मेरी पिछली कहानी को पढ़ कर एक लड़की बे मुझे मेल किया. उसने मुझसे कहा कि उसे भी खुल कर प्यार करने वाला साथी चाहिए. फिर किस तरह हमारे बीच नजदीकियां बढ़ती हुई सेक्स तक पहुंचीं, ये इस कहानी में आपको जानने को मिलेगा…
नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम सनी है और आज एक बार फिर मैं आपके लिए एक मस्त स्टोरी ले कर आया हूं. उम्मीद है मेरी पिछली कहानी के जैसे ये कहानी भी आप लोगों को पसन्द आएगी.
मेरी पिछली कहानी को पढ़ कर बहुत सारे लोगों ने मुझे मेल किया. बहुत सारी लड़कियों ने अपनी हॉट पिक भी भेजी. मेरी ये जो कहानी है ये उसी स्टोरी की वजह से बन पाई क्योंकि उसे पढ़ कर एक लड़की ने मुझे मेल किया और हमारी बातें होने लगी. फिर धीरे – धीरे हम अच्छे दोस्त बन गए. हालांकि, उसकी प्राइवेसी को ध्यान में रखते हुए मैं उसका नाम आप लोगों को नहीं बता रहा हूं.
कहानी शुरू करने से पहले मैं आप लोगों को अपने बारे में बता देना चाहता हूं. मैं एक एमएनसी कंपनी में एम्प्लॉई हूं और एक पंजाबी लड़का हूं. मेरी बॉडी भी काफी अच्छी है और अब तक 4-5 लड़कियों को चोद भी चुका.
अब आप लोगों को ज्यादा बोर न करते हुए सीधे अपनी कहानी पर आता हूं. दोस्तों, ये बात तब की है, जब यहां मेरी लास्ट स्टोरी प्रकाशित हुई थी. उसके बाद मुझे एक दिल्ली की लड़की ने कांटेक्ट किया. उसका नाम अंजलि (बदला हुआ) था. वहां वो एक मॉल में स्टोर में काम करती थी.
अपने मेल में उसने लिखा था कि सनी जी, मुझे आपकी स्टोरी बहुत पसंद आई. मैं चाहती हूं कि मेरी भी लाइफ में ऐसा कोई हो जो मुझे खुलकर प्यार करे. उसका मेल देखने के बाद मैंने उसको रिप्लाई किया और उनकी पिक भेजने को बोला.
मेरे कहते ही उसने तुरन्त ही अपनी पिक भेज दी. उसे देख के मैं शॉक्ड रह गया कि ऐसा कैसे हो सकता है कि इतनी खूबसूरत लड़की को आज तक कोई रोमांस करने वाला नहीं मिला! मुझे एक बार तो लगा कि मेरे साथ कोई मजाक कर रहा है. लेकिन 1-2 दिन बाद जब हमने अपने मोबाइल नम्बर एक्सचेंज किये तो उससे बात करके मुझे यकीन हो गया कि वो एक लड़की ही है.
फिर एक दिन मैंने व्हाट्सएप पर उसे एक मैसेज भेजा. उस मैसेज के साथ ही हमारे बीच व्हाट्सएप चैट स्टार्ट हो गई. फिर एक दिन मैंने उससे मिलने को कहा. दोस्तों, तब मैं अमृतसर में रहता था. इसलिए मैंने अमृतसर आने को कहा. इस पर वो पहले तो बोली कि घर पर क्या बताउंगी? फिर बोली कि चलो बहाना सोच कर बताती हूं.
फाइनली हमने शनिवार को मिलने का प्रोग्राम बनाया. उसने अपने घर पर बोला कि एक फ्रेंड की इंगेजमेंट पार्टी है तो उसमें शामिल होने के लिए वो अमृतसर जा रही है. संडे को वापस आ जायेगी.
फिर वो शनिवार को दोपहर में अमृतसर आ गई. मैंने उसे रेलवे स्टेशन से पिक कर लिया. दोस्तों, मैंने उसकी फोटो तो देखी ही हुई थी लेकिन उस दिन वो कमाल लग रही थी. उसने ब्लैक टॉप और ब्लू जीन्स पहन रखा था, जिसमें वह गजब ढा रही थी. उसके लम्बे बाल उसकी गांड तक आ रहे थे. उसके बूब्स काफी बड़े थे और एक दम गोल – गोल थे. कसम से दोस्तों, उसको देख कर ही मेरा लण्ड खड़ा हो गया था.
फिर वो मुझसे बोली कि देखते ही रहोगे या अब स्टेशन से चलोगे भी. उसकी बात सुन कर मैंने मुस्कुरा दिया और फिर हम दोनों एक रेस्टोरेन्ट पहुंचे. उसको भूख लगी थी तो हमने साथ में लंच किया.
दोस्तों, शाम को कहाँ जाना है? रात में कहाँ रुकना है? ये सब की प्लानिंग मैंने पहले ही कर रखी थी. लंच के बाद हम एक फेमस मॉल में मूवी देखने चले गए. मैंने जान – बुझकर हेट स्टोरी 2 के टिकट लिए थे ताकि फ़िल्म देखने के बाद लड़की का मूड बन जाए.
फिर हम टिकट ले कर सिनेमा में चले गए. मूवी देखने के दरमियान शुरुआती 10-15 मिनट तक हमने नार्मल बातें की और फिर उसके बाद मैंने उसके कंधे पर हाथ रख दिया. यह देख वो हंसने लगी.
तब मैंने उसके कान में कहा कि मूवी देखनी है या हम थोड़ा रोमांस भी कर लें. इस पर वो बोली कि यहां तो मैं तुम से ही मिलने आई हूं. मूवी तो मैं दिल्ली में भी देख सकती थी. उसकी बात सुन कर मैं समझ गया कि उसकी क्या मंशा है और वह क्या चाहती है.
फिर मैं उसको किस करने लगा. उसने अपने होंठों पर पता नहीं क्या लगाया था, जिससे बहुत अच्छा टेस्ट आ रहा था. फिर मैंने उसके बूब्स को दबाना स्टार्ट कर दिया. इससे एक दम से उसके मुंह से ‘आह’ की आवाज निकल गई. इस पर मैंने उसे कहा कि ज्यादा जोर से आवाज मत करो. अगल – बगल लोग बैठे है.
मेरी बात सुन कर वो हंसने लगी. दोस्तों, मूवी देखते हुए हमने थोड़ा बहुत रोमांस किया और फिर सोचा कि अब रात में इसको चोद के खूब मज़ा लूंगा. फिर मैंने मूवी देखने पर अपना ध्यान लगाया. जब मूवी खत्म हो गई तो हम दोनों बाहर निकले.
तब तक रात हो चुकी थी. इसलिए मैंने उससे कहा कि चलो होटल चलते है. फिर मैं पहले से बुक होटल में उसे ले गया और चेक – इन करके रूम में घुसते ही उसको पकड़ लिया. तब वो बोली – सनी 10 मिनट बैठो तो फिर आराम से करना. इस पर मैंने कहा – स्वीटहार्ट तुम इतनी हॉट लग रही हो कि रहा ही नहीं जा रहा है.
यह सुन कर वो कुछ न बोली. फिर मैंने उसको अपनी गोद में उठाया और ले जाकर बेड पर लिटा दिया और फिर खुद उसके ऊपर चढ़ गया. इसके बाद मैंने उसका टॉप उतार दिया. उसने अंदर ब्लैक कलर की नेट वाली ब्रा पहन रखी थी. जिसमें से उसके बूब्स बाहर आने को बेताब दिख रहे थे.
उसके बूब्स देख के मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ और मैं ब्रा के ऊपर से ही उनको पकड़ के चूसने लगा. इस पर वो सिसकारियां लेने लगी. इस दौरान उसकी सांसें भी जोर – जोर से चल रही थीं.
फिर मैंने उसकी ब्रा उतार दी और लेफ्ट वाले नंगे बूब्स को मुंह में लेकर चूसने लगा. बूब्स पर मुंह लगते ही उसकी बॉडी को जैसे करंट लग गया हो. वो एकदम से सिहर उठी और जोर – जोर से ‘आह आह’ की आवाज करने लगी.
मैं उसके बूब्स को काफी देर तक चूसता रहा. मेरे चूसने से उसके बूब्स का कलर पूरा रेड हो चुका था. फिर मैंने अपना एक हाथ नीचे ले गया और उसके जीन्स की जिप खोल के हाथ से उसकी पैंटी के ऊपर से चूत को रगड़ने लगा. मेरे ऐसा करने से वो जोर – जोर से सिसकारियां भरने लगी और साथ में ‘ऊऊऊईईईई माँ… ये क्या कर रहे हो? मत करो ऐसा नहीं तो मैं मर जाउंगी’ जैसे पता नहीं क्या – क्या बोलने लगी.
फिर मैंने उसकी ब्लैक कलर की पैंटी भी उतार दी. ओह माय गॉड! उसने अपनी चूत पूरी क्लीन शेव कर के रखी थी. फिर मैंने उसकी चूत में अपनी उंगली डाल दी. इससे वो बेड पर एकदम से उछल गयी.
इस पर मैंने कहा – जानेमन, ये तो केवल उंगली अंदर गयी है. लण्ड तो अभी अंदर जाना बाकी है. यह सुन कर वो बोली – सनी, प्लीज धीरे – धीरे करो. मजा तो आ रहा है लेकिन दर्द भी बहुत हो रहा है. तब मैंने कहा – तुम फ़िक्र मत करो, मैं सब कुछ धीरे – धीरे ही करूंगा.
फिर मैंने उसकी चूत को चाटना स्टार्ट किया. क्या मस्त चूत थी उसकी. एक मिनट बाद ही वो पूरी गीली हो गयी और उसके फेस का कलर गुलाबी हो गया. अब तक मेरा लण्ड भी खड़ा होकर 7 इंच का हो चुका था. अब मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ और मैं चोदने की तैयारी में आ गया.
चुदाई शुरू करने से पहले मैंने उसको बोला कि देखो, शुरू में थोड़ा दर्द तो होगा लेकिन बाद में बड़ा मजा आएगा, इसलिए शुरू के दर्द को सह लेना. इतना कह के मैंने उसकी चूत पर अपने लण्ड को रखा और जोर से धक्का लगाया. लेकिन लण्ड अंदर नहीं गया. उसकी चूत बहुत टाइट थी.
मैंने एक बार फिर लण्ड सही जगह पर रख कर जोर से झटका मारा, तो मेरा आधा लण्ड उसकी चूत में घुस गया. उसे दर्द हुआ और वो जोर चिल्लाई ‘सनी, आह मार डाला रे’. उसका दर्द देख कर मैं करीब 10 सेकंड के लिए रुक गया. फिर जब लगा कि दर्द कम हुआ है तो मैंने लण्ड को धीरे – धीरे हिलाना स्टार्ट कर दिया. अब उसे भी मज़ा आने लगा और उसने भी अपनी टांगों को हिलाना शुरू कर दिया था.
फिर मैंने जोर से एक और धक्का मारा. इस बार मेरा पूरा लण्ड अंदर चला गया. वो फिर से चिल्लाई ‘आह सनी आपका लण्ड तो बहुत ही बड़ा है, आराम से करो यार, मैं कहीं भागी थोड़ी न जा रही हूं.’ लेकिन इस बार मैंने उसकी चीख पर ध्यान नहीं दिया और जोर – जोर से लण्ड अंदर- बाहर करने लगा.
धीरे – धीरे मेरे लण्ड ने उसकी चूत में जगह बना ली और आराम से अंदर – बाहर होने लगा. अब वो बहुत खुश लग थी. साथ में वह आंखें बंद करके सिसकारियां भी ले रही थी.
फिर थोड़ी देर बाद मैंने उससे कहा कि चलो अब पोजिशन चेंज करते है. उसने भी सहमति जताई. इसके बाद मैंने उसको डॉगी स्टाइल में किया और जमकर चोदा. मैंने लगातार उसे 15 मिनट तक चोदा. फिर हम दोनों साथ ही झड़ गए. और मैं उसके ऊपर ही लेट गया.
तब वह बोली – सनी, आज आपने मुझे जन्नत की सैर करवा दी. अपने मुझे बहुत ही ज्यादा मजा दिया. इस पर मैंने कहा कि लड़कियों को खुश करना ही तो मेरा फ़र्ज़ है. दोस्तों, उस रात हमने 3 बार सेक्स किया और हर बार अलग – अलग पोजीशन में. इसके बाद फिर 3 बजे के करीब हम सो गए. सुबह 8 बजे उसकी ट्रेन थी तो हम 7 बजे उठे और मैं उसको रेलवे स्टेशन छोड़ आया.
दोस्तों, हम अभी भी टच में हैं और जब भी हमें मौका मिलता है हम चुदाई करने से नहीं चूकते. मैंने उसको दिल्ली जा कर भी चोदा है. लेकिन वो स्टोरी बाद में शेयर करूंगा.