अब उसने वियाग्रा की टेबलेट खा लिया. धीरे – धीरे उस पर वियाग्रा का असर होने लगा. अब मैंने एक बार उसे किस करना स्टार्ट किया और बूब्स दबाने लगा. इस बार वो मेरा पूरा साथ दे रही थी. फिर मैंने उसकी पैंटी में हाथ डाल दिया तो वो धीमी आवाज़ में मना करने लगी…
हेलो दोस्तों, मैं टिंकू हूँ और दिल्ली का रहने वाला हूँ. मैं एक कॉल बॉय हूँ और मेरी एज 26 साल है और मैं काफी स्लिम हूँ. मेरा लंड नार्मल इंसान जैसा करीब 6 इंच लम्बा और 2 इंच मोटा है. अन्तर्वासना पर ये मेरी दूसरी कहानी है, उम्मीद है आप सबको ये भी पसन्द आएगी.
मेरी पहली कहानी को आप लोगों ने काफी पसन्द किया. उस पर आप लोगों के रिस्पॉन्स मिलने पर काफी अच्छा लगा. कहानी के बाद मुझे काफी सारे मेल्स भी आई. इनमें से दिल्ली की एक मैडम का भी मेल था. जिनके पास मैं अभी पिछले हफ्ते जाकर ही आया हूँ.
मेरी पहली कहानी के बाद कुछ लोगों ने मुझे मेल करके पूछा कि मैंने ये सब कैसे स्टार्ट किया. इसलिए मैं आप सबको अपनी पहली चुदाई कहानी बताना चाहता हूँ. जिसके बाद से मैं चुदाई में इतना परफेक्ट हुआ.
अब आप लोगों का ज्यादा समय न वेस्ट करते हुए मैं स्टोरी पर आता हूँ. बात लास्ट इयर के वेलिंटाइन डे की है. मेरी रिलेशनशिप को 2 साल हो गये थे. मेरे सारे दोस्त मुझसे पूछते रहते थे कि भाई, तेरी वर्जिनिटी कब टूटेगी? तो मैं बोलता था कि नहीं, यार ऐसी बात नहीं है, कभी ना कभी तो बारी आएगी ही.
फिर एक दिन मैंने डिसाइड किया कि कोई प्लान बनाऊं. ऐसा प्लान जिससे कि मेरी गर्लफ्रेंड सेक्स के लिए राज़ी हो जाए. वैसे किस करना तो हमारे बीच आम था. यह सोच कर मैंने शाम को उसे कॉल किया और रोमांटिक बातें शुरू कर दी. इस पर वो बोली कि क्या जानू, आज इतना प्यार कहाँ से आ रहा है? तो मैंने कहा कि मैं तुमसे कुछ माँगना चाहता हूँ?
मेरी इस बात पर वो बोली कि माँग लो जो मांगना है, वैसे सब तुम्हारा ही तो है. फिर मैंने कहा कि मैं तुम्हारे साथ सेक्स करना चाहता हूँ. मेरी इस बात पर वो गुस्सा हो गई और मुझे डांटने लगी.
कब मैंने सोचा कि ऐसे तो बात नहीं बनेगी, अब मुझे कुछ अलग ही करना होगा. एक दिन हुआ यूं कि उसके घर वाले सब उसके नानी के घर चले गये थे और वो घर पर अकेली थी. तो उसने फ़ोन करके मुझसे बोला कि आओ घर पे मिलना है. मैंने पूछा कि कोई नहीं है क्या तो वो बोली कि नहीं कोई नहीं है.
फिर मैं तैयार हुआ और निकल पड़ा. रास्ते में मैंने एक विस्की की बोतल ले ली और कंडोम भी ले लिया और उसके घर पहुंच गया. फिर उसने दरवाजा खोला और मुझे हग किया तो मैंने उसे किस करना शुरू कर दिया. इसमें वो भी मेरा साथ दे रही थी तो मैंने धीरे से उसके बूब्स दबाना शुरू कर दिया.
बूब्स दबाने पर जब उसने कुछ नहीं बोला तो मैंने उसके टॉप के अंदर हाथ डालना शुरू किया. मैंने देखा कि उसने ब्रा पहनी हुई है तो मैं बोला कि मैंने तुमसे कहा था न ब्रा मत पहनो पर तुम मानी ही नहीं रही हो. इस पर वो बोली कि आज खुद ही उतार दो.
फिर मैंने धीरे से अपना एक हाथ उसकी पैंटी के अंदर डालना शुरू किया तो वो गुस्सा हो गई और मुझे एक थप्पड़ मार दिया. इस पर गुस्सा तो मुझे भी आया पर मैंने सोचा कि अभी गुस्सा करूँगा तो कुछ नहीं मिलेगा. यही सोच कर मैंने खुद को कंट्रोल किया और कहा कि मैं विस्की लाया हूँ, एक साथ पीते हैं. लेकिन वो मना करने लगी.
फिर मैंने पीने के लिए फोर्स किया तो उसने एक पेग लगाया फिर थोड़ी देर बाद दूसरा पेग भी लगा दिया. अब वो थोड़ा टल्ली सी होने लगी और बोली कि उसका सर घूम रहा है. अब मैंने मौका देख कर अपने पर्स से वियाग्रा की टेबलेट निकाली और उसे देकर कहा कि ये दवा ले लो, सर ठीक हो जाएगा.
अब उसने वियाग्रा की टेबलेट खा लिया. धीरे – धीरे उस पर वियाग्रा का असर होने लगा. अब मैंने एक बार उसे किस करना स्टार्ट किया और बूब्स दबाने लगा. इस बार वो मेरा पूरा साथ दे रही थी. फिर मैंने उसकी पैंटी में हाथ डाल दिया तो वो धीमी आवाज़ में मना करने लगी.
उसने कहा, “नहीं टिंकू, प्लीज़ ऐसा मत करो.” इस पर मैंने कहा कि कुछ नहीं होगा जानू. फिर धीरे से मैंने उसका शॉट्स उतार दिया और उसकी चूत में उंगलियां फेरने लगा.
इससे वो सिसकारियां भरने लगी तो फिर मैंने देर ना करते हुए एक उंगली उसकी चूत में डाल दी. जिससे वो तड़प उठी और मना करने लगी तो मैंने धीरे से अपना मुंह उसकी चूत पर रखा और चुसाई करने लगा. इससे वह अच्छा फील करने लगी और मेरा सर अपनी चूत में दबाने लगी. साथ में वह आहें भी भरती जा रही थी.
करीब 5 मिनट की चुसाई के बाद उसने पानी छोड़ दिया. उसकी चूत का पानी काफी नमकीन था. मुझे उसकी चूत की गंध और उसकी चूत का पानी बहुत पसंद आया. फिर मैंने उसकी चूत को और चूस कर उसे और उतेज़ित किया.
अब वो ज़ोर – ज़ोर से आहें भरने लगी थी. अब वह बोली की टिंकू, मेरी इस आग को जल्दी बुझाओ. दोस्तों, मेरा लंड तो कब से खड़ा था और फुफ्कार रहा था. फिर मैंने अपना लंड उसके फेस के सामने रखा तो वो चूसने के लिए मना करने लगी. अब मैंने कहा कि चूस ले मेरी रंडी वरना तेरी प्यास शांत नहीं हो पाएगी.
मेरे इतना कहने पर वो मेरा लन्ड अपने मुंह में लेने लगी. वो बहुत ही अच्छे तरीके से मेरा लौंडा अपने मुंह में लेकर चूस रही थी. करीब 20 मिनट बाद मेरे लन्ड ने पानी छोड़ दिया और मैं बिस्तर पे लेट गया.
फिर मैंने उसे बर्फ लाने को कहा. जब वो बर्फ लेकर आई तो मैंने उसे अपने मुंह में लेकर उसके पूरे बदन पे लगाया. इससे वो और ज्यादा उत्तेजित हो गई. फिर मैंने उसकी चूत में बर्फ का एक टुकड़ा डाला और चूत चुसाई करने लगा.
मेरे ऐसा करने से वो पागलों की तरह उछालने लगी और सिसकारियां भरने लगी. वो लगातार बोल रही थी, “टिंकू प्लीज़, फक मी प्लीज़.”
अब मैं अपना लन्ड उसकी चूत के ऊपर फेरने लगा और थोड़ा तेल लगा कर उसके चूत में डालने लगा. लेकिन मेरा लंड अंदर जा ही नहीं रहा था. मेरा लन्ड बार – बार फिसल के बाहर आ जा रहा था.
फिर मैंने अपनी दो उंगली उसकी चूत में डाली और थोड़ा तेल लगाया और फिर अपना लन्ड अंदर डाला तो मेरा टोपा अंदर चला गया. जिससे वो चिल्ला उठी और लन्ड बाहर निकालने के लिए बोलने लगी. लेकिन मैं कहाँ मानने वाला था.
अब मैंने एक बार फिर से जोरदार धक्का मारा. जिससे मेरा आधा लंड उसकी चूत के अंदर चला गया और उसकी चूत से खून निकलने लगा. उसे काफी दर्द हुआ और वो रोने लगी. दर्द की वजह से वो बेहोश सी होने लगी थी.
अब मैंने थोड़ा इंतज़ार किया और उसके बाद एक और झटका मार कर अपना पूरा 7 इंच का लन्ड उसकी चूत में डाल दिया. दर्द में वो चिल्ला रही थी.
अब मैंने उसको किस करना स्टार्ट कर दिया और उसके बूब्स दबाने लगा. जिससे उसे मज़ा आने लगा. फिर थोड़ी देर बाद उसने मेरा साथ देना शुरू कर दिया. अब वो अपनी गांड उछाल – उछाल के मुझसे चुदवाने लगी.
ऐसा 15 मिनट तक चला. इस दौरान वो 3 बार झड़ चुकी थी. फिर मैं भी उसके साथ, उसकी चूत में ही झड़ गया. दोस्तों, मैं जो कंडोम का पैकेट ले गया था वो धरा ही रह गया.
दोस्तों, इस तरह मेरा चुदाई ल सफर शुरू हुआ. इसके बाद मैंने काफी चुदाई की लेकिन वो कहानी फिर कभी. आपको मेरी यह स्टोरी कैसी लगी? मुझे मेल करके जरूर बताएं. मेरी मेल आईडी – [email protected]