मेरे बगल में रहने वाली भाभी के पति ओवरटाइम के चक्कर में अपना ज्यादातर समय ऑफिस में बिताते थे. इस वजह से भाभी की प्यास नहीं बुझ पाती थी. एक दिन सुबह वाशरूम जाते समय भाभी ने मेरे खड़े लन्ड को देख दिया. फिर क्या हुआ आगे इस कहानी में पढ़ें…
हेलो दोस्तों, मेरा नाम आशीष है और मैं 25 साल का एक मस्त लड़का हूँ. मेरा लण्ड 7 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है. मैं चंडीगढ़ में जॉब करता हूँ. अन्तर्वासना पर वैसे तो मैं पहली बार कोई स्टोरी लिख रहा हूँ पर इस स्टोरी पढ़ने के बाद हर लड़की की चूत गीली और हर लड़के का लण्ड मुठ मारने के लिए तैयार हो जायेगा.
अब आप लोगों का टाइम बर्बाद न करते हुए मैं सीधा अपने पॉइंट पर आता हूँ. ये कहानी मेरे पड़ोस में रहने वाली भाभी और मेरे बीच सेक्स सम्बन्ध की है.
दोस्तों, मैं जहाँ रहता हूँ वो एक 2 रूम सेट का फ्लैट है. जिसमें एक रूम में मैं रहता हूँ और बाकी में एक भैया और भाभी रहते हैं. भाभी का नाम सीमा है. उनकी उम्र 24 साल है. रंग गोरा है और फिगर 34 – 26 – 36 का है.
उसका हसबैंड ओवर टाइम ड्यूटी करने के कारण बहुत काम होने पर ही रूम पर आता है. दोस्तों, मैं जब तक रात को अन्तर्वासना पर कहानी पढ़ कर मुठ नहीं मार लेता तब तक मुझे नींद ही नहीं आती है और जब सुबह सो कर उठता हूँ तो मेरा लण्ड लोअर में टेंट बनाये रहता है.
एक दिन रोज की तरह ही मैं सो कर उठा और वाशरूम जा रहा था. मैंने देखा कि भाभी उस समय पोछा लगा रही थीं. इस दरम्यान उन्होंने मेरा खड़ा लण्ड पैंट के ऊपर से देख लिया. मैं हल्का – हल्का नींद में ही था तो मैंने उन पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया.
शाम को जब मैं ऑफिस से आया और खाना खा के लैपटॉप चला रहा था तभी सीमा भाभी मेरे कमरे में आ गईं और हम लोग बैठ कर बातें करने लगे. बातों ही बातों में उसने बताया कि आज उसके हसबैंड का नाईट शिफ्ट है.
मुझे नहीं पता था कि भाभी अपनी चूत की खुजली मिटाने आई हैं. फिर भाभी ने मुझसे पूछा कि तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है या नहीं? इस पर मैंने जबाब में बोला कि नहीं है. मेरा जवाब सुन कर वो बोलीं, “फिर कैसे करते हो?” तो मैंने कहा, “क्या कैसे करता हू?” इस पर वो बोली कि तुम जवान हो, तुम्हारा कभी सेक्स करने का मन नहीं करता?
उनकी बात सुन कर मैं समझ गया कि भाभी मुझसे क्या चाहती हैं. फिर मैंने कहा, “करता तो है लेकिन क्या करूँ कोई है ही नहीं, ऐसे में खुद से हाथ से हिला कर ही शांत कर लेता हूँ.”
यह सुन कर भाभी बोलीं, “पर तेरा शांत तो होता ही नहीं है, सुबह – सुबह भी तैयार रहता है! और मेरे रहते हुए तू ये कैसे बोल सकता है कि तेरा कोई नहीं है?” अब मैंने भाभी की आँखों में देखा, उनकी आंखों में मुझे साफ़ – साफ़ प्यास नजर आ रही थी.
तभी उसने मेरे जांघ पर हाथ फेरना चालू कर दिया. फिर मैंने उसके होंठों पर अपने होंठ को रख दिया और उसके मुंह में अपनी जीभ डाल कर उसके होंठों को चूसने लगा. अब वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी.
भाभी गाउन पहने हुए थीं. फिर मैंने किस करते हुए उनके गाउन को खोल दिया. उन्होंने अंदर कुछ भी नहीं पहन रखा था. जब मैंने उसके नंगे बदन को देखा तो मैं पागल सा हो गया! क्या मस्त गुलाबी और पावरोटी सी फूली हुई चूत थी! यह सब देख कर मेरा लण्ड पैन्ट फाड़ कर बाहर आने के लिए बेताब हुआ जा रहा था.
अब मैं भाभी के ऊपर टूट पड़ा और उसके गले पर किस करते हुए उसकी चूची दबाने लगा. फिर मैंने उसकी एक चूची को मुंह में ले लिया और पीने लगा. अब मैं दोनों हाथों से उसकी चूची को दबा – दबा कर चूस रहा था.
इसी बीच भाभी ने मेरे सारे कपड़े उतार दिए और मुझे भी नंगा कर दिया. इसके बाद वो नीचे बैठ कर मेरा लण्ड चूसने लगीं. तभी मैंने अपने लैपटॉप पर नताशा मलकोवा की ब्लू फ़िल्म लगा दी.
भाभी मेरा पूरा लण्ड गले तक ले कर चूस रही थीं. फिर हम 69 की पोजीशन में आ गए और मैं उनकी चूत को चाटने लगा. अब मैं चूत में अपनी जीभ डाल कर हिलाने लगा. वाह, क्या रसीली चूत थी यारों! कुछ देर बाद भाभी की चूत ने पानी छोड़ दिया और मैं उनका पूरा पानी पी गया.
कुछ देर बाद मैंने भी भाभी के गले तक लण्ड पेल दिया और एक झटके के बाद झड़ गया. वो भी मेरा पूरा पानी पी गयी और फिर से मेरा लण्ड चाटने लगी. थोड़ी देर में भाभी ने मेरे लण्ड को चाट कर के बार फिर से तैयार कर दिया और बोलीं, “अब बर्दाश्त नहीं हो रहा है, मेरी बुर को फाड़ दे.”
फिर मैंने उसको लिटाया और उसके दोनों पैर अपने कन्धे पर ले लिया. इसके बाद लण्ड को उसके चूत के मुंह पर सेट कर धक्के के साथ पेल दिया. अभी मेरा आधा लण्ड ही अंदर गया था कि भाभी दर्द से कराह उठीं और बोलीं, “तेरा लन्ड तो बहुत मोटा है, मेरी तो चूत ही फट जायेगी.”
मैंने उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया और फिर एक बार फिर जोरदर शॉट लगाया. इस बार मेरा पूरा लण्ड उसके बुर को फाड़ते हुए अंदर चला गया. इस हमले से वो चीख उठी और मेरी पीठ पर नाख़ून गड़ाने लगीं.
फिर मैंने तेजी से एक के बाद एक जोरदार शॉट्स लगाना चालू कर दिया. अब भाभी सिसकारियाँ लेने लगीं और साथ ही बोलने लगीं कि तेरे भैया ने मुझे कभी ऐसे नहीं चोदा, बहुत मज़ा आ रहा है जोर से पेलो और जोर से!
लगभग 20 मिनट तक अलग – अलग पोजीशन में चुदाई करने के बाद मैं झड़ने वाला था. भाभी अब तक 3 बार झड़ चुकी थी. उसके चूत के पानी की वजह से लण्ड आसानी से अंदर – बाहर हो रहा था और पूरे रूम में चुदाई की आवाज गूंज रही थी.
फिर मैंने भाभी की चूत से लण्ड निकाल कर उसके मुँह में डाल दिया. मेरे माल से उसका पूरा मुंह भर गया और वो मेरा सारा माल पी गयी. फिर वो बोली, “बहुत टेस्टी और मस्त नमकीन सा है रे तेरा माल!” फिर हमने उस पूरी रात 4 बार चुदाई की.
उसके बाद अब जिस भी दिन उसका हसबैंड नाईट शिफ्ट पर होता है वो मुझसे खूब चुदती है. बाद में मैंने उसकी गांड भी मारी और उसने मुझसे बगल के फ्लैट में रहने वाली एक कुँवारी लड़की को भी चुदवाया लेकिन वो सब अगली कहानी में बताऊंगा.
ये मेरी पहली कहानी थी अगर कुछ गलती हुई हो तो माफ़ करना और अपना फीडबैक मुझे मेल जरूर करना. मुझे आप सभी के मेल का इंतजार रहेगा. मेरी मेल आईडी – [email protected]