मेरी ममेरी बहन एक बार मामा के साथ मेरे घर आई थी. जैसे ही मेरी नज़र उस पर पड़ी मैं उसे देखता ही रह गया. क्या मस्त चूचे थे उसके. मेरी तो उन पर से नज़र ही नहीं हट रही थी. कैसे वह मुझसे चुदी वो आप इस कहानी में पढ़ेंगे…
मेरा नाम आदित्य है. मेरी उम्र 22 साल है और मैं दिल्ली का रहने वाला हूं. दोस्तों, मुझे अन्तर्वासना की कहानियां बहुत अच्छी लगती हैं तो मैंने सोचा कि क्यों न मैं भी एक कहानी लिख कर अपनी आपबीती शेयर करूं. कहानी लिखने में अगर मुझसे कोई गलती हो जाए तो माफ करना.
बात उस समय की है जब मैं बी. टेक थर्ड ईयर में था. मेरे घर पर मेरे मामा और उनकी बेटी सुमन (बदला हुआ नाम) आए थे. सुमन को मैंने काफी समय बाद देखा था और जब देखा तो देखता ही रह गया. उसकी भरी जवानी देख कर मैं पागल हो गया था. वो 19 साल की कमसिन कुंवारी लड़की थी और उसकी जवानी अपनी चरम सीमा पर थी. दोस्तों, उसके फिगर का तो कहना ही क्या! उसका साइज 36 32 38 का था जो मुझे बहुत ही ज्यादा सेक्सी लग रहा था.
मेरी नज़र उस पर हट ही नहीं रही थी. तभी उसने खुद को घूरते हुए मुझे पकड़ लिया और एक स्माइल पास कर दी. इसके बाद वह मुझसे बोली, “क्या देख रहे? बस देखते ही रहोगे क्या, कुछ बोलोगे नहीं?”
फिर हम दोनों बातें करने लगे. हमारी बातें बहुत देर तक चलीं. बातें करते – करते हम काफी फ्रैंक हो गए. इसी बीच बात करते हुए सुमन ने मुझसे पूछा कि तेरी कोई गर्लफ्रेंड है या नहीं? इस पर मैंने मना कर दिया. फिर मैंने उससे उसके बॉयफ्रेंड के बारे में पूछा तो उसने भी मना कर दिया.
यह जानने के बाद मैंने सुमन से कहा, “यार तुम तो बहुत सेक्सी हो, तुम्हारा बॉयफ्रेंड तो जरूर होगा!” बस यहीं से फिर हमारे बीच सेक्सी बातें शुरू हो गईं. जब वो मुझसे बात कर रही थी तो मैं बार – बार उसके बूब्स देख रहा था. उसने मुझे ये करते हुए देख लिया और फिर डायरेक्ट ही बोली, “क्या देख रहे हो आदित्य?”
मैं समझ गया कि उसका इशारा किधर है. फिर मैंने भी डायरेक्ट ही कह दिया कि तुम्हारे बूब्स बहुत मस्त हैं यार. इस पर वो बोली, “अच्छा, सच में ऐसा है क्या?” मैंने कहा, “हां यार, काश मेरी भी कोई ऐसी गर्लफ्रेंड होती, जिसके बूब्स तुम्हारे जैसे होते तो मज़ा आ जाता.”
यह सुन कर सुमन बोली, “अगर होती तो क्या करते उसके साथ?” मैंने कहा, “उसके ऐसे मस्त बूब्स चूसता और मज़े लेता.” मेरे मुंह से यह सुनते ही सुमन बोली, “तो आज के लिए मुझे ही अपनी गर्लफ्रेंड समझ लो.’
फिर क्या था! यह सुनते ही मैं उस पर टूट पड़ा और हग करते हुए उसके होंठों को चूसने लगा. साथ ही एक हाथ से उसके बूब्स को भी दबाने लगा. मैं बहुत तेजी से उसके बूब्स मसल रहा था इसलिए उसने मुझे रोका और कहा, “यार थोड़ा आराम से करो, इतनी जल्दी क्या है और पहले गेट तो बन्द कर लो.”
फिर मैं उठा और गेट बन्द करने के बाद जल्दी से सुमन के पास आकर ‘उम्म उम्म’ करके उसे चूमने लगा. थोड़ी देर बाद फिर मैंने उसका टॉप उतार दिया. नीचे उसने ब्लैक कलर की ब्रा पहनी हुई थी, जिसमें वो एक दम क़यामत लग रही थी. फिर मैं ब्रा के ऊपर से ही उसके बूब्स दबाने लगा और साथ में उसके होंठों का रस पान भी करता रहा.
फिर थोड़ी देर बाद मैंने उसकी ब्रा भी निकाल दी और एक – एक करके उसके पिंक निप्पल चूसने लगा. मेरे ऐसा करने से सुमन बहुत ज्यादा गर्म हो गई और फिर उसने जीन्स के ऊपर से ही मेरा लण्ड पकड़ लिया.
फिर मैंने उसको बेड पर लिटा दिया और उसकी जीन्स खोलने लगा तो वो बोली, “नहीं ये सब नहीं, कोई आ गया तो?” इस पर मैंने कहा कि कोई नहीं आएगा, तुम टेंशन न लो.
फिर उसने कुछ नहीं कहा. तब मैंने उसकी जीन्स उतारी और साथ में ही उसकी पैंटी भी खींच दी. उसकी चूत पर छोटे – छोटे बाल थे. शायद उसने कुछ दिन पहले ही उन्हें रिमूव किया था. फिर मैं नीचे गया और उसकी चूत पर अपनी जीभ लगा कर चाटने लगा. मेरे ऐसा करने पर वो बहुत ज्यादा उत्तेजित हो गई और मेरा सिर अपनी चूत में दबाने लगी. इस दौरान वह बड़ी ही मादक आवाज में मुझे अपनी चूत चाटने के लिए और उत्तेजित कर रही थी. बोल रही थी, “चाट मेरे राजा अच्छे से चाट और शांत कर दे इसे, बहुत तड़पाती है ये, आज इस कुंवारी चूत को अपने लण्ड का मज़ा दे दो मेरे राजा.”
सुमन के मुंह से कुंवारी चूत शब्द सुनते ही मेरा लण्ड भी पैंट फाड़ने को तैयार हो गया. फिर मैंने भी झट से अपने कपड़े उतारे और सुमन से मेरा लण्ड चूसने को कहा लेकिन उसने मना कर दिया. लेकिन मेरे दोबारा कहने पर चूसने लगी. फिर हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए. मतलब अब वो मेरा लण्ड चूस रही थी और मैं उसकी चूत चाट रहा था.
बहुत मज़ा आ रहा था. लण्ड चूसने के दौरान उसके मुंह से ‘फुच्च उम्म’ और भी पता नहीं कैसी – कैसी आवाजें आ रही थीं. करीब 10 मिनट चाटने – चूसने के बाद सुमन बोली, “बस करो यार, अब मेरी इस कुंवारी चूत को हरा – भरा कर दो न प्लीज”.
यह सुन कर फिर मैंने भी देर न करते हुए उसकी चूत पर अपना लण्ड सेट किया और हल्का सा एक धक्का लगाया तो मेरा आधा लण्ड उसकी चूत को फाड़ता हुआ अंदर चला गया. लेकिन लण्ड अंदर जाते ही वो बहुत जोर से चिल्लाई ‘आहह’. यह देख मैंने झट से उसके होंठों को अपने होंठों की गिरफ्त में ले लिया और उसकी आवाज उतने पर ही रुक गई.
दोस्तों, उसकी चूत बहुत टाइट थी. फिर मैं धीरे – धीरे अपने लण्ड को हिलाता हुआ और अंदर करने लगा. मुझे बहुत अच्छा लग रहा था और शायद उसे भी मज़ा आने लगा था क्योंकि वह भी नीचे से अपनी कमर हिलाने लगी थी.
फिर धीरे – धीरे मैंने अपनी स्पीड बढ़ाई और तेजी से चुदाई करने लगा. उधर सुमन अपनी गांड उठा – उठा कर और तेजी से चोदने के लिए मुझे उकसा रही थी. साथ ही उसके मुंह से ‘उम्म आह हां ओह्ह’ जैसी मादक आवाजें भी निकल रही थीं.
यह देख मैं भी पूरा दम लगाकर चुदाई करने लगा. करीब 20 मिनट तक उसको चोदने के बाद फिर मैंने अपना लण्ड चूत से बाहर निकाला और मुंह में दे दिया. वह मस्ती में लण्ड चूसने लगी. मैं उसके मुंह की गर्मी को बर्दाश्त न कर सका और अगले ही पल मैंने अपना सारा माल उसके मुंह में छोड़ दिया. वो मेरा सारा माल पी गई और फिर लण्ड मुंह से निकाल कर बोली, “मज़ा आ गया यार, तुमने मुझे खुश कर दिया”.
फिर थोड़ी देर बाद अपने कपड़े ठीक करके हम बाहर निकल आए. उस दिन के बाद हमें जब भी मौका मिलता है हम सेक्स जरूर करते हैं. बाद में मैंने उसकी गांड भी मारी लेकिन वो कहानी फिर कभी.
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