मेरे मामा के साले की बेटी एक बार मेरे घर पर आई हुई थी. वो बहुत ही मस्त माल थी. उसको देखते ही मेरे दिमाग में चुदाई का भूत सवार हो गया. फिर किस तरह मैंने उसे पटाया और चोदा, पढ़ें मेरी इस कहानी में…
नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम यश है और मेरी उम्र 25 साल है. मेरा लन्ड 8 इंच लम्बा और 4 इंच मोटा है. ये जो कहानी मैं आप सब को बताते जा रहा हूँ वह मेरी पहली और सच्ची कहानी है. इसमें अगर कोई गलती हो जाए तो माफ करना.
ये कहानी आज से 4 साल पहले की है. तब मैं 12वीं में पढ़ता था. मेरे बोर्ड एग्जाम शुरू होने वाले थे. इसी बीच मेरे मामा के साले की लड़की रितिका (बदला हुआ नाम) मेरे घर पर आई थी. वो देखने में बाबत मस्त थी. उसके बूब्स 34 के थे और फिगर 34 26 36 का.
मैंने उसे पहली बार देखा था. जब से वो मेरे घर आई थी तभी से मेरा मन उसे चोदने का करने लगा था. लेकिन मम्मी – पापा के डर की वजह से मैं कुछ भी करने से डरता था. मैं रोज प्लानिंग करता लेकिन उसको लागू न कर पाता.
आखिर एक दिन मेरे मन की मुराद पूरी ही हो गई. उस दिन मम्मी – पापा को एक शादी में जाना था. वहां से वो रात को लौटने वाले थे. उस दिन सुबह 10 बजे मैं उन्हें रेलवे स्टेशन पर छोड़ आया. जब मैं आ रहा था तो मम्मी ने मुझसे कहा कि रितिका का ध्यान रखना हम रात में आ जाएंगे. मैंने कहा हां मम्मी बिल्कुल, आप परेशान न हों.
इसके बाद जब मैं वापस आ रहा था तो रास्ते में एक मेडिकल स्टोर से मैनफोर्स कंडोम का एक पैकेट खरीद लिया क्योंकि मेरे दिमाग में कुछ और ही चल रहा था.
जब मैं घर पहुंचा तो रितिका टीवी देख रही थी और टीवी पर एक इंग्लिश मूवी आ रही थी. फिर मैंने उससे खाना बनाने को कहा और खुद नहाने के लिए बाथरूम चला गया. नहाते समय मैंने रितिका के नाम की मुठ मारी लेकिन लन्ड अभी भी शांत नहीं हुआ. उसे चोदने के खयाल से वो खड़ा ही था.
जब मैं नहाकर निकला तो रितिका की नज़र मेरे 8 इंच लम्बे और 3 इंच मोटे और खड़े लन्ड पर पड़ी. वो घूर – घूर के मेरे लन्ड को देख रही थी. तभी मेरी नज़र उससे मिली और फिर वह शर्मा कर किचन में चली गई. यह देख मुझे लगने लगा कि शायद रितिका भी मुझसे चुदना चाहती है. तभी तो वह मेरे लन्ड को घूर रही थी.
फिर मैंने कपड़े पहने और खाना खाने के लिए डायनिंग पर आ गया. तब तक वो भी खाना लेकर टेबल पर आ चुकी थी. वो मुझे बार – बार देख कर मुस्कुरा रही थी. यह देख मैंने उससे पूछ लिया कि क्या देख रही हो रितिका?
मेरे इस सवाल का जवाब देने की बजाय पलट कर उसने मुझसे सवाल पूछ लिया – भैया, आपकी कोई गर्लफ्रेंड है? मैंने नहीं में अपनी गर्दन हिलाई और कहा – मेरी ऐसी किस्मत कहां! तब वह बोली कि आपको तो कोई भी लड़की मिल जाएगी, आप एक बार ट्राय तो करो.
दोस्तों, वो मेरी बॉडी देख कर फ्लैट हो चुकी थी क्योंकि उन दिनों मैं जिम के साथ – साथ रेगुलर स्विमिंग करने भी जाता था. इस वजह से मेरी बॉडी बहुत मस्त हो गई थी.
खाना खाने के बाद मैं उठ कर वाश वेसिन में हाथ धोने चला गया और रितिका बर्तन धुलने लगी. काम खत्म करने के बाद हम टीवी देखने लगे. जो इंग्लिश मूवी चल रही थी वो खत्म होने वाली थी. उधर मेरे दिमाग में बस यही चल रहा कि शुरुआत कैसे करूं!
रितिका बिल्कुल मेरे करीब बैठी और उसके बगल के पसीने की मादक खुशबू मेरे नाक में घुस रही थी. उसकी चिकनी बगल और उसकी खुशबू को महसूस कर मेरा लन्ड खड़ा हो चुका. उधर वो टीवी देखने में मशगूल थी या देखने का दिखावा कर रही थी.
अब मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा था. फिर मैंने उसके कान के पास मुंह ले जाकर पूछा कि तुम्हारा कोई बॉयफ्रेंड है? इस पर वो बोली कि नहीं है. मैंने पूछा क्यों नहीं है तो बोली कि मुझे प्यार – व्यार काकॉन्सेप्ट समझ नहीं आता.
तब मैंने उसका हाथ पकड़ा और कहा – रितिका, तुम मुझडे अच्छी लगती हो और मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं. इस पर वो भी बोली कि मैं भी आपसे प्यार करती हूं.
अब मुझे हरी झंडी मिल गई थी. फिर मैंने उसको बाहों में भर लिया और उसके होंठों पर एक जोरदार चुम्मा लिया और एक लम्बा स्मूच किया. अब वो भी मुझे चूम रही थी. ऐसा करते समय उसके मुंह से ‘आह आह उम्म हां हां ऐह’ जैसी पता नहीं कितने तरह की मादक आवाजें निकल रही थीं.
फिर मैंने अपना एक हाथ उसके बूब्स पर रखा और हल्का सा दबाया तो उसको मज़ा आने लगा. फिर जैसे ही मैंने अपना हाथ उसकी जीन्स के ऊपर से उसकी पैंटी पर रखा तो उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोली – चलो, बेडरूम में चलते हैं.
फिर मैं उसको उठा कर बेड रूम में ले गया और बेड पर सीधा लिटा दिया. उसके बगल से आने वाली मादक खुशबू मुझे लगातार उत्तेजित कर रही थी. फिर मैंने उसका टॉप उतार दिया. जो उसके पसीने से भीग चुका था. अंदर उसने काली ब्रा पहन रखी थी, जो पसीने की वजह से बगल की तरफ सफेद हो गई थी.
तब मैं उसके पेट को चूमने और चाटने लगा. इस दौरान मैं कभी – कभी काट भी लेता था. अब वो मुंह से ‘आह उम्म ओह्ह’ जैसी मादक आवाजें निकालने लगी.
इसके बाद मैंने उसकी जीन्स उतारी. मैंने देखा कि उसकी पैंटी भी गीली हो चुकी थी. साफ था कि वो झड़ चुकी थी. अब मैंने अपनी जीभ को उसकी चिकनी और चिपचिपी चूत पर लगाया. इससे वो मदहोश सी हो गई.
अब मैं मस्त होकर उसकी चूत को पैंटी के ऊपर से चाटने लगा. थोड़ी देर बाद मैंने उसकी पैंटी फाड़ दी. इसके बाद मैंने अपना 8 इंच का लन्ड उसकी चिकनी और गीली चूत पर और अंदर डालने की कोशिश करने लगा. लेकिन मेरा लन्ड फिसल गया. ऐसा इसलिए क्योंकि उसकी टाइट चूत बहुत गीली हो चुकी थी.
तब मैंने एक तकिया उसकी कमर के नीचे रखा और फिर चूत पर लन्ड को सेट करके हल्का सा धक्का दिया. इससे मेरा आधा लन्ड उसकी चूत में घुस गया. वो चीख पड़ी और बोली – आईई मार डाला! दोस्तों, मैंने देखा कि इस दौरान उसकी आंखों से आंसू निकल रहे थे.
फिर मैंने थोड़ा सा और जोर लगा कर अपना पूरा 8 इंच म लन्ड उसकी चूत में सरका दिया. अब उसकी सील टूट चुकी थी. दर्द की वजह से वो फिर बड़ी जोर से चिल्लाई – आह, फाड़ डाली रे मेरी चूत!
तब मैंने अपना लन्ड बाहर निकाला और उसे चूमने लगा. ऐसा इसलिए ताकि उसका दर्द कुछ कम हो जाए. मेरे किस करने से जैसे ही उसका दर्द कुछ कम हुआ वैसे ही मैंने लन्ड फिर से अंदर डाल दिया और धक्के लगाने लगा.
अब उसको भी मज़ा आने लगा. करीब 20 – 25 मिनट की जोरदार चुदाई के बाद मैं उसकी चूत में ही झड़ गया और उसके ऊपर गिर गया. इस दौरान वो पता नहीं कितनी बार झड़ी थी. दोस्तों, मम्मी – पापा को छोड़ कर आते समय रास्ते में मैंने कंडोम लिया तो था लेकिन उसका कोई यूज़ ही नहीं हुआ. वैसे बिना कंडोम के चुदाई करने का मज़ा की कुछ और है!
उस दिन मैंने तीन बार उसको चोदा और वो भी बिना कंडोम के. बाद में मैंने कई बार उसकी चुदाई की. मैंने उसकी गांड भी मारी. अब उसकी शादी हो चुकी है लेकिन फिर भी जब हमें मौका मिलता हायह चुदाई जरूर करते हैं.
इस कहानी में मुझसे अगर कोई गलती हुई हो तो माफ करना. आशा है आप सब का लन्ड और चूत कहानी को पढ़ कर पानीजरूर छोड़ चुके होंगे. कहानी कैसी लगी, कमेंट करके जरूर बताएं.
उसने तेरा 8इन्च का लंड आराम से ले लिया
आपका लंड बहुत ताकतवर है
संभाल कर डालिये