मेरे पड़ोस में एक लड़की रहती थी. मैं काफी टाइम से उसे चोदना चाहता था लेकिन कहने से डरता था. एक दिन मैं छत पर था तभी नहाती हुई उसकी मां मुझे दिखीं. ये बात मैंने उससे बोल दी. यह सुन कर वो मुझसे नाराज़ हो गई. तब मैंने बता दिया कि मैं तुम्हारी मां को नहीं तुम्हें देखने गया था. यह सुनते ही वह मुझसे चिपक गई और मेरा काम बन गया…
हेलो दोस्तों, मेरा नाम रॉकी है और मैं फिर से हाज़िर हूं आपके सामने एक मस्त कहानी लेकर. जिस लड़की की यह कहानी मैं आप लोगों को बताने जा रहा हूं, पहले उसके बारे में बता देना चाहता हूं.
वो लड़की दिखने में बिल्कुल पॉर्न एक्ट्रेस जैसी है. उसकी आंखें इतनी जो कोई भी देखे नशे में आ जाए. अगर कोई भी उसकी 34 के बूब्स देख ले तो इतना उतावला हो जाए कि आंखों ही आंखों में कपड़ों के ऊपर से ही चोद दे.
अब आप लोगों का ज्यादा टाइम न वेस्ट करते हुए मैं सीधा अपनी कहानी पर आता हूं. बात तब की है जब मैं कॉलेज में पढ़ता था. वो लड़की भी मेरे साथ ही पढ़ती थी. उम्र में वो मुझसे 1 साल छोटी थी और उसका घर मेरे घर के पास ही था. इसलिए हमारा एक – दूसरे के घर आना – जाना लगा रहता था.
दोस्तों, मैं उसे स्कूल टाइम से ही चाहता था. कॉलेज में आने पर मुझे तमाम लड़कियां मेरी दोस्त बनीं लेकिन मैं दिल से उसके सिवा किसी और का न हो सका. जब भी मुझे टाइम मिलता उसी के बारे में सोचता और उसे ही देखने की कोशिश में रहता.
एक दिन उसे देखने के लिए जब मैं अपनी छत पर गया तो देखा कि ऊपर बाथरूम में उसकी मां नंगी होकर नहा रही हैं. उनके बाथरूम का दरवाजा आधा खुला था. दोस्तों, एक बात और उनके बाथरूम की खिड़की खुली होने पर हमारी छत से अंदर का सारा नज़ारा एक दम साफ दिखता था. खैर, उस दिन उन्हें देख कर मैं वहां से चला आया.
एक बार कॉलेज से छुट्टी होने के बाद वह मेरे साथ ही घर आ रही थी. तभी मैंने उससे पूछ लिया कि तुम्हारी मम्मी दरवाजा खोल के नंगी होकर क्यों नहाती हैं? मेरे इस सवाल पर उसने कोई जवाब न दिया और मुंह फुला कर तेजी से चलती हुई अपने घर चली गई.
फिर 3-4 दिन तक हमारी कोई बात न हुई. मैंने उसे कई मैसेज भी किए लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया. कई दिन इंतज़ार करने के बाद आखिरकार एक दिन मैं उसके घर चला गया.
उस दिन वो अपने घर पर अकेली थी. जैसे ही मैं उसके यहां पहुंचा तो मुझे देखते ही वो अपने रूम में चली गई. यह देख मैं भी पीछे – पीछे उसके रूम में चला गया.
जब उसने मुझे अपने रूम के अंदर देखा तो बाहर जाने के लिए कहने लगी. लेकिन मैं नहीं और फिर मैंने उसका हाथ पकड़ लिया. तब उसने हल्के गुस्से वाले लहज़े में मुझसे कहा – आपको शर्म नहीं आती, मेरी मम्मी को नहाते देखते हुए! यह सुन कर मैंने उससे सॉरी कहा और कहा कि मैं ऊपर देखने तो तुझे गया था लेकिन मुझे तुम्हारी मम्मी नहाती हुई दिख गईं. अब इसमें मेरी क्या गलती?
मेरे मुंह से अपने बारे में ऐसा सुन कर वह शर्मा गई और फिर अपना हाथ छुड़ा के मेरे गले में डाल दिया और लिपट गई. अब उसके बूब्स मेरे सीने से टकराने लगे. इससे मेरा लन्ड खड़ा हो गया. जिसे उसने भी महसूस किया लेकिन बोली कुछ नहीं, बस मेरी तरफ देख के एक क़ातिलाना मुस्कान बिखेर दी.
इससे मेरी हिम्मत बढ़ गई और फिर मैंने उसके गाल पर एक किस कर दिया. जिसका उसने कोई विरोध नहीं किया. फिर क्या था. मैंने उसके होंठों को अपने होंठों के बीच कैद कर लिया और उसके नाज़ुक लिप्स को चूसने लगा. वो भी मेरा साथ देने लगी और मेरे होंठों का रसपान करने लगी.
इतना सब कुछ करने से वो बहुत गर्म हो गई थी एयर अब उसके मुंह से सिसकियां भी निकल रही थीं. तभी मैंने उसके टॉप के अंदर हाथ डाल कर उसके बूब्स पकड़ लिए. मुझे ऐसे करता देख उसने भी बिना देर किए पैंट के ऊपर से ही मेरे लौड़े को पकड़ लिया और सहलाने लगी. फिर बोली – ये तो बहुत बड़ा है.
तब मैंने कहा कि जितना बड़ा होगा, मज़ा उतना ही ज्यादा आएगा. लेकिन मेरे कहने के बावजूद भी वह डर रही थी. फिर मैंने उसकी निकर उतार दी और उसकी नाज़ुक सी छोटे – छोटे बालों वाली चूत देखने लगा.
अब तक उसने भी मेरे लोअर के अंदर अपना हाथ डाल दिया था और उसे खींच के लन्ड को आज़ाद कर दिया. तब मैंने उसे लन्ड चूसने को कहा लेकिन वो नहीं मानी. मैंने भी जोर नहीं दिया.
फिर मैंने उसे बेड पर लिटाया और उसकी चूत पर जीभ लगा के चाटने लगा. मेरे ऐसा करने से उससे कंट्रोल नहीं हुआ तो उसने मेरा मुंह अपनी चूत से हटा कर मुझे खड़ा होने को कहा. मैं खड़ा हो गया. तब वह उठी और गप से लन्ड मुंह में लेकर लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी.
फिर थोड़ी देर तक लन्ड चूसने के बाद उसने वह हटी और बेड के बगल में रखे सीडी प्लेयर में रोमांटिक गाने की कैसेट लगा कर म्यूजिक चालू कर दिया. इसके बाद फिर वह मेरे पास आकर बैठ गई.
फिर मैंने उसे बेड पर लिटा दिया और उसकी टांगें खोल के चौड़ी की और लन्ड को उसकी चूत पर टिका दिया. फिर मैंने हल्का सा दबाव बनाया और थोड़ा सा लन्ड अंदर चला गया. इस पर वो चिल्लाने लगी. लेकिन मैंने उसके दर्द की परवाह किये बिना जोर का झटका और लन्ड उसकी सील तोड़ता हुआ पूरा अंदर घुस गया. दोस्तों, ऐसा मैंने इसलिए किया क्योंकि मुझे मालूम था कि अगर इस बार मैंने छोड़ दिया तो फिर वह दर्द का बहाना बनाती रहेगी और कभी भी मुझे चोदने नहीं देगी.
लन्ड के अंदर जाने के बाद फिर मैं कहां रुकने वाला था! मैं लगातार धक्के देता रहा और चिल्लाती रही. जबरदस्त चुदाई चल रही थी. थोड़ी देर बाद उसे भी मज़ा आने लगा और खुद ऊपर – नीचे होकर मेरा साथ देने लगी.
करीब 10 मिनट तक चली चुदाई के दौरान वह 3 बार झड़ चुकी थी और अब मेरे झड़ने की बारी थी. फिर मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी और करीब 10 जोरदार शॉट मारने के बाद उसकी चूत में ही मैंने भी पानी छोड़ दिया. इस धकापेल चुदाई के बाद मैं थक गया था तो उसके ऊपर ही लेट गया. और थोड़ी देर तक लेटे रहने के बाद वापस अपने घर चला गया.
दोस्तों, उस दिन के बाद हम एक दम से खुल गए और अब हमें जब भी कोई मौका मिलता है हम चुदाई जरूर करते हैं. आपको मेरी यह कहानी कैसी लगी, मुझे मेल करके जरूर बताएं. मेरी मेल आईडी – [email protected]