करीब 15 मिनट की चुदाई के बाद उसकी चूत से पानी आना बंद हो गया और उसकी चूत में जलन शुरू हो गई. फिर वो रोने लगी और बोली मुझे जलन हो रही है मेरी चूत एकदम सूख गई है. मैंने थोडा सा थूक उसकी चूत में डाला और फिर उसकी चूचियों को चूस कर उसकी चूत को फिर से गरम कर दिया…
हेल्लो दोस्तों! मैं सौरभ दिल्ली का रहने वाला हूँ. बात मेरे बारहवीं क्लास की है, जब एक दोस्त ने मज़ाक में मुझसे ये कह दिया था कि जिसके लण्ड पर तिल होता है उस भोसडी वाले को कभी चूत नहीं मिलती. ये बात मेरे दिमाग में बैठ गई क्योंकि मेरे लैंड पर तिल है.
जब दिल्ली में ग्रेजुएशन के दौरान मुझे कोई चूत नहीं मिली तो मैं बॉम्बे चला गया MBA करने के लिए. वहाँ मुझे एक लड़की से सच्चा प्यार हो गया पर वो भी नहीं मिली. उसके बाद तो मैंने बस मिशन चूत शुरू कर दिया. वैसे मेरी हाइट 5’11″है और मेरी बॉडी एथेलेटिक है और मेरा लुक्स भी अच्छा है.
फिर MBA के साथ मैंने एक और कोर्स ज्वाइन किया. शुरू में मुझे वहाँ एक भी अच्छी लड़की नहीं दिखी. हालांकि मैंने 4 दिन लेट कोर्स ज्वाइन किया था. अगले दिन एक लड़की आई जो बहुत ही सेक्सी और हॉट थी. उसका नाम था अंशिका और उसकी हाइट 5’4″ थी. और उसका फिगर गजब का था 34 26 34 का. वो लगातार क्लास में आती थी बस जिस दिन मैंने ज्वाइन किया उस दिन ही नहीं आई थी. तो पाँचवे दिन मेरे लिए वो और उसके लिए मैं नया था.
हम दोनों को लगा की हम दोनों नए हैं. इसलिए क्लास खत्म होते ही आंशिका मेरे पास आई और बोली कोर्स मत छोड़ना, आज आपकी ट्रायल क्लास होगी ना. यहाँ पर काफी अच्छे- अच्छे टीचर हैं. बस आज की क्लास ही बोरिंग रही है. इधर मैं बस स्माइल कर रहा था. फिर एक कॉमन फ्रेंड ने हमें इंट्रोड्यस करवाया कि मैं कल ज्वाइन कर चुका हूँ और कल आंशिका नहीं आई थी.
बस फिर हम दोस्त बन गए और हमने अपने मोबाइल नंबर एक्सचेंज कर लिए. मैं अंशिका को रोज मेसेज करने लगा. मैं उसे दिन में 10-12 मेसेज करता था और कभी- कभी हमारी फ़ोन पर बात भी हो जाती थी. एक दिन उसका मेसेज आया “क्या आप मुझे प्रपोज करना चाहते हो.” मैंने उसे कोई जवाब नहीं दिया और नार्मल क्लास की बात करने लगा. उसे गुस्सा आ गया.
फिर अंशिका गुस्से में बोली- मैंने एक मेसेज किया है, उसका रिप्लाई देना है या नहीं.
मैं- यार, ऐसे फ़ोन पर हां बोलने से आपको कुछ याद तो रहेगा नहीं. मैं कल मिल कर प्रपोज करने का सोच रहा था ताकि आप और मैं हमेशा याद रखें.
अंशिका- वॉव! ओके थैंक्यू.
अगले दिन हमने क्लास बंक की और डोमिनोज में गए. पिज़्ज़ा खाने के बाद मैंने आंशिका को चॉक्लेट दी और घुटनों पर बैठकर प्रपोज किया. वो बहुत खुश हुई और कहा मुझे क्लास में 2 लड़के पसंद थे तो जिसने पहले मुझे प्रपोज किया मैं उसकी. दोस्तों यहाँ आपको याद होना चाहिए कि मैं एक टूटे हुए दिल का आशिक़ था, जिसका मिशन सिर्फ चूत था.
बस फिर उसी दिन प्रपोज करते ही मैं उसे खाली कमरे में ले गया और लिप टू लिप किस करते हुए उसके होंठों को चूस डाला. क्योंकि मुझे अब उसके भाग जाने का डर नहीं था. मैंने सोचा जाना है तो चली जायेगी.
फिर रात को उसकी हॉस्टल की फ्रेंड ने अंशिका को अच्छे से समझा दिया कि ये सौरभ तुमसे प्यार नहीं करता है ये तो सिर्फ मज़े लेने आया है, वर्ना पहली मीटिंग में कोई किश नहीं करता. ये बात अंशिका ने मुझे रोत-े रोते बताई.
अंशिका बोली- तुम OM पर कभी भरोसा नहीं करना चाहिए. तुम मुझसे प्यार नहीं करते हो न, तुमको तो सिर्फ सेक्स चाहिए.
( पर हम तो दिल्ली वाले हैं बात को घुमाना अच्छे से जानते हैं)
मैं- पहले ये बताओ ये OM क्या है?
आंशिका- आउट ऑफ़ महाराष्ट्रा.
मैं- ओके, बस किस किया तो आपको लगा मैं आपसे प्यार नहीं करता.
अंशिका- हां.
मैं- याद है कल आपने क्या कहा था?
अंशिका- क्या?
मैं- आपने कहा था कि आपको 2 लड़के पसंद है. और मैंने पहले प्रपोज किया तो आपने हां कर दिया. अगर आपका मूड बदल जाता तो आप मुझे छोड़ जाते. तो कहीं आप मुझे छोड़ ना दो इस डर से मैंने आपके ऊपर सिर्फ अपनी मोहर लगाई है. वर्ना किस कोई बड़ी चीज़ नहीं है. आज के बाद नहीं करूँगा. पर आई लव यू सो मॅच. ये मत कहो कि मैं प्यार नहीं करता.
आंशिका- सॉरी यार, हॉस्टल की लड़कियों ने माइंड डाइवर्ट कर दिया था. प्लीज सॉरी डिअर.
बस फिर क्या था अब तो किस करना, बूब्स प्रेस करना, फ़ोन पे सेक्स चेट करना सब नार्मल हो गया था. फिर एक दिन प्रोजेक्ट करने के बहाने मैंने अंशिका को अपने रूम पर बुलाया और अपने रूम मेट को कहा की 3-4 घंटे बाद आना.
वो जैसे ही रूम में आई मैंने अंदर से दरवाजा बंद किया और गले से लगा के उसके दोनों होठों को चूस डाला. और चूसते- चूसते वो बिस्तर के ऊपर आ गई और मैं आंशिका के ऊपर.
आंशिका ब्लैक जीन्स और डीप नैक की ढीली सी टी-शर्ट पहन के आई थी तो उसके बूब्स को बाहर निकालना बड़ा ही आसान था. किस करते- करते मैंने उसकी चूचियों को दबाना स्टार्ट कर दिया.
अंशिका- आअह्ह्ह्ह्ह, दबाओ और दबाओ प्लीज. मैं आपके लिए ही तैयार हो कर आई हूँ. चूस लो जानू और जोर- जोर से चूसो.
मैंने उसके होठ छोड़ के बूब्स को बहार निकला. क्या चूची थी! एक दम गोरी और उसमे पिंक कलर का छोटा सा निप्पल. मैं बस देखता ही रह गया.
अंशिका- क्या देख रहे हो आपका ही है. चूस लो प्लीज.
मैं- ओह्ह्ह्ज्ज्ज् बेबी मुछ्ह्हज्जज्ज लव यू. आह्ह्ह्ह्हज क्या चूचियाँ हैं.
फिर उसकी चूचियाँ खूब चूसने के बाद मैंने उसकी टी-शर्ट निकाल और ब्रा खींचकर निकाल दी. मैंने अपने ऊपर के कपड़े भी निकाल दिए और उसे गले से लगा लिया. जहां- जहां हमारी बॉडी टच हुई वहां वहां से इतना मज़ा आया कि मैं आपको बता नहीं सकता सिर्फ मैं फील कर सकता हूँ.
फिर मैंने जैसे ही उसकी जीन्स का बटन खोला.
आंशिका बोली- प्लीज, ये सब शादी के बाद.
मैं- अब कण्ट्रोल नहीं हो रहा है प्लीज जानू.
अंशिका- नहीं ना.
मैंने जबरदस्ती उसकी जीन्स के साथ ही उसकी पैंटी भी उतार दी.और उसकी चिकनी चूत देख कर बोल पड़ा- वाओ जानू! एक दम क्लीन.
अंशिका- आज मॉर्निंग में ही कर के आई हूँ.
मैं- फिर नखरे क्यों कर रही थी.
आंशिका- मुझे पता था कि तुम मानोगे तो है नहीं तो ऐसे ही. और फिर वह जोर- जोर से हँसने लगी.
फिर मैं सब भूल कर चूत देखने लगा जैसे कि मुझे इसमें PHD करनी हो.
आंशिका- क्या देख रहे हो ऐसे?
मैं- प्लीज यार कुछ न बोल. फर्स्ट टाइम देख रहा हूँ देखने दो. आपको शर्म आ रही है तो शर्म आने दो.
और फिर मैं 5 मिनट तक चूत देखता रहा. उसकी छोटी सी चूत पर कोई बाल नहीं था और बीच में एक लाल रंग का चीरा लगा हुआ था, जिसके दोनों तरफ हल्का- हल्का चूत का पानी रिस रहा था.
आंशिका- आप भी अपना दिखाओ न.
मैंने अपना 7 इंच का लण्ड निकाला जो ऊपर से बिलकुल लाल था और लण्ड के बीचों बीच एक तिल था.
अंशिका- आह्ह्ह्ह्ह् कितना रशीला और बड़ा है ये. इसका तिल कितना अच्छा लग रहा है. कितना मोटा है. मेरा इसको चूस- चूस कर खाने का मन कर रहा है. आपका ये मेरे अंदर कैसे जाएगा?
मैं- ये क्या है और तुम इसके कहां जाने की बात कर रही हो? नाम लेकर बात करो न जानू.
आंशिका- शरमाते हुए, आपका लण्ड मेरी चूत में.
मैं- टेंशन न लो मैं तुम्हें दर्द नहीं होने दूंगा बिलकुल भी.
आंशिका- लव यू.
बस फिर क्या था चूत मेरे सामने थी और लण्ड आंशिका के सामने. मैंने आंशिका को कहा आप सीधे लेट जाओ और फिर मैंने उसकी चूत पर किस करना स्टार्ट कर दिया. दोस्तों, चूत चूसने का अपना एक अजब मजा है और चूत चूसने की अपनी एक कला भी है. चूत को चूसो पर चूत का पानी मत पियो. बस पानी निकालो और शरीर पे डालते रहो और फिर आपका सारा मुंह गीला हो जाएगा और चूत भी साथ ही मजा भी डबल हो जाएगा.
आंशिका तड़पती रही और चिल्ला रही थी- आह्ह्ह्ह प्लीज़ जानू अब अंदर ड़ाल दो. इधर मैं उसकी चूत और गांड तक सब कुछ चूसता रहा और उसकी चूचियाँ दबाटा रहा. मेरा पूरा फेस उसके चूत के पानी से सना हुआ था. मैं उसकी चूत में जीभ डालता और फिर जब वो झड़ने वाली थी तो छोड़ दिया और फिर मैंने कहा- जानू लण्ड डाल दूं क्या?
अंशिका- फाड़ दो जान दर्द नहीं होगा सुन्न पड़ी हुई है चूत मजे से.
फिर मैंने लण्ड को चूत पे रखा और प्यार से अंदर ड़ालने लगा तो नहीं गया. वो बोली साले लण्ड में दम लगा और फाड़ दे आज मेरी चूत प्लीज. अब मैंने चूत में अंगुली डाल कर स्पेस बनाया और उसकी चूत में पूरा लण्ड ड़ाल दिया और उसके होठों को होठों पर लगा के बंद कर दिया.
मैंने उसकी चूत में पहले ही इतनी आग लगा रखी थी कि उसने बस आह्ह्ह्ह्ह्ह करके पूरा लण्ड ले लिया. और फिर उसके बूब्स चूसते हुए उसकी चूत मारता रहा.
करीब 15 मिनट की चुदाई के बाद उसकी चूत से पानी आना बंद हो गया और उसकी चूत में जलन शुरू हो गई. फिर वो रोने लगी और बोली मुझे जलन हो रही है मेरी चूत एकदम सूख गई है. मैंने थोडा सा थूक उसकी चूत में डाला और फिर उसकी चूचियों को चूस कर उसकी चूत को फिर से गरम कर दिया.
फिर मैंने उसको घोड़ी बना कर उसकी चूत में लंड पेल दिया. वो मजे में आह्ह्ह्ह अहह अहह फ़क मी जान, फाड़ दो मेरी इस चूत को बोलती रही और फिर 20- 25 मिनट बाद मेरे लण्ड ने पानी छोड़ दिया. जिसे मैंने उसकी कमर पर ड़ाल दिया. अब हम दोनों बहुत खुश थे. फिर हम दोनों करीब 2 घंटे साथ में ही लेते रहे और इस दौरान मैं आंशिका से चिपका रहा और फिर वह अपने होस्टल चली गई.
इसके बाद मैंने कई लड़कियों को चोदा तब जाकर मुझे लण्ड में तिल का मतलब समझ आया और मैं जान गया कि मेरा दोस्त झूठ बोल रहा था.
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