फिर करीब 15 मिनट बाद वो मेरे लंड के पास आया और बोला अब हम खेल शुरू करते हैं. इसके बाद उसने पहले तो पेंटी के ऊपर से ही मेरे लंड को सहलाया और चूमना शुरू किया और थोड़ी देर बाद पेंटी को हटाकर पूरा लंड मुंह में ले लिया…
अन्तर्वासना सभी के पाठकों को मेरा नमस्कार! दोस्तों, मेरा नाम लिक्विड है और अन्तर्वासना पर प्रकाशित मेरी पिछली कहानी की मुझे बहुत अच्छी प्रतिक्रियाएं मिली. इस दौरान मुझे एक लड़के का ई-मेल आया था. उसका नाम समीर था. आज मैं यहां पर उसके साथ बिताए गए कुछ पल आज मैं आपके साथ साझा करूंगा.
मेरी कहानी के प्रकाशित होने के ठीक पांच दिन बाद समीर का मुझे ई-मेल आया. उसने लिखा था कि वो मुझसे गाण्ड मरवाना चाहता है और इसके लिये वो मुझसे मिलने को उत्सुक है.
अगली मेल में उसने अपना नंबर दे दिया और मेरा नंबर भी ले लिया. जिससे कि बाद में व्हाट्सऐप पर मुझे अपना फोटो मुझे भेज सके. फिर हमने निश्चित किया कि हम अगले रविवार को इन्दौर के एक लॉज में मिलेंगे.
रविवार को दोपहर 11 बजे हम दोनों इन्दौेर के सरवटे बस स्टैंड पर एक – दूसरे से मिले. फिर हम दोनों ने परीक्षा का बहाना बनाया और एक लॉज में रूम बुक कर लिया. कमरे में जाने के बाद हम दोनों एक – एक करके नहाने चले गये. पहले मैं नहाने गया.
इस दौरान जब मैं मूतने लगा तो समीर बोला कि यह पेशाब मेरे मुंह में छोड़ो तो मैं अपनी पेशाब उसके मुंह में छोड़ने लगा और समीर उस पेशाब को मुंह में लेता गया मगर उसने पिया नहीं और बाद में थूक दिया.
पेशाब हो जाने के बाद समीर मेरे साथ ही नहाने लग गया. फिर हम दोनों ने एक – दूसरे को रगड़ – रगड़ कर नहलाया और इस दौरान एक – दूसरे के लंड को भी सहलाते गये. नहाने के दौरान हमने अपनी गांड के छेदों में अंगुली डाल -डाल कर सफाई भी की.
फिर जब हम दोनों ने नहा लिया तो एक – दूसरे को पोछने लगे. पानी पोछने के हम एक – दूसरे की मालिश करने लगे. समीर मेरे लंड की मालिश कर रहा था. जिससे हम दोनों की सांसें गर्म होने लग गयी थीं. फिर मैंने भी उसके लंड की मालिश की और फिर समीर ने मेरी गांड को निशाना बनाया.
थोड़ी देर तक ये सब करने के बाद उसने अपने बैग से निकाल कर मुझे पहनने के लिये ब्रा और पैन्टी दिया और खुद ने भी पहन लिया. इन कपड़ों को पहनने के बाद उसने मुझे बिस्तर पर उल्टा सुला दिया और पेंटी के उपर से हाथ से सहलाने लगा. थोड़ी बाद उसने मेरी गांड चौड़ी कर दी और गांड के छेद की मालिश करने लगा. मेरी गांड की मालिश होने के बाद मैंने भी उसकी गांड की हल्की – हल्की मालिश की.
अब हम दोनों बिस्तर पर आ गये थे और एक – दूसरे को चुबंन करने लगे. समीर ने मेरे होंठों को चूस – चूस कर लाल कर दिया. वो मेरे होंठ ऐसे चूस रहा था, जैसे मेरे होंठों से खून निकाल देगा. फिर समीर ने ब्रा के उपर से ही मेरे छोटे – छोटे बुब्स को चूसना शुरू कर दिया. कुछ देर बाद ब्रा को हटाकर वो एक बूब्स का दाना चूसता और दूसरे दाने को खींचता और मसलने लगता.
फिर करीब 15 मिनट बाद वो मेरे लंड के पास आया और बोला अब हम खेल शुरू करते हैं. इसके बाद उसने पहले तो पेंटी के ऊपर से ही मेरे लंड को सहलाया और चूमना शुरू किया और थोड़ी देर बाद पेंटी को हटाकर पूरा लंड मुंह में ले लिया.
अब वो मेरा पूरा लंड चूस रहा था. इस दौरान मुझे बहुत मजा आने लगा और मैं मछली की तरह पूरे बिस्तर पर तड़पने लगा. कुछ देर बाद हम दोनों 69 अवस्था में आ गये और एक – दूसरे के लन्ड की चुसाई करने लगे. फिर हम दोनों ने अपने लंड के ऊपर चॉकलेट लगा लिया और चुसाई करने लगे.
हम दोनों करीब 10 मिनट तक एक – दूसरे का लंड चूसते रहे और फिर हमने एक – दूसरे की मुठ मार दी. मैंने अपना पूरा वीर्य उसके मुंह में डाल दिया और फिर उसने मेरे लंड को चूस कर साफ कर दिया. जब उसका वीर्य निकला तो उसने अपना वीर्य मेरे बूब्स पर गिरा दिया, और फिर उसी पर मालिश कर दी.
अब हम दोनों बैठ कर पोर्न वीडियो देखने लगे ताकि जल्दी से हमारे लन्ड एक बार फिर से खड़े हो जाएं. समीर कभी मेरे होठ चूमता तो कभी मेरे बूब्स और कभी – कभी मेरे लंड को भी सहलाता था.
करीब 20-25 मिनट बाद हम दोनों के लंड तन कर खड़े हो गये. फिर हमने निश्चित किया कि अब मैं उसकी गांड मारूंगा क्यों कि 4 बजे तक मुझे वापस घर जाना है.
फिर मैं बिस्तर से उठ कर खड़ा हो गया और समीर घुटने के बल आकर मेरा लंड चूसने लगा. करीब 5 मिनट तक लन्ड चूसने के बाद उसने एक कंडोम मेरे लंड पर चढ़ा दिया और कंडोम के साथ ही लंड पर जीभ फेरने लगा.
मैंने उसे उठाया और वह अपनी गांड मेरी ओर कर के बिस्तर पर घुटने के बल पर बैठ गया. वह एक दम डॉगी स्टाइल में बैठा था. इसके बाद मैंने बहुत सारा थूक उसकी गांड पर लगाया और पूरे थूक को उसकी गांड पर मल दिया.
इसके बाद फिर मैंने अपने बैग में से क्रीम निकाल कर बहुत सारी कोल्ड क्रीम उसकी गांड के छेद पर लगा दिया और ब्रश के पिछवाड़े से गांड के छेद में क्रीम को अंदर – बाहर करने लगा. ऐसा लग रहा था जैसे मैं ब्रश से उसकी गांड चोद रहा हूं.
फिर मैंने भी अपने लंड पर भी बहुत सारा कोल्ड क्रीम लगाया और लंड को उसकी गांड पर रगड़ने लगा. अब मैं अपने एक हाथ से समीर के लंड को भी सहलाने लगा था ताकि वो उत्तेजित हो जाएं और उसे दर्द भी कम हो.
फिर मैंने मौका देख कर धीरे से अपना लंड उसकी गांड में घुसा दिया. अभी मेरे लंड का सिर्फ टोपा ही उसकी गांड में गया था, मगर वो चिल्ला उठा. इस पर मैंने लंड को गांड में ही फंसे रहने दिया और जल्दी – जल्दी उसके लंड को सहलाने लगा. जिससे उसे दर्द कम और मज़ा ज्यादा आने लगे.
अब मैं अपने लंड को पूरा अंदर ले गया और फिर धीरे – धीरे लंड को अंदर – बाहर करने लगा. जिससे समीर को बहुत मजा आ रहा था. अब पूरा लंड अंदर – बाहर होने लगा और धीरे – धीरे गांड मराई का प्रोग्राम अपने खास चरम था. जिसमें हम दोनों को खूब मज़ा आ रहा था.
कुछ देर बाद मैंने लंड को बाहर निकाला और समीर को सीधा लेटा दिया. अब हम दोनों एक – दूसरे के आमने -सामने हो गये. फिर मैंने उसकी गांड ऊपर उठाई और नीचे दो तकिया लगाकर लंड उसकी गांड में डाल दिया. इसके बाद मैं समीर पर चढ़ कर उसकी गांड मारने लगा.
थोड़ी देर बाद जब मैंने उसे बताया कि अब मेरा मैं झड़ने वाला हूँ तो उसने बोला कि कंडोम उतार कर मेरी गांड मारो और पूरा माल गांड में ही छोड़ देना. इसके बाद मैंने अपना कंडोम उतारा और वापस उसकी गांड मारने लगा. थोड़ी देर बाद मैं उसकी गांड में ही झड़ गया और मेरा पूरा माल उसकी गांड में भर गया.
फिर मैंने अपने लंड को बाहर निकाला और समीर के लन्ड को हाथ में लेकर हस्तमैथुन करने लगा. हस्तमैथुन के दौरान समीर लड़कियों की तरह ‘आह आह उह उह’ कर रहा था. जिससे मुझे भी लंड रगड़ने में मजा आ रहा था.
थोड़ी देर बाद उसके लन्ड ने अपना पानी छोड़ दिया. मैंने उसका पूरा माल अपने हाथ में इकठ्ठा कर लिया. जिसे लेकर समीर पी गया. अब हम दोनों एक बार फिर से साथ में ही नहाने लग गये और एक-दूसरे की सफाई करने लगे. हमने एक – दूसरे के लंड साफ किए और मैंने उसकी गांड की सफाई की.
अब हम दोनों वापस घर जाने के लिए तैयार हो गये और हमने निश्चित किया कि अगली बार पूरी रात के लिये मिलेंगे. फिर उसने मुझे मेरी मेहनत का इनाम दिया और बोला कि मेरे दो दोस्त है जिन्हें गांड मारनी और मरवानी है, अगली बार मैं तुम्हें उनसे जरूर मिलाउंगा. फिर जाने से पहले हमने एक – दूसरे को लिप किस किया और नीचे आकर उसने होटल का पेमेंट कर दिया और अपनी बाइक से मुझे नजदीक के बस स्टैण्ड पर छोड़ दिया.
दोस्तों, आपको मेरा यह किस्सा कैसा लगा? मुझे मेल करके जरूर बतायेगा. मेरा ई-मेल एड्रेस – [email protected]