टीना मुझे किचन में ले गई और फिर उसने किचन का दरवाजा बंद कर दिया और मेरे होंठों पर अपने होठ रख दिए. फिर वह मुझे पागलों की तरह चूमने लगी. ये मेरा पहले किस था और मुझे ठीक से करना भी नहीं आ रहा था…
नमस्कार दोस्तों, मैं बेंगलूरू की एक बहुराष्ट्रीय आईटी कंपनी में अच्छे ओहदे पर कार्यरत हूँ. अभी मैं 24 साल का हूँ. मेरी यह कहानी मेरे जीवन में आई पहली लड़की की है. उस लड़की की वजह से ही मेरे मन से चुदाई का डर निकला. मेरे मन में चुदाई के डर आने के पीछे भी एक दास्तान है, जो मैं आप सब को अपनी अगली कहानी में बताऊंगा.
कहानी शुरू करने से पहले मैं आप सब को एक और सच्चाई बता दूं कि मेरा असली नाम सोनू रंगीला नहीं है. मैं अपनी पहचान को गोपनीय रखना चाहता हूँ, इसीलिए इस कहानी में सोनू रंगीला नाम का इस्तेमाल किया है. अन्तर्वासना पर यह मेरी पहली कहानी है. अतः भूल – चूक माफ़ कीजिएगा.
बात साल 2009 की है. उस समय मैं बी. कॉम फर्स्ट ईयर में था. 12वीं में मैंने साइन्स लिया था और मेरा इंटरेस्ट भी उसी में है. कॉमर्स में मेरा कोई ख़ास इंटरेस्ट नहीं था. इसलिए मैं कभी कॉलेज नहीं जाता था. लेकिन पढ़ाई को ध्यान में रखते हुए मैंने एक कोचिंग क्लास जॉइन कर लिया था. कोचिंग में मैं बहुत ही शांत और चुपचाप रहता था. इस कारण मेरा कोई दोस्त भी नहीं था.
धीरे – धीरे एक लड़के से मेरी दोस्ती हो गई. अब हमारे एग्जाम भी नज़दीक आने लगे थे. अब एग्जाम में पास तो होना ही था. इसलिए मैंने अपने दोस्त से नोट्स के लिए बोला और तब उसने मुझे टीना नाम की एक लड़की से मिलाया.
दोस्तों, टीना के बारे में अब आपको क्या ही बताऊं! वो दिखने में ज़्यादा खास तो नहीं थी पर साँवले से तीखे नैन – नक्स लड़की थी. उसका कद 5 फुट और 2 इंच का था और 32-28-34 का उसका मस्त फिगर था. उसको देखते ही मेरे शरीर में एक अजीब सी झनझनाहट सी हुई पर तब तक मेरे दिमाग में कोई बुरे ख्याल नहीं आए थे.
उस दिन उससे कुछ ज़्यादा बात नहीं हुई. उससे नोट्स लेकर जब मैं जाने लगा तब उसने मुझसे कहा कि सोनू, अपना नंबर तो देते जाओ, वरना नोट्स वापस लेने के लिए तुमसे कांटेक्ट कैसे करूँगी? फिर मैंने उसे अपना नंबर दे दिया और वापस आ गया.
शाम को मेरे मोबाइल पर एक अंजान नंबर से मैसेज आया. पूछने पर पता चला कि वो टीना ही थी. ऐसे ही धीरे – धीरे हमारे बीच बात चल निकली. अब मैं भी खुश था कि पहली बार कोई लड़की मुझसे बात कर रही है.
कुछ 4-5 दिन ही बीते थे कि एक दिन उसने मुझसे बोला कि सोनू, मैं तुमसे कुछ कहना चाहती हूँ, गुस्सा मत होना. मुझे पता है कि तुम कैसे हो? ज़्यादा किसी से बात भी नहीं करते, पर मैं तुम्हें बहुत पसंद करती हूँ. मैं बहुत पहले से तुमसे बात करना चाहती थी पर कैसे शुरू करती मेरी समझ में ही नहीं आ रहा था! लेकिन जब तुमने मुझसे नोट माँगे तब मुझे लगा कि शायद कुछ हो सकता है. आई लव यू!
उसकी ये बातें सुन कर मुझे भी अच्छा लगा. क्योंकि यह पहली बार था जब किसी लड़की ने मुझसे प्यार का इजहार किया. फिर मैंने बिना कुछ सोचे – समझे ही हां बोल दिया और फिर हमारे प्यार की गाड़ी चल निकली. अब हमारे बीच इश्क़, मोहब्बत और प्यार की बातें होने लगी और दिन रात एसएमएस के होने लगे.
हमारे एग्जाम भी पास आ रहे थे और कॉमर्स में इंटरेस्ट न होने के कारण मुझे कुछ आता भी नहीं था पर वो कॉमर्स की अच्छी स्टूडेंट थी. एक दिन मैंने उसे सारी बातें बताई तब उसने कहा कि मैं उसके घर आ जाऊं, वहां वो मुझे पढ़ा दिया करेगी.
उसने बताया की वो और उसके मामा की लड़की यहाँ एक कमरा किराए पर लेकर रहती हैं और उनका घर शहर से करीब 60 किलोमीटर दूर है.
फिर एक दिन मैं उनके कमरे पर गया और देखा कि वो नहीं है. वहाँ पर मैंने कमरे के बाहर से देखा कि लड़की और लड़का एक – दूसरे के बाहों में बाहें डाले बैठे हैं. कमाल की सेक्सी लड़की थी वो. उसके चूचे 32 के रहे होंगे. उस लड़के ने उसे कस के अपने बाहों में पकड़ा हुआ था और वह लड़की कसमसा रही थी.
फिर उस लड़के ने अपने होंठ उस लड़की के होंठों पर रख दिए. जिससे वो लड़की ऊपर से नीचे तक काँप गई. यह देख कर इधर मेरी हालत खराब हुई जा रही थी.
तभी उस लड़के ने लड़की के होंठों को चूसना शुरू किया. कभी वह उसके ऊपर के होंठ चूसता तो कभी नीचे के. फिर उसने अपनी जीभ उसके मुंह में घुसा दी और अब वो लड़की भी मज़े से उसकी जीभ को चूसने लगी. वो लड़का अब धीरे – धीरे उस लड़की के चूचे दबाने लगा.
उत्तेजनावश उस लड़की की हालत बहुत बुरी हुई जा रही थी. वो इतनी उत्तेजित हो गई थी कि उसने उस लड़के की जीभ को ही काट लिया. लड़का दर्द के मारे चिल्ला उठा. वो लड़की अब अपने काबू में नही थी.
फिर वो झट से उठ के लड़के के उपर चढ़ बैठी और उसकी शर्ट उतार फेंकी. इसके बाद उसने अपनी ब्रा को भी उतार फेंका. यह देखते हुए मेरी हालत खराब थी. उस दिन पहली बार मैं किसी लड़की के चूचे बिना कपड़ों के देख रहा था. तभी अनायास अपने आप ही मेरा हाथ लन्ड पर चला गया. मेरा लन्ड खड़ा हो चुका था.
उधर लड़की, लड़के को चूमने लगी थी. वह उसके आँखों को, नाक को, गालों को और उसके होंठों को चूस रही थी. चुसाई में वह इतनी मदमस्त थी कि लड़के के होंठों से खून निकलने लगा.
दोस्तों, ऐसा सीन तो मैंने कभी ब्लू फिल्म में भी नहीं देखा था. अब लड़के के हाथों में भी हरकत आने लगी थी. वो अपने हाथ लड़की की छाती पर फेरने लगा और फिर उसके चुचे दबाने लगा.
इधर लड़की अपना हाथ धीरे – धीरे नीचे की तरफ ले जाने लगी और कुछ ही देर में उसके हाथ में लड़के का लंड आ गया था. अब लड़का भी उसकी सलवार के ऊपर से ही लड़की की चूत को घिस रहा था. लड़की की चूत पूरी तरह गीली हो चुकी थी.
यह देखते – देखते तभी मैं झड़ गया. उस दिन पहली बार किसी को चुदाई करते देख मैं खुद पर कंट्रोल ना कर सका था. तभी अचानक पीछे से किसी ने मुझे थपथपाया. मैं डर गया. मेरा लंड भी बाहर ही था. फिर मैंने उसे देखा तो वो टीना थी. टीना ने अब मुझसे कहा – क्या देख रहे हो? इतना कह कर उसने अंदर झाँक के देखा और कहा कि वो मेरे मामा की लड़की और उसका बॉयफ्रेंड है. वह हर 2-3 दिन में आता है और फिर ये लोग शुरू हो जाते हैं. उन्हें देख कर मेरी हालत खराब हो जाती है. ठीक उसी तरह जैसे अभी तुम्हारी हो गई थी. मैं बाहर से सब देख रही थी.
उसकी बात सुन कर मैं शर्म से पानी – पानी हो गया. तभी अचानक उसने मेरा लंड पकड़ लिया और अंदर ले गयी. मैं भी उसके पीछे चला गया. उसने सलवार – सूट पहना हुआ था. आगे क्या होगा? ये सोच के मेरे लंड में फिर से तनाव आने लगा था.
टीना मुझे किचन में ले गई और फिर उसने किचन का दरवाजा बंद कर दिया और मेरे होंठों पर अपने होठ रख दिए. फिर वह मुझे पागलों की तरह चूमने लगी. ये मेरा पहले किस था और मुझे ठीक से करना भी नहीं आ रहा था.
यह देख उसने कहा, “क्या सोनू, तुम्हें तो किस करना भी नहीं आता, जब दीदी पहली बार करके आई थी तो उसके होंठों से खून निकल रहा था.” इतना कह कर उसने फिर से किस करना शुरू कर दिया. अब मुझे भी कुछ – कुछ समझ आने लगा था.
तभी उसने मेरे लंड को हिलना शुरू किया और मैं उसे और ज़ोर से किस करने लगा. फिर मैंने उसके बाल पकड़ लिए और दूसरे हाथ से उसके चूचे दबाने लगा. वाह, क्या नर्म और मुलायम चुचे थे उसके! फिर मैंने उसके निपल को कपड़ों के ऊपर से ही चूसने लगा. जिससे उसकी सांसें फूलने लगी थी.
तभी मैंने उसके सूट को खोल दिया. वह साँवले रंग की थी पर उसका फिगर बड़ा ही जबरदस्त था. उसके बारे में आज भी सोचता हूँ तो मेरा लंड खड़ा हो जाता है.
अब उसने मेरे लंड को हाथों से छोड़ दिया था और अपनी चूसाई का मज़े ले रही थी. मेरा लंड उसके चूत पर सलवार के ऊपर से ही ठोकर मार रहा था.
अब मैं भी देर नहीं करना चाहता था. फिर मैंने अपना हाथ उसकी सलवार में डाल दिया. अब उसकी साँसें और भी ज़ोर से चलने लगी थी. उधर मैं उसकी झांटों से खेलने लगा. तभी उसने भी मेरा लंड पकड़ लिया और मुठ मारने लगी.
इधर मैं उसके चूचे चूस रहा था और दूसरी तरफ उसकी चूत में उंगली भी फेर रहा था. अब उसके मुंह से आवाज़ निकालने लगी थी. वो बोल रही थी, “स..सासीई.. सोनू, थोड़ा और अंदर करो ना.” उसकी आवाज सुन कर मैंने अपनी उंगली थोड़ा और अंदर घुसा दी.
दोस्तों, उसकी चूत बड़ी ही गरम और गीली थी. चूत गीली होने के वजह से उंगली आराम से अंदर चली गई और वो कसमसाने लगी. फिर मैं अपनी उंगली अंदर – बाहर करने लगा और वो मेरे लंड को मुठ मार रही थी.
फिर मैंने अपनी दूसरी उंगली भी उसकी चूत में डालने की कोशिश की पर उसकी कुछ ज्यादा ही टाइट थी इसलिए उंगली नहीं गई.
थोड़ी देर उंगली करने के बाद मैंने उसे लिटा दिया और अपने लन्ड पर और उसकी चूत में थूक लगाया और लन्ड को चूत पर सेट कर दिया. अब वो तड़प उठी. तभी अचानक मैंने एक जोरदार धक्का मारा और मेरा आधा लन्ड सरसराता हुआ उसकी चूत में घुस गया. उसके बहुत दर्द हुआ और मुंह से घुटी सी आवाज निकल गई. जिस पर मैंने ध्यान नहीं दिया.
थोड़ी देर बाद मैंने एक और धक्का देकर पूरा लन्ड उसकी चूत में उतार दिया. अब मैं धक्के पर धक्के लगाने लगा. कुछ देर के बाद उसे भी मज़ा आने लगा और वो नीचे से उछल – उछलकर लन्ड अंदर लेने लगी. करीब 10 मिनट तक मैं उसे ऐसे ही चोदता रहा और फिर मैं उसकी चूत में ही झड़ गया.
इस दौरान वो तीन बार झड़ चुकी थी. थोड़ी देर बाद हम उठे. अब तक उसकी मामा की लड़की का बॉयफ्रेंड भी चला गया था. फिर हम अंदर गए और उसने मुझे पढ़ाया.
तो दोस्तों ये थी मेरी पहली कहानी. आप लोगों को कैसी लगी? मुझे मेल करके जरूर बताएं. मैं आपकी मेल्स का इंतजार करूँगा. मेरी मेल आईडी – [email protected]