मैं अपनी मामी को बहुत पसंद करता था और उनकी चुदाई करना चाहता था. एक बार मैं उनके यहां गया. फिर किस तरह उनकी नींद का फायदा उठा कर मैंने उनकी चुदाई की ये आपको इस कहानी में पता चलेगा…
नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम उपेंद्र है और आज मैं आप सब को मेरी और मेरी सेक्सी मामी की चुदाई की कहानी बताने जा रहा हूं. दोस्तों, मैं अजमेर का रहने वाला हूं और अजमेर में ही मेरे मामा का भी घर है. उनकी पत्नी यानी कि मेरी मामी बहुत खूबसूरत हैं, जो भी उन्हें देख लेता है, उसका मन उन्हें चोदने का ही करने लगता है.
अब इधर – उधर की बातों में ज्यादा टाइम न वेस्ट करते हुए मैं सीधे अपनी कहानी पर आता हूं. यह बात 2013 की है. तब मैं अपने मामा के यहां गया हुआ था. दोस्तों, मेरी मामी के बोबे काफी बड़े – बड़े हैं और मेरी ही तरह मेरी मामी को भी चुदाई का बहुत शौक है.
रात को खाना खा कर मैं सो गया. सुबह के समय घर पर कोई नहीं था. जब उठा और मुंह धोने के लिए कमरे से बाहर आया तो देखा कि मामी खुले में नहा रही थीं. नहाते समय मुझे मामी की गांड ही दिख रही थी. दोस्तों, मेरी मामी की गांड की साइज 40 की है.
मामी की गांड देख कर मेरा मन चुदाई का होने लगा और मैं मामी की गांड मारने का सोचने लगा. फिर मैंने मुंह धुला और लैट्रीन चला गया. वहां मैंने मामी की गांड को याद कर मुठ मारी और झड़ने के बाद बाहर निकल आया.
इसके बाद दिन इधर – उधर की बातों में बीता. फिर मैं बाहर घूमने चला गया. शाम को जब मैं वापस घर आया तो फिर से मामी पर मेरी नज़र पड़ी. उनको देखते ही मुझे उनकी मस्त गांड याद आ गयी. मामी की गांड याद आते ही मेरा लंड फिर खड़ा हो गया और मुझे दोबारा मुठ मारनी पड़ी.
उस के बाद फिर मैं मामी को चोदने के बारे में सोचने लगा. मैं उन्हें चोदने का प्लान बना रहा था लेकिन कोई जुगाड़ नहीं दिख रहा था. इसी तरह सोचते – सोचते रात हो गई. हमने साथ में रात का खाना खाया और खाने के दौरान बहुत सी बातें भी कीं लेकिन मेरा दिमाग तो अभी भी उन्हें चोदने के तरीके ही तलाश रहा था.
फिर रात का खाना खाने के बाद मैं मामी के कमरे में जाकर टीवी देखने लगा. मामी भी पूरा काम करने के बाद कमरे में आकर बैठ गईं और मेरे साथ ही टीवी देखने लगीं.
फिर कुछ देर बाद मामी को नींद आ गई और वो वहीं सो गईं. यह देख मैंने टीवी बंद कर दी और वहीं उनके बेड पर लेट कर सोने लगा. लेकिन मुझे नींद नहीं आ रही थी. मेरे दिमाग में बस मामी की गांड ही घूम रही थी.
कुछ देर तक मैं यूं ही लेटा इधर – उधर करवट बदलता रहा. मामी मेरी ओर अपनी पीठ कर के सो रही थी और मैं उनकी गांड को देख रहा था. कुछ देर बाद जब मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ तो मैं मामी से पास जाकर चिपक गया और उनके बोबे दबाने लगा. साथ ही एक हाथ से अपना लंड सहलाने लगा.
मैं करीब 3-4 मिनट तक ये सब किया. इतना करने के बाद भी जब मामी ने कोई हरकत नहीं की तो मैंने कपड़े के ऊपर से उनकी चूत को सहलाना शुरू कर दिया. थोड़ी देर चूत सहलाने के बाद उनकी चूत से पानी निकलना शुरू हो गया और मेरा हाथ गीला होने लगा. यह देख कर मैं समझ गया कि बस मामी सोने का नाटक कर रही हैं लेकिन वास्तव में वो भी चुदना चाहती हैं.
फिर मैंने मेरे पूरे कपड़े उतारे और मामी को यहां – वहां चूमने लगा. अब मामी भी जाग गई थीं और वह भी मुझे चूमने लगीं थी. फिर धीरे – धीरे मामी पूरी गरम हो गईं तो मैंने उनको भी पूरा नंगा कर दिया. इसके बाद मैं उल्टा हुआ और उनकी चूत को चाटने लगा. चूत पर मेरी जीभ टच होते ही मामी उछल पड़ीं और उनके मुंह से एक सिसकारी सी निकल गई.
फिर मैं मज़े से मामी की चूत का रस पान करने लगा. मामी की चूत से लगातार काम रस रिस रहा था, जो मेरी जीभ के रास्ते मेरे अंदर जा रहा था. उनके रस का टेस्ट थोड़ा कसैला सा था लेकिन उसमें मादक मज़ा था. धीरे – धीरे मैं मदहोश होने लगा. अब मुझे उनकी चूत के सिवा कुछ दिखाई नहीं दे रहा था.
फिर थोड़ी देर बाद जब मामी से बर्दाश्त नहीं हुआ तो उन्होंने कहा, “अब और कितना तड़पाओगे, नहीं बर्दाश्त हो रहा मुझसे, जल्दी से लंड अंदर डालो”. उनकी यह बात सुन कर मैं और जोश में आ गया. फिर मैं सीधा हुआ और उनकी टांगों को चौड़ा करके चूत के छेद पर लंड रख दिया और एक जोरदार धक्का लगाया. मेरा लंड सरसराता हुआ अंदर घुस गया और सीधा उनकी बच्चेदानी से जाकर टकराया, जिससे उनके मुंह से एक आह सी निकल गई. हालांकि, चूंकि मामी पहले ही काफी चुद चुकी थीं इसलिए मेरे लंड से उन्हें कोई खास दिक्कत नहीं हुई.
अब मैंने चुदाई करना शुरू कर दिया. दोस्तों, मैं बताना भूल गया था कि मेरा लंड 8 इच लंबा और 3 इंच मोटा है, उसके अंदर जाते ही मामी ने नीचे से अपनी गांड को हिलाना शुरू कर दिया और मुझे तेज रफ्तार से चुदाई का बोलने लगी.
फिर मैंने भी अपनी रफ्तार तेज कर दी. कुछ देर बाद मामी का पानी निकल गया और उन्होंने मुझे कस के जकड़ लिया. फिर थोड़ा शांत होने पर उन्होंने मुझसे कहा कि तुम अपना पानी मेरी चूत में ही निकालना. मैंने भी हां में सर हिला दिया.
इसके बाद मैं फिर तेजी से धक्के लगाबए लगा. करीब 20 मिनट बाद मैंने अपना पानी मामी की चूत में ही निकाल दिया. अब मैं थक गया था इसलिए मामी के ऊपर ही लेट गया. फिर पता नहीं कब मुझे नींद का गई और मैं सो गया.
फिर सुबह मामी ने ही मुझे उठाया. उठाते वक्त मेरा लंड खड़ा देख कर मामी ने फिर से चुदाई के लिए कहा तो मैं भी चुदाई के लिए तैयार हो गया और एक फिर से मैंने मामी की चुदाई कर दी. इस बार पूरे 30 मिनट तक मेरा पानी नहीं निकला. हमें उस दिन बहुत मज़ा आया.
उस दिन के बाद से मैं और मामी आज तक चुदाई कर रहे हैं. हम चुदाई का कोई भी मौका छोड़ते नहीं हैं. दोस्तों, मुझे हिन्दी में लिखना नहीं आता है इसलिए मुझसे कहानी लिखने में कोई गलती हुई हो तो मुझे माफ करना. साथ ही मेरी कहानी कैसी लगी, ये बताना मत भूलना. मेरी मेल आईडी –
[email protected]