अब भाभी थोड़ी फॉर्म में आईं और बोलीं कि झूठ मत बोलो, तुम्हारे पैंट में सब कुछ दिख रहा है. इतना बोल के उन्होंने मेरे लण्ड पर हाथ रख दिया और उसे मसलने लगी…
नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम स्वप्निल है. मैं महाराष्ट्र के सोलापुर का रहने वाला हूँ. दोस्तों, मैंने अन्तर्वासना की लगभग सभी कहानियां पढ़ रखी हैं. उनको पढ़ कर मैंने सोचा कि मैं भी अपनी कहानी आप सब लोगों के साथ शेयर करूं.
दोस्तों, मैं 21 साल का नौजवान युवक हूँ. मैं इंजीनियरिंग के प्रथम वर्ष का छात्र हूँ. मैं दिखने में गोरा हूँ और मैंने अपनी बॉडी को मेंटेन कर रखा है. इसके लिए मैं रोज़ जिम जाता हूँ और काफी वर्कआउट करता हूँ.
अब आप लोगों को ज्यादा बोर न करते हुए मैं सीधा अपनी कहानी पर आता हूँ. हमारे पड़ोस में एक नयी फैमिली रहने के लिए आई थी. वो लोग किराये पर रूम लेकर रह रहे थे.
उनका नाम संतोष था और उनकी पत्नी का नाम स्वाति था. उनकी उम्र करीब 28 साल थी और स्वाति की उम्र करीब 25 साल थी. उनकी नयी – नयी शादी हुई थी. संतोष बैंक में काम करते थे.
चूंकि वे हमारे पड़ोसी थे, इसलिये हमारे बीच जल्दी ही जान – पहचान हो गई. मेरा उनके घर आना – जाना शुरू हो गया था. संतोष की पत्नी को मैं स्वाती भाभी कह कर बुलाता था.
स्वाती भाभी दिखने में बहुत मस्त थी पर मैंने कभी उनको गलत नजर से नहीं देखा था. ऐसे ही 4-5 महीने बीत गए. इस दौरान हमारी जान – पहचान और अच्छी हो गयी.
उस दिन दीपावली का त्यौहार था. अचानक संतोष भैया का फ़ोन आया और उन्होंने मुझसे कहा कि अपनी भाभी के साथ जरा मार्केट चले जाओ. मुझे बैंक से आने में थोड़ी देर हो जायेगी और उन्हें कुछ जरूरी समान लेना है.
उनकी बात पर मैंने कहा ठीक है मैं भाभी को मार्केट ले जाता हूँ. इसके बाद मैं भाभी के घर गया तो भाभी पहले से ही रेडी हो कर बैठी थी. उन्होंने लाल साड़ी पहन रखी थी. जिसमें भाभी एक दम पठाखा लग रही थी.
फिर मैंने बाईक निकाली और भाभी उसमें पीछे बैठ गयी. हम लोग मार्केट जा रहे थे तो रास्ते में अचानक एक बाईक वाला मेरे गाड़ी से टकरा गया. उसकी बाईक के टकराने भाभी ने डर कर मुझे पीछे से कस कर पकड़ लिया.
भाभी के इस कदर मुझे कस कर पकड़ने से उनके नोकदार चूचे मेरी पीठ पर टकरा गए थे. फिर मैंने जैसे तैसे अपनी बाईक कंट्रोल की. मेरी बाईक रुकते ही सामने वाला निकल गया.
इस दुर्घटना स्व भाभी बहुत डर थीं. उन्होनें अभी भी मुझे पीछे से कस कर पकड़ रखा था. फिर हम मार्केट पहुंचे वहां भाभी ने कुछ शॉपिंग की और इस दौरान मैं बाहर ठहरा हुआ था.
भाभी को शॉपिंग करके बाहर आने में लगभग 1 घंटा का समय लग गया था. जब भाभी बाहर आईं तो उनके आने के बाद हम दोनों लोग वापस घर चले आये.
घर आकर भाभी ने मुझे थैंक्स कहा और इसके उन्होंने मेरा मोबाइल नंबर माँगा और बोलीं कि अगर मुझे कुछ काम होगा तो मैं तुम्हें कॉल करके बुला लिया करूंगी. फिर मैं वापस अपने रूम चला आया.
घर आकर मैंने रात का खाना खाया और उसके बाद जब मैंने अपना मोबाइल निकाला तो उस पर एक नए नंबर से मैसेज आया हुआ. मैसेज में लिखा था, “खाना हुआ?” मैसेज देख कर मैंने भी रिप्लाई कर दिया कि हां खाना तो हो गया, लेकिन मैंने आपको पहचाना नहीं.
इसके कुछ ही देर बाद उधर से रिप्लाई आया कि अरे, मैं तुम्हारी स्वाती भाभी हूँ. इसके बाद उन्होंने आज मार्केट जाने के लिए फिर से थैंक्स बोला. तो मैंने भाभी का अभिवादन किया.
इसके बाद भाभी ने कहा कि तुम्हारे भैया के पास तो मेरे लिए टाइम ही नहीं रहता. आज तो तुम थे इसलिए मेरी शॉपिंग हो गयी. वरना आज भी नहीं होती. बहुत दिनों से कुछ लिया नहीं था. सब पुराने हो गए थे.
इस पर मैंने उनसे पूछ लिया कि भाभी, वैसे आज आपने लिया क्या – क्या? इस पर भाभी ने कहा कि कल 1 बजे घर आ आना तब बताऊंगी. फिर इतना बोल कर उन्होंने गुड नाईट कहा. तो मैंने भी गुड नाईट कहा और फिर फ़ोन काट कर मैं सो गया.
मैं सुबह उठ कर कॉलेज गया तो साढ़े 12 बजे के आसपास मेरे मोबाइल पर भाभी का मैसेज आया कि 1 बज रहे हैं आ रहे हो ना? तो मैंने कहा कि हां, लंच ब्रेक के बाद आता हूँ. इस पर भाभी ने कहा ठीक है मैं इंतजार कर रही हूँ.
लंच ब्रेक के बाद मैं घर गया और माँ से बोला कि मम्मी आज कॉलेज करने का मूड नहीं है, मैं जरा भाभी के घर जाकर आता हूँ. दोस्तों, हमारे बीच काफी अच्छे संबंध हैं तो माँ ने भी कहा कि ठीक है जाओ लेकिन जाकर जल्दी वापस आना और पढाई करना. फिर मैंने मैं हां में सर हिलाया और निकल आया.
भाभी के घर पहुंच कर मैंने ड़ोर बेल बजायी तो भाभी ने दरवाजा खोला. उस समय भाभी ने सेक्सी नाइट ड्रेस पहना हुआ था. दोस्तों, उस ड्रेस में भाभी गजब की खूबसूरत लग रही थी. मैं तो भाभी के स्तन को ही देखता रह गया. ऐसे लग रहा था जैसे उनके स्तन बाहर आने के लिए तड़प रहे हों.
तब तक भाभी ने मुझसे कहा कि क्या देख रहे हो? तो मैं घबरा गया और कुछ नहीं, कुछ नहीं कुछ नहीं बोल कर अंदर चला गया. फिर भाभी ने दरवाजा बंद किया और किचन चली गईं और वहां से मेरे लिए पानी ले आयी.
पानी देने के लिए जैसे भाभी झुकी उनकी नाईट ड्रेस में से उनके बड़े – बड़े स्तन मुझे दिख गए. उन्हें देख कर मेरा तो लन्ड खड़ा होकर पैंट में तम्बू ही बन गया था. जिसे भाभी ने देख लिया और फिर मुझसे कहा कि क्या देख रहे हो घूर – घूर के? इस पर मैंने कहा, “कुछ नहीं भाभी.”
अब भाभी थोड़ी फॉर्म में आईं और बोलीं कि झूठ मत बोलो, तुम्हारे पैंट में सब कुछ दिख रहा है. इतना बोल के उन्होंने मेरे लण्ड पर हाथ रख दिया और उसे मसलने लगी.
फिर वो मेरे गले लग गयी. यह देख कर मैंने कहा कि भाभी ये गलत हैं तो उसने कहा कि अच्छा बच्चू, मेरे स्तन घूर – घूर के देख रहे थे तो वो अच्छा है और अब मैं कर रही हूँ तो ये गलत. इतना बोल कर मेरे को बोलने का मौका दिए बिना ही वो मुझसे लिपट गयी. जिससे मुझे तो 440 वोल्ट का झटका लग गया.
फिर मैंने भी उनको कस के पकड़ा और लिपट गया. इसके बाद मैंने उनको लिप पर ज़ोर से किस किया. दोस्तों, हमारा यह किसिंग सीन करीब 15 मिनट तक चलता रहा. इस बीच मैंने उनके स्तन को दबा दिया. क्या मस्त मुलायम स्तन थे उनके! दोस्तों, मैं उन्हें शब्दों में बयां नहीं कर सकता.
फिर मैंने उनकी चूत में कपड़ों के ऊपर से ही उंगली ड़ाल दी. अब भाभी सिसिकारी लेने लगीं. फिर मैंने जल्दी से उनके कपड़े उतार दिए और अपने भी उतार दिए.
इसके बाद मैंने उन्हें बेड पर लिटाया और चूत में लन्ड सेट करके अंदर डाल दिया. अब मैं धक्के पर धक्के मार रहा था और भाभी सिसकियां लेती जा रही थीं. करीब 10 मिनट की चुदाई में भाभी दूसरी बार झड़ गई थीं.
उनकी चूत से गर्म – गर्म पानी निकल रहा था. जिसकी गर्मी को मैं बर्दाश्त न कर सका और मेरे लन्ड ने भी उनकी चूत में ही अपना पानी छोड़ दिया.
दोस्तों, ये थी मेरी सच्ची और अच्छी कहानी. आप लोगों को कैसी लगी? मुझे मेल करके जरूर बताएं. मेरी मेल आईडी – [email protected]