स्कूल की चुदक्कड़ टीचर भाग -3

जब वो लन्ड को ज़ोर से दबा कर चूसती तो मेरे शरीर की सारी नसें खुल जाती थीं. कभी वो मेरे टट्टे चूमती तो कभी सुपरे को जीभ से चाटने लगती. उसकी इस अद्भुत कला को देख कर मैं एकदम से दंग रह गया. आज तक तो मैंने ब्लू फिल्मों में भी ऐसी चुसाई नहीं देखी थी…

स्कूल की चुदक्कड़ टीचर भाग – 1
स्कूल की चुदक्कड़ टीचर भाग – 2

अभी तक आप लोगों ने पढ़ा कि कैसे मैंने लिक्विड चॉकलेट को उसकी चूंची पर लगा कर मैंने चॉकलेट के साथ – साथ उसकी चूंचियों और क्लीवेज को चाटा. जिसकी वजह से मेरे पूरे चेहरे पर चॉकलेट लग गई थी, जिसे उसने अपनी जीभ से चाट – चाट कर साफ कर दिया और साथ में मेरे छोटे – छोटे निप्पलों को भी काट लिया था. फिर मेरी जीन्स उतार कर मुझे नंगा किया और मेरे लंड को दबा – दबा कर चूसने लगी और फिर चॉकलेट का डिब्बा उठा कर बोली – अब मेरी बारी है. अब उसके आगे की कहानी:

फिर उसने मुस्कराते हुए चॉकलेट का डिब्बा खोला और चॉकलेट को मेरे लंड पर लगा कर पूरा लंड गप्प से निगल गयी और मस्ती के साथ मेरे लन्ड पर जीभ चला – चला कर चूसने लगी. अब तो मेरा संभलना मुश्किल हो गया था, मैं तो बस जन्नत की सैर कर रहा था. मैं ठहरा एक कच्चा खिलाड़ी और वो तो एक सर्टिफाइड खिलाड़ी थी. उसके ऐसे जबरदस्त लन्ड चुसाई से मैंने अपने होश को खो दिया और बोलने लगा – और चूस बेबी और चूस, निगल जा इसे “आहह उहह”.

जब वो लन्ड को ज़ोर से दबा कर चूसती तो मेरे शरीर की सारी नसें खुल जाती थीं. कभी वो मेरे टट्टे चूमती तो कभी सुपरे को जीभ से चाटने लगती. उसकी इस अद्भुत कला को देख कर मैं एकदम से दंग रह गया. आज तक तो मैंने ब्लू फिल्मों में भी ऐसी चुसाई नहीं देखी थी.

उसकी इतनी जबरदस्त लन्ड चुसाई के कारण कुछ ही देर बाद मैं झड़ने ही वाला था लेकिन मैं अपना वीर्य वेस्ट नहीं करना चाहता था. इसलिए मैंने उसका मुंह लन्ड पर से हटा दिया और फिर बेड पर उसको लिटा कर एक बार उसके होठ को चूमा और अपना एक हांथ उसकी चूट पर रख दिया और उसे हल्के – हल्के हांथों से दबाने लगा. फिर चूमते – चूमते मैं उसकी टांग पर पहुंच गया और उसकी टांगों पर मैंने चुम्बनों की बरसात कर दी. जिससे वो उछलने लगी और फिर मैं नीचे की तरफ बढ़ने लगा और नीचे जा कर उसके पैर को अंगूठे को चूसने लगा. मेरे ऐसा करने से अचानक वो पता नहीं क्यों सिहर सी गयी.

फिर मैं वापस उसकी टांगों को चूमता हुआ उसकी जाँघ पर पहुँचा और अपनी एक अंगुली से उसकी चूट को धीरे से दबा दिया. दबाने पर पता चला कि उसकी चूट तो पहले से ही कामरस से नहा चुकी थी. इसके चूट की मादक खुशबू सूंघते ही मेरे रोम – रोम जाग गये और मेरे अंदर का जानवर और भी विकराल हो गया.

अब मैंने देर न करते हुए उसकी पैंटी के ऊपर से ही उसकी चूट को चूम लिया तो वो तो सिहर सी गयी. फिर जब मैंने उसकी पैंटी उतारनी चाही तो उसने अपनी गांड को उठा लिया और पैंटी उतारने में मेरा पूरा साथ दिया. उसकी पैंटी हटते ही उसकी चमकती हुई एक दम से चिकनी चूत मेरे सामने आ गई. ऐसा लग रहा था जैसे उसने अपनी चूत को आज ही साफ किया हो.

फिर मैंने देर ना करते हुए उसकी चूत को चटना शुरू कर दिया. अहा, क्या चूत थी यारों! मैं उसकी चूत चाटता ही जा रहा था और वो अपनी गांड उठा कर बस “आहह आहह ऊह उह ईईईई” करे जा रही थी. एक हांथ से वो मेरे बालों को सहला रही थी और मैं उसकी चूत चाटने में एकदम से मस्त था. मैं अपनी पूरी लाइफ में पहली बार किसी की चूत चाट रहा था. इसमें मुझे इतना मज़ा आ रहा था कि क्या बताऊं!

फिर मैंने उसकी चूत चाटना बंद कर दिया और अपनी एक अंगुली उसकी चूत में डाल दी और धीरे – धीरे अपनी अंगुली को उसकी चूत में अंदर बाहर करने लगा. वो बिना एक पल रुके वासना में डूबी हुई बस “आहह आहह, सोना और करो न, आहह ऊऊह ओह सी सी सी” करे जा रही थी.

उसकी ये सिसकारियाँ मेरा जोश और बढ़ाए जा रही थी. एक बार मैंने एक ब्लू फिल्म में जो देखा था, सोचा कि वो अप्लाइ करूं. इसलिए मैंने उसको थोड़ा सा नीचे सरकाया, जिससे उसकी टाँगे बेड से नीचे लटक गईं. उनको उठा कर मैंने अपने कंधे पर रखा और खुद घुटनों के बल पर नीचे बैठ गया और उसकी चूत के होठों को अपने दोनों हाथों से चौड़ा किया और उसकी गुलाबी चूत के अंदर का नज़ारा देख कर तो मेरे लंड महाशय और भी टाइट हो गये.

अब मैंने उसकी चूत में अपनी पूरी जीभ घुसा दिया और जीभ को अंदर – बाहर करने लगा और साथ ही मैंने अपनी दो अंगुलियाँ भी उसकी चूत में डाल दी. उसके सब्र का बांध मुझे टूटता हुआ नज़र आ रहा था और वो अपनी गांड़ हवा में उठा कर अपनी चूत चुसवा रही थी. मुझे ऐसा करने में बहुत ही ज्यादा मज़ा आ रहा था.

वो बोली – जानू, ये तुमने कहां से सीखा है, थोड़ा और अंदर तक घुस जाओ, आज मैं तुम्हें पूरा अपने अंदर ले लेना चाहती हूं. आहह चूसो इसे और चूसो ये मुझे बहुत तंग करती है “आहह आहह फक एस्स आहह फक मी”.

उसकी ये बातें सुनकर मैंने अपनी स्पीड और बढ़ा दी और लगभग दो मिनट बाद उसने अपनी गांड हवा में उठाई और मेरा सिर अपनी पर दबा लिया. जैसे आज मेरे सर को अंदर लेकर ही रहेगी. वो मेरे बाल इतनी ज़ोर से खींच रही थी. इतने में ही वो झड़ गयी और झड़ते हुए बोली – शोना, आज तक मैं इस तरह से कभी नहीं झड़ी हूँ. आहह आहह आहह, तुम रोज़ मेरी इस निगोडी चूत को ऐसे ही चूसा करो.

मेरा पूरा मुँह उसके कामरस से भर गया और मेरी दोनों अंगुलियाँ उसके चूत रस से भीग गईं. उसका नमकीन से स्वाद वाला सारा चूत रस मैं पी गया और अपनी अंगुलियों को उसकी चूत से बाहर निकल कर उसके मुँह में डाल दिया, जिसे वो लॉलीपॉप के जैसे बड़े आराम से चूसने लगी. फिर झड़ने के बाद मेरी बाहों में एक दम से सिमट गयी और मेरी छाती पर अपना सिर रख कर लेट गयी और अपनी आँखें बंद कर ली थी.

फिर वो बोली – बेबी, मेरा बॉयफ्रेंड जब भी आता था आकर जल्दी से मुझे चोदता और फिर मुझे छोड़ कर चला जाता था. वह मुझे इतनी बुरी तरह चोदता था कि मुझे मज़ा भी नहीं आता था. आज तुमने मुझे इतना सुख दिया, जिसे मैं बता नहीं सकती.

वो रुआंसी सी हो गई और उसने मेरी छाती पर अपने लिप मार्क छाप दिए और बोली – वो तो बस आता था और मेरी चूत में लंड पेल देता था. उसने कभी मेरी इज़्ज़त नहीं की. वो मुझे बस एक चुदाई की मशीन समझता था. आज मैंने जाना कि असली सुख क्या होता है.

दोस्तों उसकी ये बातें सुन कर मुझे लगा कि आज तक मैंने जो भी कहनियों में पढ़ा था आज वो मेरे काम आ गया. दोस्तों, जब भी कभी किसी के साथ सेक्स करना हो तो कभी भी आकर सीधा उसे चोदना न शुरू करें बल्कि पहले लड़की से प्यार करें, उसके हर एक अंग को ऐसे चाटें, चूमें और सहलाएँ कि वो आनंदित हो जाए, तभी वो आपकी रहेगी. आज कल के लोग तो बस अपना लंड डालते हैं और फिर जल्दी से झड़ कर सो जाते हैं. एक लड़की या औरत के भावनाओं की कोई परवाह नहीं करता.

अब वो उठी और बाथरूम में चली गयी और मैं वहां पर अपने लंड को हिलने लगा और सोचने लगा कि बेटे आज तो तेरी निकल पड़ी, तेरी पहली सेक्स पार्टनर तुझसे बहुत खुश है. आज तो लंड को जन्नत की सैर करने को जरूर मिलेगी.

इतने में वो बाहर आई तो मैंने देखा कि उसने लिपस्टिक लगा रखी थी, वो भी एक दम डार्क रेड कलर की. वो मेरे पास बेड पर आई और मेरा लंड पकड़ के बोली खबरदार आज के बाद कभी इसको हिलाया तो ये सिर्फ़ मेरा है और इसके साथ मैं ही सब कुछ करूँगी. फिर उसने मेरे होठ पर अपना होठ लगा दिया. मैं उसके होठ चूसता गया और वो मेरे लंड से खेलती रही.

एक लंबे चुंबन के बाद मैंने उस नीचे लिटाया और अपना लंड उसकी चूत पर सेट किया, लेकिन वो अंदर ही नहीं जा रहा था. शायद मेरा पहली बार था इसलिए. यह देख कर वो हंस पड़ी और फिर अपने हांथ से लंड को पकड़ कर सेट किया और मुझे धक्का मरने को कहा. मैंने धक्का लगाया और सुपरा उसकी चूत के अंदर घुस गया. उसकी चूत काफी टाइट थी.

वो बोली – सोना, आराम से करो, पूरे एक साल बाद आज मैं लंड ले रही हूँ. आराम से डालना धीरे – धीरे.

मैंने उसकी बात को न सुनते हुए एक ज़ोर का झटका मारा और मेरा आधा लंड उसकी चूत में घुस गया.

वो चीख पड़ी और बोली – कुत्ते, आराम से कर. मार डालेगा क्या? आहह कितना मोटा है साले तेरा! आराम से कर न.

उसके मुँह से गालियाँ सुन कर मुझे बहुत अजीब लगा पर मैं तो अपनी मस्ती में था और मैंने पूरा लन्ड उसकी चूत में पेल दिया दर्द से वो चिल्ला उठी.

मैं बोला – ले साली ले तू आज, पूरा ले बहनचोद.

वो मेरी तरफ हंसते हुए देखने लगी और बोली – दो मिनट रुक जा फिर कारिओ.

फिर मैंने उसके होठ पर अपना होठ रख दिया और उन्हें मज़े से चूसने लगा. फिर उसकी चूंची भी चूसी और वो अपनी गांड़ ऊपर उठा कर मेरा साथ देने लगी और इशारा करने लगी. फिर मैंने आराम – आराम से अपनी स्पीड को बढ़ा दिया और तेज धक्के लगाना शुरू कर दिया. पूरे कमरे में बस फच्च – फच्च की आवाज़ आ रही थी.

बेड पुराना होने की वजह से आवाज़ करने लगा, लेकिन हम तो मस्ती में डूबे हुए थे. मैं धक्के लगाए जा रहा था और वो – आहह आहह जानू और चोदो आहह फक मी फक मी.

अब हमारे होठ एक बार फिर मिल गये थे. साथ ही मैं लगातार धक्के मारे जा रहा था. मैंने लगभग 10 मिनट तक धक्के लगाने के बाद महसूस किया कि वो झड़ने वाली है और शायद मैं भी. सो मैंने अपना लंड बाहर निकाला और उससे घोड़ी बनने को कहा. वो तुरंत ही घोड़ी बन गई और तब तक मैंने अपना लंड उसके मुंह में डाल दिया और वो उसे चूसने लगी. फिर मैंने उसकी गांड़ पर एक चपत मारा और वो चिल्ला उठी – आ आहह आ.

मैंने तनिक भी देर न करते हुए उसकी फुद्दी में लंड पेलना शुरू कर दिया और उसके मुँह से तो बस – आह आह आहह कम ऑन, डोंट स्टॉप रूकी न. वो पता नहीं किस – किस भाषा में बोल रही थी. अब मैंने अपनी स्पीड बढ़ाई और लगभग 8-10 मिनट बाद अपना लंड बाहर निकाल लिया और अब उसे बेड पर लिटा कर उसकी चूत चाटने लगा.

यह देख कर वो बोली – बेबी, अब आप लेट जाओ और मेरा जलवा देखो.

फिर वो मेरे ऊपर आ गई और मेरे लंड को अपनी फुद्दी पर सेट किया और धीरे – धीरे आहें भरते हुए उस पर बैठ गयी और ऊपर – नीचे होकर मुझे चोदने लगी. मेरे लिए ये भी एक अलग एहसास था. उसके मम्मे लगातार हिल रहे थे जो कि उसे और भी सेक्सी बना रहे थे. मैं बारी – बारी से उसके दोनों मम्मों को दबा रहा था और नीचे से धीरे – धीरे धक्के लगाना शुरू कर दिया.

करीब 5 मिनट बाद वो बोली कि मेरा होने वाला है आप ऊपर आ जाओ तो मैंने उसे नीचे लिटाया और उसने अपनी टाँगे मेरी कमर में बाँध दी. ताकि अब हमारे बीच में से हवा भी न निकल पाए. इस तरह हम चिपके हुए थे. मैंने धक्के पेलना शुरू किया और 2-3 मिनट बाद वो बोली – बेबी ई एम कमिंग, आह सोना मेरा होने वाला है आह आह.

मेरा भी होने वाला था तो मैंने भी अपनी स्पीड बढ़ाई और उसने अपने होठ मेरी ओर बढ़ाए और चूसने लगी और इस दौरान उसने अपने नाख़ून मेरी पीठ पर गड़ा दिए और मेरी पीठ में खरोंच आ गई. पर उस वक़्त हम पूरी तरह से वासना में डूबे हुए थे सो पता ही नहीं चला.

वो अपनी गांड हिलाती हुई झड़ गयी और झड़ते हुए बोल रही थी – आह सोना आह वाउ, आह बेबी आह, आज मैं तो गयी आह.

और उसके पीछे – पीछे मैं भी झड़ गया. हम एक – दूसरे पर ऐसे ही पड़े रहे और थोड़ी देर बाद मैं उसके मोम्मों से खेलने लगा. मैं कभी उन्हें दबाता तो कभी उन्हें चूस लेता था.

मैं बोला – जानू, आज अपने मुझे जो मज़ा दिया है न कसम से…

उसने मुझे रोका और बोली – नहीं बल्कि आज तो मैं आपको थैंक यू कहना चाहती हूँ, क्यूंकि आज पहली बार मुझे सेक्स में इतना मज़ा आया कि मैं 4 बार झड़ी हूँ. और फिर मुझे चूमते हुए बोली – ओह, सोना प्लीज़ कभी मुझे छोड़कर मत जाना. मैं ज़िंदगी भर के लिए बस तुम्हारी ही हूँ. पता है, मेरी सुनैना भाभी की शादी को अभी 6 महीने ही हुए हैं पर अब भैया उन्हें ढंग से प्यार नहीं करते बस आते है और करते हैं और सो जाते हैं. उन्होंने आज मुझे बताया कि आज रात वो बहुत रोई थीं, पर मैं बहुत लकी हूँ कि आज आपके साथ आकर मुझे पता चला कि सभी लड़के एक जैसे नहीं होते हैं.

इतने में मेरा फोन बजा. ये फोन मेरे एक दोस्त का था. मैंने फोन काट दिया और समय देखा 6 बज चुके थे. कामक्रीड़ा में लिप्त होने से हमें पता ही नहीं चला कि 2 घंटे कैसे बीत गये. टाइम का पता चलते ही वो बोली कि आज तो मैं अपने घर 7-7.30 तक का बोल कर आई हूं, सो डोंट वरी.

मैंने उससे कहा कि फिर आओ अब बाथरूम में चलते हैं और हम उठने लगे तभी मेरी जीन्स गिरी और उसमें से एक कॉन्डोम का पॉकेट नीचे गिरा जो मैं उसकी चुदाई करने के लिए लेकर आया था. और वो उसका फेवोरिट था “मैनफोर्स का डॉटेड ग्रेप फ्लेवर”. उसको देखते ही वो खुश हो गयी और मेरे गले लग गयी और मुझे मेरे लंड पर थोड़ा सा दर्द होने लगा शायद पहली बार होने की वजह से था.

दोस्तों उसको बाथरूम में ले गया और फिर मैंने उसको वहीं बाथरूम की फर्श में लिटा दिया और उसकी चूत के ऊपर शॉवर खोल दिया. पानी की धार उसकी चूत में गिरने से उसे गुदगुदी सी हो रही थी. मेरे ऐसा करने से उसे बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा था. वह मजे से चिहुंक रही थी. जिसकी वजह से मुझे फिर जोश आ गया और मैं जा कर अपना लन्ड सीधा उसके मुंह में डाल दिया. वो बड़े मजे से मेरा लन्ड चूसने लगी. कसम से मुझे ऐसी फीलिंग आ एहि थी, जैसे हमारे ऊपर झरने से पानी झर रहा हो और हम उसके नीचे कर काम क्रीड़ा कर रहे हों.

कुछ देर तक लन्ड चुसवाने के बाद मैंने अपना लन्ड उसके मुंह से निकाल कर उसकी चूत में पेल दिया और उसे चोदने लगा. इस जोरदार चुदाई के दौरान वो 2 बार झड़ चुकी थी. करीब 15 मिनट की चुदाई के बाद मैं उसकी चूत में ही झड़ गया. मेरे वीर्य की गर्मी को अपनी चूत में महसूस करके एक बार वो फिर से झड़ गई.

इस चुदाई में हमें बहुत ही ज्यादा मजा आया. इसके बाद हम दोनों ने साथ में ही नहाया और फिर बाहर आ गए. सात बज रहे थे और उसे भी जाना था, इसलिए हमने एक – दूसरे को जोरदार किस किया और फिर अलग हो गए और वो अपने घर चली गई.

तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी. आप लोगों को मेरी ये कहानी कैसी लगी. आप लोगों की चूत और लन्ड ने मेरी इस कहानी को पढ़ कर पानी छोड़ा कि नहीं. यह मुझे मेल करके जरूर बताएं.

मेरी मेल आईडी – [email protected] है.

1 thought on “स्कूल की चुदक्कड़ टीचर भाग -3”

Leave a Comment