मैं एक कॉलेज में प्रोफेसर हूँ. मेरे कॉलेज में एक बहुत ही खूबसूरत लड़की पढ़ती है. उसे चोदने के लिए मैंने प्लान बनाया और वो खुद ही जाल में फंस गई. इसके बाद उसे कैसे अपना आत्मसमर्पण करना पड़ा, जानें इस कहानी में…
हेलो दोस्तों, कैसे हो आप सब! आज – कल के समय में सेक्स के अलावा कुछ ओर है ही नहीं. हर जगह बस सेक्स का भूत सवार है. कहीं पर भी किसी लड़की को देखा नहीं कि बस चोदने के ख्याल मन में उमड़ने लग जाते है. हालांकि, कुछ जगह ये ग़लत भी नहीं है और कई जगह ग़लत भी होता है.
ग़लत इसलिए नहीं है क्योंकि आज कल का टाइम ही ऐसा है, जिससे हम खुद को रोक नहीं पाते हैं. और ग़लत इसलिए है क्योंकि इसके चलते रेप के काफी केस सामने आ रहे हैं. ऐसा होने से लड़कियों को फिर से डर – डर के जीना पड़ेगा.
दोस्तों, ये तो थी सेक्स के बारे में बात. अब मैं आपको अपनी एक सच्ची घटना बताने जा रहा हूँ. जोकि बहुत ही मस्त कहानी है और हर लड़के के दिल की चाहत होती है कि उसके साथ भी ऐसा ही हो. वैसे लड़कों की चाहतें तो बहुत सारी होती हैं पर इन सारी चाहतों मे से सिर्फ़ और सिर्फ़ सेक्स की चाहत ही पूरी होती है.
अब मैं आपका ज़्यादा समये ना लेते हुए सीधा कहानी पर आता हूँ. पर उससे पहले मैं आपको अपने बारे में थोड़ा – बहुत बता देता हूँ. मेरा नाम रोहित है और मैं मध्यप्रदेश के सागर जिले में रहता हूँ. मेरी हाइट 6 फुट है और मैं दिखने में भी काफ़ी स्मार्ट हूँ. मेरे लंड का साइज़ 6 इंच है.
मैं आपको अपने काम के बारे में बताना तो भूल ही गया. दोस्तों, मैं एक कॉलेज में प्रोफेसर हूँ और बच्चों को पढ़ाता हूँ. मेरी पढ़ाई मेरे सभी छात्रों को अच्छे से समझ आती है. अब तक कॉलेज में मेरे पढ़ाए गए छात्रों ने ही रिकॉर्ड बनाया और हमेशा सबसे आगे रहे.
मेरे कॉलेज की एक क्लास में एक बहुत ही सुंदर लड़की है. जिसका नाम सविता है. वो दिखने में इतनी ज़्यादा खूबसूरत है कि हर लड़का उस पर मरता है. वो 3 बार कॉलेज लेवल का ब्यूटी कॉम्पिटिशन जीत चुकी है. उसके हुश्न और फिगर को देख कर कोई ये नहीं कहेगा कि मैं इसे चोदना नहीं चाहता हूँ.
उसकी खूबसूरती को देख कर ही मैंने सविता को चोदने का प्लान बनाया. दोस्तों, सविता की उम्र 20 साल की है. खूबसूरती में वह किसी अप्सरा से कम नहीं है. कुल मिलाकर वह एक दम सुंदर और सेक्सी है.
दोस्तों, मैं जब भी उसे पढ़ाता तो जानबूझ कर उसके सामने अपनी पेन नीचे गिरा देता था. जिसे वो उठती. जब वह झुक कर पेन उठती तो मैं उसके बूब्स पर एक नज़र मार लेता था. दोस्तों, सविता पढ़ाई में कमजोर थी. इसलिए मैंने इसी को आधार बनाकर अपना दांव खेला.
फिर एक दिन उसकी क्लास में मैंने सबसे कह दिया कि जो पढ़ाई में कमजोर है मैं उसका टेस्ट लूँगा. सविता खुद को फेल नहीं होता देख सकती थी. इसलिए उसने प्लान बनाया कि क्यों न एग्जाम पेपर की ही चोरी कर लिया जाए.
अगले दिन मौका देख कर करीब 4 बजे सविता मेरे केबिन में आ गई और फिर पेपर खोज कर उसका फोटो लेने लगी. उस समय मैं बाहर था लेकिन फ़ोटो लेकर जैसे ही वो पीछे मुड़ी मैं आ गया. मुझे देख कर वो घबरा गई.
फिर मैंने उससे कहा – तुम यही सब करने आती हो. रूको, मैं प्रिन्सिपल को तुम्हारी करतूत बताता हूँ.
यह सुन कर वो काफी घबरा गई और डरते हुए बोली – नही सर प्लीज़, ऐसा मत कीजियेगा नहीं तो मेरी लाइफ बर्बाद हो जाएगी. आज के बाद आप जो भी कहेंगे मैं वो सब करूंगी.
इस पर मैंने कहा – ठीक है, नहीं बताऊंगा पर तुम्हें, मुझे खुद को देना पड़ेगा.
मेरे मुंह से ये सुन वो दरवाजे तक गई. फिर वापस चली आई. दोस्तों, अब तक मेरा लंड पूरा खड़ा हो चुका था और वो पैंट में भी नहीं समा रहा था. फिर मैं बाहर गया और इधर – उधर देख कर केबिन का दरवाजा बंद कर लिया.
फिर जैसे ही सविता मेरे पास आई वैसे ही मैंने झट से उसकी कमर में हाथ डाला और उसे अपनी बाहों में जकड़ लिया. मेरे ऐसा करने से सविता पूरी तरह से काँप रही थी. उसे यह एहसास हो गया था कि आज उसकी ये नाज़ुक सी जवानी लूटने वाली है.
तभी मैंने उसे घुमा दिया और फिर मैं उसकी कमर से चिपक गया. अब मेरे दोनों हाथ सविता के मोटे और मुलायम बूब्स पर थे. फिर मैं ज़ोर – ज़ोर से उसके बूब्स को मसलने लगा. इस पर सविता मस्त होने लगी और उसके मुंह से सिसकारियां निकलने लगीं. अब वह ‘आहह आह ईह ईह’ की आवाज़ करने लगी.
तभी मैंने एक बार फिर उसे घुमाया और उसके नाज़ुक और गुलाबी होंठों पर अपने होंठ रख दिए. अब मैं ज़ोर – ज़ोर से उसके गुलाबी होंठों को चूसने लगा था. दोस्तों, इस दौरान मैंने उसके लिप्स की सारी लिपस्टिक चूस – चूस कर निकल दी थी.
अब मैंने अपनी जीभ को सविता के मुंह में डाल दिया और मस्त चूसाई करने लगा. कुछ देर बाद जैसे ही सविता की जीभ थोड़ी सी बाहर आई तो मैंने झट से उसकी जीभ को पकड़ लिया और अपने मुंह में डाल कर ज़ोर – ज़ोर से उसकी जीभ के रस का रसास्वादन करने लगा.
अब मैं अपने हाथ धीरे – धीरे आगे बढ़ाया और एक – एक करके उसके सारे कपड़े उतारने लगा. सबसे पहले मैंने उसकी चुन्नी उतार कर साइड में फेंक दी. फिर मैंने उसको अपनी टेबल पर बिठा दिया और अगले ही पल उसका कुर्ता उतार दिया. फिर मैंने एक ही झटके में उसकी सलवार का नाड़ा खींच कर उसे खोल दिया और उसकी सलवार भी उतार दी.
वह मेरे सामने केवल अपनी पैंटी और ब्रा में बैठी थी. इन कपड़ों में वह एक दम सेक्स की देवी लग रही थी. तभी मैंने उसकी आंखों में देखा तो पाया कि वह वासना में डूब चुकी है और उसकी आंखों एक अलग सी चमक आ गई है.
इसी बीच उसने खुद ही अपना हाथ पीछे किया और अपनी ब्रा खोल दी. उसके ऐसा करने से उसके दोनों बूब्स उछल कर मेरे सामने आ गये. उसके गोरे – गोरे बूब्स देख कर मैं तो पागल सा हो गया.
फिर मैं उसके मम्मों पर टूट पड़ा और उन्हें मुंह में भर लिया. अब मैं बारी – बारी से उसके दोनों मम्मों को अपने मुंह में लेता और ज़ोर – ज़ोर से उन्हें चूसने लगा. साथ में मैं एक हाथ से उसके एक मम्मे को मसल भी रहा था.
थोड़ी देर बाद फिर मैं खड़ा हुआ और अपने सारे कपड़े उतार दिए. सारे कपड़े उतारने के बाद मेरा 6 इंच का लंड सविता के सामने आ गया. जिसे वो ललचाई नज़र से देखने लगी. फिर मैंने सविता को टेबल से नीचे उतारा और नीचे ज़मीन पर बिठा दिया.
जब वो नीचे बैठ गई तो मैंने अपना लन्ड उसके मुंह के सामने कर दिया. वी मेरा इशारा समझ गई और लन्ड को मुंह में ले लिया. शुरुआत में तो उसे चूसना नहीं आ रहा था लेकिन थोड़ी देर बाद वह बड़े ही मस्त तरीके से लन्ड चुसाई करने लगी.
करीब 10 मिनट की चुसाई में ही मेरा लंड सविता के मुंह के थूक से एक दम चिकना हो गया था. इसके बाद मैंने लन्ड बाहर निकाला और उसे फिर से टेबल पर लेटा दिया. अब मैंने उसकी दोनों टांगें खोली और अपना लंड उसकी चूत में डालने लगा.
उसकी चूत काफी कसी हुई थी. इसलिए लन्ड बार – बार फिसल रहा था. फिर मैंने हाथ से पकड़ कर लन्ड का सुपाड़ा उसकी चूत में किया. सुपाड़े के जाने के बाद मैं सीधा हुआ और जोर से एक धक्का दिया. जिससे मेरा लन्ड उसकी चूत की सील को तोड़ता हुआ अंदर घुस गया.
उसकी कुंवारी चूत में मेरा लंड जाते ही सविता के मुंह से ज़ोर से ‘आहह आह ईई’ की आवाज़ आई. लेकिन मैंने उसके होंठों पर अपने होंठ रख कर उसकी आवाज को दबा दिया. इसके बाद मैंने बिना उस पर तरस खाये धकापेल चुदाई शुरू कर दी.
मैं उसे करीब 30 मिनट तक उसे ऐसे ही जबरदस्त तरीके से चोदता रहा. इस दौरान वो 5 बार पानी छोड़ चुकी थी. अब मेरा भी पानी निकलने वाला था. इसलिए मैंने अपना लंड बाहर निकाल लिया और उसके मुंह में घुसा दिया. एक बार फिर से वो मेरा लन्ड चूसने लगी. थोड़ी ही देर बाद मेरा सारा पानी उसके मुंह में निकल गया. जिसे वो पी गई. इसके बाद हम कुछ देर तक ऐसे ही पड़े रहे.
थोड़ी देर बाद वो उठी और उसने अपने कपड़े पहने लिये. इसके बाद जब सविता जाने लगी तो मैंने उसे अपने मोबाइल में बनाई उसकी सेक्स वीडियो दिखा दी. उस वीडियो को देख कर वो हैरान रह गई. हालांकि, डर की वजह से कुछ नहीं बोली. उस दिन के बाद सविता अक्सर मुझसे चुदती रहती है. अब तो वो मेरी रखैल बन गई है. जब भी मेरा मन करता है मैं उसे बुलाकर चोद देता हूँ. बाद में मैंने उसकी गांड़ भी मारी लेकिन वो कहानी फिर कभी.
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