चुदाई या कहीं और भी किसी के साथ मेरी चुदाई होगी तो जल्द ही वो कहानी भी आपके सामने पेश करूंगा. तब तक के लिये मैं आप सभी से विदा लेना चाहूँगा.

पाठकों, उन मोहतरमा के साथ हुए चुदाई तो मेरी लाजवाब चुदाई थी. लेकिन आपको मेरी यह कैसी लग रही है बताना न भूलें. आप मुझे मेल कर सकते हैं. आपके मेल्स मुझे और भी कहानियां लिखने को प्रेरित करेंगे. इसके अलावा आप मेरी मेल आईडी से मुझे सर्च करके फेसबुक पर भी मैसेज कर सकते हैं. मेरी इमेल आईडी –
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