एक बार मेरे घर में एक प्रोग्राम था. उस प्रोग्राम के कारण मेरी मौसी 15 दिन पहले ही हमारे यहां आ गई थीं. इस दौरान कैसे वो मुझसे चुदी और हमने कितना मज़ा लिया ये आप मेरी इस कहानी में पढ़ेंगे…
हेलो दोस्तों मैं राज उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूं. मेरी हाइट 5 फुट 4 इंच है और रंग साँवला है. मेरे लंड की लम्बाई 6 इंच और मोटाई 3 इंच है. दोस्तों, यह मेरी पहली और सच्ची घटना है जिसे मैं आप सब के साथ शेयर कर रहा हूं. इसमें मैं बताऊंगा कि कैसे मैंने अपनी मौसी के साथ चुदाई की.
एक बार हमारे घर पर कुछ प्रोग्राम था, जिसके कारण मेरी मम्मी ने मेरी मौसी को 15 दिन पहले ही बुला लिया था. उनका नाम रानी (बदला हुआ) था. रानी मौसी मेरी मम्मी के चाचा की बेटी हैं और उस समय उनकी उम्र मात्र 19 साल थी और मेरी उम्र 22 साल.
जब वो मेरे यहां रहने के लिए आई तो सभी खुश थे. उस समय बहुत ज्यादा काम होने की वजह से मैंने भी अपने काम से छुट्टी ले रखी थी और मैं घर पर ही रहता था. सब अपने – अपने काम में व्यस्त रहते थे.
ऐसे ही प्रोग्राम का दिन भी आ गया. अब तक मुझे रानी मौसी में कोई इंट्रेस्ट नहीं था लेकिन उनको मुझ में कुछ ज्यादा ही इंट्रेस्ट हो रहा था. क्योंकि मैंने ये देखा कि वो अक्सर मेरे आस – पास रह कर ही ज्यादा से ज्यादा काम करती थीं. शायद वो मुझे पसंद करने लगी थी लेकिन उन्होंने अभी तक मुझसे इस बारे में कुछ नहीं कहा था.
जिस दिन हमारे यहां प्रोग्राम था, उस दिन प्रोग्राम के कारण बहुत ज्यादा भीड़ हो गई थी. करीब 4-5 हजार लोग हमारे यहां आये थे. उनकी व्यवस्था करने में हमारे गांव के लोगों ने काफी सपोर्ट किया, जिससे पूरा प्रोग्राम अच्छे से संपन्न गया.
प्रोग्राम खत्म होने के बाद सब काम से थके हुए थे. इसलिए सब अपना – अपना बिस्तर लगा कर सोने का जुगाड़ करने लगे. मैंने भी थके होने के कारण एक खाली जगह में अपना बिस्तर लगाया और सो गया. उसके बाद घर के और लोग भी वहीं पर सोने के लिए आ गये. अब सभी रिश्तेदार ही थे और उनके लिए जगह कम पड़ रही थी तो मुझे अपना बिस्तर छोड़ के दूसरी जगह ढूढनी पड़ रही थी और फिर जब जगह नहीं मिली तो मैं एक कमरे जमीन पर ही बिस्तर डाल के लेट गया. वहां मेरे बगल में रानी मौसी भी सो रही थी. थके होने के कारण लेटते ही मैं सो गया.
फिर रात में मुझे अहसास हुआ की कोई मुझे छू रहा है और मेरे शरीर पर हाथ फेर रहा है. इससे मेरी नींद खुल गई. मैंने देखा कि रानी मौसी मेरे सीने पर ऊपर से नीचे तक हाथ फिरा रही थीं. पहले तो मुझे अज़ीब लगा क्योंकि मैंने रानी मौसी के बारे में कभी बुरा नहीं सोचा था, मतलब उनके लिए मेरी वैसी कोई फीलिंग नहीं थी. ख़ैर, फिर भी मैंने कुछ नहीं किया और आंख बंद करके ऐसे ही होने दिया, जिससे उन्हें पता ही नहीं चला कि मैं जाग रहा हूं.
वैसे उनके ऐसा करने पर मज़ा बहुत आ रहा था. फिर धीरे – धीरे उनका हाथ मेरे पैंट के ऊपर चला गया या कहें उन्होंने अपना हाथ मेरे पैंट के ऊपर रखा और ऊपर से ही सहलाने लगीं, जिससे मेरा लंड टाइट होने लगा. इस कारण उन्हें भी पता चल गया कि मैं भी आंख बंद करके मज़ा ले रहा हूं. लेकिन फिर भी मैंने अपनी आंखे बंद ही रखीं.
जब मैंने इतने पर भी कोई रिस्पांस नहीं दिया तो उन्होंने मेरा लंड पकड़ लिया, जिससे मुझसे कंट्रोल नहीं हो पाया और फिर मैंने अपनी आंख खोल दी और उनकी तरफ़ देखा. वो भी मेरी ही तरफ़ देख रही थीं. फिर बिल्कुल धीमी आवाज़ में उन्होंने कहा, “डालो”.
तब भी जब मैंने कुछ नहीं किया तो उन्होंने मेरा एक हाथ पकड़ कर अपनी चूत पर रख दिया. मुझे बड़ा अजीब लगा पर मुझे उनकी चूत छूने से मेरे अंदर जैसे कोई करन्ट लग गया हो. उन्होंने मेरा हाथ पकड़ रखा था. इस दौरान उनकी चूत से पानी निकल रहा था. फिर मैंने अपना हाथ खींच कर निकाल लिया. तब उन्होंने दोबारा से मेरा हाथ पकड़ कर अपने बूब्स पर ले गईं.
जैसे ही मेरा हाथ उनके बूब्स टच हुआ वैसे ही वो अपने आप बंद हो गया. मतलब मैंने उनके बूब्स को दबा दिया. अब मुझ पर भी वासना पूरी तरह हावी हो चुकी थी. ऐसा करते वक्त मैं उनको और वो मुझे देख रही थीं. फिर उन्होंने आगे आकर मेरे होंठों को किस किया तो मैंने भी उन्हें किस किया. उसके बाद तो फिर मैं उनके होंठ जैसे खा जाने के मूड में किस करने लगा.
इस दौरान मैं उनके बूब्स भी दबाता रहा. फिर मैंने उनकी कुर्ती ऊपर कर उनके नंगे बूब्स को चूसने लगा. बड़ा मज़ा आ रहा था. करीब 5 मिनट ऐसे ही चलता रहा.
फिर मैं उनके बगल में लेट गया तो उन्होंने दोबारा डालने के लिए कहा. मैं भी अब मस्ती के मूड में था तो मैंने कहा, “क्या डालूं?” तो उन्होंने कहा कि जो डालना चाहिये वो डालो और क्या डालोगे! लेकिन मैंने उन्हें छेड़ते हुए फिर पूछा कि क्या डालूं और कहां डालूं नाम तो बताओ. इस पर उन्होंने कहा कि अपने बाबू को मेरी पिंकी में डालो न. इस पर मैंने कहा कि ये क्या है? तब उन्होंने कहा कि वो लन्ड को बाबू और चूत को पिंकी बोलती हैं.
यह सुनते ही फिर मैंने उनको सीधा किया और उनके ऊपर लेट गया. इसके बाद मैं अपना लंड उनकी चूत पर रगड़ने लगा. जिससे वो और भी गरम और बेहाल हो रही थीं. दोस्तों, मैं उनको ज्यादा तड़पाने के मूड में नही था क्योंकि मुझ से भी अब रहा नहीं जा रहा था.
फिर मैंने उनकी चूत पर अपना लंड सेट करके एक झटका दिया और एक बार में ही अंदर तक डाल दिया. मुझे लगा कि उनको दर्द होगा इसलिए मैं वैसे ही रुक गया और उनको किस करने लगा. साथ ही मैं उनके बूब्स को भी दबा रहा था लेकिन जब मैंने उनका चेहरा देखा तो उन्हें भी मज़ा का अहसास होता देख मैं अपनी कमर को ऊपर – नीचे करने लगा और उन्हे चोदने लगा.
ऐसे ही करीब 15 मिनट तक मैं उन्हें चोदता रहा. इस 15 मिनट में उनका 2 बार पानी निकला और अब उनके चेहरे पर संतुष्टि का भाव देख कर अच्छा लग रहा था. फिर जब मेरा वीर्य निकलने वाला था तो मैंने उनसे पूछा कि कहां निकलूं तो उन्होंने बाहर निकालने के लिए कहा. फिर मैंने 5-6 शॉट लगाने के बाद अपना लंड बाहर निकाल लिया और उनके पेट पर ही पूरा पानी निकाल दिया.
इसके बाद उनके बगल में लेट कर उनको किस करने लगा और वो मेरे सीने पर अपना सिर रख कर थोड़ी देर तक लेटी रहीं. फिर मैं उठ कर बाथरूम चला गया, मेरे आने के बाद वो भी बाथरूम गईं और वहां खुद को साफ किया. वापस आने के बाद हम सो गए.
सुबह जब मैं उठा तो मेरी रानी मौसी उठ चुकी थीं. मेरी निगाहें उन्हें ढूंढने लगीं. मैंने देखा कि वो नहा के घर के बाकी काम करने में लगी हैं. फिर जब मैं उनके पास गया तो उन्होंने मुस्कुरा कर मुझे आंख मार दी. उनके चेहरे पर संतुष्टि के भाव देख कर बहुत खुशी हुई.
फिर वो हमारे यहां 1.5 महीने तक और रुकीं. इस दौरान हम लोगों ने अलग – अलग स्टाईल में कई बार चुदाई के मज़े लिए लेकिन वो सब मैं अपनी अगली कहानी में बताऊंगा. मेरी ये कहानी कैसी लगी? मुझे मेरी मेल आईडी पर मेल करके जरूर बताएं. मेरी मेल आईडी – [email protected]