गर्लफ्रेंड संग रंगरेलियां मनाते छोटे भाई ने पकड़ा

एक बार मैं अपनी गर्लफ्रेंड को लेकर अपने घर गया. उसके तैयार न होने पर भी मैंने उसे उत्तेजित करके उसके साथ सेक्स किया. लेकिन मेरे छोटे भाई ने हमें एक साथ पकड़ लिया…

सभी दोस्तों के साथ-साथ लड़कियों और भाभियों को मेरा प्यार! दोस्तों, अन्तर्वासना पर यह मेरी पहली कहानी है, उम्मीद है आप सब को जरूर पसंद आएगी.

मेरा नाम लकी है और मैं हरियाण का रहने वाला हूं. मेरी उमर 22 साल है. मेरे परिवार चार लोग रहते हैं. मेरी मम्मी – पापा और छोटा भाई. मम्मी – पापा सुबह ही काम पर चले जाते हैं और छोटा भाई पढ़ाई करता है. उसकी उम्र 19 साल है और वो बहुत शरारती है. उसे मेरी गर्ल फ़्रेंड के बारे में सब पता है.

अब आप लोगों का ज्यादा समय वेस्ट न करते हुए मैं सीधा अपनी कहानी पर आता हूं. बात उस समय की है जब मैं 12वीं क्लास में पढ़ता था. मेरी एक गर्लफ्रेंड थी. उसका नाम परी था और वह भी मेरी ही उम्र की थी.

कहानी में आगे बढ़ने से पहले मैं आपको उसके बारे में बता देना चाहता हूं. उसका फिगर 32 26 32 का है और उसका रंग बिलकुल गोरा है. हमारी दोस्ती हुए डेढ़ साल हो गए हैं. इस दौरान मैंने उसे कई बार किस भी किया है.

एक दिन मेरे घर पर कोई नहीं था. उन दिनों गर्मी कुछ ज्यादा ही थी. पहले तो मैंने उसे पार्क आने के लिए कहा. वह आई. लेकिन गर्मी ज्यादा होने की वजह से हम ज्यादा देर रुक नहीं सके. फिर मैंने उससे कहा – परी, आओ मेरे घर पर चलते हैं.

इस पर वो मना करने लगी थी. कह रही थी कि मुझे डर लगता है कि कहीं कुछ हो गया तो? तब मैंने उसे तसल्ली दी और कहा – कुछ नहीं होगा. अगर तुम्हें मुझ से प्यार है और अगर तुम मुझ पर भरोसा करती हो तो चल सकती हो.

इस पर वो बोली – अच्छा, फिर मेरी कसम खाओ कि तुम ऐसा वैसा कुछ नहीं करोगे! इस पर मैंने उसकी कसम खा ली और फिर वो तैयार हो गई. हम निकल पड़े.

रास्ते भर मैं सोचता रहा कि कसम तो खा ली है पर उसको चोदूंगा कैसे? फिर जब मैं और वो मेरे घर पर पहुंचे तो अंदर घुसने के बाद मैं दरवाजा बंद करने लगा. मुझे ऐसा करते देख वो बोल पड़ी – दरवाजा क्यों बंद कर रहे हो?

इस पर मैंने कहा – अगर कोई देख लेगा तो क्या कहेगा कि कौन है? और फिर जब इस शब्द से वह थोड़ा दबाव में आई और कुछ न बोली तो मैंने दरवाजा बंद कर दिया.

उसके बाद मैं बिस्तर पर उसके साथ बैठ गया और हम बातें करने लगे. बातें करते – करते मैंने उसके कंधे पर हाथ रखा और फिर अपने होंठ उसके होंठों पर लगा कर उन्हें चूमने लगा. यह चुम्बन करीब 15 मिनट तक चलता रहा और इस दौरान मैंने उसकी छाती पर हाथ फिराना भी शुरु कर दिया था.

मेरे ऐसा करने का उसने कोई विरोध नहीं किया. इससे मेरी हिम्मत बढ़ गई और धीरे – धीरे मैं उसके पेट से होता हुआ उसकी सलवार के ऊपर से उसकी चूत पर हाथ रख दिया और सहलाने लगा.

अब मेरे होंठ मज़े से उसके होंठों को चूम रहे थे और मेरा एक हाथ उसके वक्ष पर और एक हाथ उसकी चूत पर था. फिर मैं धीरे – धीरे उसकी गर्दन को चूमता हुआ नीचे उसके स्तनों तक पहुंचा और उसकी कमीज के ऊपर से ही उन्हें चूसने लगा.

मेरे ऐसा करने से उसके मुंह से अजीब – अजीब आवाजें निकलने लगीं. यह देख कर मैं समझ गया कि अब वो गर्म हो चुकी है. उसके बाद मैंने धीरे – धीरे एक हाथ को उसकी कमीज के अन्दर डाल दिया और ब्रा के ऊपर से उसके स्तनों को दबाने लगा.

इसके बाद फिर मैंने उसकी कमीज भी उतार दी. इतना होने के बाद भी वो कुछ नहीं बोली क्योंकि तब तक वो पूरी तरह गर्म हो चुकी थी. अंदर उसने सेक्सी लेस वाली काली ब्रा पहन रखा था. कमीज बदन से हटते ही वो अपने स्तन अपने दोनों हाथों से छुपाने लगी.

अब मैंने समय न गंवाते हुए उसे दोबारा किस करना शुरू कर दिया और उसकी ब्रा के ऊपर से चूचियों को सहलाता रहा. फिर उसकी पीठ पर हाथ ले जा के उसकी ब्रा के हुक को भी खोल दिया. अब वो मेरे सामने टॉप लेस थी.

उसे उस तरह देख कर मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ. फिर मैंने उसे बेड पर लिटाया और उसके स्तन चूसने लगा. करीब 20 मिनट तक उसके स्तन चूसने के बाद मैंने उसकी सलवार की तरफ़ हाथ बढ़ाया और उसका नाड़ा खींच के खोल दिया.

इस दौरान मैंने लगातार उसकी चूचियों को चूसना चालू रखा. वह मदहोश सी हो गई थी और उसके मुंह से अजीब – अजीब सी आवाजें आ रही थीं.

यह देख मैंने सोचा कि अगर वह इसी तरह चिल्लाती रही तो पड़ोसी जरूर उसकी आवाज़ सुन लेंगे और फिर समस्या हो जायेगी. इसलिये मैंने उसके स्तन चूसते – चूसते ही बगल में रखे सीडी का बटन ऑन कर दिया और उसका वॉल्यूम भी बढ़ा दिया.

अब म्युज़िक जोर – जोर से बजने लगा. अब किसी को कुछ सुनाई देने वाली बात ही नहीं थी. फिर मैंने धीरे – धीरे उसकी सलवार उतारनी शुरु कर दी. मुझे तुरन्त ही उसकी पैंटी नज़र आई. फिर जैसे – जैसे उसकी सलवार नीचे जा रही थी वैसे – वैसे मुझे उसकी चिकनी टांगे नज़र आ रही थीं.

उसकी सलवार उतारने के बाद मैं उसकी चूत को उसकी काली पैंटी के ऊपर से ही चूमने लगा. मेरे ऐसा करने से वो और जोर – जोर से सिसकियां लेने लगी. फिर धीरे – धीरे मैंने उसकी पैंटी को भी उतार दिया और उसकी चूत को चूमने लगा.

उसे बहुत मज़ा आ रहा था और वह मदमस्त होकर अपनी चूत चुसवा रही थी. थोड़ी देर बाद मैंने उसे उठाया और अपनी गोद में बिठा लिया. फिर मैं उसके मम्मों को चूसने लगा. और साथ में उसकी चूत में उंगली भी डालने लगा.

इससे वह और भी मस्त हो गई और आहें भरने लगी. थोड़ी देर ऐसा करने के बाद मैंने उसे फिर बेड पर लिटाया और एक बार फिर से उसकी चूत चाटने लगा. अब उससे भी रहा न गया और वह एकबारगी बोल पड़ी, “अब और मत तड़पाओ, चोदो जल्दी चोदो मुझे, अब मुझसेकंट्रोल नहीं हो रहा है.”

उसके मुंह से यह सुनते ही मैं खुश हो गया और फिर मैंने अपने भी कपड़े उतारे और पूरी तरह नंगा हो गया. इसके बाद फिर मैंने अपना लन्ड उसकी चूत पर सेट किया और हल्के से एक धक्का दिया. लेकिन कुछ नहीं हुआ. मेरा लन्ड फिसल गया और उसकी आह निकल गई.

यह देख मैं समझ गया कि वह अभी कुंवारी कली है और अब मैं ही उसकी सील तोड़ने वाला हूं. यह विचार दिमाग में आते ही मैं मन ही मन और ज्यादा खुश हो गया. इसके बाद मैंने फिर से अपना लन्ड उसकी चूत पर सेट किया और धीरे – धीरे दबाव बनाने लगा.

इस तरह मेरा थोड़ा सा लन्ड उसकी चूत में घुस के फंस गया. इससे मुझे ये समझ आ गया कि अब तो घुस ही जाएगा. फिर मैंने एक जोरदार धक्का दिया तो मेरा सुपाड़ा उसकी चूत में घुस गया और अगले धक्के के साथ ही मेरा आधा लन्ड उसकी चूत में चला गया. इस धक्के के साथ ही उसकी सील टूट गई और उसकी चूत से खून निकलने लगा.

इतना अंदर जाने पर उसे बहुत दर्द हुआ और वह जोर से चीख पड़ी. लेकिन सीडी बजने की वजह से आवाज बाहर नहीं गई. फिर मैंने अपने होंठ से उसके होंठों को जकड़ लिया और उनका रस पान करने लगा.

थोड़ी देर बाद जब उसका दर्द कुछ कम हुआ तो मैंने फिर से एक धक्का लगा कर अपना पूरा लन्ड अंदर कर दिया. उसके होंठ मेरे होंठों में थे, इसके बावजूद वह चीख पड़ी. उसके मुंह से घुटी – घुटी सी आवाज बाहर आई. उस बार उसकी आंखों में आंसू भी आ गए थे. यह देख मैं उसके मम्मे सहलाने लगा और साथ में धक्के भी देने लगा.

कुछ देर तक वह यूं ही तड़पती रही. फिर जब उसकी चूत कुछ ढीली पड़ी तो उसे भी मज़ा आने लगा और वह मुझे अपनी ओर खींच कर पूरा लन्ड अंदर लेने का प्रयास करने लगी. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. करीब 15 मिनट की चुदाई के बाद मैं उसकी चूत में ही झड़ गया. मेरे साथ – साथ वह भी झड़ गई. अब तक वह 3 बार झड़ चुकी थी. इसके बाद मैं उसके ऊपर लेट गया.

अचानक से घर की डोरबल बजी. डोरबेल सुनते ही हम दोनों अलग हुए और जल्दी – जल्दी अपने कपड़े पहनने लगे. मैं पहन चुका तो वह अपने कपड़े लेकर बाथरूम में घुस गई.

फिर मैं बाहर आया और गेट खोला तो सामने मेरा छोटा भाई खड़ा था. वह मुझे देख के ऐसे मुस्कुराया जैसे उसे सब पता हो. इसके बाद वह अंदर आ गया. तब तक परी भी बाथरूम से बाहर आ चुकी थी और बेड पर बैठी थी. उसे देखते ही भाई के चेहरे की मुस्कान और बढ़ गई.

फिर उसने मुझसे पूछा कि ये कब आई? मैंने कहा कि इसे कुछ पढ़ाई के बारे में पूछना था तो बस अभी थोड़ी देर पहले आई है. मेरा जवाब सुन कर वह मुस्कुराने लगा और फिर अपने रूम में चला गया.

करीब आधे घण्टे बाद फिर परी चली गई. उसके जाने के बाद वह फिर मेरे पास आया और बोला – सच बताना वह क्यों आई थी? मैंने कहा कि बताया तो! तब वह बोली – झूठ मत बोल, यहां तुम दोनों क्या कर रहे थे, मुझे सब पता है! अब मुझसे कुछ बोलते नहीं बन रहा था. फिर उसने कहा कि जो भी रहा हो लेकिन अब मुझे भी एक बार उसे चोदना है.

यह सुन कर मैं चौंक गया और उसे डांटते हुए बोला कि पागल हो गया है क्या? तब वह बोला – मैं जो कहता हूं, करो नहीं तो मेरे पास तुम्हारी फोटो हैं, मैं मम्मी – पापा को दिखा दूंगा. यह सुन कर मैं डर गया. फिर कहा कि कोशिश करता हूं.

बाद में मैंने उसे परी की चूत दिलवाई या नहीं ये सब मैं अपनी अगली कहानी में बताऊंगा. तब तक के लिए नमस्कार! आपकी मेरी कहानी कैसी लगी, कमेंट करके जरूर बताएं.

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