प्रिया मेरी दोस्त काफी समय से रह चुकी थी और अब हम दोनों एक दूसरे से काफी बाते भी कारण लग गए थे। बचपन से ही हम लोग साथ में रहते थे जिससे हम एक दूसरे के बारे में सब कुछ जानते थे।
प्रिया और मै अब काफी बड़े भी हो गए थे और प्रिया दिन पर दिन और भी ज्यादा सुन्दर होती जा रही थी। प्रिया के बूब्स उसकी टीशर्ट से ऊपर आते दीखते थे जिसकी वजह से कई बार मेरे मन में उसकी चुदाई के ख्याल आना शुरू हो जाते थे।
प्रिया भी मुझ से काफी मजाक करती थी इसलिए वह मुझे बोलती रहती थी की हम दोनों को एक दूसरे से शादी कर लेनी चाहिए। अब प्रिय को देख मेरा लंड भी खड़ा होना शुरू हो गया गया और प्रिया जब भी मेरे करीब आती थी मेरी हवस बढ़ने लगती थी।
प्रिया मुझसे अब उसकी भावनाओ के बारे में भी बाते करने लगी थी और वह मुझे बताती रहती तह की उसे कई बार कैसे किसी लड़के को देखकर अच्छा सा लगने लगता है और उसे चूमने को भी दिल करता है।
मेने प्रिया से बोला की किसी और को चूमने से अच्छा वह मुझे ही चुम ले और अपनी हवस को पूरा कर ले। अब यह बात को काफी दिन बेट गए पर क्कुह दिन बाद अब प्रिया ने मुझसे मिलने के लिए बुलाया और कहा की उसे मुझसे बाते करनी है।
मिलने के बाद प्रिया ने मुझसे कहा की उसे मेरे प्रति भावनाये आने लगी है और वह मुझे अब चूमना चाहती है। मुझे यह अजीब सा लगा पर मेने प्रिया से इस बारे में कुछ भी नहीं बोला।
अब अगले दिन प्रिया ने मुझसे उसके घर बुलाया और कहा की उसे आज मुझे चूमने का काफी दिल कर रहा है। मेरा दिल भी उसकी चुदाई का था इसलिए मेने एक पैकेट कंडोम का अपने साथ ले लिआ।
प्रिया के घर जाकर मेने देखा की उसके घर पर कोई भी नहीं था और उसे आज मेरे ऊपर बहुत प्यार भी आ रहा था। अब ने मुझे उसके बिस्तर पर बैठने को बोल दिआ हम लोग बाते करने लगे।
प्रिया ने मुझे कहा की उसे मुझे गले लगाना है जिसके लिए मै खड़ा हो जायु। अब प्रिया ने मुझे अगले ही पल अपनी बाहो में ले लिआ और जोर से मेरा बदन दबाने लगी। प्रिया की हवस मुझे मेहसूस हो रही थी इसलिए मेने भी उसे अपनी बाहो में ले लिआ।
अब प्रिया ने मेरे होठो पर अपने होठ रख दिए और उन्हें प्यार से चूसना शुरू कर दिआ। धीरे धीरे मेरा लंड भी खड़ा हो ही गया और अब मेने प्रिया के होठो को चूसना चालू कर दिआ।
इससे पहले की मै प्रिया के साथ कुछ और करता उसने मेरे लंड पर हाथ रख दिआ और उसे जोर जोर से हाथो से हिलाना शुरू कर दिआ। अब प्रिय ने मेरे बदन से मेरी टीशर्ट निकाल दी और मुझे बिस्तर पर लिटा दिआ।
प्रिया ने अब मेरे जिसम को चूमते हुए मेरे लंड को पेंट से बाहर निकला और मुह्ह में लेकर चूसने लगी। मेरा लंड बहुत ही ज्यादा अब सख्त हो गया जिसे प्रिया जोर जोर से चूसे जा रही थी।
अब प्रिया ने धीरे धीरे करते हुए अपने कपडे भी खोलना शुरू कर दिये और प्रिय ऊपर से नंगी हो गयी। अब मेने प्रिया को प्यार करना शुरू कर दिआ और प्रिय के बॉब्स के निप्पलों को चूसते हुए उसके सारे कपडे खोल दिए।
प्रिया और मै दोनों ही बिस्तर पर नंगे पड़े एक दूसरे के बदन को चुम रहे थे और अब मेरा लंड प्रिया की चुत में जाने को भी तैयार था। मेने अब प्रिया की दोनों टाँगे खोल दी और प्रिया की चुत में उगली फिराना शुरू कर दिआ।
प्रिया की चुत गीली पाकर मेने अपना लंड उसकी चुत में एक कंडोम के साथ घुसाना शुरू कर दिआ। प्रिया को हल्का सा दर्द हुआ पर अब प्रिया की चुत में मेरा लंड चला गए और मेने प्रिया की चुत मरना शुरू कर दिआ।
प्रिया की चुदाई मेने जोर जोर से करना शुरू कर दी जिससे प्रिया किसी और ही दुनिआ में खो सी गयी। प्रिया को बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा था और मेरा भी लंड उसकी चुदाई की प्यास को भुजा चूका था।
अब मेरे लंड से भी आवाज आने ही लगी थी और तभी मेरे लंड से सारा वीर्य निकल गया। यह दिन हम दोनों को ही यादगार बन गया और अब भी मै और प्रिया चुदाई का मजा बड़े अच्छे से लेते है।