मेरे कॉलेज में एक लड़की पढ़ती थी. मैं उसे चाहता था लेकिन कुछ बोल नहीं पाता था. एक दिन उसने खुद ही मुझसे अपने प्यार का इजहार किया और फिर मुझे लेकर आने घर गई जहां मैंने जम कर उसकी ठुकाई की…
नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम पुनीत है और मैं आगरा का रहने वाला हूँ. मैं पिछले 5 सालों से अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ और इसकी कोई भी कहानी मिस नहीं करता. यहां पर यह मेरी पहली कहानी है, उम्मीद करता हूँ कि आप सब को जरूर पसंद आएगी. मैं काफी टाइम से अपनी इस कहानी लिखना चाहता था लेकिन, किसी न किसी वजह से वह टालता रहा.
अब आप सब का ज्यादा समय न लेते हुए मैं सीधा अपनी कहानी पर आता हूँ. ये बात तब की है, जब मैं बीएससी फर्स्ट ईयर की पढ़ाई कर रहा था. दोस्तों, उस समय मेरा लण्ड साढ़े 7 इंच लम्बा और 5 इंच मोटा था. उस दौरान मेरा कद 5 फिट और 2 इंच का था तथा मेरी बॉडी काफी स्लिम थी.
पढ़ाई के दौरान ही कॉलेज में मेरी मुलकात साथ पढ़ने वाली एक लड़की से हुई, जिसका नाम किरन था. वो दिखने में कोई खास नहीं थी पर हमारी क्लास में उससे सुंदर एक या दो ही लड़कियां थीं. इसलिए वो मुझे अच्छी लगने लगी और मैं उससे बात करने की कोशिश करने लगा लेकिन शुरू – शुरू में मेरी हिम्मत नहीं हुई. लेकिन मैं उसकी तरफ खींचता जा रहा था.
वह भी मेरी इन सभी हरकतों को बहुत ही ध्यान से देखती थी. कभी – कभी वह मुझे देख कर स्माइल भी पास कर देती थी. तब मैं भी मुस्कुरा देता. लेकिन हमारी बात इससे आगे नहीं बढ़ पाई.
ऐसे ही कुछ दिन बीत गए और मैं चाह कर भी उससे कुछ न बोल पाया. आखिर, एक दिन वो खुद मेरे पास आई और आकर मुझसे बोली कि मुझे तुमसे कुछ बात करनी है.
उसकी यह बात सुनते ही मेरी तो फट के हाथ में आ गई. मैं डर गया और सोचा कि पता नहीं ये क्या बोलेगी और क्या होगा. खैर, फिर मैंने थोड़ी हिम्मत की और उससे कहा – बताओ क्या कहना है?
इस पर वो बोली कि क्या तुम मुझसे दोस्ती करोगे? उसकी ये बात सुन कर मैंने दिखाने लिए नाटक किया और कहा कि सोच के बताता हूँ. मेरे यह कहने पर उसने तपाक से कहा तो फिर रोज मुझे देखने और घूमने से पहले भी सोचना चाहिए था.
उसके मुंह से यह सुन कर मैं दंग रह गया. मुझे उससे ऐसी बात की कोई उम्मीद ही नहीं थी. फिर मैंने उसी दौरान थोड़ा सोचा और हां बोल दिया.
इसके बाद धीरे – धीरे हमारी बातें बढ़ती गईं. अब हमारे बीच चुम्मा – चाटी और उसके बुब्स को मसलना बहुत आम हो गया था. ऐसा करने में हमें मजा भी आने लगा था. मैं उसे चोदना तो चाहता था लेकिन, अपने डर की वजह से मैं इससे आगे नहीं बढ़ पा रहा था.
आखिर एक दिन वह खुद ही आगे आई और बोली कि तुम मेरे साथ सिर्फ इतना ही करोगे या कभी मुझे चोदोगे भी? यह सुन कर एक बार मुझे फिर अचंभा हुआ हालांकि, फिर मैंने कहा कि मैं तो कब से तुम्हे चोदने के लिये तुम्हारे आस – पास घूमता हूँ लेकिन मैं सोचता था कि पता नहीं तुम मुझे चोदने भी दोगी या नहीं.
इस पर वो बोली – फिर तो आज तुम चोद ही दो मुझे. तब मैंने उससे कहा कि चलो फिर चलते हैं. इसके बाद वह मुझे अपने घर ले गयी. उस समय उसके घर पर कोई नहीं था. उसके घर वाले कहीं बाहर गए थे.
उसके घर में घुसते ही मैंने उसे पकड़ लिया और अपने होंठों को उसके होंठों से लगा दिया. मेरी तरफ से अचानक हुए हुए इस हमले से वो एक दम चौंक गयी और फिर मेरे ऊपर वो झपट पड़ी. इसके बाद वो अपने और मेरे कपड़े उतारने लगी. फिर देखते ही देखते हमारे कपड़े उतर कर फर्श पर पड़ गए.
अब मैं सिर्फ अंडर वियर में था जबकि वो केवल ब्रा और पैंटी में थी. उस दिन मैंने बिना कपड़ों के उसे पहली बार देखा. बिना कपड़ों के वो गजब ढा रही थी. मैं तो उसे देखता ही रह गया. उसका फिगर 34 34 36 का था.
उसके कामुक बदन कर मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ और फिर मैंने उसको उठा कर बेड पर पटक दिया. इसके बाद मैं उसके बूब्स को चूसने लगा. मेरे ऐसा करने पर वो मोन करने लगी. अब उसके मुंह से ‘आह आह ओह्ह ओह्ह ऊह ऊह ई ई ह्म्म हां और चूसो और जोर से चूसो, बहुत अच्छा लग रहा है, मजा आ रहा है.
मैं करीब 15 मिनट तक उसके बूब्स को चूसता रहा. इसी बीच वो बोली कि कुछ अजीब सा लग रहा है, मजा आ रहा है. तब मैंने देखा कि उसकी पैंटी गीली हो चुकी थी और इस वजह से गजब की खुशबू आ रही थी. थोड़ी देर बाद उसका शरीर अकड़ गया.
फिर वह बोली – अब मुझसे नहीं रहा जा रहा जल्दी करो. इतना कह कर उसने मेरा अंडर वियर खींच कर उतार दिया. जैसे ही अंडर वियर उतरी मेरा लन्ड उछल कर उसके सामने आ गया. उसे देखते ही वह डर गई और बोली – मुझे कुछ नहीं करना, ये तो मेरी चूत को फाड़ देगा. मैं अभी तक वर्जिन हूँ और इससे चुद कर मैं मर जाउंगी.
उसकी यह बात सुन कर मैं बोला कि फिर तो तुम्हें खुश होना चाहिए कि पहली बार में ही तुम्हारी सारी कसक पूरी हो जाएगी. लेकिन वह काफी डर गई थी. हालांकि, फिर मेरे समझाने पर मान गई.
इसके बाद वो खुश होकर मेरे लण्ड को चूसने लगी. करीब 5 मिनट तक लन्ड चूसने के बाद बोली – अच्छा, अब देर न करो और मुझे चोद दो. फिर उसने तकिए के नीचे से निकाल कर मुझे वैसलीन की डिब्बी दी.
अब मैंने वैसलीन को अपने लण्ड पर लगाया और साथ में उसकी चूत पर भी लगाया. इसके बाद लण्ड को उसकी चूत पर सेट किया तो उसने अपने मुंह में अपनी रुमाल डाल ली ताकि चुदाई पर जब उसे दर्द हो तो आवाज बाहर न निकले.
फिर जैसे ही मैंने अपना पहला झटका दिया तो दर्द की वजह से वह तिलमिला उठी लेकिन मुंह में रुमाल होने की वजह से आवाज बाहर नहीं निकली. दोस्तों, इस दौरान अगर उसके मुंह से आवाज़ निकलती तो पड़ोसियों को पता चल जाता.
अब मैं एक मिनट के लिए रुक गया और फिर जब उसने नीचे से हरकत की तो मै समझ गया कि अब ये चुदने को तैयार है. फिर मैंने धीरे से झटके देना स्टार्ट कर दिया. अब उसने अपने मुंह से रूमाल बाहर निकाल ली और मोन करने लगी. उसके मुंह से ‘आह ओह्ह आह ऊ इस्स ह्म्म हां हां, फक मी और जोर से फक मी हार्ड’ जैसे शब्द निकल रहे थे.
चुदाई के दौरान वो मुझे गालियां भी बक रही थी. वह मुझे कह रही थी ‘चोदो, और जोर से चोदो, मुझे रंडी की तरह चोदो’. यह सुन कर मैं जोश में आ गया और तेजी से चुदाई करने लगा.
करीब 15 मिनट तक उसको चोदने के बाद मैंने स्टाइल बदली और उसे कुतिया बना कर चोदा. चुदाई के दौरान जब भी वो मोन करती तो मुझमें अजीब सा जोश आ जाता और फिर मैं तेजी से चुदाई करने लगता.
इस तरह मैंने करीब 20 मिनट तक उसे चोदा. अब मैं झड़ने वाला था. तब तक उसका भी टाईम हो गया था. हम दोनों साथ में ही झड़ गए. कुछ देर आराम करने के बाद फिर मैं अपने घर को जाने लगा तो वो बोली – आज रात मैं घर पर अकेली ही रहूंगी तुम रुको तो मजा आयेगा. यह सुन कर मैंने घर फोन करके आने से मना कर दिया और बोला कि पढ़ाई के लिए किसी दोस्त घर रुकूंगा.
इसके थोड़ी देर बाद फिर से मैं उसे चोदने लगा. उस पूरी रात मैंने उसे 6 बार चोदा. आपको मेरी यह कहनी कैसी लगी? मेल करके जरूर बताएं. आशा करता हूँ कि कहानी पसंद आयेगी. मेरी मेल आईडी – [email protected]