धीरे-धीरे मेरा डर खत्म होता जा रहा था। मैंने धीरे से आंटी की चूत में ऊँगली डाल दी और अंदर- बाहर करने लगा। उत्तेजना के कारण मै उनके मम्मो को और जोर से दबाने लगा। इतनी जोर से मम्मे दबाने की वजह से आंटी की आँख खुल गई……
नमस्ते दोस्तों! मेरा नाम मनीष है। मेरी उम्र 23 साल है। मेरी हाईट 5’ 11” है। अब मैं आपको मेरी और मेरी एक आंटी की असली जीवन की कहानी बताने जा रहा हूँ।
दोस्तों चूत चुदाई के मामले में मैं काफी अभागा था। बस समझ लो कि खड़े लंड पे धोखा हो गया था। मेरी एक गर्लफ्रेंड थी जिसका नाम सुहाना था। हालाँकि मै उसे दिल से प्यार करता था। एक बार हमारी नजदीकियां इतनी बढ़ गयीं की हम दोनों हमबिस्तर होने की पूरी तैयारी में थे। बस यहीं सारी गड़बड़ हो गयी।
सुहाना ने जैसे ही मेरा लंड देखा वो काफी डर गयी। दरअसल मेरा लंड काफी मोटा है और इसकी लम्बाई तकरीबन 9” है। इतना बड़ा लंड देखते ही उसने अपने कपड़े वापिस पहन लिए। उस दिन के बाद से सुहाना मुझसे दूर होती गयी। मैंने सोचा कि शायद मुझे अब बिना चूत के ही रहना होगा। अपने हाथों से ही मेरा काम चलने लगा।
लेकिन वो कहावत है न की “ देर है अंधेर नहीं”। मेरे साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। मेरी चूत चुदाई की प्यास मेरे परिवार में ही पूरी हो गयी।
मेरे छोटे चाचा और चाची ट्रान्सफर होकर हमारे ही शहर में आ गये। हमारे मोहल्ले में ही उन लोगों ने किराए पे घर ले लिया। मेरे चाचा का टूरिंग जॉब है इसलिए अक्सर वो अक्सर शहर के बाहर जाते रहते हैं। चाची एक लम्बी गोरी महिला हैं और उसका नाम है मीरा।
उसकी उम्र लगभग 34 के आसपास है। वो दिखने में बहुत खूबसूरत है। उसका फिगर 36- 32- 36 का है जो अच्छे- अच्छो का लंड खड़ा कर दे। उनके दो लड़के हैं और एक लड़की। लड़की अभी छोटी है और दोनों लड़के दूसरे शहर में हॉस्टल में रहते है।
मेरी आंटी व उनकी लड़की घर पर अकेली रहती हैं। जब भी अंकल बाहर जाते हैं तो मुझे उनके घर पर सोने के लिए जाना पड़ता है। आंटी मुझसे बिलकुल शर्म नहीं करती हैं और मेरे पास में ही नाइटी पहन कर सो जाती हैं।
अक्सर रात में उनकी नाइटी उनकी जाँघों तक चढ़ जाती है। जब मेरी रात को आँख खुलती है। तो मैं उनको देख कर बहुत उतेजित हो जाता हूँ। फिर बाथरूम में जाकर उनके नाम की मुठ मार कर सो जाता हूँ। एक बार तो उन्होंने पीछे से मुझे ऐसा करते देख भी लिया था।
उस दिन मै उनसे नजर नहीं मिला पा रहा था। तब उन्होंने कहा था- घबराओ नहीं! मैं कुछ नहीं कहूंगी। इस उम्र में सभी ऐसा करते हैं। लेकिन बेहतर है कि शादी कर लो या कोई गर्लफ्रेंड बना लो!
अब मै उन्हें कैसे बताता कि मैं तो उन्हीं के बारे में सोच कर हस्तमैथुन कर रहा था। अब मेरे दिमाग में आंटी के बारे में गलत भावना घर करने लगी और मैं आंटी को चोदना चाहता था। लेकिन मेरी हिम्मत नहीं होती थी।
फिर एक दिन मुझे मौका मिला। अंकल शहर से बाहर गए थे और मै आंटी के घर सोने के लिए गया। जब हम सबने खाना खा लिया तो फिर सोने चले गए। मुझे नींद नहीं आ रही थी क्योंकि मै आंटी को चोदना चाहता था।
मैने देखा कि आंटी अच्छे तरीके से सो गयी हैं। मेरे अंदर का शैतान जाग गया। मै उनके नजदीक सरक गया और उन पर अपनी एक टांग डाल दी। आंटी की ओर से कोई हरकत नहीं हुयी। फिर मैंने अपना एक हाथ उनके मम्मों पर रख दिया।
उन्होंने फिर भी विरोथ नहीं किया। मेरी हिम्मत और बढ़ गई। मै एक हाथ से धीरे- धीरे उनके मम्मे दबाने लगा। दूसरे हाथ से मैंने उनकी नाइटी उठा कर चूत पर हाथ लगाया तो मुझे मानो करन्ट जैसा लगा। बिलकुल चिकनी चूत थी उनकी। शायद आंटी ने आज ही शेविंग की थी।
धीरे-धीरे मेरा डर खत्म होता जा रहा था। मैंने धीरे से आंटी की चूत में ऊँगली डाल दी और अंदर- बाहर करने लगा। उत्तेजना के कारण मै उनके मम्मो को और जोर से दबाने लगा। इतनी जोर से मम्मे दबाने की वजह से आंटी की आँख खुल गई। एक क्षण के लिए तो मेरी घिग्घी बंध गयी।
आंटी बोली- यह क्या कर रहे हो मनीष?
मै – सॉरी आंटी! कुछ नहीं !!
मै सच में डर गया था। लेकिन आंटी ने प्यार से मेरा हाथ अपने हाथ में लिया और मेरी ओर देखते हुए बोलीं- मुझे बताओ जो कुछ सीखना है, मै सिखाती हूँ।
मेरी तो जैसे लॉटरी लग गई।
मैंने कहा- मुझे वही सीखना है जो आप और अंकल करते हो।
आंटी राजी हो गई और मुझे पकड़ कर दूसरे कमरे में लेकर गई। वहाँ वो पलँग पर लेट गई। मैने उसको माथे से चूमना शुरू किया और फिर उनकी चिकनी चूत तक पहुच गया। आंटी की चूत की दरार काफी लम्बी थी।
मै उनकी चूत चाटने लगा। मुझे इस चूत चटाई में बहुत मजा आ रहा था। चूत चाटने से आंटी बहुत उतेजित हो गई और मेरे बाल पकड़ कर मुझे अपने होठों तक ले आई। वो मेरे होठ चूमने लगी तो मै भी उसका साथ देने लगा।
फिर मैं उससे अलग हो गया और उनकी टाँगो के बीच में आ गया। मै अपना लंड उसकी चूत पर घुमाने लगा तो वो सेक्सी आवाज निकलने लगी – आआआआआआआआ ऊऊऊऊउउउउउउ आआआआआआआ
आंटी अपनी सेक्सी आवाज में कहने लगी- चोद दे मेरे राजा अब रहा नहीं जाता।
मैने कहा- अभी चोदता हूँ मेरी प्यारी आंटी!!
मेने अपना लण्ड निशाने पर लगा कर धक्का मारा तो मेरा 2 इंच का मोटा 9 इंच लंबा लंड आधा अंदर चला गया। आंटी को थोडा दर्द हुआ।
वो बोली- अरे इतना लम्बा लंड कहाँ खोंस के रखते हो? मैंने सोचा था कि तुम्हारे चाचा का 8 इंच का लंड ही सबसे लम्बा होगा। लेकिन तुम्हारा लंड तो मेरी चुदी हुयी चूत को भी कुँवारी होने का एहसास करा देगा।
मै आधा लंड चूत में डाले हुए थोड़ी देर रुक गया। फिर से एक और कोशिश करने पर पूरा लण्ड अंदर चला गया। फिर मैं उन्हें जल्दी- जल्दी चोदने लगा। 5 मिनट तक ऐसे ही चोदता रहा। फिर आंटी ऊपर आ गई। वो खुद मेरे लंड से चुदने लगी। 5 मिनट बाद आंटी झड़ गई और नीचे आ गई।
मैंने उनके ऊपर आकर 10 मिनट तक ऐसे ही चोदाता रहा। फिर मेरा भी शरीर अकड़ने लगा। शायद मै झड़ने वाला था। मुझे ऐसे लगा जैसे मै जन्नत की सैर कर रहा हूँ। मै उस पल आंटी के अंदर ही झड़ गया और आधा घंटा ऐसे ही लेटा रहा।
उस रात हमने तीन बार अलग-अलग तरीके से सेक्स किया। फिर बाथरूम जाकर एक दूसरे को नहलाया और आकर सो गए।
उसके बाद तो जब भी अंकल बाहर जाते हैं तो हम जम कर चुदाई करते हैं। इसके बाद तो मुझे चुदाई करने की लत लग गई। तब से मैंने कई और आंटीयों के साथ सेक्स किया है। वो मै आपको फिर कभी बताऊंगा।
मेरी कहानी कैसी लगी मेल जरूर करे।