अंदर जाकर मैंने कमरे का दरवाजा बन्द किया और रेनू को गोद में लेकर बिस्तर पर चला गया. फिर मैंने उसके कपड़े उतारे और किस करने लगा. रेनू अभी थोड़ा – थोड़ा शर्मा रही थी पर बाद में वो खुल कर साथ देने लगी. फिर मैंने अपने कपड़े भी उतार दिए. वो ब्रा और कच्छी में थी और मैं सिर्फ कच्छे में था…
नमस्कार दोस्तों, अन्तर्वासना पर ये मेरी पहली और सच्ची कहानी है. उम्मीद है कि यह आपको पसंद आएगी. इसमें अगर कोई गलती हो जाए तो माफ कर देना.
मेरी कहानी तब की है, जब मैं स्कूल में पढ़ता था. मेरे साथ एक लड़की मेरी ही क्लास में पढ़ती थी. उसका नाम रेनू था और वो मेरी दोस्त थी. वो दिखने में अच्छी थी. उसका रंग साफ था और 5 फुट 3 इंच का उसका कद था. उसका फिगर 30-28-32 का था.
मैं उससे बहुत बातें करता था पर हमारे बीच सैक्स की बातें नहीं होती थीं. एक दिन मेरे एक दोस्त मनन ने मुझे उसकी और उसकी गर्लफ़्रेंड सलोनी की चुदाई की बात बताई तो मेरा मन भी किसी को चोदने का होने लगा.
फिर मैंने मनन को बोला कि मुझे भी किसी लड़की को चोदना है, तो उसने तुरन्त रेनू का नाम लिया और बोला उसे चोद ले. इस पर मैं बोला कि यार, वो अच्छी लड़की है, नहीं मानेगी. तो मनन बोला कि सलोनी रेनू की दोस्त है, और वो दोनों आपस में सेक्स की बातें करती हैं.
तब मैं उसे पटाने की कोशिश करने लगा. इसमें सलोनी ने मेरा साथ दिया. मैं धीरे – 2 रेनू से चुदाई की बात करने लगा. अब वो भी मेरे साथ खुलने लगी थी. धीरे – धीरे वो मेरी दोस्त से मेरी गर्लफ्रेंड बन गई और खुल कर चुदाई की बातें करने लगी.
तब एक दिन मैंने उसे चोदने की इच्छा बताई तो इस पर वो कुछ नहीं बोली. अगले दिन मैंने उससे फिर बोला तो वो बोलने लगी कि बिना चोदे नहीं रह सकते क्या? लेकिन फिर थोड़ा मनाने पर मान गई. फिर वो मुझसे पूछने लगी कि मुझे कब और कहाँ चोदोगे?
अब मैंने जुगाड़ करके बताने को कहा. फिर चोदने की जगह का जुगाड़ सलोनी के घर पर हुआ. वो एक अमीर घर से थी और उसके मम्मी – पापा बिजनेस करते थे तो दिन में उसके घर कोई नहीं रहता था.
प्लान तैयार होने के बाद हम चारों ने अगले दिन स्कूल से छुट्टी ले ली और सलोनी के घर चले गए. वहाँ मनन सलोनी को लेकर एक कमरे में चला गया. फिर मैं और रेनू भी दूसरे कमरे में चले गए.
अंदर जाकर मैंने कमरे का दरवाजा बन्द किया और रेनू को गोद में लेकर बिस्तर पर चला गया. फिर मैंने उसके कपड़े उतारे और किस करने लगा. रेनू अभी थोड़ा – थोड़ा शर्मा रही थी पर बाद में वो खुल कर साथ देने लगी. फिर मैंने अपने कपड़े भी उतार दिए. वो ब्रा और कच्छी में थी और मैं सिर्फ कच्छे में था.
अब किस करते हुए मैं उसके चूचे दबाने लगा. इससे वो मस्त होने लगी. अब उसने भी मेरा लन्ड पकड़ लिया और दबाने लगी. फिर हम दोनो ने एक – दूसरे के बचे हुए कपड़े भी निकाल दिए. उसने मेरा 6 इंच का लन्ड देख कर अपनी आंखें बड़ी कर ली और फिर मुस्कुराई.
दोस्तों, उस दिन मैंने भी पहली बार किसी लडकी को नंगा देखा था. उसके चूचे और चूत देख कर मेरे मुंह में पानी आ गया था. मैं भी उसे देख कर मुस्कुराया और उसे लिटा कर जैसा ब्लू फ़िल्म में देखा था ठीक उसी तरह उसकी चूत चाटने लगा.
थोड़ी देर तक उसकी चूत चाटने के बाद मैं मुड़ गया, जिससे मेरा लन्ड रेनू के मुंह के पास आ गया. इस पर वो बोली कि मुझे क्या करना है, तो मैंने उससे पूछा कि कभी ब्लू फिल्म नहीं देखी क्या? तो उसने मना कर दिया. फिर मैं खड़ा हो गया और उसे बैठा कर उसे मुंह खोलने को बोला.
जेसै ही उसने अपना मुंह खोला वैसे ही मैंने अपना लन्ड उसके मुंह में दे दिया और उसे चूसने को बोला. फिर वो धीरे – धीरे मेरे लन्ड को चूसने लगी. अब मैंने उससे पूछा कि मजा आ रहा है तो उसने हाँ में सर हिलाया.
अब मैंने लन्ड उसके मुंह से बाहर निकाला तो उसने फिर अन्दर ले लिया. यह देख कर मैंने दोबारा बाहर निकाला और उसे चाटने को बोला वो मस्ती में चाटने लगी. फिर कुछ देर बाद हम 69 की पोजीशन में हो गए. अब मैं उसकी चूत चाटने लगा और वो मेरा लन्ड. हम दोनों का ही पहली बार था तो ज्यादा अच्छे से नहीं हुआ पर मजा बहुत आया.
फिर मैंने उसे सीधा लिटाया और उसके पैर खोलने लगा. उसने भी बिना कुछ बोले अपना पैर खोल दिया। फिर मैंने उसकी चूत पर अपना लन्ड रखा और धक्का दिया पर उसकी चूत सील पैक थी तो लन्ड फिसल गया.
अब मैंने फिर दोबारा लन्ड उसकी चूत पर सैट किया और उसको हाथ से पकड़ने को बोला तो उसने दाहिने हाथ से लन्ड को पकड़ लिया. अब मैंने फिर जोर से धक्का दिया तो मेरा लन्ड उसकी चूत को चीरता हुआ थोड़ा सा अन्दर घुस गया.
इस पर रेनू दर्द से झटपटाने और चिलाने लगी. अब मैं थोड़ी देर रुक गया. जब वो सामान्य हुई तो मैंने एक और जोर का धक्का लगाया. अब लन्ड आधे से ज्यादा अन्दर घुस गया था. अब मैं धीरे – धीरे लन्ड उसकी चूत में अन्दर – बाहर करने लगा.
जब लन्ड पूरा अन्दर तक जाने लगा तो मैंने स्पीड बढा दी और एक हाथ से उसके बाएं चूचे को दबाने लगा. अब हम दोनों जन्नत में थे. दोनों को बहुत मजा आ रहा था. फिर कुछ ही देर में रेनू अकड़ने लगी और 4-5 धक्कों के बाद उसकी धार निकल गई. उसने मुझे जोर से पकड़ लिया था. जिससे मेरे धक्के की स्पीड थोड़ी कम हो गई थी.
थोडी देर बाद जब उसने मुझे ढीला छोड़ा तो मैंने स्पीड से उसे चोदना चालू किया. करीब 7-8 मिनट बाद मेरा पानी भी निकल गया. मैं रेनू की चूत में झड़ गया था. फिर हम दोनों निढाल होकर पड़ गए. मैं उसके चूचों पर सर रख कर लेट गया.
कुछ देर बाद जब हम सामान्य हुए तो हमने कपड़े पहने और बाहर बरामदे में आ गए और टीवी देखने लगे. करीब 5 मिनट बाद ही मनन और सलोनी भी बाहर आ गए, लेकिन उन दोनों ने कपड़े नहीं पहने थे.
इसके बाद क्या हुआ ये मैं आपको अगली कहानी में बताऊंगा. यह मेरी पहली कहानी है. आशा है पसंद आई होगी. कहानी के संबंध में मुझे आपके ई-मेल का इंतजार रहेगा. मेरी मेल आईडी – [email protected]