मेरे पड़ोस में रहने के लिए एक खूबसूरत लड़की आई थी. फिगर, रंग, लंबाई और फेसकट के एंगल से वो सेक्स पैकेज लग रही थी. उसमें वो सारी खूबियां थी जो एक सुंदर लड़की में होती है. एक दिन अकेले में मौका मिलने पर मैंने उसकी चुदाई कर दी और उस दिन से वो मेरी दीवानी बन गई…
अन्तर्वासना के प्यारे पाठकों, सभी आंटियों, भाभियों और लड़कियों को मेरे खड़े लन्ड का प्यार. दोस्तों, मेरा नाम सागर है और मैं गुजरात के शहर जामनगर के नजदीक के एक छोटे गांव का रहने वाला हूँ. अभी मेरी उम्र 25 साल है.
अब आप लोगों का ज्यादा समय बर्बाद न करते हुए मैं सीधा कहानी शुरू करता हूँ. दोस्तों, मैं बचपन से ही शर्मीले किस्म का लकड़ा था और लड़कियों – आंटियों से कुछ ज्यादा ही शरमाता था.
ये बात 3 साल पहले की है. तब मेरे पड़ोस में एक नई लड़की रहने आई थी. उसका नाम जाह्नवी था. उसकी उम्र 22-24 के आस पास थी और देखने में वो एक दम मस्त माल थी. उसका साइज 32 28 34 था और रंग गोरा. उसकी लम्बाई भी बाकी लड़कियों से ज्यादा 5 फुट और 10 इंच के करीब थी. कुल मिलाकर वो पूरी सेक्स पैकेज थी.
जब मैंने उससे पहली बार देखा था तो तभी से उसे चोदने की सोचने लगा था. जब भी मैं उसे देखता तो देखते ही मेरा लण्ड खडा हो जाता था. उसे देखने के बाद मैं सीधा बाथरूम में जाता और हाथों से वासना को शांत करता. ऐसे ही समय बीतता रहा.
आख़िर एक दिन भगवान ने मेरी सुन ही ली. मेरे घर के सारे लोगों ने मिल कर सर्दियों की छुट्टी में 15-20 दिनों के लिये बाहर घूमने जाने का प्लान बनाया. दिसंबर का प्लान बना. निर्धारित समय पर सब चले गए. चूंकि मेरे पेपर चल रहे थे इसलिए मैं नहीं जा पाया. मेरी मम्मी मुझे खाना खाने के लिए पड़ोस में बोल गई थीं.
एक – दो दिन तो सब कुछ सामान्य रहा. इन दिनों में जब भी मैं खाने जाता तो वह लड़की तो होती ही थी लेकिन उसके साथ उसकी मम्मी भी होती थीं. तीसरे दिन को वो घर में अकेली थी, उसकी मम्मी कुछ समान लेने के लिए मार्केट गई थीं. इसी बीच मैं दोपहर का खाना खाने के लिए उनके घर गया. उसने सिर्फ मेरे लिए खाना लगाया. यह देख मैंने कहा – तुम नहीं खाओगी क्या?
इस पर वो बोली – मैंने अभी नहाया नहीं, पहले नहाउंगी और फिर खाना खाऊँगी. तब मैंने कहा – नहा लो फिर साथ में ही खाते हैं, वैसे भी अकेले खाने में मज़ा नहीं आता. तब उसने कहा कि ठीक है फिर नहा कर आती हूं. इतना कह के वो नहाने चली गई.
दोस्तों, आप तो जानते ही हैं कि मुझे पेट की नहीं चूत की भूख लग रही थी. इसीलिए मैं भी उसके पीछे हो लिया. उसके दरवाजा बन्द करते ही मैं बाथरूम के पास पहुंच गया और अंदर देखने की कोशिश करने लगा. तभी मुझे दरवाजे में एक छेद दिखाई दिया, जिसमें से मैंने देखा तो देखता ही रह गया.
अंदर जाते ही उसने एक – एक करके अपने सारे कपड़े उतार दिए. अंदर का नजारा देख कर मेरे शरीर में अजीब सा करंट दौड़ गया. यह सब देख कर मुझे मजा आ रहा था लेकिन साथ ही डर भी लग रहा था. मैं डर रहा था कि कहीं कोई आ ना जाए क्योंकि बाहर का दरवाजा खुला था.
उसे नंगा देख कर अब तक मेरा लण्ड खड़ा हो गया था और ऐसा लग रहा था कि पैन्ट को फ़ाड़ कर बाहर निकल आएगा. अंदर जाह्नवी साबुन लगा – लगाकर नहा रही थी. साबुन लगते समय जब उसका हाथ उसके चूचे पर जाता तो मैं सिहर उठता. जाह्नवी ने मल – मल कर स्नान किया और फिर कुछ देर बाद उसने अपने कपड़े पहनने शुरू कर दिए.
उसे कपड़े पहनते देख कर मैं जल्दी से वापस आ गया और आकर खाने के पास बैठ गया. फिर नहा कर वो बाहर आई. उसने अपने बालों में टॉवल लपेट रखा था. इस लुक में जाह्नवी एक दम ऐश्वया राय की तरह लग रही थी. मुजजे खाने के सामने बैठा देख कर उसने पूछा कि तुमने अभी तक खाना शुरू भी नहीं खाया?
मैंने कहा – मैंने बोला था न कि आओ साथ ही मिल कर खाते हैं. इस पर उसने कहा कि खाना ठंडा हो गया है, तुम इसे गरम कर लाओ, मैं अभी नहा कर आई हूं.
दोस्तों, मेरा लण्ड अभी भी खड़ा था. इसी दरमियान उसकी निगाह उस पर पड़ गई. मैं अब उससे नज़र नहीं मिला पा रहा था. लेकिन वो मेरा लण्ड खड़ा देख कर मुझसे मज़े लेना चाहती थी। पर पहल मेरी तरफ से हो, इस लिए उसने कुछ नहीं कहा.
उसके खाना गर्म करने के लिए कहने के बाद भी मैं अपनी जगह से नहीं हिला. मैं अपने लण्ड को दबा कर वहीं बैठा हुआ था. यह देख जाह्नवी बोली – अभी तक तुम उठे नहीं? फिर उसने मेरे हाथ की तरफ इशारा करते हुए कहा – यह क्या छुपा रहे हो?
उसकी यह बात सुन कर मैं पूरी तरह चौंक गया था. फिर मैंने कहा – नहीं, कुछ भी तो नहीं है, मैं क्या छिपाउंगा. फिर वो मेरे नजदीक आ गई और आकर मेरा हाथ मेरे लण्ड से हटाते हुए बोली – यह छुपाने के लिए नहीं होता.
उसके इतना करते और कहते ही मैंने उसे पकड़ लिया और किस करने लगा. धीरे – धीरे उसे भी मज़ा आने लगा था और अब उसने मेरे लण्ड को अपने हाथों में पकड़ लिया था और उसे सहलाने लगी थी. इधर मेरे हाथ उसके बूब्स तक पहुंच गए थे और मैं उन्हें मसल रहा था.
थोड़ी देर तक किसिंग और कपड़ों के ऊपर से ही मसला – मसलाई होती रही. फिर हम दोनों ने एक – एक करके एक – दूसरे के कपड़े उतार दिए. अब वो ब्रा – पैंटी में और मैं अपनी चड्ढी बनियान में था.
इन छोटे – छोटे कपड़ों में वो बड़ी ही प्यारी लग रही थी. मेरा मन उसे नंगा करने का नहीं कर रहा था लेकिन मुझे अपने लक्ष्य तक पहुंचना था, मुझे उसे चोदना था इसलिए फिर मैंने एक ही झटके में उसकी ब्रा और पैंटी को उसके बदन से अलग कर दिया.
अब वो मेरे सामने पूरी नंगी हो गई थी. फिर मैंने उसके नंगे बूब्स को अपने मुंह में ले लिया और अपनी एक उंगली उसकी चूत में डाल दी और उसे अंदर – बाहर करने लगा. मेरे ऐसा करने से उसके मुंह से ‘उह आह उह्ह आह्ह्ह’ जैसी मादक आवाजें निकलने लगीं.
दोस्तों, मैं यह सब कर तो रहा था लेकिन फिर भी मुझे अपनी किस्मत पर यकीन नहीं हो रहा था. मैं वक्त पर भरोसा नहीं कर पा रहा था कि मैं जिसे चोदने के सपने देखता था, आज वो मेरे सामने नंगी खड़ी है और मैं कुछ ही देर में उसकी चुदाई करूंगा.
उधर मैं लगातार तेजी से अपनी उंगली उसकी चूत में अंदर – बाहर कर रहा था. जिससे वो पूरे जोश में आ गई थी और तेज-तेज बोलने लगी थी – चोद दो मु्झे आज जी भर कर चोदो. अपनी रखैल बना लो, आज से मैं तुम्हारी गुलाम हूं तुम जब भी और जहां भी चाहो आकर मुझे चोद सकते हो.
इस पर मैंने कहा – हां, मेरी जान मैं तुम्हें अब रोज चोदूंगा. इस पर उसने कहा – पहले आज तो जल्दी से चोद बहनचोद, बाकी तो अब रोज चुदना ही है.
यह सुन कर मुझे जोश आ गया और फिर मैंने लण्ड उसकी चूत के छेद पर रखा और एक जोरदार धक्का लगाया. धक्का लगते ही लण्ड का सुपारा उसकी चूत के अंदर घुस गया. इस कारण वो जोर से चिल्लाई और बोली – थोड़ा धीरे करो न, दर्द होता है.
लेकिन मैंने उसकी एक ना सुनी और एक दूसरा जोरदार धक्का लगते हुए लण्ड को पूरा उसकी चूत में घुसेड़ दिया था. वो दर्द से बिलखने लगी थी. इस वजह से मैं रुक गया. थोड़ी देर बाद जब उसे राहत मिली तो फिर मैंने धीरे – धीरे धक्के लगाने शुरू किए. अब वो भी गांड हिला कर मेरा साथ दे रही थी.
हम दोनों का ही पहली बार था. इसलिए करीब 20-30 धक्कों के बाद वो और मैं दोनों एक साथ ही झड़ गए. तब मुझे पहली बार एहसास हुआ कि पृथ्वी पर स्वर्ग सिर्फ़ चूत मारने में ही है.
इसके बाद फिर मैंने जल्दी से खाना खाया और अपने घर चला आया. दोस्तों, आगे भी मैंने कई बार जाह्नवी को चोदा लेकिन वो सब मैं आपको बाद में बताउंगा. आपको मेरी कहानी कैसी लगी, मुझे मेल करके जरूर बताएं. मेरी मेल आईडी – [email protected]
Nice story