कॉलेज के दिनों में मेरी दोस्ती एक लड़के से हुई. मैं एमकॉम और वह बीएससी कर रहा था. लेकिन फिर भी हम नज़दीक आते गए और धीरे – धीरे इतने नज़दीक हो गए कि हमारी दोस्ती दोस्ताना हो गई. उसने मुझसे कई बार गांड मरवाई और फिर गांडू बन कर रह गया…
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा प्यार भरा नमस्कार! मेरा नाम गौतम राणा है और मैं हरियाणा का रहने वाला हूं. मैं 28 साल का नौजवान युवक हूं. मेरी लम्बाई 5 फुट 7 इंच और रंग गेहुंआ है. ये मेरी पहली सेक्स स्टोरी है, इसलिए इसे लिखने में अगर मुझसे कोई गलती हो जाए तो माफ करना.
अब मैं सीधा अपनी कहानी पर आता हूं. बात तब की है, जब मैंने एम कॉम में दाखिला लिया था. मेरे घर से कॉलेज 50 किलोमीटर की दूरी पर था. घर से दूर होने के वजह से मैं रोजाना अप-डाउन नहीं कर सकता था, इस कारण मुझे अपनी बुआ के घर रुकना पड़ा, जिनका गांव कॉलेज के पास ही था.
दोस्तों, शुरुआत में मेरी दिलचस्पी केवल लड़कियों में ही थी और मेरी एक गर्लफ्रेंड भी थी. मुझे बुआ के घर आए हुए एक महीना हो गया था लेकिन मेरी ज्यादा किसी के साथ दोस्ती नहीं हुई थी. बस एक ही लड़का था जो मेरे कॉलेज से ही बीएससी कर रहा था और बुआ के गांव का ही था, इस वजह से उसके साथ मेरी दोस्ती हो गई.
उसका नाम अमित था और वह देखने में काफी सुंदर था. उसकी लम्बाई 5 फुट 8 इंच और उम्र 20 वर्ष थी. हम दोनों सुबह साथ में ही कॉलेज साथ जाते और शाम को साथ ही वापस भी आते थे. कभी – कभी शाम को वो मुझे क्रिकेट खेलने भी ले जाता था, जिस वजह से मेरी उसकी साथ दोस्ती और गहरी होती गई.
अब हम छुट्टी वाले दिन अक्सर एक साथ ही रहते और सारा समय एक – दूसरे के साथ गुजारते. आमतौर पर हमारे बातचीत का टॉपिक एक ही रहता था कि लडकियों को कैसे फंसाया जाए और मजे किए जायें? दोस्तों, एक बात तो मैं आप लोगों को बताना ही भूल गया था वो ये कि अमित की कोई गर्लफ्रेंड नहीं थी. इस तरह बातचीत से हमारा समय पास हो रहा था.
फिर एक दिन अमित ने मुझे बताया कि उसके घर पर कोई नहीं है, इसलिए मैं उसके घर पर आ जाऊं और रात को वहीं पर उसके साथ सो जाऊंगा.
दोस्तों, मैं उसको मना नहीं कर सका और बुआ से बात करके उसके घर चला गया. शाम में ठीक 7 बजे मैं उसके घर पहुंच गया. मैंने घर की बेल बजाई तो अमित ने गेट खोल कर मुझे अंदर बुला लिया. फिर मैं उसके कमरे में जाकर बैठ गया. उस टाइम वो सिर्फ बनियान और लोवर में था और बहुत सेक्सी लग रहा था.
फिर हमने थोड़ी देर इधर – उधर की बातें की. तब उसने मुझ से कहा कि उसने ड्रिंक का इंतज़ाम कर रखा है. यह सुन कर मैं खुश हो गया और बोला कि तब तो मज़ा आ जाएगा. फिर वो किचन में गया और फ्रिज खोल कर वाइन ले आया. इसके बाद मैंने औऱ अमित ने 3-3 पेग लेकर ड्रिंक खत्म किया. ड्रिंक की वजह से थोड़ी देर बाद हमें नशा सा होने लगा.
फिर उसने टीवी पर ब्लू फ़िल्म लगा दी. अब हम दोनों नशे में डूबे मूवी देखने लगे. ब्लू फ़िल्म और नशे के संयोग से मेरा खुद पर से कंट्रोल खत्म होने लगा और मेरा लन्ड खड़ा हो गया, जिसे मैं लोवर के ऊपर से ही रगड़ने लगा.
अमित भी ये सब देख रहा था. थोड़ी देर बाद अमित मेरे और नजदीक हो कर बैठ गया. फिर उसने मेरे कंधे पर हाथ रखा कर और उस हाथ से मेरे गालों को सहलाने लगा.
दोस्तों, मैं इतना भी नशे में नहीं था इसलिए मैंने झट से उसका हाथ हटा दिया लेकिन वो फिर भी नहीं माना और इस बार उसने अपना हाथ मेरी छाती पर रख दिया. अब मुझ पर भी वासना हावी होने लगी थी इसलिए मैं उसको मना नहीं कर सका. फिर थोड़ी देर तक मेरे सीने को सहलाने के बाद उसने मुझे लिप किस किया. उसका ये रिएक्शन देख मैं थोड़ा डर गया और साथ ही मैंने दोबारा से उसको हटा दिया. लेकिन उसने फिर से मुझे पकड़ लिया और किस करने लगा. इस बार उत्तेजनावश मैं उसके किस का भी विरोध नहीं कर सका.
फिर वो एक हाथ से मेरे छोटे – छोटे निपल को भी मसलने लगा. अब मेरा लन्ड खड़ा होकर लोवर में मचल रहा था. थोड़ी देर बाद उसने लिप किस करना बन्द कर के मेरे और अपने खुद के सारे कपड़े कपड़े उतार दिए. दोस्तों, मैंने पहली बार उसको नंगा देखा था. आज वह मुझे बहुत ही सेक्सी लग रहा था.
फिर उसने मुझे बेड पर सीधा लिटा दिया और मेरे छोटे – छोटे निपल पर मुंह लगा कर उनको चूसने लगा था. उसके ऐसा करने के कारण उत्तेजनावश मेरे मुंह से सिसकियां निकलनी शुरू हो गई थीं और मैं लगातार ‘आह आह आह आह आह ओह्ह ओह्ह’ की मादक आवाज निकाल रहा था.
निपल चूसने के साथ – साथ उसने मेरे लंड को भी हाथ में ले लिया और उसे सहलाने लगा था. थोड़ी देर ऐसा करने के बाद वह उठा और नीचे जाकर उसने मेरे लन्ड को अपने मुंह में ले लिया.
दोस्तों, उसकी लन्ड चुसाई में बहुत मज़ा आ रहा था. वो इतने प्यार से लन्ड से चूस रहा था, जैसे कोई प्रोफेशनल लन्ड चूसने वाला है. हालांकि, मेरा लम्बा और मोटा लन्ड पूरी तरह उसके मुंह में नहीं घुस रहा था लेकिन ऐसा लग रहा था जैसे मैं सातवें आसमान पर होऊं!
उसने मुझे मजा देने में कोई कसर नहीं छोड़ी. फिर थोड़ी देर बाद उसने मुझसे कहा कि अब मैं उसकी गांड मारने के लिए तैयार हो जाऊं. मैं तैयार हो गया. मैं उठ गया और उसे पेट के बल उल्टा लिटा कर पूछा कि क्या उसने पहले भी गांड मरवाई है? तब उसने बताया कि वह एक बार पहले गांड मरवा चुका है.
फिर मैंने उसको अपनी गांड थोड़ी ऊपर उठाने को कहा. उसने ऐसा ही किया. इस वजह से मुझे उसकी गांड का छेद साफ – साफ दिखाई देने लगा. फिर मैंने अपने लंड का सुपाड़ा उसकी गांड के छेद पर रख कर एक झटका मारा. मेरा सुपाड़ा उसके अंदर हो गया लेकिन दर्द की वजह से उसकी चीख निकल गई और वो छूटने की नाकाम कोशिश करने लगा. लेकिन मेरी पकड़ से छूट नहीं पाया.
फिर मैं दो मिनट ऐसे ही रुका रहा. जब मैंने देखा कि अब उसका विरोध कम हुआ है तो मैंने दोबरा एक और झटका दे दिया. इस झटके की वजह से मेरा लन्ड पूरा का पूरा उसकी गांड में घुस गया और उसकी आंखों से आंसू निकलने लगे. तब मैंने उसके सीने पर हाथ फेरा और उसके छोटे – छोटे निपल पकड़ के मसलने लगा.
मैंने करीब 5 मिनट तक ऐसे ही किया. इस दौरान मैंने धक्के लगाने भी बंद कर दिए थे. लेकिन कब तक बंद रखता. मेरे ऊपर तो दो – दो नशे सवार थे. वाइन का और वासना का. खैर, थोड़ी देर रुकने के बाद मैंने उसकी गांड में झटके देने शुरू कर दिए.
अब तक उसकी गांड भी ढीली पड़ चुकी थी और अब वो भी मस्त होकर मेरा साथ देने लगा था. अब उसे मज़ा आने लगा था और वह लगातार ‘आह आह ओह्ह ओह्ह ऊह ऊह एह एह’ की मादक आवाज निकाल रहा था.
धीरे – धीरे मेरे धक्कों की स्पीड बढ़ती जा रही थी. मेरा लन्ड सटासट उसकी गांड में अंदर – बाहर हो रहा था. करीब 20 मिनट बाद मि उसकी गांड में ही झड़ गया और फिर उसके ऊपर लेट गया. थोड़ी देर बाद मैंने मुठ मार कर उसका भी माल निकाल दिया. दोस्तों, उस रात मैंने 4 बार उसकी गांड मारी.
अब अमित पूरी तरह गांडू बन है. उसे गांड मराने में ही मज़ा आता है इसलिए हमें जब भी मौका मिलता हम गांड मारने – मराने के इस खेल को शुरू कर देते हैं. आप स्व को मेरी यह कहानी कैसी लगी? कमेंट या मेल करके जरूर बताएं. मेरी मेल आईडी – [email protected]