एक बार मैं अपने दोस्त के घर गया तो मुझे वहां पर एक खूबसूरत लड़की दिखी. जिसे देखते ही मैं फ्लैट हो गया और उसको चोदने के बारे में जुगाड़ करने लगा. कैसे मैं इसमें सफल हुआ ये आपको इस कहानी में जानने को मिलेगा…
हैलो दोस्तों, मेरा नाम आदित्य है और मैं मध्य प्रदेश के सतना जिले का रहने वाला हूं. बात 2 साल पहले की है, मैं अपने दोस्त के घर गया था. मेरा दोस्त अपने घर के एक कमरे में अकेले रहता है. बाकी पूरा घर किराये पर उठा है.
वैसे तो मैं अक्सर ही वहां जाता रहता था लेकिन इस बार जैसे ही मैं उसके घर पहुंचा वैसे ही मुझे एक बहुत ही खूबसूरत लड़की दिखाई दी. उसका नाम पायल (बदला हुआ) था. इतनी मस्त लग रही थी कि देखते ही मेरा मन उसे चोदने का करने लगा. पायल ज्यादा गोरी नहीं है. थोड़ी सांवली है, लेकिन उसका फिगर 32 28 32 है. उसकी उम्र 20 साल और लम्बाई 5 फुट 5 इंच है. अब मैं उसे पटाने में लग गया. इस चक्कर में मेरा मेरे उस दोस्त के घर आना – जाना भी बढ़ गया था.
पूरे 1 महीने तक मेहनत करने के बाद आखिर मैं उसे पटाने में सफल हो ही गया. हुआ यूं कि एक दिन जब मैं अपने दोस्त के घर गया तो वो वहां नहीं था. यह देख मैं वापस आने लगा. तभी सोनी बाहर आई और मुझे जाते देख बोली – जब तक आपके दोस्त नहीं आ जाते आप हमारे यहां बैठ कर उनका वेट कर लीजिए. मैं चला गया. उस दिन वो अपने घर पर अकेली थी. फिर उसने मेरे लिए चाय बनाई. इसके बाद हम बैठ कर बात करने लगे. उस दिन मैं उसके साथ करीब 1 घंटे तक बैठा रहा और बात करता रहा. फिर मेरा दोस्त आ गया और मैं चला गया.
उस दिन के बाद से फिर जब भी मैं वहां जाता तो हमारे बीच थोड़ी – बहुत बात जरूर होती थी. हम दोस्त जैसे बन गए थे लेकिन मुझे तो उसको अपनी गर्लफ्रेंड बनाना था. इसमें मेरे उस दोस्त ने भी मदद की. उसी ने मुझे उस लड़की का मोबाइल नम्बर दिया था लेकिन मेरी हिम्मत नहीं हो रही थी उसके पास फोन करने की.
फिर एक दिन मैं अपने घर में बैठा उसी के बारे में सोच रहा था. मेरा मोबाइल मेरे हाथ में था अचानक मैंने उसे फोन मिला दिया. उसने फोन रिसीव भी कर लिया. अब तो मुझे कुछ न कुछ बोलना ही था. मैंने घबराते हुए अपना परिचय दिया तो वो हंसने लगी और बोली, “घबराए हुए से क्यों लग रहे हो?” तब मैंने बात को संभाला और कहा कि नहीं घबराया कहां हूं. उस दिन हमने फोन पर भी खूब सारी बातें कीं.
उस दिन के बाद से हम दोनों फोन पर भी बात करने लगे. फिर एक दिन मैंने फोन पर ही उससे अपने प्यार का इज़हार कर दिया. उसने भी मेरा प्रपोजल स्वीकार कर लिया. अब हम दोनों के बीच में प्यार वाली बातें होने लगीं. फिर धीरे – धीरे मैंने अपनी बातों को चुदाई की तरफ मोड़ दिया क्योंकि मेरा तो अंतिम ध्येय वही था. वह भी चुदाई वाली बात करते समय काफी उत्तेजित हो जाती थी.
ऐसे ही एक दिन बात करते समय मैंने उससे कहा कि मैं तुम्हें चोदना चाहता हूं. इस पर एक पल के लिए तो वह शांत हो गई लेकिन फिर अगले ही पल उसने कहा कि तो चोद लो न, मना किसने किया है. यह सुन कर मेरी खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा. अब मैं चुदाई का मौका तलाश रहा था लेकिन मौका मिल नहीं पा रहा था क्योंकि घर में वो अपने परिवार के साथ रहती थी और उस समय उसके कॉलेज भी बन्द थे.
लेकिन वो कहते हैं ना कि जब जुगाड़ होना होता है हो ही जाता है. हमारा भी हो गया. उसकी दादी को लकवा मार दिया तो उनको लेकर उसके मम्मी और पापा जबलपुर इलाज के लिए चले गए. वहां उनको इलाज के चलते 2-3 दिन रुकना पड़ सकता था.
उनके जाते ही पायल ने मुझे फोन करके बुला लिया. मैं तुरंत ही वहां पहुंच गया और उस दिन दोस्त के पास न जाकर सीधा उसके कमरे में घुस गया. कमरे के अन्दर जाते ही पायल मुझे दिखी तो मैंने उसे पकड़ लिया और चूमना चालू कर दिया.
उसने सलवार और टी-शर्ट पहना था. मैंने उसके होंठों को 15 मिनट तक ऐसे चूमा जैसे फिर मिलेंगे ही नहीं. चूमते – चूमते ही मैंने उसकी टी-शर्ट को निकल दिया. काले रंग की ब्रा में उसके 32 के मम्मे बहुत मस्त लग रहे थे. मुझसे कंट्रोल न हुआ तो मैंने उनको दबाना शुरू कर दिया. इससे वो पागल होने लगी.
फिर धीरे से मैंने उसकी सलवार को भी निकल दिया. अब वो सिर्फ पैंटी और ब्रा में रह गई. अब मैंने उसके पूरे शरीर को चूमते हुए उसकी ब्रा को निकाल दिया और अगले ही पल पैंटी भी खींच कर नीचे कर दी. अब वह मेरे सामने जन्मजात नंगी खड़ी थी. इसके बाद फिर मैंने अपने भी सारे कपड़े निकाल दिए. अब हम दोनों एक दम नंगे थे.
दोस्तों, मैंने आपको बताया नहीं, मुझे चूत चाटने में सबसे ज्यादा मजा आता है. फिर मैंने अपना मुंह उसकी चूत पर लगाया और चाटना चालू कर दिया. वो तो बस आंखें बन्द करके मजे ले रही थी. मैंने करीब 10-15 मिनट तक उसकी चूत को खूब चाटा. उसके बाद फिर मैंने डेयरी मिल्क सिल्क चॉकलेट निकाली और उसे चूत पर लगाकर फिर से चाटा.
मेरे ये करने से वो जल बिन मछली जैसी तड़पने लगी और चोदने के लिये बोलने लगी. तब मैंने उससे कहा, “इतनी भी क्या जल्दी है मेरी जान, अभी तो तुमने कुछ किया ही नहीं”. तब वो बोली, “जल्दी बताओ क्या करना होगा, मैं सब करती हूं”. मैंने कहा, “मेरा लंड अपने मुंह में लेकर चाटो”.
मेरे इतना कहते ही उसने तुरंत मेरे लंड को अपने मुंह में भर लिया और चाटने लगी. बहुत मज़ा आ रहा था दोस्तों. उसने मेरा लंड इतने मस्त तरीके से चाटा कि कुछ ही देर में मेरा माल उसके मुंह में मेरा गिर गया, जिसे वो पूरा पी गई.
उसके कुछ देर बाद हम दोनों फिर 69 की पोजीशन में आ गए और लंड – चूत चाटने लगे. इस बार उसने भी मेरे लंड पर डेयरी मिल्क लगाकर चाटा.
अब उससे बिल्कुल भी रुका नहीं जा रहा था तो कुछ देर बाद पायल गिड़गिड़ाते हुए मुझसे विनती करने लगी कि प्लीज आदित्य अब तो चोद दो, नहीं तो मैं मर जाऊंगी.
अब मैंने भी देर करना ठीक नहीं समझा क्योंकि लोहे पर चोट करने में तभी मज़ा आता है जब वह गर्म होता है. फिर मैंने उसे सीधा लिटाया और उसकी चूत में लंड डाल दिया. वो किसी न किसी से पहले ही चुदी हुई थी तो उसे मेरा लंड लेने में ज्यादा प्रॉब्लम नहीं हुई.
उसकी चूत में लंड जाते ही मुझे जन्नत सा मजा आ गया. उसकी चूत इतनी गरम थी कि क्या ही कहूं! मुझे ऐसा फील हो रहा था जैसे लंड की सिकाई हो रही हो. अब मैं तेजी से धक्के लगाने लगा. करीब 15 मिनट तक पूरे कमरे में फच्च – फच्च की आवाज गूंजती रही. वो भी उछल – उछल के लंड अंदर ले रही थी.
इस जबरदस्त चुदाई के जब मेरा वीर्य गिरने वाला था तो मैंने उससे पूछा कि कहां गिराऊं? उसने कहा, “अन्दर ही गिरा दो, मैं गोली खा लूंगी, अंदर जब गिरता है तो बहुत मज़ा आता है”. यह सुन कर मैं और भी खुश हो गया. फिर मैंने धक्के मारते हुए अपना वीर्य उसकी चूत के अन्दर ही गिरा दिया.
उसके बाद हम दोनों वहीं सो गये. उन 3 दिनों तक मैं उसी के घर पर रुका रहा. इस दौरान मैंने किस – किस तरीके से उसको चोदा, वो मैं अगले भाग में लिखूंगा. दोस्तों, मेरी इस कहानी में कोई मिर्च – मसाला नहीं है, इसलिये शायद आप लोगों को मजा कम आया हो लेकिन अगले भाग में मजा जरूर आयेगा. मुझे आपके ई-मेल का इन्तजार रहेगा. मेरी मेल आईडी – [email protected]