क्लास रूम में गर्लफ्रेंड को चोदा

मैं सुबह सबसे पहले स्कूल पहुंच जाता था और मेरी गर्लफ्रेंड के आने के बाद हम किसिंग करते रहते. लेकिन मैं उसे चोदना चाहता था. इसलिए एक बार मैंने प्लान बनाया और फिर अपने एक दोस्त की मदद से ही क्लास रूम में ही उसे चोद दिया…

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम समीर है और मैं मेरठ में रहता हूं. मेरी उम्र 24 साल है. मैं दिखने में भी ठीक – ठाक हूं और मेरी लम्बाई 5 फुट 11 इंच है. मेरे लंड का साइज 6 इंच लम्बा और 2.5 इंच मोटा है.

अब मैं आप लोगों का टाइम वेस्ट न करते हुए सीधा अपनी कहानी पर आता हूं. बात तब की है जब मैं 12वीं में पढ़ता था. उस समय मेरी उम्र 20 साल थी. दोस्तों, तब मेरी एक गर्लफ्रेंड भी थी, जिसका नाम दीप्ति था. दीप्ति भी मेरी ही क्लास में पढ़ती थी. वह मेरे लिए एक परफेक्ट लड़की थी. उसकी उम्र 19 साल थी और वह दिखने में काफी सेक्सी थी. उसका रंग एक दम गोरा और साइज 34 – 30 – 34 का था.

दीप्ति और मैं रोजाना सबसे पहले स्कूल पहुंच जाते और मौका मिलने पर सबके आने तक एक – दूसरे को किस करते रहते. किस करने के दौरान मैं उसके बड़े – बड़े मम्मों को भी दबाता रहता लेकिन मेरा मन इतने से ही नहीं भर रहा था. मैं तो और भी कुछ करना चाहता था.

एक दिन मैंने दीप्ति को चोदने का प्लान बनाया. इसमें मैंने अपने एक दोस्त को शामिल किया. मैंने उसे अगले दिन जल्दी स्कूल आने को कहा. वो तैयार हो गया. अगले दिन मैं और मेरा वो दोस्त सबसे पहले स्कूल पहुंच गए. प्लान के मुताबिक मैंने उसे कहा कि वो वहीं बाहर छुप जाए और जैसे ही कोई इधर क्लास रूम की तरफ आए वो मुझे इशारा कर दे. वो झट से वहीं गेट के पास छुप गया.

थोड़ी देर बाद दीप्ति भी स्कूल आ गई. दीप्ति को पता नहीं था कि मेरा वो दोस्त बाहर छुपा है. खैर, जैसे ही वो क्लास रूम में एंटर हुई वैसे ही मैंने उसे पकड़ लिया और किस करना स्टार्ट कर दिया. वो भी मुझे अच्छे से रिस्पांस कर रही थी और उसने भी मेरे होंठों को चूमना शुरू कर दिया.

किस करते – करते फिर मैंने उसके कपड़े के अंदर हाथ डाल दिया और धीरे – धीरे उसके रुई जैसे मुलायम मम्मों को प्रेस करने लगा. ड्रेस के अंदर वो ब्रा नहीं पहने थी इसलिए उसके मम्मों को दबाने में मुझे कोई दिक्कत नहीं हो रही थी. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.

फिर मैंने उसे किस करते हुए उसकी सलवार में अपना हाथ डाल दिया और उसकी नंगी चूत को रब करने लगा. दोस्तों, वो पैंटी भी नहीं पहनती थी. तभी उसने मेरा हाथ अपनी सलवार से निकाल दिया और मुझे हल्का सा धक्का दे दिया. इसके बाद मुझसे अलग होकर वो बोली, “ये सब अभी मत करो, मैं ये शादी के पहले नहीं करना चाहती”. लेकिन अब मैं कहां मानने वाला था.

मैं फिर उसके पास गया और दोबारा से उसे किस करना स्टार्ट कर दिया. वो फिर से मेरा साथ देने लगी. तभी मैंने दोबारा से अपना हाथ उसकी सलवार में घुसेड़ दिया और चूत को रब करने लगा. इस बार उसने मुझे कुछ नहीं कहा. अब शायद उसे भी मज़ा आने लगा था इसलिए वो थोड़ी देर बाद मोन करने लगी. उसके मुंह से लगातार ‘आह आह उम्म उम्म ओह्ह ओह्ह’ की मादक आवाजें आने लगीं.

इसी बीच पता नहीं कब उसका हाथ मेरे लंड पर पहुंच गया और वह मेरे लंड को सहलाने लगी. जैसे ही उसने मेरे लंड पर अपना हाथ लगाया वैसे ही वह तन कर और बड़ा हो गया. अब मुझसे बिल्कुल भी कंट्रोल नहीं हुआ.

फिर मैंने उसे वहीं बेंच पर लिटाया और उसके ऊपर के हिस्से में किस करते हुए नीचे तक आया. इसके बाद मैं उसकी चूत पर किस करने लगा. जैसे ही मैंने उसकी चूत को चूमा वह चिहुंक उठी और उसके मुंह से निकलने वाली सिसकियां और तेज़ हो गईं. अभी मुझे उसकी चूत पर किस करते हुए थोड़ा ही समय हुआ था कि वह अकड़ने लगी. मैं समझ गया कि वो झड़ने वाली है. इसलिए मैं और तेजी से उसकी चूत पर किस करने लगा. थोड़ी देर बाद उसने अपना काम रस छोड़ दिया.

इसके बाद फिर मैंने अपना लंड बाहर निकाला और उसके हाथ में देकर उससे लंड चूसने को कहने लगा. उसने मना कर दिया लेकिन फिर जब मैंने ज्यादा जोर दिया तो उसने मेरा लंड अपने मुंह में ले लिया और चूसना स्टार्ट कर दिया. वो एक दम लॉलीपॉप के जैसे मेरा लंड चूस ही थी. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.

उसने करीब 5 मिनट तक मेरा लंड चूसा. इसके बाद मैंने खुद ही अपना लंड उसके मुंह से बाहर निकाला और सीधा होकर लंड चूत पर सेट कर लिया. फिर मैंने एक ज़ोरदार धक्का मारा, जिससे मेरा 6 इंच लम्बा लंड आधा उसकी चूत में घुस गया. लंड अंदर जाते ही दीप्ति जोर से चीखने लगी. यह देख मैंने उसके होंठों को अपने होंठों की गिरफ्त में लिया और चूसने लगा ताकि आवाज बाहर न जाने पाए.

करीब 5 मिनट तक किस करने के बाद वो थोड़ी शांत हुई. फिर मैंने धीरे – धीरे उसे चोदना स्टार्ट कर दिया. दीप्ति को अभी भी हल्का दर्द हो रहा था इसलिए वो सिसकियां भर रही थी. लेकिन फिर थोड़ी देर बाद उसे भी मज़ा आने लगा और उसकी सिसकियां आहों में बदल गईं. अब वह मदमस्त होकर और तेजी से चोदने के लिए कहने लगी.

करीब 12 मिनट की चुदाई के बाद अब मैं झड़ने वाला था तो मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी. थोड़ी देर बाद जब मैं अपनी चरम सीमा पर पहुंचा तो मैंने अपना लंड बाहर निकाला और उसके मुंह में दे दिया. वो फिर से मेरा लंड चूसने लगी. उसके मुंह की गर्मी पाकर अगले ही पल मेरे लंड ने अपना पानी छोड़ दिया, जिसे वो सारा का सारा पी गई.

फिर हम दोनों उठे और अपने – अपने कपड़े ठीक करके तैयार हो गए. इसके बाद हमने बेंच सही किया और दीप्ति को गले लगा कर किस किया और बाहर आ गए. थोड़ी देर बाद एक – दो, एक – दो लड़के आने शुरू हो गए. फिर मैंने बाहर जाकर अपने उस दोस्त को थैंक्स कहा. उस दिन के बाद से मेरा जब भी मन करता मैं दीप्ति की चुदाई जरूर करता. अब तो मेरी उससे शादी भी होने वाली है. आप लोगों को मेरी यह कहानी कैसी लगी? मुझे मेल करके जरूर बताएं. मेरी मेल आईडी – [email protected]

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