चुदने के बाद भाभी ने अपनी सहेलियों को चुदवाया

एक बार मुझे एक भाभी का मेल मिला वो मुझसे चुदवाना चाहती थीं. मुझे कोई ऐतराज नहीं था. आगले दिन ही मैं उनके घर पहुंच गया और उनकी चूत का बाजा बजा दिया. मुझसे खुश होकर बाद में उन्होंने मुझसे अपनी कई सहेलियों को भी चुदवाया…

हेल्लो दोस्तों, मेरा नाम गौरव है और मैं हरियाणा के सिरसा का रहने वाला हूँ. मेरी उम्र 22 साल है और मैं एक कॉल बॉय हूँ. मेरी हाईट 5 फुट 10 इंच है. मेरा रंग गोरा है और मेरी बॉडी एथलेटिक टाइप की है क्योंकि मैं एक फुटबॉल का प्लेयर भी हूँ. मेरा लंड 7 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है.

अन्तर्वासना पर यह मेरी पहली स्टोरी है जोकि बिलकुल सच्ची है. अब सीधा कहानी पर आते हैं. कुछ दिन पहले ही मुझे एक मेल मिला. मेल में उस लेडी ने मुझसे मिलने की बात लिखी थी और साथ में अपना फ़ोन नम्बर भी दिया था.

इसके बाद मैंने उससे फ़ोन पर बात की तो उसने बताया कि वह फतेहाबाद में रहती है और उसके पति दिल्ली में जॉब करते हैं. उस दिन हमारे बीच ऐसी ही थोड़ी सी नॉर्मल बातें हुईं. फिर बातों ही बातों में उसने मुझे अपने घर का पता बताया और कहा कि कल 9 बजे उसके घर आ जाऊँ.

अगले दिन मैं उसका पता ढूंढते हुए उस एड्रेस पर जा पहुंचा और बेल बजाई. थोड़ी देर बाद दरवाजा खुल गया. करीब 28 साल की एक गोरी लेडी ने दरवाजा खोला था. फिर मैंने बताया कि भाभी, मैं गौरव हूँ और शायद आपने ही मुझे बुलाया था.

यह सुन कर वह मुस्कराई और मुझे अन्दर बुला लिया. जब वो मेरे आगे चल रही थी तब मैंने नोटिस किया कि उसका साइज़ 34 28 32 था और वह बहुत मटक – मटक कर चल रही थी. दोस्तों, वह बहुत ही खूबसूरत थी. उसके बड़े – बड़े मम्मे काफी भारी लग रहे थे. और उसकी गांड के बारे में तो क्या ही बताऊं. बस इतना जान लीजिए कि जब वह अपनी गांड मटकाते हुए मेरे आगे – आगे चल रही थी तो उसकी गांड देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया था.

फिर हम ड्राइंग रूम में जा पहुंचे. इसके बाद उसने मुझे सोफे पर बैठने के लिए कहा और पानी ले आई. जब वह पानी रखने के लिए झुकी तो मुझे उसके मम्मों के दर्शन हो गए. मैं देखता रहा और वो भी कुछ देर ऐसे ही झुकी रही. इसके बाद फिर वो मेरे लिए काफ़ी लेने चली गई. जब वो काफ़ी लेकर आई तो मेरे बराबर में बैठ गई और मेरी जांघ पर हाथ रख कर सहलाते हुए बात करने लगी.

बात करने के दौरान धीरे – धीरे उसने मेरी जिप खोल दी और लंड बाहर निकाल लिया. इसके बाद पहले तो उसने लंड महाराज को किस किया और फिर अपने नर्म होठों में दबाकर चूसने लगी. लंड पर उसके होंठ लगते ही मुझे असीम आनंद मिलने लगा.

फ़िर मैंने उसकी ब्लाउज के बटन खोले फ़िर उसकी ब्रा उतार दी. ब्रा खुलते ही दो सफ़ेद फल निकल कर बाहर आ गए. उसके मम्मे बाहर आते ही मैंने उन्हें दबोच लिया और ऊँगलियों से उसके निप्पल्स को मसलने लगा. इससे उसकी सिसकारी निकल गई और वो ‘आह आह आह ह्ह्ह धीरे दबाव… आह आह ह्ह्ह ओ ओ ऊह’ की मादक आवाज निकालने लगी.

उसकी सिसकारी और लंड चुसाई की वजह से मैं भी मस्त हो चुका था. फ़िर मैंने उसे खड़ा किया और एक ही झटके में उसकी साड़ी और पेटीकोट को उतार दिया. अब उसने भी मेरे कपड़ों उतारना शुरू किया और मेरी टी-शर्ट के साथ – पैंट और अंदर वियर भी खोल दी.

अब हम दोनों नंगे थे. फिर मैंने उसे बाँहों में उठाया और सोफे पर लिटा दिया. इसके बाद मैंने अपनी एक उंगली उसकी चूत में डाल दी. उंगली अंदर जाने से वो चिल्ला पड़ी. लेकिन फ़िर भी मैं धीरे उंगली अंदर – बाहर करता रहा.

उंगली अंदर – बाहर करने के साथ – साथ मैं उसके बूब्स को भी चूस रहा था. मेरी इन चुदाई पूर्व क्रियाकलापों से वो पूरी तरह उत्तेजित हो चुकी थी. अब उससे कंट्रोल नहीं हो रहा था. फ़िर वह बोली कि प्लीज़ अब ज्यादा मत तड़पाओ बस जल्दी से अपना लण्ड मेरी चूत में डाल दो. लेकिन मैं उसे थोड़ा और तड़पाना चाहता था.

थोड़ी देर बाद फ़िर मैंने उसे डॉगी स्टाइल में किया और लंड उसकी चूत पर लगा दिया. इसके बाद मैंने एक झटका मारा तो मेरा 2 इंच तक लंड उसकी चूत के अन्दर चला गया. लंड अंदर जाने से वो चीख पड़ी और घुटी आवाज में बोली – उई मां मर गई.

दोस्तों, उसकी चूत बहुत टाईट थी. मैंने उसकी चीख पर ध्यान नहीं दिया. थोड़ी देर बाद फ़िर मैंने एक और झटका दिया तो लंड 5 इंच तक घुस गया. इसके बाद मैंने पूरा लंड निकाल कर एक जोरदार झटका दिया तो वो रोने लगी. यह देख मैं उतने पर ही रुक गया और उसके निप्पल को सहलाने लगा.

जब थोडी देर बाद वो पीछे की तरफ धक्का देने लगी तो मैं समझ गया कि अब उसका दर्द कम हो गया है. फ़िर मैंने भी धीरे – धीरे शॉट लगाना शुरू कर दिया. अब उसके मुंह से दर्द भरी सिसकारी की जगह मादक सिसकियां निकलने लगी और वो कहने लगी – आहह हह जानू और तेज करो और तेज, फाड़ डालो मेरी चूत को आज.

उसकी बात सुन कर मैंने अपनी स्पीड और बढ़ा दी. इस वजह कमरे में ‘ऊहह… आह…’ के साथ ‘फच्च… फच्च…’ की आवाजें भी गूंजने लगीं. ऐसा इसलिए क्योंकि उसकी चूत अब और ज़्यादा पनीली हो चुकी थी. तभी उसका पानी छुटने लगा. इस पर वो चिल्लाई और बोली – आह! मैं तो गई. फिर वह झड़ गई.

अभी मेरा नहीं हुआ था इसलिए मैं नहीं रुका. करीब 30 मिनट तक मैं उसकी चूत चुदाई करता रहा. इस बीच वो 3 बार डिस्चार्ज हो चुकी थी. अब मैं भी क्लाइमेक्स पर था इसलिए मैंने जल्दी से अपना लंड निकाल कर उसके मुंह में डाल दिया और अपना 2-4 शॉट मुंह में लगाने के बाद सारा माल छोड़ दिया. जिसे बिना एक भी बूंद वेस्ट किये वो सारा का सारा पी गई.

फ़िर मैंने उसे किस किया और हमने अपने – अपने कपड़े पहन लिए. इसके बाद फिर भाभी ने मुझे 2000 रूपये दिए और मैं चला गया. वो मुझसे पूरी तरह संतुष्ट थी. बाद में मैंने उसकी कई दोस्तों को भी अपनी सर्विस दी. वो सब भीमुझसे संतुष्ट हैं और अब जब भी उन्हें चुदाई करनी होती है मुझे ही बुलाती हैं.

मेरी कहानी आपको कैसी लगी? मुझे मेल करके या कमेंट करके जरूर बताएं. मेरी मेल आईडी – [email protected]

1 thought on “चुदने के बाद भाभी ने अपनी सहेलियों को चुदवाया”

Leave a Comment