यह बोल कर चाची की सहेली निकल गई. और रिया के जाने के बाद छोटी चाची खुद से बोली, ” यार रिया, तूने तो मेरी बड़ी परेशानी दूर कर दी. अब मैं जल्द ही माँ बनूंगी पर पता नहीं उसका बाप कौन होगा? और मेरे साथ सुमन और सीमा दीदी भी माँ बनेंगी. अब तो सिर्फ होने वाले बच्चे के बाप को खोजना पड़ेगा और ये रिपोर्ट जलानी पड़ेगी…
इस कहानी का पिछला भाग – घर का राजा भाग – 1
अभी तक आपने पढ़ा कि कैसे मेरी बुआ अपने पति के घर पर न होने पर अपनी सहेली के भाई से अपनी चुदाई करवाती रहती थी. अब आगे…
जब मैं घर आया तो छोटी चाची अपनी सहेली जोकि एक नर्स हैं उससे बात कर रही थी. वो पैसे मैंने छोटी चाची को दे दिये और अपने रूम में सोने चला गया. इधर छोटी चाची और उनकी सहेली के बीच बातचीत जारी रही.
छोटी चाची – हां रिया, तूने मेरा काम किया?
सहेली (रिया) – हां, तेरी रिपोर्ट लेकर आई हूँ.
छोटी चाची – दिखा क्या लिखा है इसमें?
सहेली – वो क्या है कि…
उसके पूरा बोलने से पहले ही छोटी चाची बोली – ये क्या वो वो करती है, दे न रिपोर्ट.
सहेली – ये ले.
छोटी चाची – यार, मुझे तो कुछ समझ नहीं आ रहा है.
सहेली – यार इसमें लिखा है कि…
छोटी चाची – अब बोलेगी भी कि नहीं.
सहेली – वो तेरे टेस्ट पॉजिटिव हैं.
छोटी चाची – और अवि के चाचा के?
सहेली – वो नेगेटिव हैं.
छोटी चाची – मतलब!
सहेली – मतलब कि तेरे पति के वीर्य में शुक्राणु (स्पर्म) कम हैं. सिर्फ कम ही नहीं बहुत कम है और जो स्पर्म है वो कमजोर है. मतलब तेरा पति तुझे कभी भी माँ नहीं बना सकता.
छोटी चाची – क्या बात कर रही है तू!
सहेली – हां यार, यही सच है.
छोटी चाची – नहीं यार, मेरा पति तो 20 मिनट तक मेरी चुदाई करता है और मेरा दो – तीन बार पानी निकलता है.
सहेली – वो सब ठीक है पर तेरा पति कभी भी बाप नहीं बन सकता.
छोटी चाची – लेकिन!
सहेली – ज्यादा देर तक चुदाई करने से थोड़ी बाप बनते हैं, वो तो स्पर्म पर निर्भर करता है.
छोटी चाची – तो अब मैं क्या करूं? अवि के चाचा तो मेरी ही गलती मानते हैं.
सहेली – यार, तू एक काम कर किसी और का स्पर्म अपने अंदर लेकर बच्चा पैदा कर ले.
छोटी चाची – पर अवि के चाचा नहीं मानेंगे.
सहेली – तो तू अवि के चाचा को मत बता और मेरे साथ हॉस्पिटल चल, मैं तेरा काम कर देती हूँ. किसी को पता भी नहीं चलेगा.
छोटी चाची – यार, पर ये गलत है न.
सहेली – कुछ गलत नहीं है, शहर में तो ऐसा रोज ही होता है.
छोटी चाची – नहीं यार, मैं ऐसा नहीं करुँगी.
सहेली – तो ठीक है मत कर, मेरा क्या जाता है.
छोटी चाची – यार, तू गुस्सा मत कर.
सहेली – नहीं मैं गुस्सा नहीं हूँ.
छोटी चाची – अच्छा वो जाने दे, तू ये बता तेरा पति और बच्चे कैसे हैं?
सहेली – अरे यार, तेरी रिपोर्ट के चक्कर में ये तो बताना ही भूल गई कि मेरे पति का ट्रान्सफर हो गया है और हम इस रविवार ये शहर छोड़ कर जा रहे हैं.
छोटी चाची – ये क्या, तू भी मुझे छोड़ कर जा रही है?
सहेली – अरे यार, जाना तो पड़ेगा ही न. अच्छा चल अब मैं चलती हूँ.
छोटी चाची – हां ठीक है, लेकिन कॉल करते रहना.
सहेली – हां करुँगी, बाय.
यह बोल कर चाची की सहेली निकल गई. और रिया के जाने के बाद छोटी चाची खुद से बोली, ” यार रिया, तूने तो मेरी बड़ी परेशानी दूर कर दी. अब मैं जल्द ही माँ बनूंगी पर पता नहीं उसका बाप कौन होगा? और मेरे साथ सुमन और सीमा दीदी भी माँ बनेंगी. अब तो सिर्फ होने वाले बच्चे के बाप को खोजना पड़ेगा और ये रिपोर्ट जलानी पड़ेगी.
करीब 4 बजे मेरी नींद खुल गई. मैंने देखा कि मेरी पैंट पर एक दाग लगा हुआ है तो मैंने अपनी पैंट उतारी तो मेरी चड्डी पर भी दाग लगा हुआ था. यह देख कर मैंने तुरंत ही अपनी चड्डी भी निकाल दी और दूसरे कपड़े पहन कर बाहर खेलने चला गया.
मैं क्रिकेट खेल रहा था तब अचानक बाल ग्राउंड के पास वाले स्टोर हाउस में चली गई. वो स्टोर हाउस हमेशा बंद रहता था तो सब बच्चे अपने – अपने घर चले गए पर बाल मेरी थी इसलिए मैंने बाल ढूंढ़ने का फैसला किया.
लगभग 6 बज रहे थे और सूरज भी ढ़ल चुका था. अब मैं स्टोर हाऊस के पीछे चला गया और कोई खिड़की ढूंढ़ने लगा. तब मुझे एक खिड़की खुली मिल गई. मैं उस खिड़की के सहारे चुपके से अंदर घुस गया और बाल ढूंढ़ने लगा पर स्टोर हाउस बड़ा था और अंधेरा भी हो चुका था, इसलिए बाल नहीं मिल रही थी.
तभी मुझे खिड़की से कुछ लड़के अंदर आते दिखाई दिए. उन्हें देख कर मैं जल्दी से एक तरफ छुप गया. तभी मैंने देखा कि मेरी स्कूल के 12वीं क्लास के दो लड़के और उनकी क्लास की लड़की अंदर आए और घास पर बैठ गए. वो लड़की दोनों लड़को के बीच में बैठी थी और दोनों लड़के उसके दूध दबा रहे थे.
तभी पहला लड़का बोला – यार, तेरे आम तो बड़े मस्त हैं.
दूसरा लड़का – हां यार, इसके आम और तरबूज दोनों मस्त हैं.
तभी लड़की बोली – तुम लोग क्या सिर्फ बातें करने आये हो, या फिर कुछ करोगे भी?
यह सुन कर पहला लड़का बोला – तेरे लिप्स तो बहुत मीठे हैं, ऐसा लगता है मैं दिन भर इसे चूसता रहूँ.
तभी दूसरा लड़का बोला – चल अब जल्दी से अपने कपड़े उतार, अब कण्ट्रोल नहीं होता है.
लड़की – हां, उतार रही हूँ. कण्ट्रोल तो मुझसे भी नहीं हो रहा है. जब से तुम दोनों ने ये आदत लगा दी है तब से मेरी चूत में बहुत खुजली होने लगती है.
पहला लड़का – चल अच्छा, ले मेरा लंड चूस.
तभी दूसरा लड़का बोला – और तब तक तेरी चूत चाट कर मैं साफ करता हूँ.
यह बोल कर दोनों लड़के ने अपने – अपने कपड़े उतार दिए और उस लड़की के कपड़े भी खोल कर लन्ड चुसाई और चूत चटाई शुरू कर दी. जिसमें उन्हें खूब मज़ा आ रहा था और लड़की आहें भर रही थी और कुछ भी बोले जा रही थी.
लड़की – अआह्ह, मस्त मजा आ रहा है.
फिर थोड़ी देर बाद पहला लड़का दूसरे लड़के से बोलता है – यार, अब तू मेरी जगह आ जा और में तेरी जगह आता हूँ.
दूसरा लड़का – हां, आ आ जल्दी आ.
तभी लड़की बोली – क्या चूसना – चूसना लगा रहे हो पहले मेरी चूत मारो.
फिर थोड़ी देर चूत चाटने के बाद उस लड़के ने अपना लंड उस लड़की की चूत में डाल दिया और धक्का मारने लगा. इधर दूसरे लड़के ने अपना लंड लड़की के मुंह में डाल कर उसे चोदने लगा. अब फिर से दोनों ने अपनी जगह बदली की और चुदाई शुरू कर दी.
यह देख कर इधर मैंनेे भी अपना लंड बाहर निकाल लिया. मेरा लंड कड़क हो गया था. फिर मैंने लन्ड पर अपना हाथ रखा और थोड़ा आगे – पीछे करने लगा. ऐसा करने में मुझे अच्छा लग रहा था.
फिर इधर मैंने अपने हाथ को जोर – जोर से हिलाना शुरू किया और उधर उन दोनों लड़कों ने भी अपनी स्पीड बढ़ा दी. फिर थोदी देर बाद मैं हांफने लगा और मुझे लगा कि अब मेरा सू सू निकल जाएगा थोड़ी देर बाद मेरे लन्ड से सू सू की जगह कुछ सफेद और गाढ़ा पानी निकलने लगा. अब मुझे ऐसा लग रहा था जैसे कि मेरे ऊपर किसी ने 100 किलो सामान रखा दिया था और अब वो सामान मेंरे ऊपर से हट गया और जिससे अब मैं हल्का महसूस कर रहा था
उधर उन तीनों का सफर जारी था. तभी पहला लड़का बोला – यार, आज फिर मजा आ गया.
उसकी बात सुन कर दूसरा लड़का बोला – हां यार, इसकी लेने में बहुत मजा आता है.
तभी लड़की बोली – यार, अब मैं तो थक गई हूँ. तुम लोग एक साल से मेरी चुदाई कर रहे हो, इसमें मुझे भी बहुत मज़ा आता है. अच्छा अब चलो, कल फिर इसी जगह पर मिलते हैं.
फिर वो तीनों बाहर चले गए और क्योंकि मुझे उस लड़की का चेहरा देखना था इसलिए उनके पीछे पीछे मैं भी बाहर आ गया. जब मैं बाहर आया तो देखा दो लड़के पेड़ के पास खड़े हैं. यह देख कर मुझे लगा कि ये दोनों तो वही हैं पर लड़की नहीं शायद चली गई है. लेकिन थोड़ी देर बाद पेड़ पीछे एक लड़की बाहर आई.
जब मैंने उस लड़की को देखा तो मैं तो सन्न रह गया. वो तो मोना है और ये क्या दोनों लड़को में से एक उसका बड़ा भाई है जो दो साल से 12वीं क्लास में फेल हो रहा है और दूसरा उसका बॉयफ्रेंड (बचपन में उसकी और मोना की शादी फिक्स की गई है) जिससे उसकी शादी होने वाली है.
मोना का बॉयफ्रेंड भी उसके भाई के साथ ही पड़ता था और वो भी दो साल से 12वीं क्लास में फेल हो रहा है.
फिर वो तीनों अपने – अपने घर चले गए और फिर मैंने घर आकर खाना खाया और सोच रहा था कि आज के दिन मैंने दो चुदाई देखी, एक मेरी बुआ और उसकी सहेली के भाई की और दूसरी मोना और उसके अपने सगे भाई और होने वाले पति के साथ.
ये सब देख कर मैंने निष्कर्ष निकाला कि आज तक मुझे लंड और चूत चुदाई जैसे शब्द पता थे पर आज मुझे उसका असली मतलब समझ में आ गया और ये शायद ही मुझे कोई बता सकता था. लेकिन ये देखने के बाद मैंने निश्चय कर लिया कि अब मुझे भी चुदाई करनी है पर कैसे और किसके साथ वो पता नहीं.
इस कहानी का अगला भाग – घर का राजा भाग – 3
तो दोस्तों कैसा लगा? आप जरूर मेल करें. हमे पता है कि आप अब गर्म हो गये हो और आप ने लंड को हिलाकर शांत कर शांत कर रहे हो और मेरी गर्म प्यासी आंटी, भाभियां और लड़कियां तो मस्त हो रही हैं और चूत में उंगली डाल कर जल्दी – जल्दी चला रही हैं. चलो जल्दी मेल करो हमें और बताओ अपनी हालत.
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