रवि को भी हिना के मम्मे देखने का मन हुआ तो वो भी टॉवल लपेट कर चल दिया. प्रवीण के कमरे के बाहर पहुंचते ही दोनों ठिठक गए. कमरे का किवाड़ भिड़ा हुआ था पर कमरा लॉक नहीं था और अंदर चुदाई जोरों पर थी. प्रवीण हिना को चोदते समय कह रहा था – आज तो रीमा के मम्मे दबा कर मजा आ गया और उसने भी मेरा लंड ऐसे सहलाया कि मन किया अंदर घुसा ही दूं…
इस कहानी का पिछला भाग –
दोस्ती में रेलम पेल भाग – 1
दोस्ती में रेलम पेल भाग – 2
दोस्ती में रेलम पेल भाग – 3
अभी तक आप लोगों ने पढ़ा कि रीमा, प्रवीण के साथ क्लब में डांस करते हुए कैसे चिपक रही थी और फिर घर वापस आ कर पूल में नहाने के दौरान रीमा ने कैसे प्रवीण के होंठों पर चूम कर शुरुआत की थी और रवि ने उस छोटे से पूल में ही कैसे हिना की चूत में अपना लम्बा लन्ड पेल दिया था. अब इसके आगे-
रवि तो बेडरूम में पहुंचते ही रीमा पर टूट पड़ा. उसने रीमा के मम्मे मुंह में ले लिए और चूसने लगा. तभी रीमा को अचानक से कुछ ध्यान आया तो वो बोली – एक बार प्रवीण के रूम में देख लो, उनके बेड पर ओढ़ने की चादर है या नहीं, मुझे ध्यान नहीं.
तो रवि बोला – अभी रुक जाओ, पहले चुदाई पूरी कर लें फिर देख लेंगे. पर रीमा की चूत तो आज प्रवीण का मोटा लंड खाना चाह रही थी.
इसलिए उसने रवि से कहा – नहीं, वो हमारे मेहमान हैं, एक बार चलो उनके रूम में हो आते हैं. तुम्हें भी हिना के मम्मे दोबारा देखने को मिल जायेंगे.
रवि को भी हिना के मम्मे देखने का मन हुआ तो वो भी टॉवल लपेट कर चल दिया. प्रवीण के कमरे के बाहर पहुंचते ही दोनों ठिठक गए. कमरे का किवाड़ भिड़ा हुआ था पर कमरा लॉक नहीं था और अंदर चुदाई जोरों पर थी. प्रवीण हिना को चोदते समय कह रहा था – आज तो रीमा के मम्मे दबा कर मजा आ गया और उसने भी मेरा लंड ऐसे सहलाया कि मन किया अंदर घुसा ही दूं.
फिर हिना बोली – मेरे को तो रवि ने तड़पा दिया, अंदर तो घुसेड़ दिया था पर बिना धक्के दिए ही बाहर कर दिया. चलो उनके रूम में चलते हैं, चारों मिल कर चुदाई करेंगे.
उनकी ये बात सुन कर रवि ने रीमा की तरफ मुस्कुराते हुए देखा फिर अपना और उसका टॉवल उतारते हुए कमरे में घुस गया. उन्हें अंदर देख कर हिना चौंकी और आश्चर्य से बोली – तुम लोग यहाँ!
रीमा बोली – अधूरा काम पूरा करने आये हैं.
और फिर रीमा सीधे प्रवीण की ओर लपकी और 69 की पोजीशन में आकर अपनी चूत उसके मुंह में दे दिया और प्रवीण का लंड अपने मुंह में ले लिया. रीमा लंड चूसने में तो पहले से ही उस्ताद थी. उसने प्रवीण के लंड को परेशान कर दिया. उधर रवि भी हिना की चूत में मुंह घुसा कर बैठ गया. हिना लेटी हुई थी और उसकी चूत पर रवि का मुंह था.
तभी हिना ने रीमा को अपनी ओर खींचा. रीमा उसके मुंह पर बैठ गयी अब रीमा की चूत के अंदर हिना की जीभ थी और रीमा के सामने अब प्रवीण खड़ा हो गया था तो उसका लंड रीमा चूस रही थी. प्रवीण रीमा के मम्मे मसल रहा था. इन सारी गतिविधियों के कारण कमरे में हर ओर वासना फैली हुई थी.
अब चारों अलग हुए और प्रवीण ने रीमा को लिटा कर उसकी चूत में अपना लंड घुसेड़ दिया. रीमा की तो चीख ही निकल गयी. लेकिन प्रवीण ने अपने होंठों को उसके होंठों से मिला कर उसकी चीख को रोक दिया था. अब प्रवीण ने उसके मम्मे को मसलना शुरू कर दिया और अपनी जीभ उसके मुंह में डाल दी. अब दोनों की जीभ आपस में टकरा रही थी.
उधर रवि भी हिना की टांगे पूरी ऊपर उठा कर अपना लंड पेलने जा रहा था. हिना भी पूरा रोमांचित थी कि इतना लम्बा लंड आज उसे चोदेगा. वो उसे उकसाती हुए बोली – एक ही बार में पूरा घुसेड़ दो. आज फाड़ दो मेरी चूत को.
रवि ने एक ही झटके में पूरा काम कर दिया. उसका पूरा लन्ड हिना की चूत में सरसराता हुआ बिना किसी अवरोध के घुस गया. इधर हिना नीचे से लगातार उछल रही थी और ऊपर से रवि धक्के पर धक्के देता जा रहा था. प्रवीण और रीमा की स्पीड भी पूरे जोरों पर थी. उनकी इस जोरदार चुदाई से उनका पूरा बेड हिल रहा था.
तभी हिना के मम्मे को रीमा ने पकड़ लिया और वो हिना से बोली – लगता है आज तो प्रवीण मेरी चूत को पूरा फाड़ कर ही मानेगा.
रीमा तो प्रवीण के लंड को अपने अंदर लेकर एकदम निहाल हो गयी थी. तभी उसने एक झटके में प्रवीण को नीचे कर दिया और खुद उसके ऊपर चढ़ गयी और जोर – जोर से उछल कर चुदवाने लगी. इधर हिना चीख रही थी और कह रही थी – और जोर से मेरे राजा, अ आज तो मेरी इस चूत की सारी गर्मी निकाल दो मेरे राजा.
हिना के इस तरह चीखने से रवि को बहुत मजा आ रहा था और वह जोरों से हिना की चुदाई कर रहा था. इस जोरदार धक्कम पेल और धमाल के बाद दोनों लंडों ने चूतों को निहाल कर दिया था, जिससे दोनों की चूतों से मलाई रस बाहर निकलने लगा था, पर उठने और उठकर उसे पोछने की हिम्मत किसी की नहीं थी.
चारों बेड पर ऐसे ही निढाल होकर सो गए. रात को करीब 3 बजे रीमा की आँख खुली तो उसने देखा कि बेड पर धमाल मचा हुआ है. हिना की चूत में रवि घुसा था और प्रवीण का लंड हिना के मुंह में था. यह देखकर रीमा मुस्कुराते हुए वाशरूम चली गई और जब वापस आई तो उसके आते ही प्रवीण उसके ऊपर चढ़ गया. अब एक बार फिर से बेड की शामत आ गई.
अब चूंकि चूत और लंड दोनों की थकान उतर चुकी थी, तो अब चुदाई ज्यादा जानदार होनी थी. प्रवीण ने रीमा को कुतिया बनने को कहा और जबरदस्ती उसकी गांड में लंड पेल दिया. हालांकि उसने पहले उसकी गांड में ढेर सारी क्रीम लगा दी थी पर रीमा फिर भी डरी हुई थी. उसका मन तो एक बार गांड मरवाने का था पर उसने अपनी सहेलियों से सुना था कि गांड मरवाने में बहुत दर्द होता है. फिर भी चूंकि उसकी हर सहेली ने गांड मरवा रखी थी तो वो भी एक बार मरवा कर देखना चाहती थी.
इसलिए जब प्रवीण ने उसे जोर दिया तो वो तैयार हो गयी, पर जैसे ही प्रवीण का मोटा लंड उसकी गांड में घुसा, उसे चक्कर सा आ गया पर प्रवीण गांड मारने में काफी उस्ताद था. उसने बहुत आहिस्ता से लंड घुसाया और अपने हाथों से रीमा के मम्मे को भी दबाना शुरू कर दिया. कुल मिला कर रीमा जल्दी ही सामान्य हो गयी और वो भी गांड मरवा लेने का रिकॉर्ड अपने नाम कर गयी. पर जब प्रवीण आने वाला था तो उसने प्रवीण के माल को अपनी चूत में ही गिरवाया.
फिर सुबह 10 बजे सब नंगे उठे. रवि और प्रवीण तो एक बार फिर चुदाई के मूड में थे पर रीमा की गांड तो सूज गयी थी और हिना की चूत भी दुख रही थी. असल में रात में 3 बजे रवि की जब आँख खुली तो उसने पहले हिना को उठाया और उसकी चूत चाटने के बाद उसकी चूत में ऊँगली करने लगा.
उसने पहले एक, फिर दो, फिर तीन और फिर उसने चारों उँगलियाँ को अंदर डालकर उसके चूत की खूब मालिश की. उस समय तो हिना को बहुत मजा आया पर इससे उसके चूत की दीवारें चोटिल हो गयीं थी. इसलिए सुबह उसने चुदवाने को मना कर दिया. इसके बाद ये तय हुआ कि चलो दोपहर को प्रोग्राम रखेंगे.
इस तरह पूरे एक साल चारों ने हर शनिवार मस्ती की बीच में दो – तीन बार तो एक – एक हफ्ते के लिए रीमा प्रवीण के पास रह कर आई और हिना ने जम कर रोज रवि से चुदाई करवाई.
दोस्तों मेरी यह कहानी आप लोगों को किसी लगी. मुझे मेल करके जरूर बताइयेगा – [email protected]