मेरे पड़ोस में एक खूबसूरत लड़की रहती थी. उसका नाम प्रवीण है. मैं उसे चोदना चाहता था लेकिन कोई मौका ही नहीं मिल रहा था. एक दिन मुझे नंगा देख कर वो खुद चुदवाने चली आई…
नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम मोहम्मद शावेज़ (बदला हुआ नाम क्योंकि मैं पहचान जाहिर नहीं करना चाहता हूँ) है. मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ और यहीं पर एक कॉलेज में पड़ता हूँ. दोस्तों, मेरा लन्ड काफी मस्त है. उसकी लम्बाई 7.2 इंच है. मैं दिखने में भी काफी हैंडसम हूँ.
सेक्स में मेरा इंटरेस्ट हद से भी ज्यादा है. ये कहानी आज जो मैं आप लोगों को बताने जा रहा हूँ ये कुछ ही समय पहले घटी एक सच्ची घटना है. उम्मीद है आप लोगों को जरूर पसंद आएगी. और हां, अगर इसे लिखने में मुझसे कोई गलती हो जाए तो माफ कर देना.
हमारे घर के पास एक लड़की रहती थी. उसकी उम्र यही कोई 21 साल रही होगी. उसका नाम प्रवीण (बदला हुआ नाम) है. वो इतनी फिट थी कि अब क्या ही बताऊं. दिखने में भी वह काफी हॉट थी. उसका रंग भी एक दम गोरा था और शक्ल से भी वह बहुत अच्छी लगती थी. उसके मम्मों के बारे में तो कहना ही क्या! उसकी मस्त गांड़ भी बाहर की तरफ निकली हुई थी.
जब भी वह चलती तो पतली कमर के साथ उसकी गांड़ गजब तरीके से मटकती थी. कुल मिलाकर वह ऐसी थी कि जो भी उसे देख ले उसके दिमाग में बस उसे चोदने के सिवा प्रवीण के बारे में और कोई ख्याल ही न आये. उसे देखने के बाद मैंने तो कई दिनों से उसको चोदने का प्लान बना रखा था. लेकिन मुझे कोई ऐसा मौका ही नहीं मिल पा रहा था.
आखिर कर एक दिन मेरा यह सपना पूरा ही हो गया. उस दिन मैं अपने घर में अकेला था. मेरी मम्मी मार्केट से समान लाने गई थीं और पापा अपनी ड्यूटी पर थे. चूंकि मैं घर में अकेला था और किसी के आने की उम्मीद नहीं थी इसलिए मौका देख कर ब्लू फ़िल्म देखने लगा. ब्लू फ़िल्म देखते – देखते मैं नंगा ही लेट कर सो गया था.
करीब 30 मिनट बाद प्रवीण हमारे घर पर कुछ समान लेने आई. दरवाजा खुला था तो वो सीधा अंदर चली आई और इधर – उधर देखने पर जब उसे कोई न दिखाई दिया तो मेरे कमरे में आ गई. मुझे नंगा लेटा देख वो चौंक गई और फिर मेरे लन्ड की तरफ इशारा करते हुए बोली – ओह्ह हो, शावेज़ तुम तो अब एक दम जवान हो गए हो.
उसकी बात सुन कर मैं उठ गया और उस पर गुस्सा करते हुए बोला कि शर्म नहीं आती आपको. कम से कम पहले डोर बेल तो बजानी ही चाहिए थी. हालांकि मेरी इन बातों का उस पर कोई असर नहीं हुआ और वह मेरे लंड को अजीब तरह से देख कर कहने लगी कि आप सच में बहुत हैंडसम हैं.
तब मैंने भी अपना शो ऑफ करने के लिए कहा कि वो तो ठीक है लेकिन आप यहां आई क्यों हैं? इस पर उसने अचानक से कह दिया कि मैं तो तेरे से ही मिलने आई हूँ.
यह सुन कर मैं भी अपने रंग में आ गया और बोला – अच्छा तो आज का दिन रंगीन करने का इरादा है आपका! तो उसने हां में सिर हिला दिया.
अब मेरे अंदर भी वासना जाग चुकी थी. फिर मैंने भी शर्म छोड़ दी और उसको बेड पर लिटा दिया. इसके बाद मैं उसके ऊपर लेट गया. अब मैं उसके होंठों पर किस करना शुरू कर दिया. दोस्तों, मेरा तो यही सपना ही था. किस करते – करते मैं उसके मस्त मम्मों को भी सहला रहा था.
मम्मों को सहलाने की वजह से वो धीरे – धीरे गर्म हो रही थी और शायद उसकी चूत से पानी भी रिसने लगा था. जो उसके कपड़ों के ऊपर से भी मुझे दिखाई दे रहा था. फिर वो कहने लगी – शावेज़ अब मुझसे बिल्कुल भी सहन नहीं हो रहा है प्लीज अब देर न करो और अपना ये जबरदस्त लन्ड मेरी नाज़ुक सी चूत में उतार दो.
लेकिन मैं इतनी जल्दी सब कुछ नहीं करना चाह रहा था. मैं तो उसे तड़पाना चाहता था. इसलिए मैं उठा और अपना लन्ड उसके मुंह में देने लगा. लेकिन उसने मुंह में लेने से मना कर दिया. तब मैंने उस पर जोर देकर ऐसा करने को कहा तो वो राजी हो गई और लन्ड को मुंह में ले लिया.
वो बड़े ही मस्त तरीके से लन्ड चूस रही थी. उसके लन्ड चूसने से मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मैं आसमान में उड़ने लगा हूँ. अब उसे भी लन्ड का टेस्ट मिल गया था और मज़ा भी आने लगा था. इस बीच मैं दो बार उसके मुंह में ही झड़ गया था. लेकिन उसने बिना कुछ काहे मेरा सारा माल गटक लिया था.
इसके बाद मैं उसकी चूत के दर्शन के लिए उठा तो उसने मुझसे कहा कि प्लीज शावेज़ अब इतना भी ज्यादा न तड़पाओ अपनी जान को. बस जल्दी से इस हसीना के चूत की आग को ठंड़ी कर दो नहीं तो ये मर जाएगी.
यह सुन कर मैं समझ गया कि इसकी तड़प अपने चरम पर पहुंच चुकी है. फिर मैंने देर न करते हुए उसके सारे कपड़े उतार दिए और अपना 7.2 इंच लम्बा लन्ड उसकी चूत में डालने लगा. लेकिन पहली बार में मेरा लन्ड अंदर न जाकर फिसल गया. लेकिन फिर मैंने लन्ड को अच्छे से सेट करके एक धक्का दे दिया. जिससे वो कराह उठी और उसके मुंह से उम्मा शब्द निकल गया.
इसी बीच मैंने एक दूसरा झटका दिया. जिससे मेरा पूरा लन्ड उसकी चूत में समा गया. मेरे इस झटके के साथ उसकी सील भी टूट गई थी. इस वजह से उसकी चूत से खून भी निकल रहा था. उसे काफी दर्द हुआ लेकिन वह सह गई.
थोड़ी देर बाद जब उसका दर्द कुछ कम हुआ तो मैंने धक्के लगाने शुरू कर दिए. अब उसे भी मज़ा आ रहा था. वह सीत्कारें ले ले कर खूब मज़े से चुदवा रही थी. इस दौरान मैं उसके मम्मों को भी मसलता जा रहा था.
करीब 10 मिनट की चुदाई के बाद मैं और वो दोनों साथ में ही झड़ गए. जब उसे यह एहसास हुआ की मैं उसकी चूत में ही झड़ गया हूँ तो वह रोने लगी और बोली – तुमने ऐसे ही मेरे अंदर अपना पानी निकाल दिया अब मैं प्रेग्नेंट हो जाऊंगी.
इस पर मैंने कहा इसमें इतना परेशान होने और रोने की कोई जरूरत नहीं है. मैं तुम्हारे किये मेडिकल स्टोर से गोली ला दूंगा. उसे खा लेना. उससे प्रेगनेंसी का कोई खतरा नहीं होता. यह सुन कर वो शांत हो गई और फिर मैं उसके ऊपर ही लेट गया.
फिर हम कुछ देर तक ऐसे ही पड़े रहे. उसके बाद उठे और बाथरूम में जाकर एक साथ नहाए. फिर बो कपड़े पहन कर अपने घर चली गई. उस दिन के बाद हमने मौके का फायदा उठा कर 2 बार और चुदाई की. लेकिन फिर बाद में चांस ही नहीं मिल पाया. उसके बाद उसकी शादी हो गई.
दोस्तों, आपको मेरी यह कहानी कैसी लगी. अपने विचार कॉमेंट करके जरूर बताएं.