पति से झगड़ कर चुदी पड़ोसन

एक दिन पति से झगड़ने के बाद जब वो घर पर अकेली थीं तो मैंने उन को अपने दिल की बात बोल दी पर उन्होंने मना कर दिया साथ ही यह कह कर मुझे डरा दिया कि अगर अब से आप ने मेरे बारे में ऐसा खयाल रखा तो मैं पीजी मालिक से शिकायत कर दूंगी…

हेलो दोस्तों, मेरा नाम (बदला हुआ) विक्रम है और मैं पिंक सिटी जयपुर के पास एक गांव का रहने वाला हूं. मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूं और इसकी हर एक कहानी को पूरे मज़े के साथ पढ़ता हूं. कहानी पढ़ते हुए हर बार मेरा लंड खड़ा हो जाता है और जब तक मुठ मार कर अपना पानी बाहर नहीं निकाल देता हूं, तब तक वह मुझे परेशान करता रहता है. दोस्तों, अन्तर्वासना पर मैं पहली बार अपना सेक्स एक्सपीरियंस लिख रहा हूं. इसमें मैं बताऊंगा कि कैसे मैंने एक भाभी को पहली बार चोदा था. कहानी लिखने में मुझसे अगर कोई गलती हो जाए तो माफ़ करना.

अब ज्यादा टाइम वेस्ट न करते हुए मैं सीधे अपनी स्टोरी पर आता हूं. दोस्तों, मैं बीएससी थर्ड ईयर में पढ़ता हूं और जयपुर में एक पीजी में रहता हूं. इस पीजी का पास ही एक फैमिली भी रहती थी. धीरे – धीरे उस फैमिली से मेरी अच्छी जान – पहचान हो गई थी. उस फैमिली में एक 28 साल की एक भाभी भी थीं. जब मैंने उन को पहली बार देखा तभी से मैं उनको पसंद करने लगा था.

माफ करना दोस्तों, मैं तो आप लोगों को अपने बारे में बताना ही भूल गया. दोस्तों, मैं किसी हीरो या मॉडल जैसा हैंडसम बंदा नहीं हूं, मैं भी आप लोगों की तरह एक सामान्य सा लड़का हूं. मेरा रंग गेंहुआ है और लम्बाई 5 फुट 7 इंच है. मेरे लंड की लम्बाई 6 इंच के आस – पास है.

दोस्तों, मैंने कई बार उस भाभी को अपने पति से लड़ते हुए भी देखा था. फिर जब मैं उनके आपस में लड़ने के बारे में पता किया तो पता चला कि उन की सेक्स लाइफ में कुछ प्रॉब्लम है. पति अपनी पत्नी को संतुष्ट नहीं कर पाता. इसीलिए उसकी पत्नी आए दिन अपने पति से झगड़ती रहती है.

यह बात जानने के बाद मैंने इस का फायदा उठाने की सोची और फिर मैं भाभी पर लाइन मारने लगा. पहले तो भाभी मुझे ज्यादा भाव नहीं देती थीं, लेकिन कुछ टाइम के बाद मुझे लगा कि अब वो भी मुझ में इंटरेस्ट लेने लगी हैं.

फिर एक दिन पति से झगड़ने के बाद जब वो घर पर अकेली थीं तो मैंने उन को अपने दिल की बात बोल दी पर उन्होंने मना कर दिया साथ ही यह कह कर मुझे डरा दिया कि अगर अब से आप ने मेरे बारे में ऐसा खयाल रखा तो मैं पीजी मालिक से शिकायत कर दूंगी. फिर मैं अपने पीजी में आ गया और बिस्तर पर लेट गया. मुझे कुछ सूझ नहीं रहा था.

धीरे – धीरे शाम और फिर रात हो गई. रात को मेरे पास एक अनजान नम्बर से व्हाट्सऐप पर मैसेज आया. मैसेज में सिर्फ ‘हाय’ लिखा था. जब मैंने उनसे उनके बारे में पूछा तो उधर से जवाब आया पहचानो. दोस्तों, मेरी वैसे भी फटी पड़ी तो इनको दिल्लगी करने की पड़ी थी. इसलिए मैंने साफ मना कर दिया और कहा कि बताना है तो ठीक नहीं तो अब मैसेज मत करिएगा.

फिर मेरी बात सुन कर उन्होंने अपने बारे में बता दिया. पहले तो मुझे विश्वास ही नहीं हुआ लेकिन फिर जब उन्होंने अपनी फ़ोटो भेजी तो मुझे यकीन हो गया कि ये भाभी ही हैं. यह जान कर मैं बहुत खुश हुआ. फिर हम बात करने लगे. मैंने उनसे पूछा कि सुबह मना क्यों कर दिया था तो बोलीं कि मैं डर रही थी.

फिर धीरे – धीरे उन्होंने मुझे अपने और अपनी लाइफ के बारे में सब कुछ बता दिया. अब हमने सेक्स के बारे में भी बातें करनी शुरू कर दी थी. फिर एक दिन उन्होंने मुझे अपने घर आने को कहा. उन्होंने मुझसे बताया कि वह मुझे घर पर बुला कर मेरे साथ सेक्स करना चाहती हैं.

मैं टाइम पर उनके घर पहुंच गया. उस समय उनके घर में कोई नहीं था. मैं सीधा अंदर चला गया. भाभी बेडरूम में थीं, उन्होंने मुझे अंदर आने के लिए कहा. फिर मैंने दरवजा बन्द किया और बेडरूम में चला गया.

वो बेड पर बैठी हुई थीं. मैं भी बैठ गया. हमने थोड़ी बात की लेकिन झिझक की वजह से मैं आगे नहीं बढ़ पा रहा था. थोड़ी देर बाद फिर मैंने शर्म को किनारे रखा और उसके होंठों पर टूट पड़ा. वो भी मेरा साथ दे रही थीं. फिर धीरे – धीरे मैंने मेरा हाथ उसकी ब्रा के अंदर घुसा दिया. दोस्तों, उन्होंने बहुत टाइट ब्रा पहन रखी थी, मेरा हाथ बहुत मुश्किल से उनके निप्पल तक पहुंचा. मैंने उनको अपने हाथों में लेकर काफ़ी देर मसला. इस दौरान वो मुंह से बस, “आह आह ओह्ह ओह्ह” की आवाज़ ही निकाल रही थीं.

फिर मैंने उनका कुर्ता उतार दिया. उसने रेड कलर की ब्रा पहनी हुई थी. रेड कलर तो वैसे भी सफेद बूब्स पर खिलता है. उसे देख कर मैं अपने आप को कंट्रोल नहीं कर पाया और मेरे हाथ ब्रा के हुक पर चले गए. अगले ही पल ब्रा के हुक खुल गए और दोनो पंछी आज़ाद होकर आसमान मे उड़ने लगे.

फिर मैंने उनके एक – एक निप्पल्स को अपने मुंह में दबा कर चूसने और दूसरे को हाथ में लेकर मसलने लगा. वो मछली की तरह मचलने लगी. फिर धीरे – धीरे मैं मेरा एक हाथ उसकी पैंटी में ले गया. दोस्तों, उन्होंने अपनी पूसी बिल्कुल क्लीन शेव कर रखी थी, जिसे मैं अपनी उंगलियों से सहलाने लगा. साथ ही बीच – बीच में उंगली उसकी चूत के अंदर भी डाल देता. जिससे वो मस्त होती जा रही थीं और सिर्फ़ एक ही बात बोल रही थीं, “बस डाल दो अपना लंड मेरे अंदर, और न तड़पाओ”.

अब मुझसे भी कंट्रोल नहीं हो रहा था. इसलिए मैंने उनकी चूत पर से हाथ हटाया और सलवार का नाड़ा खींच दिया. उनकी सलवार फ्लोर पर ही गिर गयी. फिर मैंने उनकी पैंटी नीचे की. जिससे उनकी गुलाबी चूत मेरे सामने आ गई. जिसे देख कर मुझसे रहा नहीं गया और मैंने सीधे उनकी फुद्दी पर अपनी जुबान लगा दी और उसे चूसने लगा.

काफ़ी देर चूत चूसने के बाद मैंने देखा कि वो मछली की तरह तड़पने लगी है. इस तरह काफ़ी देर मैं उसे लिक करता रहा. उनकी चूत से निकलने वाले रस का टेस्ट नमकीन सा था लेकिन अच्छा बहुत लग रहा था.

फिर भाभी से रहा नहीं गया तो उन्होंने मेरी पैंट उतार कर अंडर वियर में हाथ डाल दिया और मेरे लंड को हिलाने लगीं. थोड़ी देर बाद उन्होंने मेरी अंडर वियर भी उतार दी. मेरा लंड बहुत टाइट हो चुका था. बहुत बेताब हो रहा था उनकी चूत को फाड़ने के लिए.

इसलिए मैं सीधा हुआ और मैंने उनकी चूत पर लंड को रख कर थोड़ी देर रगड़ा और फिर धीरे से एक धक्का दिया लेकिन पूरा टोपा भी अंदर नहीं गया. यह देख फिर मैंने एक ज़ोरदार धक्का मारा और मेरा पूरा लंड उनकी चूत को फाड़ता अंदर घुस गया. उनके मुंह से एक दर्द भरी आह निकल गई. उन्होंने कहा, “धीरे – धीरे करो, मार डालोगे क्या? मैं कहीं भागी थोड़े जा रही हूं.”

उनकी ऐसी मादक बातें सुन कर मेरा जोश और बढ़ता जा रहा था. मैं और तेजी से धक्के लगा रहा था. इस तरह पूरे 15 मिनट तक हमारा यह राउंड चला. इस दौरान वो 3 बार पानी छोड़ चुकी थीं. फिर मैं झड़ने वाला था तो उन्होंने कहा कि अंदर मत झड़ना. इसके बाद मैंने अपना लंड बाहर निकाल लिया और वे उसे मुंह में लेकर चूसने लगीं. करीब 2 मिनट बाद फिर मैं उनके मुंह में ही झड़ गया और फिर उनके ऊपर ही लेट गया.

दोस्तों, उसके बाद हमने कई बार बाथरूम सेक्स, किचन सेक्स, स्टोर रूम सेक्स, टेबल सेक्स, चेयर सेक्स, फ्लोर सेक्स हर तरह के सेक्स किए लेकिन वो सब मैं फिर कभी बताऊंगा. आप सब को मेरी यह कहानी कैसी लगी. बताना मत भूलना मेरी मेल आईडी – [email protected]

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