प्यारी गर्लफ्रेंड के रूम पर चुदाई

कॉलेज टाइम मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं थी. एक दोस्त थी. धीरे – धीरे हमारे बीच नजदीकियां बढ़ीं और दोस्ती प्यार में बदल गई. इसके बाद किस तरह मैंने उसकी चूत उसी के रूम में चोदी पढ़ें इस कहानी में…

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम राहुल है और यह अन्तर्वासना पर मेरी पहले कहानी है. मैं रायपुर छत्तीसगढ़ से हूं और मेरी उम्र 23 साल है.

बात 1 साल पहले की है, जब मैं इंजीनियरिंग के तीसरे वर्ष में था. उस समय तक मेरी कोई गर्लफ़्रेंड नहीं थी क्योंकि मेरी पसंद कुछ हटके थी. मेरे क्लास में सीमा नाम की एक लड़की थी. वह मेरी बहुत ही अच्छी दोस्त थी, हम हमेशा साथ में लंच करते, साथ पढ़ाई भी करते थे और साथ में ही थोड़ा घूमने भी जाया करते थे.

इन सबकी वजह से धीरे – धीरे हम दोनों पास आने लगे. फिर एक दिन उसने मुझे प्रपोज़ कर दिया. चूंकि वह मुझे भी अच्छी लगने लगी थी तो मैंने भी उसका प्रपोजल एक्सेप्ट कर लिया.

अब हम दोनों कपल बन चुके थे. धीरे – धीरे क्लास के सभी लोग हमारे रिलेशनशिप बारे में जान गए थे. क्लास के सहपाठी ही नहीं फैकल्टी तक को भी इस बारे में पता चल गया था.

दोस्तों, हम दोनों पढ़ाई और एक्स्ट्रा एक्टिविटी में हमेशा आगे रहते थे और क्लास में कोई भी कुछ मदद मांगता तो हम हमेशा उसकी मदद भी करते थे. इसीलिए क्लास में सभी हमारी जोड़ी की तारीफ करते थे.

एक दिन ऐसे ही हम घूम रहे थे. मौका मिलने पर मैं उसे अकेले में ले गया और उधर जा कर उसको किस कर दिया. इससे वो बहुत खुश हुई क्योंकि ये उसका पहला किस था. उस दिन के बाद से फिर तो हमारा किस करना कॉमन हो गया था.

अब हम अक्सर टाइम मिलने पर मूवी देखने चले जाते थे. वैसे मूवी देखने जाना तो बस बहाना होता था, मौका मिलने पर हम किस करते रहते थे. एक दिन मूवी देखते – देखते उसे किस कर रहा था तभी मैंने मौका पाकर मेरा हाथ उसके बूब्स पर रख दिया ओर थोड़ा सा दबा दिया. मेरे ऐसा करने पर वो एक दम से सिहर गयी.

इस पर मैंने उससे पूछा कि क्या हुआ? तो उसने कहा कि कुछ नहीं. तब मैंने फिर से उसे किस करना शुरू कर दिया और अब जोर – जोर से उसके बूब्स को मसलने लगा.

मेरे ऐसा करने से अब वो गर्म होने लगी थी और उसे भी अपने बूब्स दबवाने में मजा आने लगा था. दोस्तों, उसके मीडियम साइज के बूब्स थे और उन्हें दबाने में मुझे बहुत मजा आ रहा था.

इसके बाद फ़िल्म खत्म होने पर हम हॉल से बाहर आए और उसे उसके रूम पे छोड़ के अपने घर चला गया. उस दिन जैसे ही मैं अपने घर पे पहुँचा कि उसका कॉल आ गया.

फ़ोन पर उसने कहा कि आज उसे एक दम अजीब सा लग रहा है. उसने मुझसे कहा कि तुम मेरे रूम आओ अभी. उसकी बात सुन कर मैं समझ गया कि बूब्स दबाने की वजह से वो गर्म हो चुकी है और अब कुछ आगे का चाहती है.

फिर मैंने अपनी बाइक निकली और चल दिया. रास्ते में सीमा के रूम के पहले वाले मेडिकल स्टोर से मैंने एक कंडोम का पैकेट ले लिया और उसके रूम चला गया. वहां पहुंचने पर उसने मुझे अंदर बुला लिया. फिर हमने हग किया और किस करने लगे. इसी बीच मैंने फिर से उसके बूब्स दबा दिया. इससे वो फिर गर्म होने लगी और आहें भरने लगी.

उसकी हालात देख कर मैं समझ गया कि अब आगे मुझे क्या करना है. फिर मैंने उसे बेड पे लेटा दिया और खुद उसके ऊपर हो के उसे किस करने लगा. ऊपर उसने हल्की टॉप और नीचे बरमूडा पहन रखा था.

उसके होंठों पर किस करके मैं उसके बूब्स को कपड़ों के ऊपर से ही मसलने लगा. थोड़ी देर बाद फिर मैंने उसका टॉप निकल दिया तो वो ऊपर से एक दम नंगी हो गई. दोस्तों, उसने अपनी ब्रा मेरे आने के पहले ही निकल दी थी. यह देख मैंने उससे कहा – पहले से तैयारी कर रखी है! तो उसने हां में सिर हिलाया.

फिर मैं उसके मीडियम साइज वाले बूब्स को चूसने लगा. उसे भी अपने बूब्स चुसवाने में मजा आ रहा था. इसी बीच मेरा एक हाथ उसकी चूत के ऊपर चला गया और मैं उसे मसलने लगा. दोस्तों, उसकी चूत बहुत गर्म हो चुकी थी.

अब मैंने उसकी बरमूडा को निकाल दिया. उसने अंदर में काली पैंटी पहन रखी थी. काली पैंटी में वो क्या कयामत लग रही थी यार! फिर मैं नीचे आया और उसकी पैंटी के ऊपर से ही उसकी चूत को चाटने लगा. मेरे ऐसा करने में उसे खूब आने लगा और अब उसके मुंह से ‘आह आह’ की आवाजें आने लगी जो माहौल को और ज्यादा रोमांटिक बनाए जा रही थीं.

फिर मैंने उसकी पैंटी को भी निकाल दिया. दोस्तों, इसके बाद जो दिखा वो तो कमाल का था. अब मेरे सामने पूरी तरह से क्लीन शेव की हुई चूत थी. यह देख मुझसे रहा नहीं गया और मैं उसकी चूत पर अपनी जीभ चलाने लगा.

इससे वो तड़पने लगी और मेरा सिर अपनी चूत पर दबाने लगी. करीब 10 मिनट तक चूत चाटने के बाद फिर वो झड़ गयी पर मेरा तो होना बाकी था तो मैंने अपने कपड़े निकाल दिए और उसे अपना 6 इंच का लंड पकड़ा दिया.

अब सीमा ने पहले ध्यान से मेरे लंड को देखने लगी. लेकिन फिर जब मैंने उससे लंड चूसने को कहा तो उसने मना कर दिया. बाद में मेरे ज्यादा जोर देने पर वो मान गयी और मेरे लंड को चूसने लगी. अब मैं तो जन्नत की सैर करने लगा था.

उसने 5 मिनट तक लगातार मेरा लंड चूसा और फिर मैंने उसके मुंह में ही अपना वीर्य निकाल दिया. मेरे वीर्य का टेस्ट उसे अच्छा नहीं लगा तो वो उसे थूकने लगी. इसके बाद मैं उसे फिर से अपना लंड चुसाने लगा. लंड चुसाई की वजह से 5 मिनट में ही मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया.

अब बारी थी चुदाई की. फिर मैंने एक कंडोम को खोल कर अपने लंड पर चढ़ाया और नीचे लेट कर सीमा को उस पर बैठने को कहा. वो डरते – डरते बैठ गई. फिर मैंने अपना लंड पकड़ कर उसकी चूत में सेट किया और धीरे से उसे नीचे किया. इतने मेम उसे हल्का दर्द हुआ.

फिर मैं धीरे – धीरे लंड अंदर – बाहर करने लगा. अभी मेरे लंड का टोपा बस अंदर गया था और उसे तेज दर्द होने लगा. अब वह निकालने के लिए कहने लगी पर मैं नहीं माना. मुझे पर सेक्स का भूत जो सवार था.

फिर मैंने एक जोर का शॉट मारा. इससे मेरा पूरा लण्ड उसकी चूत को चीरता हुआ अंदर तक चला गया. दोस्तों, सही समय पर मैंने उसकी चीख को अपने हाथ से बंद न किया होता तो पड़ोसी तक को सुनाई दे जाती.

इसके बाद मैं थोड़ी देर के लिए रुक गया. थोड़ी देर बाद मैं फिर धीरे – धीरे धक्के लगाने लगा. जिससे उसका दर्द कम हुआ और उसे मजा आने लगा. अब वो खुद ऊपर – नीचे होने लगी. इसके साथ में वह ‘आह आह’ की आवाज भी करने लगी थी. इससे मुझे और ज्यादा मज़ा आ रहा था.

करीब 10 मिनट में दोनों फिर से झड़ गए और वह मेरे ऊपर लेट गई. आराम करने के बाद फिर हमने कपड़े पहने, हग किया और किस करके मैं अपने घर आ गया. घर आकर जब मैंने उसको मैसेज किया और पूछा कि मजा आया न आज? तो उसका रिप्लाई आया – बहुत अच्छा लगा सेक्स करके, मुझे फिर से करना है.

इस पर मैंने कहा के अगले संडे फिर आता हूं तब करेंगे. फिर अगले वाले संडे क्या हुआ ये अगले कहानी में बताऊंगा. आप सब को मेरी पहली कहानी कैसी लगी? उम्मीद करता हूं अच्छी लगी होगी. पहली कहानी की वजह से हो सकता है कि कुछ कमी हो गयी हो. फिर भी कहानी से जुड़े सुझाव आप कमेंट करके या मेल करके मुझे बता सकते हैं. मेरी मेल आईडी – [email protected]

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