मुझे बहुत पहले से समलैंगिक रिश्ते में दिलचस्पी थी लेकिनघर और समाज के डर की वजह से मैं किसी से कुछ कहता नहीं था. एक बार मेरे मौसेरे जो मुझसे एक साल बड़ा था ने मेरी वह इच्छा पूरी कर दी लेकिन कैसे ये कहानी में पढ़िए…
नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम राजदीप (बदला हुआ) है और मैं अभी 24 साल का हूं और अभी बी.कॉम के फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रहा हूं. दोस्तों, मुझे भरतनाट्यम में बहुत रुचि है और मैं उसकी ट्रेनिंग भी ले रहा हूं. दोस्तों, मेरी लम्बाई 6 फुट है और मेरी बॉडी भी ठीक ठाक है. कई सारे लोग मुझसे ये कह चुके हैं कि मैं किसी मॉडल की तरह लगता हूं. मैं यहां पर पहली बार अपनी कहानी लिख रहा हूं, इसमें अगर कोई गलती हो तो माफ करना.
अब सीधा अपनी कहानी पर आते हैं. बात तब की है, जब मैं बी.कॉम फर्स्ट ईयर में पढ़ रहा था. मेरी मौसी का लड़का भी मेरे साथ मेरे ही कॉलेज में पढ़ाई कर रहा था. एक खास बात यह कि वह रहता भी मेरे घर में ही था. उसका नाम सोनू था और वो मुझसे एक साल बड़ा है. दोस्तों, मेरी रुचि लड़को में थी, लेकिन मैंने कभी किसी से यह बात शेयर नहीं की थी.
उन दिनों मेरी पढ़ाई बहुत अच्छी चल रही थी परंतु सोनू पढ़ाई में थोड़ा वीक था. इसलिए कभी – कभार मैं उसे समझा भी दिया करता था और जब भी उसे कुछ समझ नहीं आता था तो वो बिना किसी संकोच के मुझसे पूछता भी था.
एक दिन हमारी स्कूल की छुट्टी थी तो मेरे मम्मी – डैडी मामा के यहां चले गए. उस टाइम घर में मैं और सोनू ही थे. अकेले होने की वजह से कुछ देर हमने टीवी देखा और फिर मस्ती करने लगे. मस्ती ही मस्ती में उसने मुझे चूम लिया. मुझे लगा कि उसने गलती से ऐसा किया है तो मैं कुछ नहीं बोला.
थोड़ी देर बाद फिर मैं पढ़ने बैठ गया. कुछ देर बाद वो मेरे पास आया और वह मुझे फिर से चूमने लगा. इस पर मैंने उसका विरोध किया कि ये गलत है तो उसने कहा कि कोई गलत बात नहीं है, सब ठीक है. तब मैं कुछ नहीं बोला, क्योंकि मेरे अंदर भी ये दबी हुई इच्छा तो थी है.
थोड़ी देर बाद उसने मेरे लिंग को अपने हाथों से छुआ तो मैं और भी ज्यादा उत्तेजित हो गया. अब मज़ा भी आ रहा था लेकिन फिर भी मैंने झूठ – मूठ का गुस्सा जाहिर करते हुए दोबारा उसका विरोध किया.
मेरे दोबारा विरोध करने पर वो सब कुछ बंद करके आगे वाले कमरे में चला गया. अब मैं तड़पने सा लगा. मुझे लगा मैंने ज्यादा कर दिया. फिर कुछ देर बाद जब मुझसे रहा नहीं गया तो मैं अपने कमरे से उठ उसके पास आगे वाले कमरे में चला गया और वहीं बैठ गया. मैं थोड़ा दुखी सा था और उससे माफी मांगने लगा. तब वो उठा और उसने मुझे अपनी और खींच कर मुझे चूमने लगा. अब मैं भी उसका साथ देने लगा.
करीब 10 मिनट के चुम्बन के बाद उसने मुझे मेरे कपड़े उतारने को बोला. इस पर मैंने मना कर दिया. लेकिन अब वह मानने के मूड में नहीं था. उसने जबर्दस्ती मेरे कपड़े उतारे दिए. कुछ ही पल मैं मेरे कजिन के सामने नंगा खड़ा था.
मुझे नंगा करने के बाद फिर उसने भी अपने कपड़े उतार दिये. हम दोनों नंगे एक – दूसरे को देख रहे थे. मुझे शर्म सी आ रही थी. तभी वो मेरे पास आया और मुझे गोदी में उठा कर बाथरूम में ले गया.
वहां हम दोनों ने साथ में शॉवर लिया और फिर थोड़ी देर बाद बाहर आ गए. इसके बाद उसने मुझे वापस गोदी में उठाया और बेडरूम ले जाकर बेड पर पटक दिया. फिर उसने मुझे दोबारा से चूमना शुरू कर दिया.
उसके चुम्बन से मुझे बहुत मज़ा आ रहा था मैं लगातार ‘आह आह ऊह ऊह’ की आवाज़ें निकालने लगा था. फिर कुछ देर के बाद वो रुक गया. इसके बाद उसने मुझे इशारे से अपना लंड दिखाया और साथ में कुछ और इशारा किया. जिसे मैं समझ नहीं पाया तो फिर उसने मेरे कान के पास आकर कहा – राजदीप, प्लीज इसको ज़रा गीला कर दो. तब मुझे समझ में आया कि वो मुझसे उसका लंड चूसने को कह रहा है.
मैंने ऐसा करने से मना कर लिया. अब वह मुझे मनाने लगा. फिर थोड़ी ना-नुकुर के बाद मैं मान गया और उसका लंड पकड़ कर देखने लगा. उसका लंड करीब 5 इंच का था. फिर मैंने उसको एक किस किया और उसके लंड की चमड़ी को पीछे करके देखने लगा.
तभी उसने मेरा सिर पकड़ कर मेरा मुंह अपने लंड पर रख दिया और हल्का सा दबाव बनाया. मेरा मुंह अपने आप खुल गया. अब उसका लंड अब मेरे मुंह में था. उसका टेस्ट मुझे अच्छा नहीं लग रहा था, फिर भी मैंने उसे चूसना चालू ही रखा.
करीब 5 मिनट के बाद ही उसने मुझे खड़ा होने को कहा. मैं खड़ा हो गया और वो बैठ गया. फिर उसने मेरा 6 इंच का लंड हाथ में लेकर देखा और बोला – साले, ये तो बहुत बड़ा है. इतना कहने के बाद फिर उसने मेरे लंड को अपने मुंह में ले लिया और चूसने लगा.
दोस्तों, पहली बार किसी ने मेरा लंड चूसा था. क्या एहसास था! मुझे तो ऐसा लग रहा था जैसे जन्नत में पहुंच गया. उसने करीब 2-3 मिनट तक लंड चूसा. फिर वो उठ गया और बोला कि अब मुझे असली जन्नत दिखता हूं.
इतना कहने के बाद फिर वो किचन में जा कर तेल की बोतल ले आया और मुझे बेड पर उल्टा लेटने को कहा. मैं उसके कहे अनुसार लेट गया. फिर उसने बहुत सारा तेल मेरी मस्त गांड पर लगाया और उससे भी ज्यादा अपने लंड पर.
फिर वो मेरी गांड के छेद को देख कर उसमें फिंगरिंग करने लगा. मैं पहली बार गांड में लंड ले रहा था. मुझे बहुत दर्द हुआ पर उसने मेरी एक न सुनी. फिर उसने अपना लंड का सुपाड़ा मेरी गांड के छेद पर रखा और धक्के देने लगा. एक – दो झटके में ही उसका आधा लंड मेरी गांड में चला गया. मुझे बहुत तेज दर्द हो रहा था इसलिए मैंने उससे कहा कि भाई रहने दो, दर्द हो रहा है.
मेरे इतना कहने पर उसने लंड बाहर निकाल लिया और फिर मुझे किस करने लगा. थोड़ी देर बाद मेरा दर्द कम हुआ और मैं बराबर रेस्पॉन्स करने लगा तो वो फिर उठा और मेरी गांड की ओर बढ़ चला. मैंने माना किया तो उसने कहा – प्लीज यार थोड़ा दर्द सह ले.
इस पर मैंने कहा – ठीक है भाई कर ले. फिर उसने सिर्फ एक ही झटके में अपना पूरा लंड मेरी गांड में घुसा गया. इस बार मुझे बहुत दर्द हुआ और एक चीख निकल गई. यह देख वह ऐसे ही रुक गया और करीब 5 मिनट तक हम ऐसे ही पड़े रहे.
इसके बाद फिर उसने धीरे – धीरे से झटके देने शुरू कर दिए. अब मुझे भी मज़ा आने लगा. कुछ देर बाद फिर उसने थोड़ी स्पीड बढ़ाई तो मैं भी अपनी गांड उचका – उचका के उसका साथ देने लगा.
करीब 10 मिनट बाद फिर उसने मुझे सीधा लेटने को कहा. मैं लेट गया. फिर उसने मेरे दोनों पैर अपने दोनों कंधों पर टिका दिए. इसके बाद फिर उसने अपना लंड मेरी गांड में घुसा दिया. इसके साथ ही उसने अपना एक हाथ मेरी कमर में डाला और एक हाथ से मेरे लंड को सहलाने लगा.
उसके ये सब करने से अब मुझे भी मज़ा आने लगा था. करीब 20 मिनट तक वो मेरी गांड मारता रहा. इसके बाद फिर वो मेरी गांड में ही झड़ गया.
फिर उसने मेरे लंड को हिला – हिला कर उसका भी पानी निकाल दिया. उस दिन हमने 3 बार गांड चुदाई की. तब से सोनू हर रात मेरी गांड चुदाई करता है.
आप लोगों को मेरी यह कहानी कैसी लगी? आप अपने सुझाव और कमेंट मुझे मेरे ईमेल [email protected] पर भेज सकते हैं.