एक बार रास्ते में मुझे एक आंटी जाती दिखीं. मैंने उनका पीछा किया. वे एक सुनसान जगह में जाकर किसी पराए मर्द का लंड चूसने लगीं. यह देख मैंने उन्हें चोदने का प्लान बनाया और उसमें सफल भी हुआ…
हाय दोस्तों, मेरा नाम आर्यन है और मैं मुंबई में रहता हूँ. यहां मुझे आये एक महीना ही हुआ है. मैं यहां पर एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता हूँ. मेरा ऑफिस अंधेरी के पास है औए मैं पनवेल में रहता हूँ.
दोस्तों, मेरे लंड का साइज बहुत ज्यादा बड़ा नहीं है और न मैं झूठ बोलूंगा क्योंकि झूठ बोलने से वो बड़ा नहीं हो जाएगा. लेकिन जितना है किसी भी लड़की की जरूरत को पूरी कर सकता है. मेरा कलर काफी गोरा है और लम्बाई 5 फुट 8 इंच है. मैं स्लिम बॉडी का लड़का हूँ. मुझे बड़ी गांड और बड़ी चूचियों वाली लड़की बहुत पसंद हैं.
अब सीधा अपनी कहानी पर आते हैं. बात करीब 15 दिन पहले की है. उस दिन मेरे ऑफिस की छुट्टी थी. इसलिए मैं ऐसे ही पनवेल स्टेशन की तरफ घूमने निकल गया.
दोस्तों, यहां पर मैंने एक रूम किराए पर ले रखा है और मेरे साथ मेरा एक दोस्त भी रहता है. लेकिन उस दिन वो नहीं था. उसके न होने की वजह से रूम से निकले से पहले मैंने ब्लू फ़िल्म देखी और मुठ मारी थी. मैं रास्ते में ऐसे ही चल रहा था. तभी मुझे एक बड़ी गांड वाली मस्त आंटी जाती हुई दिखाई दी. उसे देखते ही मैं आकर्षित हुआ और उसके पीछे चलने लगा.
चलते – चलते हम करीब 1 किलोमीटर तक गए. फिर वो एक सुनसान सड़क की तरफ चलने लगी. उसे उधर जाता देख पहले तो मैं ठिठका लेकिन फिर हिम्मत की और उसके पीछे चलने लगा. थोड़ा आगे जाने पर मैंने देखा कि एक आदमी उसका वेट कर रहा था.
वहां उन दोनों के अलावा और कोई नहीं था. चूंकि मैं उस औरत से काफी पीछे चल रहा था इसलिए उन्हें मिलता देख मैं छिप गया और दूर से ही दोनों को देखने लगा. पहले वे दोनों बात कर रहे थे. थोड़ी देर बाद उस आदमी ने आंटी को अपनी ओर खींचा और उसके होंठों से अपने होंठ को चिपका दिया.
करीब 5 मिनट तक ये चलता रहा. फिर दोनों अलग हो गए. इसके बाद आंटी ने पैंट के ऊपर से ही आदमी का लंड पकड़ लिया और मसलने लगी. इस पर उस आदमी ने अपनी पैंट को खोल दिया. पैंट खुलते ही आंटी अपने घुटनों के बल पर बैठ गई और लंड को बाहर निकाल कर मुंह में ले लिया. अब वो मस्ती में लंड चूस रही थी. मैं दूर छिपा ये सब देख रहा था.
इसी बीच आंटी का फोन बजा. उसने लंड चूसना बंद करके फ़ोन उठाया और बात करने लगी. बात करने के बाद उसने अपने कपड़े सही किये और वहां से जाने लगीं. वो आदमी भी जिधर से आया था उधर ही लौट गया. मैं फिर से उसका पीछा करने लगा.
कुछ दूर चलने के बाद मैं आंटी के सामने आ गया और उसे रोक लिया. रोकने के बाद जो कुछ मैंने देखा था वो बताने लगा. इसके बाद मैंने धमकी देते हुए कहा कि मैं भी आपके साथ आपके घर चलता हूँ और वहां आपके पति से सब कुछ बताऊंगा. मेरी बात सुन कर वो डर गईं और बोलीं – बताओ तुम्हें क्या चाहिए? कितने पैसे चाहिए?
उनकी ये बात सुन कर मैं खुश हो गया. मैंने कहा मुझे पैसे नहीं चाहिए. इस पर उन्होंने कहा कि फिर क्या चाहिए? मैंने कहा कि जो आपके पास है. दोस्तों, उनका फिगर 34 30 36 का था. मेरी बात वो समझ गईं और बोलीं कि जब मेरे पति घर पर न हों तो आ जाना.
मैंने कहा कि मैं आपका घर कैसे खोजूंगा? इसके बाद उन्होंने मुझे अपना नम्बर दिया. तब मैंने तुरंत ही उनका नंबर डायल करके चेक कर लिया. इसके बाद मैंने उन्हें बाय बोला और जाने दिया. जब वो थोड़ा आगे निकल गईं तो मैं फिर उनके पीछे – पीछे छिपते हुए उनके घर तक गया. जब वो घर के अंदर गईं और मुझे यकीन हो गया कि यही उनका घर है तो मैं वापस लौट आया.
दो दिन बाद दोपहर को मेरे नम्बर पर एक अनजान नम्बर से कॉल आई. ऑफिस में होने की वजह से मैं फ़ोन नहीं उठा पाया. लंच टाइम में मैंने फ़ोन किया तो उधर से एक औरत बोल रही थी. मैंने पूछा तो उन्होंने बताया कि मैं वही हूँ जिससे तुमने कुछ मांगा था. मैं समझ गया कि ये वही है.
इसके बाद हमने थोड़ी बात की और फिर उन्होंने बताया कि आज वो घर पर अकेली हैं. उनके पति घर पर नहीं हैं. अगर मेरी इच्छा हो तो इस मौके को भुना सकता हूँ और उनकी चुदाई कर सकता हूँ. यह सुनते ही मैं उछल पड़ा और उनसे कहा कि पता भेजिए आता हूँ. फिर उन्होंने पता भेज दिया. ये पता एक दम सही था.
फिर मैं अपने बॉस के पास गया और बोला कि मुझे कुछ जरूरी काम से बाहर जाना है, इसलिए छुट्टी चाहिए. उन्होंने छुट्टी दे दी. इसके बाद मैं ऑफिस से निकला और सीधा उनके घर पहुंचा. वहां पहुंच कर मैंने बेल बजाई और आंटी ने दरवाजा खोला.
उस समय वे गाउन में थीं. उनकी गाउन शार्ट स्लीवलेस थी. इस वजह से उनकी टांगें दिख रही थीं. बस फिर क्या था! उन्होंने अंदर से दरवाजा बंद किया और देखते ही देखते मैं उनके ऊपर टूट पड़ा.
अब आंटी भी मेरा साथ देने लगी थीं. थोड़ी देर तक किस करने के बाद मैंने उनका गाउन उतार दिया. अब वो मेरे सामने एक दम नंगी हो गई थीं क्योंकि अंदर उन्होंने कुछ भी नहीं पहना था. ये सब देखने और करने की वजह से मेरा लंड भी तन्ना गया था और पैंट के अंदर ही उसे फाड़ने पर उतारू था.
मेरे लंड को खड़ा देख कर आंटी से रहा न गया और उन्होंने उसे अपने हाथ में लेकर हिलाना शुरू कर दिया. थोड़ी देर बाद फिर मैंने उनसे बेड रूम में चलने को कहा. उन्होंने हां में सिर हिलाया. फिर हम दोनों बेड रूम में आ गए.
बेड रूम में आते ही हम 69 की पोजीशन में आ गए. अब वे मेरे लंड को मुंह में ले लेकर चूस रही थीं और मैं उल्टा होकर उनकी चूत चाटने लगा. ये खेल करीब 15 मिनट तक चलता रहा. फिर हम दोनों ही झड़ गए.
इसके बाद मैंने आंटी को सीधा लिटाया और उनके ऊपर बैठ कर उनके दूध को दबाने लगा. ऐसा करते – करते मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया. तब मैंने आंटी से कहा कि अब मुझे चुदाई करनी है. तब आंटी ने कहा कि ठीक है आ जा.
फिर मैंने उन्हें उल्टा किया और घोड़ी बना दिया. इससे उनकी चूत पीछे की तरफ उभर आई. फिर मैंने उनकी चूत पर अपना लंड टिका दिया. इसके बाद मैंने हल्का सा दबाव डाला तो मेरा पूरा लंड अंदर घुस गया. उन्हें अंदर लेने में तनिक भी दिक्कत नहीं हुई. फिर मैं तेजी से धक्के लगाने लगा.
करीब 20 मिनट की धकापेल चुदाई के बाद आंटी झड़ गईं. लेकिन अभी मेरा नहीं हुआ था. तब मैंने उन्हें सीधा किया और उनकी टांगों को ऊपर करके चूत में लंड पेल दिया. अब मैं फिर से धक्के देने लगा. करीब 10 मिनट की और चुदाई के बाद आंटी फिर से झड़ गईं.
अब मैं भी झड़ने वाला था तो मैंने लंड बाहर निकाल लिया. इसके बाद मैंने लंड को आंटी के मुंह में दे दिया. आंटी मज़े से लंड चूसने लगीं. थोड़ी देर में मैंने भी पानी छोड़ दिया. जिसे पूरा का पूरा आंटी पी गईं. उस दिन मैंने 3 बार आंटी की चुदाई की. मुझे बहुत मज़ा आया. आंटी भीमेरी दीवानी हो गईं. बाद में भी उन्होंने मुझे चुदाई के लिए बुलाया.
अपको मेरी कहानी कैसी लगी? मुझे मेल करके जरूर बताएं. मेरी मेल आईडी – [email protected]