मेरे ऑफिस में एक मस्त लड़की काम करती थी. वो मेरे मैनेजर की भांजी थी. वह बहुत ही सख्त मिजाज की थी. इस कहानी में पढ़ें कि कैसे मैंने उसे उसके मामा यानी के मेरे मैनेजर के घर में चोदा…
नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम अमित चौधरी है. आज मैं आप सब को अपनी जिंदगी की हकीकत बताने जा रहा हूँ. मैं मेरठ का रहने वाला हूँ और ग़ज़ियाबाद में जॉब करता हूँ. मैंने अन्तर्वासना की बहुत सारी कहानियां खूब पढ़ी हैं. लेकिन ये मेरी पहली कहानी है जो मैं आप लोगों से शेयर कर रहा हूँ. आप लोग इसे पढ़ कर मजा लें और अपनी सलाह दें.
कहानी शुरू करने से पहले मैं अपने बारे मैं बता दूं. मेरा कद 6 फुट और 5 इंच का है. मेरा रंग गेहुंआ है और शरीर लंबा के साथ – साथ चौड़ा भी है. अब आप लोगों का ज्यादा समय न बर्बाद करते हुए सीधे अपनी कहानी पर आता हूँ.
मैंने अपनी पहली जॉब नोएडा में शुरू की थी. उस वक़्त तक मैंने चूत नहीं मारी थी. मैंने एक लड़की फंसाई थी, मैं उससे प्यार करता था लेकिन डरता था, जिस वजह से मैंने उसकी भी चूत नहीं मारी थी. मैंने 25 फरवरी 2008 को ऑफिस ज्वाइन किया. जब मैं पहले दिन ऑफिस पहुंचा तो मेरी मुलाकात मेरे स्टाफ से हुई. उनमें एक लड़की थी. वह मुझे देख कर बहुत हंस रही थी. उसका नाम साहिना (बदला हुआ) था.
उस दिन ऑफिस में मेरा पहला दिन था तो मैंने उसे इग्नोर कर दिया. एक दिन मैं साहिना से बात कर रहा था. तब ऑफिस के मेरे एक दोस्त ने साहिना की तरफ इशारा करते हुए बताया कि ऑफिस की सब लड़कियों पर लाइन मारना लेकिन इस लड़की से दूर रहना. ये थोड़ी खिसकी हुई है और इसकी मामी यहाँ की मैनेजर हैं.
उसकी बात सुन कर मैंने सोचा कि क्यों बिना मतलब पंगा ले लिया. इतनी मुश्किल से ये जॉब मिली है और अगर ये भी चली जाएगी तो क्या करूँगा. खैर, अब मैं थोड़ा बचने लगाथा.
दोस्तों, मेरी आदत थी कि सुबह – सुबह ऑफिस पहुंच कर मैं सबसे हाथ मिलाता था. मैं उससे भी करता था. कुछ दिन बाद मैंने किसी से सुना के उसकी फ्रेंड्स बोल रही थी कि अमित तुझसे हाथ मिलाने जरूर आता है, शायद तुझ पर लट्टू है.
यह सुन कर मुझे बड़ा अजीब लगा कि जब मैं कोशिश ही नहीं कर रहा हूँ तो फिर क्यों मेरा नाम लिया जा रहा है? दोस्तों, मैं थोड़ा सा गुस्से वाला हूँ तो लेकिन मैंने फिर इग्नोर किया और अपना काम शुरू कर दिया.
थोड़ी देर बाद साहिना मेरे पास आई और मेरे कान पर चिकोटी काट कर चली गयी. यह देख मैं चकित रह गया कि ये क्या हो रहा है! दोस्तों, मैं आप सब को साहिना के बारे में भी बता दूं वो भी गुस्से वाली थी और इसी लिए ऑफिस के सब लड़के उससे दूर रहते थे.
हालांकि, कुछ हरामी लड़कों ने कोशिश भी की थी पर उसने उन्हें फ्लोर पर ही झाड़ दिया था. तब से उसे प्रोपोज करने के लिए किसी की हिम्मत ही नहीं होती थी. चिकोटी काटने के बाद जब वह चली गई तो एक दोस्त बोला – शायद यह तुझ पर मरने लगी है! मैं बोला कि मरने दे मैं इंटरेस्टेड ही नहीं हूँ तो क्या फायदा?
इस पर वो बोला कि बकरा खुद कटने आ रहा है और तू पीछे हट रहा है. तब मैं थोड़ा झल्ला कर बोला – अरे नहीं करना है ये सब, काम करना है और घर जाना है, मैं इनके चक्कर मैं नहीं पड़ूंगा.
लंच टाइम हो चुका था. मैं दोस्तों के साथ लंच कर रहा था तो वो अपना खाना ले कर हमारे पास आई और बोली – कैन आई ज्वाइन यू गाइज? तब हम बोले – ऑफकोर्स! फिर वो खाना खाने हमारे साथ ही बैठ गयी. थोड़ी देर बाद वो मेरे दोस्त नीरज की तरफ इशारा करते हुए बोली – तुम्हारा दोस्त शायद काम बोलता है! तो वो हंस कर बोला – हां, थोड़ा कम बोलता है!
दोस्तों, मैं आप सब को उसके बारे में बताना ही भूल गया था. उसका फेस और फिगर प्रीती जिंटा जैसा है. वह एक दम गोरी चिट्टी है. ऐसी कि कोई हाथ रख दे तो मैली हो जाए. मेरा भी मन करता था लेकिन उस टाइम तक मैं लड़कियों के बारे में एक दम लुल्ल था.
ऐसे ही 2-3 महीने तक चलता रहा. उस समय मैंने एक नई बाइक पल्सर 150 निकली थी. एक ऑफिस से आते समय वो बोली – अमित, तू मुझे मेरे घर छोड़ देगा क्या मेरी तबीयत ठीक नहीं है. मैंने हां कर दी तो वो मेरे साथ चल दी.
रास्ते में उसने मुझसे पूछा – क्या तुम मुझे पसंद करते हो? तब मैंने कहा – हां करता हूँ लेकिन मैं तुमसे शादी नहीं कर सकता. तब वो बाइक पर ही रोने लगी और बोली – क्यों नहीं कर सकते? तब मैंने कहा कि मैं इकलौता हूँ और मेरी लाइफ पर मुझसे ज्यादा मेरे मम्मी – पापा का हक़ है और वैसे भी तुम मुसलमान हो और मैं हिन्दू. शादी करने पर वैसे ही दंगे हो जाने हैं.
यह सुन कर वो और तेज रोने लगी और बोली कि मैं हिन्दू क्यों नहीं हूँ. उसका रोना देख कर मैं डर गया कि कोई सुनेगा तो पता नहीं क्या समझेगा? फिर मैं उससे बोला कि यार, अभी कुछ भी नहीं बिगड़ा है तुम पीछे हट सकती हो लेकिन अगर आगे बढ़ी तो जब तक तुम मेरी लाइफ में रहोगी तब तक सिर्फ तुम ही होगी कोई दूसरी कोई नहीं आएगी.
इस पर वो रोती हुई अपने घर चली गयी. फिर उसने मुझसे 3-4 दिन तक बात नहीं की. मैंने भी नहीं की. मैंने सोचा कि वो समझ चुकी है. लेकिन अगले ही दिन उसका फोन मेरे पास आया. वो बोली कि मुझे पिक करने घर आ जाओ.
मैं पहुंच गया और वो मेरे पीछे मुझसे लिपट कर बैठ गयी. मुझे अजीब लगा पर मैंने कुछ नहीं कहा. ऑफिस पहुंचने के बाद वो मुझसे बोली कि क्या तुम अभी कैफेटेरिया आ सकते हो? दोस्तों, मैं आपको बता दूं कि सुबह के वक़्त वहां कोई नहीं होता है. पूरा खली पड़ा रहता है तो मैं उसके पीछे – पीछे पहुंच गया.
वहां पहुंचने के बाद वो बोली – तुम मेरा जवाब सुनना चाहते हो! मैं कुछ नहीं बोला तो उसने जोर से मुझे किश किया और मेरे होंठ पर काट लिया. जिससे ब्लड निकल आया. मैं सरप्राइज था. फिर वो बोली – जब तक तुम हो बस तुम ही रहोगे मेरी लाइफ में. नहीं जानती कि तुमसे शादी होगी या नहीं. लेकिन अगर तुमसे नहीं हुई किसी और से हुई तो भी मैं तुमसे ही प्यार करुँगी.
इस पर मैं बोला – रहने दे क्यों सर दर्द पाल रही है. तो वो बोली – ये सर दर्द ही तो पालना चाहती हूँ. फिर हम नीचे फ्लोर पर आ गये और वही रोज़ वाली नॉर्मल लाइफ चलने लगी.
ऐसे ही चल रहा था. एक दिन वो बोली – तुम लल्लू ही रहोगे. मैं बोला – कैसे? तो वो बोली कि हमारी दोस्ती है या बकवास कहीं घूमना नहीं एक किस भी नहीं. सच बताऊं दोस्तों, मैं उससे सच्चा प्यार करता था और उसे प्यार से रखना चाहता था. मैं चाहता था कि जब उसकी मेरी शादी नहीं हो सकती तो क्यों उसकी जिंदगी ख़राब की जाए.
खैर, फिर मैं बोला कि तुम ही बता दो कहां चलना है? तो वो बोली कि एक होटल है वहां चलते है. दोस्तों, उस होटल के बेसमेंट में सिर्फ कपल्स की ही एंट्री थी. हम वहां जाकर बैठ गए तो उसने मुझे जोर से किस किया. जब उसने किस किया तो मैं भी शुरू हो गया.
मैंने उसके बूब्स पर मुंह रख दिया और उसके बूब्स को चूसने लगा. उसके बूब्स एक दम पिंक कलर के और बिल्कुल गोल – गोल थे. वे एक दम रस भरे और अनछुए थे. अब मैं जी भर कर उनको काटने और चूसने लगा.
उधर उसने भी मेरी गर्दन पर काटना शुरू कर दिया और लव बाइट का निशान दे दिया. फिर वो मोईन करने लगी. उसके मुंह से ‘ऊ ऊ आह आह आह’ की आवाजें आ रही थी. करीब 15 मिनट्स बाद जब वेटर आया तब हम अलग हुए और बाहर निकल गए.
फिर उसने मुझसे पूछा कि मेरी पैंट गीली तो नहीं हो रही है. इस पर मैं बोला – हां हो रही है. तो वो हंसने लगी और बोली कि तुम ऐसे पहले इंसान हो जिसे मैंने छूने दिया है नहीं तो मैं किसी को अपने पास फटकने भी नहीं देती. इस पर मैं बोला कि मैं जानता हूँ. तो वो बोली – कैसे. मैंने जवाब दिया कि दोस्तों से पता चला है.
फिर कुछ दिन तक हमें मौका नहीं मिला. कुछ दिन बाद वो मुझसे बोली कि मेरे मामी और मामा 5 दिनों के लिए अपने गांव जा रहे हैं. दोस्तों, मैं आप सब को बताना ही भूल गया कि वो अपने मामा के यहाँ रहती थी. मैंने कहा ठीक है.
फिर एक रात को करीब 11 बजे मेरे पास उसका फ़ोन आया. उसने मुझसे कहा कि उसे डर लग रहा है तुम अभी आ जाओ. मैं बोला ठीक है आता हूँ. फिर रात 12 बजे मैं उसके घर पंहुचा.
उसे देख कर मेरा दिमाग सन्न रह गया और लंड फड़कने लगा. उसने नाइटी पहन रखा था. फिर उसने मुझे सीने से लगा लिया. इसके बाद मैंने उसे किस करना स्टार्ट कर दिया. अब वो मुझ पर भूखी शेरनी की तरह टूट पड़ी.
हम एक – दूसरे को किस किये जा रहे थे. इतने मैं मैंने उसकी नाइटी हाथ से फाड़ दी. अब वो बिलकुल पागल हो चुकी थी और मुझे किस किए जा रही थी. कभी वह मेरे होंठ चूमती तो कभी मेरी छाती को कटती.
दोस्तों, अब मैं भी अपना आपा खो चुका था और उसके रसीले चूचों को काट रहा था. इतने में वो बोली – अमित रुको. मैं बोला – क्यों? तो उसने कहा – पहले तुम्हें मेरी मांंग में सिंदूर भरना पड़ेगा नहीं तो हमें पाप लगता है. मैंने हामी भर दी.
इसके बाद फिर मैंने उसकी मांग में सिंदूर भर दिया. अब वो तैयार हो चुकी थी. इसके बाद हम फिर से शुरू हो गए. फिर मैंने उसकी काले रंग की ब्रा और पैंटी उतार दी और उसकी चूत चाटने लगा. अब वो बुरी तरह से चिल्लाने लगी. वो ‘आह आह खा जाओ मेरी चुत को आह, अब मैं तुम्हारी हूँ अमित, चाट डालो आह आह’ की आवाज कर रही थी. फिर करीब 15 मिनट बाद वो झड़ गई.
अब वो मुझको खड़ा करके मेरा लंड मुंह में लेकर चाटने लगी. मेरी हालत ख़राब हो चुकी थी और वो मेरा लंड छोड़ ही नहीं रही थी. मैं लगातार पागल हुए जा रहा था और उसके बाल नोच रहा था. करीब 10 मिनट बाद मैं उसके मुंह में ही झड़ गया और वो मेरा सारा माल सारा पी गयी.
थोड़ी देर बाद अब मैं दोबारा तैयार हो चुका था. फिर मैंने उसे बेड पर लिटा दिया और अपना 6 इंच का मोटा लंड उसके चूत से सटा दिया. इसके बाद मैंने जोर से झटका मारा. जिससे उसकी चीख निकल गयी. उसने कहा – मार डाला अमित तूने तो!
दोस्तों, उस झटके के साथ मेरा आधा लंड उसकी चूत मैं घुस चुका था. इसके बाद मैंने एक झटका और लगाया तो वो रोने लगी और कहने लगी कि अमित निकालो इसे मुझे बहुत दर्द हो रहा है. लेकिन मैंने लन्ड बाहर नहीं निकाला और उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए और धीरे – धीरे किस करने लगा.
थोड़ी देर बाद वो मेरा साथ देने लगी. अब हमें बहुत मजा आ रहा है. अब वह कहने लगी, ‘अमित चोदो मुझे चोदो, आह मैं तुम्हारी हो चुकी हूँ, मैं तुम्हारे बच्चे की माँ बनना चाहती हूँ चोदो मुझे और जोर से चोदो.’
अब मैं पूरी स्पीड से उसे चोद रहा था और वो अपनी गांड हिला – हिला कर चुद रही थी. उसके बूब्स कड़े हो चुके थे और मैं पागलों की तरह उन्हें चूस रहा था. करीब 25 मिनट की चुदाई के बाद जब मैं झड़ने वाला था तो मैं बोला जानू मैं होने वाला हूँ. इस पर वो बोली कि मेरी चूत में ही आ जाओ.
फिर करीब 5 मिनट बाद मैं उसकी चूत में ही झड़ गया. मेरे लन्ड से करीब 6-7 धार उसकी चूत में गिरी और फिर मैं उसके ऊपर लेट गया. तब वो बोली जानू मेरी चूत और बूब्स को तुम्हारी आदत हो चुकी है. इतना कह कर वो मेरे गले से लिपट गयी. दोस्तों, उस रात हमने करीब 3 बार किया और 5 दिन तक ये सब चलता रहा.
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