मेरी दो बहनें हैं. दोनों अभी पढ़ रही हैं. वो बहुत सेक्सी हैं. एक दिन मम्मी – पापा के अपने काम पर जाने के बाद बहाने से अपनी बहन को लन्ड दिखाया और उसे चुदने के लिए तैयार किया. दूसरी बहन उस टाइम नहा रही थी. फिर क्या था, मैंने बाथरूम का दरवाजा बंद कर लिया और जम कर चुदाई की…
एक बहन हेलो दोस्तों, मेरा नाम सोहेल है. मैं अन्तर्वसना का नियमित पाठक हूं और पिछले 3 सालों से इसकी हर एक कहानी को पढ़ रहा हूं. यहां प्रकाशित अधिकतर कहानियां मुझे पसंद आती हैं और उन्हें पढ़ कर ऐसा लगता है जैसे पूरी घटना मेरे सामने ही घटित हो रही हो. आज मैं आप सब को अपनी एक सच्ची कहानी बताने जा रहा हूं. उम्मीद है आप सब को पसन्द आएगी.
अब मैं आप लोगों का ज्यादा समय न लेते हुए सीधे अपनी कहानी पर आता हूं. मेरे घर में मेरी दो बहनें और उनके अलावा मेरे मम्मी – पापा रहते हैं. पापा एक सरकारी कर्मचारी हैं और मम्मी एक प्राइवेट स्कूल टीचर.
मेरी दोनों बहनें कॉलेज में पढ़ती हैं. उनमें से एक का नाम सबीना और दूसरी का शहनाज है. दोनों बहुत ही खूबसूरत और सेक्सी हैं. इतनी कि उनका सगा भाई होने के बावजूद मैं उन दोनों का दीवाना था और ऐसे किसी मौके की तलाश में था जब मैं उन्हें चोद सकूं. लेकिन मौका मिल ही नहीं पाता था.
जब भी मेरे घर पर रहने जब सबीना पोछा लगाती तो मैं छुप कर उसके बड़े – बड़े और गोल बूब्स देखता. उसके बूब्स देख कर मेरा लन्ड खड़ा हो जाता. दोस्तों, मैं आपको बताना ही भूल गया था कि मेरा लन्ड 6 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा है. दोस्तों, शहनाज दूध सी गोरी है और उसके बड़े – बड़े बूब्स किसी को भी आकर्षित करने की क्षमता रखते हैं.
एक दिन मम्मी – पापा अपने – अपने काम पर गए हुए थे. उस टाइम घर पर केवल मैं और मेरी दोनों बहनें थीं. उस दिन दोनों का कॉलेज किसी कारण से बंद था. 11 बज रहे थे तो शहनाज नहाने चली गई और सबीना घर में पोछा लगाने लगी.
उस टाइम मैं सोफे पर बैठा था और उसके मस्त और कामुक बदन का मज़ा ले रहा था. जब वह मेरे सामने पोछा लगाने आई तो उसकी ढीली कमीज के दरमियान थोड़ी सी बूब्स जगह बन गई, जिसमें से अंदर का नज़ारा दिखाई देने लगा.
उस टाइम उसने व्हाइट कलर की ब्रा पहन रखा था और उसमें से उसके आधे खुले बूब्स देख कर मेरा लन्ड एक दम टाइट होकर तंबू बन गया था. तभी अचानक उसकी नज़र मेरे ऊपर पड़ी और मुझे अपनी तरफ घूरते देख लिया. अब शायद वह यह समझ गई थी कि मैं क्या देख रहा हूं. फिर वह हल्के से मुस्कराई और अपनी गर्दन नीची कर के थोड़ा और झुक गई. उसके ऐसा करने से उसकी कमीज के बीच और ज्यादा जगह बन गई और मुझे उसके बूब्स देखने में और आसानी होने लगी.
फिर थोड़ी देर बाद जब वह मेरे और करीब आकर पोछा लगाने लगी तो एक बार फिर नज़र उठा कर मेरी तरफ देखा. इस बार उसकी नज़र मेरे खड़े लन्ड पर टिक गई. उसे खड़ा देख कर वह मुझसे बोली, “ये क्या है?” उसकी यह बात सुन कर मैं शर्मा गया और फिर वह कुछ बोले बिना मुस्कुरा कर किचन में चली गई.
लन्ड पर नज़र पड़ने के बाद उसकी स्माइल देख मैं उसके इरादे भांप गया. फिर मैं भी उसके पीछे – पीछे किचन में चला गया और पीछे से जाकर उसे पकड़ लिया. पहले तो उसने थोड़ा विरोध किया और बोली कि हम सगे भाई – बहन हैं और हमारे बीच ये नहीं हो सकता. लेकिन अब मैं कहां मानने वाला था मैंने उसे नहीं छोड़ा और कहा कि लन्ड – चूत में और कोई रिश्ता नहीं होता, सिर्फ चुदाई का ही रिश्ता होता है, लन्ड को जहां चूत मिले वहीं उसे घुस जाना चाहिए, भले ही वो किसी की भी क्यों न हो.
इस तरह धीरे – धीरे वो मान गई. दोस्तों, यह देख कर मैं बहुत खुश हुआ कि आज मेरे नीचे मेरी बहन होगी और मैं उसकी कुंवारी चूत चोदूंगा. मुझे ये पता था कि सबीना आज तक किसी से चुदी नहीं है.
फिर मैंने एतिहाद बरतते हुए उसे वहीं छोड़ कर बाहर आया और बाथरूम का दरवाजा बंद कर लिया. ऐसा इसलिए किया क्योंकि शहनाज अभी नहा रही थी और दरवाजा
खुला होने पर कभी भी बाहर आ सकती थी और हमें ml 6 चुदाई करते देख हमारा खेल बिगाड़ देती.
इसके बाद मैं वापस सबीना के पास आया और उसे पकड़ के उसके नाज़ुक होंठों पर नाम रख दिया. अब मैंने उसे किस करना स्टार्ट कर दिया. करीब 5 मिनट तक किस करने के बाद मैंने अपना हाथ नीचे किया और उसके बड़े – बड़े बूब्स को पकड़ कर उन्हें कपड़ों के ऊपर से दबाने लगा.
थोड़ी देर बाद फिर मैंने उसकी कमीज उतार दी और साथ में उसकी सलवार का नाड़ा भी खोल दिया. फिर मैं उसके कपड़ों को उठाया और उसे लेकर बेडरूम में गया और बेड पर लिटा दिया. इसके बाद मैंने उसकी ब्रा का हुक खोल दिया. क्या नज़ारा था दोस्तों! मज़ा आ गया. ऐसा लग रहा था जैसे पहाड़ की दो ऊंची – ऊंची चोटियां हों. उन्हें देखते ही मैं उन पर टूट पड़ा और मुंह में भर कर चूसने लगा.
फिर मैंने अपना एक हाथ नीचे ले जाकर उसकी पैंटी भी उतार दी और हाथ से उसकी चूत को रब करने लगा. इससे वो मस्त होकर मादक सिसकियां भी लेने लगी. फिर मैं उसके बदन पर अपनी जीभ फिरता हुआ नीचे उसकी चूत पर आया और जीभ लगा कर चाटने लगा.
मेरे ऐसा करने से वह सिसक उठी और उसके मुंह से ‘आह आह ओह्ह ओह्ह’ की आवाजें निकलने लगीं. उसकी आवाजों को सुन कर मैंने कहा – रंडी, आज तू अपने भाई से चुदेगी, तेरा भाई तेरी चूत फाड़ देगा.
इतना कह कर मैं ऊपर गया और उससे लन्ड चूसने को कहा. लेकिन उसने मना कर दिया. तब मैंने जबर्दस्ती अपना लन्ड मुंह में घुसा दिया और बाल पकड़ के लन्ड अंदर – बाहर करने लगा.
करीब 5 मिनट बाद मेरा सारा माल उसके मुंह में ही छूट गया और फिर मैं शांत हो गया. इसके बाद मैं फिर से उसके बदन से खेलने लगा. थोड़ी देर बाद मेरा लन्ड फिर से खड़ा हो गया. अब मैंने देर न करते हुए अपना लन्ड उसकी चूत के मुंह पर रखा और हल्का सा धक्का दिया. इस धक्के की वजह से मेरे लन्ड का सुपाड़ा उसकी चूत में घुस गया. उसे बहुत दर्द हुआ और दर्द की वजह से वो चीख पड़ी. वह बोली कि बाहर निकलो इसे. लेकिन मैं कहां सुनने वाला था.
फिर मैंने एक और धक्का दिया. इस धक्के के साथ लन्ड उसकी सील तोड़ता हुआ अंदर घुस गया. सील टूटने की वजह से उसकी चूत से खून भी निकलने लगा. दर्द की वजह से वह रोने लगी थी. यह देख मैं कुछ देर के लिए रुक गया. फिर कुछ देर बाद जब उसका दर्द कुछ कम हुआ तो मैं फिर से चालू हो गया. अब मैं जोर – जोर से धक्के देकर उसकी चुदाई करने लगा.
लन्ड उसकी चूत में सेट होकर अपनी जगह बना चुका था और चूत से निकलने वाले चिकने पानी के कारण आराम से अंदर – बाहर होने लगा था. इस वजह से उसे भी मज़ा आने लगा और वह जोर – जोर से ‘आह आह’ की आवाज करने लगी.
करीब 10 मिनट की जोरदार चुदाई के बाद मैं उसकी चूत में ही झड़ गया और इसके बाद उसके ऊपर ही लेट गया.वह भी थक गई थी. तभी अचानक बाथरूम से खोल, खोल की आवाज आई. यह आवाज सुन कर हमने जल्दी से कपड़े पहने. इधर सबीना अपने काम में लग गई. फिर मैं बाथरूम के पास गया और चुपके से दरवाजा खोल दिया.
दोस्तों, ये थी मेरी एक बहन की चुदाई की कहानी. अगली कहानी में मैं बताऊंगा कि कैसे मैंने अपनी दूसरी बहन को चोदा. मेरी यह कहानी कैसी लगी, आप लोग कमेंट करके बता सकते हैं.