उधर होटल में प्रवीण ने भी हिना की चुदाई करते हुए बार – बार रीमा का नाम लिया. उसे रीमा के मम्मे बहुत ही अच्छे लगे थे. आज उसने हिना की चूत और गांड दोनों मारीं. हिना ने भी प्रवीण से कह दिया कि तुम मेरी तो गांड रोज ही मारते हो और एक रवि है उसने रीमा की गांड एक बार भी नहीं मारी…
इस कहानी का पिछला भाग –
दोस्ती में रेलम पेल भाग – 1
दोस्ती में रेलम पेल भाग – 2
अभी तक अपने पढ़ा कि प्रवीण अमेरिका से आ गया है और रवि और रीमा ने प्रवीण और हिना से बिना किसी शर्म के खुल कर सेक्स भारी बातें कर रहे हैं. अब आगे –
उनके जाते ही रवि ने रीमा की फ्रॉक उतार दी और उसकी ब्रा और पैंटी को हवा में उड़ा दिया. रीमा कहती रह गयी कि ठहरो, मुझे मेज तो उठाने दो, पर तब तक तो रवि उसे गोदी में उठा कर बेड पर पटक चुका था और झट से उसने अपना मुंह सीधे उसकी चूत में घुसा दिया था. आज रीमा की चूत पूरी गीली थी और शायद वो उत्तेजित भी हो चुकी थी क्योंकि रीमा ने भी अब पूरे जोर – शोर से चुदाई में रवि का साथ देना शुरू कर दिया था.
रीमा ने पहले तो रवि के लंड को लॉलीपॉप बना कर चूसा और फिर चढ़ गयी उसके ऊपर और जोर – जोर से आवाजें करते हुए आज उसने रवि को पूरा निचोड़ दिया. सच में आज उसके दिमाग में प्रवीण का लंड ही था.
उधर होटल में प्रवीण ने भी हिना की चुदाई करते हुए बार – बार रीमा का नाम लिया. उसे रीमा के मम्मे बहुत ही अच्छे लगे थे. आज उसने हिना की चूत और गांड दोनों मारीं. हिना ने भी प्रवीण से कह दिया कि तुम मेरी तो गांड रोज ही मारते हो और एक रवि है उसने रीमा की गांड एक बार भी नहीं मारी.
प्रवीण हंसते हुए हिना से बोला – तुम रीमा से पूछ लेना अगर उसे गांड मरवानी हो तो मैं मार दूंगा.
अगले दो दिन ऐसे ही काम में निकल गए. तीसरे दिन प्रवीण को फ्लैट मिल गया था तो वो उसमें शिफ्ट हो गया. अगले दिन शनिवार था. उसके पास रवि का फोन आ गया कि वो और हिना उनके घर आ जाएँ और रात को वहीं पर रुकें.
शनिवार की शाम को ही प्रवीण और हिना रवि के घर पहुँच गए. दिन में ही रीमा ने हिना को बता दिया था कि रात को क्लब जायेंगे. इसलिए वे दोनों वैसे ही कपड़े पहन कर आये थे. आज रीमा और हिना दोनों ने ही स्कर्ट और टॉप डाला हुआ था. प्रवीण और रवि जीन्स और टीशर्ट में थे.
क्लब में घुसते ही हिना को मजा आ गया. उसे इंडिया में इतने मस्त माहौल की उम्मीद नहीं थी. ड्रिंक्स और सिगरेट का धुंआ, मस्ती का आलम और बेशर्मी की पराकाष्ठा, यही सब तो होता है ऐसी जगहों में. प्रवीण, रीमा को लेकर डांस कर रहा था. हिना और रवि बैठे ड्रिंक्स ले रहे थे. चूंकि हिना को डांस का शौक नहीं था.
रीमा को प्रवीण ने खुद से एक दम चिपका कर रखा था. रीमा के मम्मे उसकी छाती से दबे हुए थे. प्रवीण के हाथ रीमा की बेकलेस ड्रेस पर फिसल रहे थे. रीमा ने भी अपना सर उसके कन्धों पर टिका लिया था. प्रवीण ने मौके का फायदा उठाते हुए एक बार तो उसके होठों पर चूम भी लिया था. तभी हिना ने देखा कि रीमा ने अपनी चूत का दवाब प्रवीण के लंड पर भी बना दिया है. तभी उसने अपनी जांघों पर रवि के हाथ को महसूस किया. वो समझ गयी कि रवि ने उसकी बेचैनी समझ ली है और वो उसका ध्यान उधर से हटाना चाहता है.
वो मुस्कुरा कर रवि की ओर घूम गयी. दोनों के हाथ में गिलास थे. अब रवि हिना के और नजदीक खिसक आया था. उसने अपने जाम को हिना के होठों से लगा दिया. हिना ने भी अपना पैर रवि के पैरों के बीच में घुसा कर आपसी नजदीकी को और बढ़ा लिया था और फिर उसने भी अपना जाम रवि के होठों से लगा दिया.
फिर हिना थोड़ा आगे को झुकी और रवि को होठों से चूम लिया. रवि का हाथ अभी भी उसकी जांघों पर ही फिसल रहा था और अब वो धीरे – धीरे अपना हाथ ऊपर की ओर बढ़ा रहा था. तभी हिना ने उसके हाथ को प्यार से रोक दिया. आखिर ये क्लब था और उसे मालूम था कि अगर वो रवि के हाथ को न रोकती तो अगले 1-2 मिनट में वो उसकी चूत तक पहुँच जाता.
हालांकि उसकी इस हरकत से हिना की चूत में सरसराहट होन लगी थी. इससे पहले वो और नजदीक आते, हिना ने प्रवीण और रीमा को आते देखा. उसने अपने आप को अहिस्ते से संभाला और हंसते हुए खड़ी हुई और प्रवीण को एक जोरदार किस दिया.
फिर प्रवीण और रीमा ने अपने ड्रिंक्स के गिलास उठा लिए और धीरे – धीरे पीने लगे, पर अब चारों ही चुदासे हो रहे थे. इसलिए 12 बजते – बजते घर वापस आ गए. भूख तो लगी थी पर ये भूख चुदाई की थी. तभी रवि ने कहा – चलो पूल में बैठ कर ड्रिंक लेंगे.
रीमा ने फटाफट कुछ स्नैक्स पूल के पास लगा दिये और बार टेबल खोल दी. चारों पूल के पास इकठ्ठे हुए. पहले रवि और प्रवीण ने वाशरूम में जाकर कपड़े बदल कर लोअर पहन लिया और फिर हिना को लेकर रीमा अपने बेड रूम में चली गयी जहाँ से दोनों ने टू पीस बिकनी पहना और वापस आ गईं. दोनों के ही मम्मे बाहर झाँक रहे थे.
फिर चारों पूल में घुस गए. सभी की गिलास और स्नैक्स उनके पास रखे थे. रवि ने हंसते हुए प्रवीण से कहा – साले, तेरा लंड तो हर समय खड़ा ही रहता है.
वाकई उस समय प्रवीण का लंड एक दम ताना हुआ था. तभी हिना बोली – ये सब रीमा की मेहरबानी है. उसने ही अपनी चूत को इससे इतना भिड़ा दिया कि प्रवीण के लंड को तो देख लर मुझे तो लगा कि वो ब्लास्ट ही कर देगा.
तभी रीमा बोल पड़ी – मैंने भिड़ा दी थी कि प्रवीण बार – बार मुझे चिपटाए जा रहा था.
तभी रवि बोला – हाँ, मैंने भी देखा था, प्रवीण ने बेचारी के मम्मे भी इतना दबा दिया कि आज मुझे अच्छे से चूसना होगा तब जाकर उनको आराम मिलेगा.
अब हिना भी कहाँ पीछे रहने वाली थी, बोली पड़ी – चलो अच्छा इसमें क्या, चूस तो मैं ही देती हूँ.
यह कह कर वो रीमा की ओर बढ़ चली और उसकी ब्रा से उसके कबूतरों को बाहर निकाल लिया और अपने मुंह में लेकर चूसने लगी.
अब रवि भी प्रवीण से बोला – जरा दिखा तो तेरा लंड अब और कितना मोटा हो गया.
प्रवीण जल्दी से बाहर आकर लाइट बंद कर दिया. अब बाथरूम में आने वाली रोशनी बहुत हल्की हो गयी थी. लाइट बन्द करके वो वापस पूल में आया तो रीमा बोली – प्रवीण आज तो ये पूल तुम्हारे अमेरका वाले पूल जैसा हो गया है.
असल में उसने हिना की भी ब्रा उतार दी थी. अब रीमा और हिना दोनों ही बिना ब्रा के थीं. रीमा ने नीचे डाइव मारी और रवि के पास पहुँच गयी. रवि ने अपने होंठ उसके होंठों से मिला दिया. इधर हिना और प्रवीण भी चिपक गये. फिर रीमा ने रवि का लोअर नीचे कर के उतार दिया और पीछे से हिना ने प्रवीण का लोअर भी खींच कर उतार दिया और फिर दोनों ने अपनी बिकनी भी उतार दी.
अब तो चारों ही नंगे हो गए थे. तभी रीमा ने अपनी निगाह घुमाई तो देखा की हिना प्रवीण का लंड सहला रही है. प्रवीण का लंड वाकई काफी मोटा था. तभी रवि उचक कर पूल के बाहर टांगें लटका कर बैठ गया. रीमा समझ गयी कि वो क्या चाहता है. फिर रीमा ने झट से रवि का लंड मुंह में ले लिया.
अब चुदाई के लिए पूरा माहौल गर्म हो चूका था. पर अभी तक किसी ने भी दूसरे के पार्टनर को छुआ नहीं था. ये हिम्मत रीमा ने की. उसने प्रवीण के पास जाकर उसके होठों से अपने होंठ मिला दिए और हिना को रवि की ओर धक्का दे दिया. रवि भी नीचे उतर आया और हिना से चिपट गया.
अब रीमा और प्रवीण दोनों बेताहशा चूमा – चाटी कर रहे थे. रीमा के हाथों में प्रवीण का लंड था और प्रवीण के हाथ रीमा के मम्मों को मसल रहे थे. और उधर हिना तो पानी के अंदर ही रवि का लम्बा लंड अपनी चूत में घुसाना चाह रही थी. उसने अपनी पूरी जीभ रवि के मुंह में घुसा रखी थी.
तभी रवि ने एक धक्के में अपना लंड हिना की चूत में किसी तरह घुसेड़ तो दिया पर पूल में जगह कम होने से धक्के नहीं लग पा रहे थे. इधर रीमा की चूत भी आग का गोला हो रही थी तो वो झटके के साथ से बाहर निकली और बोली – चलो हो गया, अब सब बाहर आ जाओ.
चारों ने पूल से बाहर निकल कर अपना बदन सुखाया और टॉवल लपेट कर अपने अपने बेड रूम की ओर चल दिए. रीमा ने प्रवीण और हिना के लिए गेस्ट रूम तैयार किया था. वो दोनों उसमें चले गए. रवि और रीमा अपने बेड रूम में चले गए.
दोस्तों मेरी यह कहानी आप लोगों को किसी लगी. मुझे मेल करके जरूर बताइयेगा – [email protected]