चुदाई के साथ हुई हमारे प्यार की शुरुआत

ये मेरी और मेरी गर्लफ्रेंड की सेक्स स्टोरी है. वह मी साथ ही पढ़ती थी. वह मुझसे प्यार करती थी लेकिन कभी कहा नहीं. जब मैंने इज़हार किया तो वह मेरे गले लग गई. फिर हमने जम कर सेक्स किया और इस तरह हमारे प्यार की शुरुआत हो गई…

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम सनी है और मैं जोधपुर का रहने वाला एक सीधा – सादा लड़का हूं. ये बात तब की है, जब मैं 12वीं में पढ़ता था. उस समय मेरी उम्र 20 साल थी. मेरे घर के पास एक बहुत ही सुंदर लड़की रहती थी. उसका नाम गरिमा था और वो भी मेरी ही क्लास में पढ़ती थी.

गरिमा बहुत का स्वभाव दूसरी लड़कियों से बहुत अलग था. वह बहुत कम बातें करती थी, न लड़कों से और न ही लड़कियों से. यही कारण था कि मैं उसे काफी पसंद करता था. चूंकि वह हमारे बगल में ही रहती थी इसलिए हम साथ ही स्कूल आते – जाते थे. साथ आते – जाते हमारे बीच अच्छी खासी दोस्ती हो गई थी.

दोस्ती के बावजूद मैं उससे अपने प्यार के बारे में नहीं बता पाया. मैं डरता था कि कहीं वह अपने घर वालों को न बता दे. और अगर वह ऐसा करती तो मेरी पिटाई तय थी.

अब हमारे एग्जाम शुरू होने वाले थे. इसलिए वह मेरी साथ घर पर पढ़ने आने लगी. इसी दौरान एक दिन मेरे और उसके घर वाले एक शादी में गए थे. हमारे एग्जाम चल रहे थे इसलिए हम नहीं गए. मैंने पहले ही सोच रखा था कि आज जब वह पढ़ने आएगी तो उससे अपने दिल की बात बोल कर ही मानूंगा. क्योंकि उसके अगले दिन हमारा लास्ट पेपर था और पेपर खत्म होने के बाद पता नहीं वो कहां पढ़े और क्या करे!

उस दिन शाम को 7 बजे वह मेरे घर आई. उसने जीन्स और टी-शर्ट पहन रखा था. इन कपड़ों में वह बहुत ही सेक्सी लग रही थी. उसकेमम्मे काफी बड़े थे और वह भरे – पूरे बदन की मालकिन थी. इस रूप में अगर कोई भी उसे देख लेता तो उसका लन्ड खड़ा होकर सलामी देने लगता.

वह आई. उस समय मैं टेबल पर बैठा था. फिर उसने अपनी किताबें टेबल पर रखी तो उसके झुकने से मुझे उसके मम्मों के दर्शन हो गए. उन्हें देखते ही मेरा दिमाग खराब हो गया. मैं उससे अपने दिल की बात कहना चाहता था लेकिन डर भी लग रहा था कि कैसे बोलूं?

किताब रखने के बाद वो जाकर पलंग पर बैठ गई. मैं उसके लिए पानी ले आया और देकर एक तरफ बैठ गया. फिर हमारे बीच थोड़ी – बहुत बातचीत हुई. फिर जब मुझे लगा कि अब बोलने का सही समय है तो मैं थोड़ा उसके और करीब गया और आई लव यू बोल दिया. मैं डर रहा था लेकिन ये क्या हुआ! यह सुनते ही वो मेरे गले से लग गई.

फिर थोड़ी देर बाद उसने मुझे वहीं पलंग पर लिटाया और किस करने लगी. लगभग 10 मिनट तक हम एक – दूसरे को चूमते रहे. इसके बाद वह अलग हुई और बोली – बुद्धू, यह बोलने में इतने दिन लगा दिए तुमने. मैं तो कब से ये शब्द सुनने के लिए तरस रही थी. फिर उसने भी मुझे आई लव यू टू बोला और वापस से किस करने लगी.

किस करते – करते फिर मैंने उसकी टी-शर्ट को उतार दिया. टी-शर्ट हटाते ही मुझे ब्रा में कैद उसके बड़े – बड़े आम जैसे मम्मे दिखाई दिए. फिर मैंने जल्दी से उसकी ब्रा के हुक तोड़ दिए और उसके मम्मों पर टूट पड़ा. एक मम्मे को मैंने मुंह में ले लिया और आम जैसे चूसने लगा जबकि दूसरे को हाथ में लेकर मैं उसे दबाने लगा.

ऐसा करने में मुझे बहुत मज़ा आ रहा था लेकिन उसे दर्द हो रहा था. वह ‘ओह्ह आह आह ऊह ऊह, फक मी फक मी’ की आवाज करने लगी. थोड़ी देर बाद मैंने उसके आमों को छोड़ दिया और नीचे आ गया. फिर मैंने उसकी जीन्स का बटन खोल कर उसे नीचे सरका दिया.

जीन्स नीचे जाते ही मुझे उसकी फैंसी पैंटी दिखाई दी. वह लगभग पारदर्शी थी. जिसमें से मुझे उसकी चूत दिखाई दी. उसकी चूत पर छोटे – छोटे बाल थे और चूत से निकले काम रस की वजह से वो हल्का भीग भी चुकी थी. यह देख मैंने उस पर मुंह लगा दिया और जोर – जोर से जीभ अंदर – बाहर करने लगा.

अब मैं उसकी चूत चूस रहा था और वह सिसकारियां ले रही थी. उसकी सिसकारियां लगातार तेज होती जा रही थीं. अब वह मेरे बाल पकड़ कर मुझे अपनी ओर खींचने लगी. ऐसा लग रहा था जैसे वह अपनी पूरी चूत मेरे मुंह में डाल कर मुझे खिलाना चाहती हो. फिर थोड़ी देर बाद वह झड़ गई और मैं उसका सारा पानी पी गया और फिर उससे अलग हो गया.

इसके बाद वह कुछ देर पड़ी रही और फिर उठी और फ्रेश होने गई. तब तक मैंने भी अपने कपड़े उतार दिये और लन्ड को पकड़ कर ऊपर – नीचे करने लगा. फ्रेश होकर जैसे ही वह वापस आई मैंने उसे पकड़ लिया और बाहों में लेकर हम फिर से किस करने लगे. इससे वो वापस गर्म होने लगी और मुझसे सेक्स करने के लिए कहने लगी.

इसके बाद मैंने उसकी दोनों टांगों को पकड़ के ऊपर किया और अपना लन्ड उसकी चूत पर रख के धक्का दे दिया. लेकिन लन्ड फिसल गया. यह देख मैं उठा और तेल की शीशी ले आया. फिर मैंने उसकी चूत और अपने लन्ड पर खूब सारा तेल लगाया.

दोस्तों, पहली बार लन्ड फिसलने की वजह से वह डरने लगी थी और उसने मुझसे कहा कि यह अंदर नहीं जाएगा, मैं इसे नहीं ले पाउंगी. तब मैंने उसे समझाया और वह मान गई.

फिर मैंने दोबारा उसकी चूत के मुंह पर अपना लन्ड लगाया और साथ में ही अपना मुंह भी उसके मुंह से चिपका दिया. मैं जानता था कि उसे दर्द होगा. ऐसे में चीखने पर उसकी आवाज बाहर नहीं जा पाएगी.

इसके बाद मैंने एक धक्का लगाया तो लन्ड थोड़ा सा अंदर चला गया. उसे दर्द हुआ और वह मुझे धक्का देकर चिल्लाने की कोशिश कर रही थी. लेकिन मैंने उसे कस के पकड़ रखा था इसलिए वह मुझे अपने ऊपर से हटा नहीं पाई. मैं धीरे – धीरे अपना लन्ड उसकी चूत की गहराइयों में उतारता जा रहा था.

अचानक मुझे उसकी चूत में कुछ अवरोध सा समझ आया. मैंने धक्का दिया तो वह हट गया. मैं समझ गया कि ये उसकी सील वाली झिल्ली थी, जो टूट गई. सील टूटने पर उसे बहुत दर्द हुआ. उसकी मुझसे छूटने की कोशिश और बढ़ गई. लेकिन मैंने उसे नहीं छोड़ा. मैं उसे किस करने लगा और दोनों हाथों में पकड़ के उसके मम्मों को दबाने लगा.

धीरे – धीरे वह नॉर्मल हो गई. फिर मैंने एक झटके में अपना पूरा लन्ड उसकी चूत में डाल दिया. वह बिन पानी की मछली जैसे तड़पने और रोने लगी. अब मैं वहीं का वहीं रुक गया और किस करके उसे नॉर्मल करने की कोशिश करता रहा.

फिर जब वो थोड़ी नॉर्मल हुई तो मैं धीरे – धीरे धक्के लगाने लगा. साथ में मैं उसे किस कर रहा था और उसके मम्मों को भी दबा रहा था. अब उसे भी मज़ा आने लगा था और वह मेरा साथ देने लगी थी.

थोड़ी देर बाद वो झड़ गई. अब उसकी चूत में जलन होने लगी थी. उसने बताया तो मैंने लन्ड बाहर निकाल लिया और मुठ मारते हुए उसके पेट पर ही झड़ गया. इसके बाद हम फ्रेश होने के लिए उठे तो वह उठ ही नहीं पा रही थी. फिर मैंने उसे गोदी में उठाया और फ्रेश होने के बाद वापस रूम में ले आया. फिर मैंने बर्फ से उसके चूत की सिंकाई की और जब आराम हो गया तो उसे उसके घर छोड़ आया. ताकि उसके घर वालों को पता न चल सके.

ये थी हमारी लव स्टोरी की शुरुआत. बाद में मैंने उसके साथ कई बार सेक्स किया. अब उसकी शादी हो गई है लेकिन वह जब भी घर आती है हम खूब मस्ती करते हैं. आपको मेरी यह कहानी कैसी लगी, मेल करके जरूर बताएं. मेरी मेल आईडी – [email protected]

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