घर बुलाकर गर्लफ्रेंड के साथ सुहागरात मनाई

गर्लफ्रेंड तो मेरे पास कॉलेज टाइम से ही थी लेकिन हम चुदाई नहीं कर पाए थे. एक दिन जब मेरे घर में कोई नहीं था तो मैंने किसी तरह राजी करके उसे अपने घर बुलाया और फिर उसके साथ सुहागरात मनाई…

हेलो दोस्तों, मेरा नाम मंजीत शर्मा है. मैं दिल्ली का रहने वाला हूं. मेरी उम्र 22 साल है और मैं दिखने भी काफी स्मार्ट हूं. मेरी लम्बाई 5 फुट 10 इंच है. मेरा लन्ड 7 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा है.

अब मैं आप लोगों का ज्यादा समय न वेस्ट करते हुए सीधा अपनी कहानी पर आता हूं. ये मेरी सच्ची कहानी है या ये कहें कि मेरे साथ घटी एक सच्ची घटना है. मेरी गर्लफ्रेंड का नाम सना है. वो बहुत खूबसूरत है. उसका साइज 28 30 28 का है.

उसकी गांड एक दम गोरी है. जब भी उसकी गोरी गांड याद करता हूं तो न चाहते हुए भी मुझे मुठ मारना पड़ता है. उसके बूब्स बहुत मुलायम हैं. जब भी वह मेरे सामने होती है मन करता है कि बस उन्हें चूसता रहूं.

बात नवंबर 2015 की है, जब मैं उसे पहली बार चोदा. सच कहूं तो ये मेरा पहला सेक्स अनुभव भी था. तब मेरी मौसी की लड़के की शादी थी. शादी में शरीक होने के लिए घर के सभी लोग मौसी के यहां जा चुके थे. मुझे एसएससी का टेस्ट देने जाना था इसलिए मैं नहीं जा पाया था.

दोस्तों, सना कॉलेज टाइम से ही मेरी गर्लफ्रेंड थी. उसका घर भी मेरे घर से ज्यादा दूर नहीं था. हम हर तरह की बातें करते थे लेकिन कभी चुदाई का मौका नहीं मिल पाया था. चूंकि, उस दिन घर में मेरे अलावा कोई और नहीं था तो यह मेरे लिए चुदाई करने का एक खूबसूरत मौका था और मैं इसे यूं ही गवांना नहीं चाहता था.

फिर मैंने सना को कॉल किया. फ़ोन पर मैंने उसे बताया कि आज घर पर कोई नहीं है. उसने कहा कि तो अकेले क्या कर रहे हो? मैंने कहा – कुछ नहीं बस पड़ा हूं, तुम आ जाओ तो कुछ बात ही हो जाए. लेकिन उसने आने से साफ मना कर दिया. फिर मैंने थोड़ा दबाव बनाया तो वह राजी हो गई.

फिर थोड़ी देर बाद वह मेरे घर पर आ गई. उस टाइम उसने जीन्स और टॉप पहन रखा था. ठंड का मौसम होने की वजह से ऊपर उसने जैकेट डाल लिया था. घर ज्यादा दूर न होने के बावजूद उस दिन वो पहली बार मेरे यहां आई थी. सारा सीन ठीक वैसे ही बन रहा था जैसे पहली बार कोई दुल्हन अपने ससुराल आती है. और आज उसके साथ सुहागरात भी मुझे मनानी थी.

हम थोड़ी देर तक आपस में बातें करते रहे. इसी बीच हम करीब आ गए. फिर मैंने उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए और किस करने लगा. वो भी मेरा साथ दे रही थी. फिर मैंने उसकी जैकेट उतार कर साइड में रख दिया.

इसके बाद नवंबर की गुनगुनी ठंड के बीच मैंने अपने ठंडे हाथ को उसके टॉप में डाल दिया और एक बूब्स पकड़ कर दबा दिया. मेरे ऐसा करने पर वह चिहुंक उठी और बूब्स के ऊपर से हाथ हटाने की कोशिश करने लगी. लेकिन मैं कहां मानने वाला था. मैं लगातार उसके मुलायम बूब्स को मसलता रहा.

फिर धीरे – धीरे करके मैंने उसके बाकी के कपड़े उतार दिए. इसके बाद मैं उसे अपने रूम में ले गया और बेड पर लिटा दिया. फिर मैंने उसके बदन से उसकी ब्रा और पैंटी को भी अलग कर दिया. अब वह मेरे सामने बिल्कुल नंगी थी. उसका बदन दूध जैसा सफेद था. मैं पहली बार किसी लड़की को नंगी देख रहा था.

उसको इस रूप में देख कर मेरा लन्ड एक दम कड़क हो गया और मैं उसके गोरे – गोरे बूब्स पर टूट पड़ा. अब मैं उसके एक बूब्स को अपने होंठों में दबाता तो दूसरा मेरे हाथों से मसला जाता. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.

बूब्स चूसते – चूसते धीरे – धीरे मैं उसकी चूत की तरफ बढ़ गया. उसकी चूत एक दम क्लीन सेव थी, उस पर एक भी बाल नहीं था. वह फूली हुई पावरोटी के जैसी लग रही थी. उसे भी शायद पता था कि आज वह चुदने वाली है इसीलिए उसने अपने बाल साफ कर लिए थे.

फिर मैंने उसकी चूत पर अपना एक हाथ रख दिया और धीरे – धीरे सहलाने लगा. इससे वह उत्तेजित होकर मादक आवाजें निकालने लगी. तभी मैंने अपनी दो उंगलियों से उसकी चूत की फांकों को अलग किया और एक उंगली अंदर डाल दी. अब मैं अपनी उंगली को अंदर – बाहर कर रहा था. इससे वह तड़पने लगी और लन्ड डालने को कहने लगी.

दोस्तों, अब मुझसे भी कंट्रोल नहीं हो रहा था. फिर मैंने भी फटाफट अपने कपड़े उतार दिए. अब मैं सिर्फ अंडर वियर में था, जिसे उसने खुद ही खींच कर अलग कर दिया. उसके ऐसा करते ही मेरा हलब्बी लन्ड झूलता हुआ उसके सामने आ गया. जिसे देख कर वह खुशी के मारे चिल्ला उठी “इतना बड़ा”.

फिर मैंने अपना लन्ड उसके हाथ में पकड़ाया और मुंह में लेकर चूसने को कहा. इस पर उसने कहा कि मुठ मरवा लो, चूत में डाल लो, गांड भी मार लो लेकिन चूसने को न कहो. तब मैंने भी ज्यादा जोर नहीं दिया. क्योंकि मुझे पहली बार चूत मिलने वाली थी और अगर कुछ गड़बड़ हो जाता तो मैं उससे भी हाथ धो देता.

दोस्तों, मैं तो आप सब को बताना ही भूल गया था कि वो पूरी तरह वर्जिन थी. उसकी चूत बहुत टाइट थी. जब मैंने अपना लन्ड उसकी चूत में डाला तो वो चिल्ला पड़ी और रोते हुए निकालने के लिए कहने लगी. मुझसे उसके आंसू तो नहीं देखे जा रहे थे लेकिन मुझे आता था कि अगर मैं लन्ड बाहर निकाल लेता हूं तो ये दोबारा डालने नहीं देगी.

इसलिए मैंने लन्ड बाहर नहीं निकाला. अब मैं लन्ड वैसे ही डाले धीरे – धीरे उसे किस करने लगा. इससे वो कुछ शांत सी हो गई. तभी मैंने एक और झटका दिया इससे मेरा आधा लन्ड उसकी चूत में घुस गया. वो फिर से चीख पड़ी. उसकी झिल्ली भी टूट चुकी थी. वो फिर से रोने लगी थी. इस बार मैं रुका नहीं बल्कि धीरे – धीरे लन्ड अंदर बाहर करता रहा.

कुछ देर बाद उसे भी मज़ा आने लगा और वह अपनी गांड उचका – उचका कर लन्ड अंदर लेने लगी. यह चुदाई करीब 20 से 25 मिनट तक चली. इस दौरान वो 2 बार झड़ चुकी थी. फिर मैं भी उसी की चूत में झड़ गया और उसके ऊपर ही लेट गया.

दोस्तों, उस दिन मैंने पहली बार नोटिस किया कि लड़कियों के पास भी पानी निकालने का अपना एक तरीका होता है. क्योंकि जब सना का पानी निकलने को हुआ तो उसने मुझे कस के पकड़ लिया और नोचने लगी. फिर यकायक ढीली पड़ गई. मैं समझ गया कि उसने पानी छोड़ दिया है.

उस दिन बाद में मैंने उसकी गांड भी मारी. गांड मरवाने के बाद उसकी हालत नाज़ुक हो चुकी थी. उसकी चूत और गांड में दर्द हो रहा और साथ में खून भी निकल रहा था. उसकी हालत देख मुझे भी थोड़ा डर लग रहा था लेकिन फिर उसी ने मुझे हौसला दिया और बताया कि पहली बार में ऐसा होता है.

अब हमारा ब्रेकअप हो चुका है. इस घटना के अगले साल उसकी शादी भी हो गई. तब से मेरे पास न उसका कोई फोन आता है और न ही मैसेज.

ये मेरी पहली कहानी थी. इसमें कोई गलती हुई हो तो मुझे माफ करना. मेरी यह कहानी आप सब को कैसी लगी, मुझे मेल करके जरूर बताएं. मेरी मेल आईडी – [email protected]

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