दोस्त की बहन से प्यार, फोन सेक्स और चुदाई भाग – 2

मेरे कॉलेज में मेरे दोस्त की बहन भी पढ़ती थी. मैंने उसे पटा लिया. हमारे बीच बहुत दिनों तक प्यार मोहब्बत की बातें हुईं. फिर किस तरह हम चुदाई की तरफ गए और ये सब कैसे किया, ये आपको इस कहानी में जानने को मिलेगा…

इस कहानी पा पिछला भाग – दोस्त की बहन से प्यार, फोन सेक्स और चुदाई भाग – 1

नमस्कार दोस्तों, कहानी के पिछले भाग में अभी तक आप लोगों ने पढ़ा कि किस तरह मैंने अपने दोस्त की बहन की बहन से प्यार का इज़हार किया और उसने मेरा प्यार एक्सेप्ट किया. इस दौरान हमने ऊपरी तौर पर सेक्स का आनंद लिया लेकिन फिर हमारे बीच दूरी बन गई. करीब साल भर बाद एक दिन अचानक उसका कॉल आया और फिर से हमारा प्यार परवान चढ़ने लगा. हम फ़ोन सेक्स करने लगे और चुदाई का मौका तलाशने लगे. ये मौका हमें कैसे मिला ये सब आप कहानी के इस भाग में जानेंगे.

ऐसे ही फ़ोन सेक्स करते – करते काफी टाइम बीत गया. एक दिन उसने मुझे फ़ोन करके बताया कि उसके घर वाले कहीं बाहर जा रहे हैं. घर पर उसके अलावा केवल उसकी दादी ही रहेंगी. यह जानने के बाद मैंने उससे मिलने और सेक्स करने का प्लान बनाया.

अगले दिन उसके घर के बाकी सभी सदस्य चले गए. रात हुई. खाना खाने के बाद उसने मुझे फ़ोन किया और कहा कि थोड़ा वेट करो दादी को खिला कर लिटा दिया है, जब वो सो जाएंगी तो मैं फिर तुम्हें फ़ोन करूंगी. करीब आधे घण्टे बाद दोबारा उसका फ़ोन आया और उसने मुझे बताया कि दादी सो गई हैं आ जाओ.

फिर मैं चुपके से अपने घर से निकल गया. उसने अपने घर का दरवाजा खोल रखा था. मैं सीधा गया और धीरे से दरवाजा धकेल कर अंदर घुस गया और गेट लॉक कर लिया.

अंदर जाने पर जैसे ही वह मुझे दिखी मैंने उसको पकड़ लिया और किस करने लगा. वह भी मुझे पकड़ के मेरे होंठों को काटने और चूसने लगी. थोड़ी देर बाद उसने मेरे मुंह में अपनी जीभ डाल दी और मैं उसकी जीभ चूसने लगा. बहुत मज़ा आ रहा था. हम करीब 10 मिनट तक वहीं उसके ड्राइंग रूम में ही किस करते रहे.

इसके बाद वह मुझे लेकर अपने बेडरूम गई. चूंकि हम अपनी पहली चुदाई के लिए बहुत उतावले हो रहे थे तो किस करने के बाद मैंने झट से एक – एक करके उसके ऊपर के सारे कपड़े उतार दिए. अब वह मेरे सामने सिर्फ ब्रा और पैंटी में खड़ी थी. उसने ब्लैक कलर की ब्रा और पैंटी पहन रखी थी. जो उसके गोरे बदन पर खूब फब रही थी. उसको इस रूप में देख कर मैं बेकाबू हो गया और उस पर टूट पड़ा.

मैं उसे किस करने लगा और ब्रा के ऊपर से ही उसके मम्मे दबाने लगा. तभी अचानक मेरे दिमाग में आया कि जब मैं ब्रा खोल कर उसके मम्मों को नंगा कर सकता हूं तो फिर क्यों कपड़ों के ऊपर से दबा रहा हूं. यह खयाल आते ही मैंने झट से उसकी ब्रा को खींच कर फाड़ दिया. अब तक उस पर सेक्स इतना हावी हो चुका था कि उसे पता ही नहीं चला. फिर इसके बाद मैंने स्वीटी को गोद में उठाया और उसकी पैंटी खींच कर उतार दी.

अब वह मेरे सामने बिल्कुल नंगी खड़ी थी. लेकिन मेरे बदन पर सारे कपड़े थे. फिर जब उसके होंठ मेरे होंठों से अलग हुए तो हमारी हालात देख कर वो बोली कि तुम भी तो अपने कपड़े उतारो न. तब मैंने कहा कि तुम्हीं उतार दो. फिर उसने भी झट से एक – एक करके मेरे सारे कपड़े उतार दिए.

अब दोनों जन्मजात नंगे खड़े थे. एक – दूसरे को नंगा देख कर हम दोनों का अपने ऊपर से कंट्रोल खत्म हो गया. फिर मैंने उसे बेड पर लिटा दिया और तुरन्त ही उसके ऊपर चढ़ गया. मेरा लंड अपने पूरे शवाब पर था और उसकी चूत भी पानी छोड़ रही थी.

अब मैंने अपना एक हाथ उसके मम्मों पर रखा और एक से लंड को उसकी चूत के छेद पर सेट किया. फिर मैंने उसके मम्मे दबाते हुए एक जोरदार धक्का मारा और मेरा लंड उसकी चूत के छोटे से छेद को चौड़ा करता हुआ आधा अंदर घुस गया. चूंकि यह उसका और मेरा दोनों का पहली बार था इसलिए हमें तेज़ दर्द हुआ लेकिन हमने अपने दांत भींच कर दर्द को सह लिया. क्योंकि जरा भी आवाज होने पर उसकी दादी जाग सकती थीं.

फिर जब दर्द थोड़ा कम हुआ तो मैंने धक्के लगाने शुरू कर दिए. अब मेरा पूरा लंड उसकी चूत के अंदर था और मैं लगातार धक्के मार रहा था. बहुत मज़ा आ रहा था. बीच – बीच में मैं उसके मम्मों को भी दबाता और किस करता जा रहा था. करीब 7 मिनट की जबरदस्त चुदाई के बाद मैंने उसकी चूत में ही अपना पानी छोड़ दिया. अब तक वह भी 2 बार झड़ चुकी थी.

इसके बाद मैं उसके ऊपर ही लेट गया. अब मुझे भी थोड़ा – थोड़ा दर्द का एहसास होने लगा था क्योंकि मेरे लंड के ऊपर की चमड़ी छिल गई थी और उसे भी दर्द हो गया था, साथ ही सील टूटने की वजह से उसकी चूत से हल्का – हल्का खून भी निकल रहा था. लेकिन हमें मज़ा बहुत आया था. ऐसा लग रहा था जो खुशी हमें मिली है उसके आगे ये दर्द कुछ भी नहीं है.

फिर उस रात हमने शादी की. मैंने उसको उसकी मम्मी का मंगलसूत्र पहना और मांग भर कर अपना बनाया. इसके बाद उसने मुझसे वादा किया कि अब मैं तुम्हारी हूं. तुम जब भी जो भी चाहो मेरे साथ वो कर सकते हो. दोस्तों, उस रात मैंने उसको 3 बार चोदा और सुबह 4 बजे अपने घर वापस आ गया.

फिर सुबह मैंने उसको कॉल किया और पूछा कि रात में जो कुछ भी हुआ वो कैसा लगा? इस पर वो बोली कि बहुत मज़ा आया, इतना ज्यादा आनंद तो मुझे आज तक कभी नहीं मिला, आई लव यू जय. तब मैंने भी उसे ‘आई लव यू टू’ कहा. तब उसने कहा कि जानू आज भी घर में कोई नहीं होगा तो ऐसा करना रात में जब मैं बताऊंगी तो तुम फिर आ जाना और हम आज भी कल जैसे ही मज़े करेंगे. मैंने कहा ठीक है स्वीटी मेरी जान, आज अगर मैंने तेरी चूत न फाड़ दी तब कहना.

मेरा जवाब सुन कर वह हंसने लगी और फिर फ़ोन रख दिया. अब मैं फिर से रात होने का इंतज़ार करने लगा. फिर उस रात भी हमने जम कर चुदाई की. लेकिन वो कहानी और आगे की घटनाएं मैं फिर कभी आप लोगों को बताऊंगा. तब तक के लिए नमस्कार. और हां कहानी कैसी लगी? मेल करके बताना मत भूलना. मेरी मेल आईडी – [email protected]

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