फिर उसने मेरी शॉर्ट्स उतारी और मेरे लण्ड को पकड़ के उसको कैद से बाहर किया और मेरे लण्ड को चूसने लगी. मुझे बहुत मजा आ रहा था. फिर थोड़ी देर बाद मैं उसकी चूत चाटने लगा, जिससे उसे भी बहुत मजा आ रहा था…
हेल्लो दोस्तों, मेरा नाम समीर है और मैं रायपुर के छत्तीसगढ़ का रहने वाला हूँ. दोस्तों, मेरा लण्ड 6 इंच का है, जो किसी भी स्त्री या महिला को संतुष्ट करने के लिए बहुत है. मेरी उम्र 20 साल है.
मैं अन्तर्वासना की कहानियों को बहुत समय से पढ़ रहा हूँ. इन्हें पढ़कर ही मैंने सोचा कि क्यों ना मैं भी अपनी कहानी आप सभी लोगों के साथ शेयर करूं. इस वेबसाइट पर यह मेरी पहली कहानी है, उम्मीद है आप सबको पसंद जरूर आएगी.
ये कहानी मेरे पड़ोस में रहने वाली लड़की सारा की है. वो बहुत ही सुन्दर और सेक्सी है. उसकी उम्र 19 साल है. उसके बूब्स बहुत बड़े – बड़े हैं और उसकी गांड तो ऐसे कि देखते ही किसी का भी लन्ड खड़ा हो जाये.
जून 2016 की बात है. मेरी छुट्टियां चल रही थी तो मैं अपने दोस्तों के साथ खेलने बाहर गया हुआ था. मैं खेलकर दोपहर के वक़्त घर लौटा. जब मैं घर लौटा तो मेरे घर में उस समय कोई नहीं था.
दोस्तों, मैं अपने माँ – बाप का एकलौता बच्चा हूँ और उस दिन मेरे पेरेंट्स किसी काम से बाहर गए हुए थे. फिर मैं फ्रेश हुआ और कुछ स्नैक्स लेकर टीवी देखने लगा. तभी घर की घंटी बजी. मैंने सोचा कि शायद मेरे मम्मी – पापा आये होंगे, पर जब मैंने दरवाजा खोला तो वहाँ सारा खड़ी थी.
मैंने उसे अंदर बुलाया और पूछा कि कुछ काम है क्या? वो बोली कि उसके घर का पानी खत्म हो गया है और उसे नहाना है तो क्या वो हमारा बाथरूम यूज़ कर सकती है? मैंने कहा कि वो कर सकती है. फिर वो बाथरूम में चली गयी.
दोस्तों, हमारे बाथरूम के गेट में एक छोटा सा छेद है, जिससे अंदर का थोड़ा – बहुत नज़ारा दिख जाता है. उसके बाथरूम में घुसने के 5 मिनट बाद मैं बाथरूम के पास गया और उस छेद से अंदर देखने लगा अंदर वो पूरी नंगी होकर अपने बूब्स को रगड़ रही थी.
ये देखते हे मेरा लण्ड तुरंत खड़ा हो गया. फिर उसने अपने चूत पर पानी डाला और उसे भी साफ़ करने लगी. ये देखते ही मुझसे रहा नहीं गया और मैं वही पर मुठ मरने लगा. उस समय मुझे ऐसे लगा कि उस छेद से उसने मुझे ऐसा करते देख लिया है. फिर मैंने अपना माल निकाला और तुरंत जाकर टीवी के पास बैठ गया.
थोड़ी देर बाद वो आई और मेरी तरफ देख कर मुस्कुराते हुए चली गयी. उसकी इस मुस्कान का मैं कुछ मतलब समझ नहीं पाया. दोस्तों, हमारे यहाँ बहुत ज्यादा गर्मी होती है, तो मैं रात को छत पर सोता हूँ. रात को मैंने खाना खाया और सोने के लिए छत पर चला गया. वहां जाकर मैं बिस्तेर पर लेट कर गाने सुन रहा था.
तभी मैंने देखा कि सारा और सना ( सना उसकी छोटी बहन का नाम है और उसकी उम्र 12 साल के आसपास है ) भी अपनी छत पर सोने के लिए आई थीं. क्योंकि हम दोनों एक – दूसरे को बचपन से जानते हैं तो कभी – कभी बात भी हो जाती थी.
उसके आते ही मैं उठा और अपने छत पर इधर – उधर घूमने लगा. फिर मैंने उससे थोड़ी सी बात की. चूंकि वे लोग लूडो लेकर आए थे तो हम तीनों मिलकर उसके छत पर लूडो खेलने लगे. लूडो खेलते – खेलते मैं कब सो गया मुझे पता ही नहीं चला.
रात के करीब 11 बजे के आसपास मेरी नींद खुली तो मैंने देखा की छत पर सिर्फ मैं और सारा ही हैं. ये देख कर मैं बहुत खुश हुआ. सारा सो रही थी. फिर मैं धीरे से उसके पास गया और उसके एक बूब्स को धीरे से छू दिया. इस पर जब उसने कोई रिएक्शन नहीं किया तो मेरी हिम्मत बढ़ गई और मैं उसके दोनों बूब्स दबाने लगा.
उसके बाद भी जब उसने कुछ नहीं किया, तब मैं धीरे से अपना हाथ उसके कैपरी के अंदर ले गया. उसने कैपरी के अन्दर चड्डी नहीं पहनी थी. फिर मैंने अपनी एक ऊँगली उसके चूत में डाल दी. तब उसने धीरे से आह की सिसिकारी ली.
अब मुझे पता चल गया था कि वो सोई नहीं है और इन सभी चीज़ों का मजा ले रही है. इससे मेरी हिम्मत और बढ़ गयी. फिर मैंने उसकी कैपरी उतार दी. अब वह बस टी-शर्ट में थी. अब मैं उसकी चूत में ऊँगली कर रहा था और वो “अह्ह्ह्ह् अह्ह्ह्ह ऊह्ह्ह्ह” कर रही थी.
फिर मैंने उससे पूछा कि तुम कब से जगी हुई हो? तो उसने बताया कि शुरु से, उसने बताया कि एक दिन जब मैं अपने रूम में अपना लण्ड हिला रहा था तब उसने मुझे देखा था और तभी से वह मेरे लण्ड की दीवानी हो गयी थी.
फिर मैंने उसे जोर से अपनी तरफ खींचा और उसे किस करने लगा. अब मैंने उसका टी-शर्ट भी उतार दिया था. अब वह पूरी तरह से नंगी हो गयी और मैं उसके बूब्स को जोर – जोर से दबाने लगा और उसे चूमने लगा.
फिर उसने मेरी शॉर्ट्स उतारी और मेरे लण्ड को पकड़ के उसको कैद से बाहर किया और मेरे लण्ड को चूसने लगी. मुझे बहुत मजा आ रहा था. फिर थोड़ी देर बाद मैं उसकी चूत चाटने लगा, जिससे उसे भी बहुत मजा आ रहा था.
फिर वो बोली, “प्लीज, अब मुझसे नहीं रहा जा रहा है, अब अपना लण्ड मेरी चूत में डाल दो.” फिर मैं उसके ऊपर आ गया और उसके दोनों पैरों को अपने कंधे पर रख दिया और अपना लण्ड उसकी चूत में रगड़ने लगा. वो सिस्कारियां ले रही थी और लगातार अंदर डालने को बोल रही थी.
फिर मैंने अपना लण्ड उसके चूत के छेद पर सेट किया और एक जोर का झटका दिया. उसकी चूत बहुत टाइट थी. अभी मेरा बस सुपाड़ा ही अंदर गया था कि वो आह करके जोर से चिल्लाई और बोली तुम्हारा लण्ड बहुत बड़ा है, बाहर निकालो नहीं तो मैं मर जाउंगी.
फिर मैंने थोड़ा इंतजार किया और फिर एक जोर का झटका दिया और मेरा लण्ड पूरा अंदर चला गया. उसे बहुत दर्द हो रहा था, वो बोल रही थी कि हो गया निकाल दो अब, मुझे नहीं करना, पर मैंने उसे मनाया और फिर धीरे – धीरे अपना लण्ड अंदर – बाहर करने लगा.
अब उसे भी मजा आ रहा था वो लगातार आहें भर रही थी और कह रही, “और चोदो, फाड़ दो मेरी चूत, आह आह”. फिर कुछ देर के बाद मेरा माल निकलने वाला था तो मैंने उससे पूछा कि कहाँ निकालूँ तो उसने कहा कि अन्दर ही निकाल दो, मैं कल दवा ले लूँगी.
फिर मैंने अपना पूरा माल उसके अंदर ही निकाल दिया. थोड़ी देर बाद मेरा फिर से खड़ा हुआ तो मैंने उससे बोला कि मुझे अब डोगी स्टाइल में करना है तो वो डोगी बन गयी और मैंने उसे पीछे से बहुत चोदा.
उस रात मैंने उसे 3 बार चोदा और सुबह होते ही हम दोनों अपने – अपने घर चले गए. अब हमें जब भी मौका मिलता है, हम दोनों खूब चुदाई करते हैं.
प्लीज, मुझे ईमेल करके जरूर बताएं कि मेरी यह कहानी आप सब को कैसी लगी? मेरी मेल आईडी –
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