एक बार ट्रेन में मुझे एक लड़की मिली. वह अपबे परिवार के साथ दिल्ली जा रही थी. उससे बात करने पर पता चला कि उसकी शादी होने वाली है और इसीलिए वे लोग वहां जा रहे हैं. बातों ही बातों में उसने मुझे मिलने को कहा. मैं उसके दिए गए पते पर पहुंचा और फिर वो हुआ जो मैं चाहता था…
हेलो दोस्तों, मेरा नाम अमन है और मैं इलाहाबाद (प्रयागराज) का रहने वाला हूं. बात तब की है, जब मैं नई जॉब के इंटरव्यू के लिए दिल्ली जा रहा था.
मेरा इलाहाबाद से दिल्ली तक स्लीपर क्लास में रिज़र्वेशन था. ट्रेन आई और मैं जाकर अपनी सीट पर बैठ गया. करीब 10 मिनट बाद ट्रेन ने प्लेटफॉर्म छोड़ दिया. तभी मेरी नज़र मेरे सामने वाली सीट पर बैठी एक लड़की पर पड़ी. जब मेरी नज़रें उसकी नज़रों से मिलीं तो उसने अपनी नज़रें नीची कर लीं. इससे मुझे लगा कि वो काफी टाइम से मुझे ही देख रही थी.
वो अपने परिवार के साथ बैठी थी. क्या फिगर था उसका! एक बार उसे देखने के बाद उस पर से मेरी नज़र ही नहीं हटी. मैं लगातार उसे देखे जा रहा था. उसे देख के मेरा दिल कर रहा था कि अपनी सीट से उठ कर उसके पास जाऊं और यहीं पटक के सबके सामने चोद दूं. वो भी मेरे को ऐसे देख रही थी जैसे पा जाए तो कच्चा चबा डाले.
उसके इस तरह के रिएक्शन के बावजूद मेरी हिम्मत नहीं पड़ रही थी कि मैं उसे ज्यादा देर तक एक टक देखता रहूं. लेकिन फिर भी मैंने हिम्मत की और उसे देखने लगा. कुछ देर बाद जब उसके घर वालों का ध्यान उस पर नहीं था तो उसने मेरी तरफ देख कर स्माइल पास कर दिया. जवाब में मैंने भी उसको देख के मुस्करा दिया.
तब तक कानपुर स्टेशन आ चुका था. मैं पानी पीने के लिए नीचे उतरा तो वो भी नीचे आ गई. उसके बाद उसने वेंडर से कुछ खाने का सामान लिया और वापस गाड़ी में चली गई. पानी पीने के बाद मैं भी ट्रेन में चढ़ गया और पहले की तरह ही उसे देखने लगा.
कुछ देर बाद फिर जब फिर उसे मौका मिला तो उसने मेरी तरफ देख के एक इशारा किया और खुद अपने साथ बैठी एक छोटी सी बच्ची को लेकर टॉयलेट की तरफ चली गई.
उसके इशारे के कारण मैं भी थोड़ी देर बाद उसके पीछे – पीछे चला गया. वो टॉयलेट के बाहर खड़ी इधर – उधर देख रही थी. जबकि उसके साथ गई बच्ची अंदर टॉयलेट में थी. यह देख कर मैं ट्रेन के दरवाजे के पास खड़ा हो गया.
तब वो मेरे पास आई और मुझसे बात करने लगी. उसने मुझे बताया कि वह दिल्ली जा रही है, वहां उसे देखने के लिए पटियाला से लड़के वाले आ रहे हैं. उसने बताया कि वो लोग दिल्ली में एक होटल में रुकेंगे. अभी वो मुझसे बात कर ही रही थी कि उसे देख कर और उसके बारे में सोच कर मेरा लण्ड खंबे की तरह खड़ा हो गया था. मेरा दिल कर रहा था कि उसे अभी ट्रेन में ही चोद दूं.
खैर, मैंने खुद को कंट्रोल किया और उससे बात करता रहा. थोड़ी देर बाद जब छोटी बच्ची टॉयलेट से बाहर आ गई तो उसने मुझसे मेरा मोबाइल नम्बर लिया और बोली- तुम मुझसे जरूर मिलना. इस पर मैंने भी हां कर दिया. फिर वो बोली- मैं तुम्हारा इंतज़ार करूंगी. और इतना बोल कर वह वापस आकर अपनी सीट पर बैठ गई और मैं फ्रेश होने टॉयलेट में चला गया. टॉयलेट में मैंने एक बार उसके नाम की मुठ मारी और फिर अपनी सीट पर आकर बैठ गया.
अब मेरी हिम्मत बढ़ने लगी. मैंने उसे बहुत इशारे किए और उसने भी मेरे सारे इशरों का इशारों में ही मुस्कुरा कर जवाब दिया. ऐसे ही हमारा सफर चलता रहा.
कुछ देर बाद उसके घर वालों ने खाने का समान निकला और खाने लगे. मुझे भी भूख लगी थी. इसलिए मैं अगले स्टेशन पर उतर गया और चाय – ब्रैड लेकर वापस अपनी सीट पर आ गया.
इसी तरह करते – करते दिल्ली आ गया और फिर वो फोन करने का इशारा करके चली गई. उसके जाने के बाद मैं भी उतरा और काम पर ऑफिस चला गया. मैं अभी काम करके निपटा ही था कि उसका फोन आ गया. उसने बताया कि वो वही ट्रेन वाली लड़की है. फिर उसने मुझसे कहा कि मैं तुमसे मिलना चाहती हूं, तुम शाम में फ्री हो?
मैं भी खाली था तो मैंने हां कह दिया और उसके होटल का नाम पूछा. उसने होटल का नाम और फिर अपना कमरा नम्बर बताया. इसके बाद फ़ोन काट कर मैंने ऑनलाइन ट्राई किया तो मुझे उसी होटल में उसके पास वाला कमरा मिल गया. मैंने उसे फ़ोन करके बता दिया कि मैं उसके बगल वाले रूम में आ रहा हूं.
शाम के करीब 6 बजे उसका फोन आया और उसने मुझसे कहा कि मैं अपने कमरे में अकेली हूं, अब तुम मेरे कमरे में आ जाओ. फिर मैं भी देर ना करते हुए अपने कमरे से निकल कर उसके कमरे में पहुंच गया.
कमरे में वो अकेले थी. क्या मस्त लग रही थी, एक दम परी जैसे! फिर मैंने उससे पूछा कि बाकी लोग कहां हैं तो वो बोली कि सभी लोग गुरुद्वारा साहिब गए हैं, मैं तबीयत ठीक ना होने का बहाना कर यहां रुक गई.
फिर उसने मुझे बेड पर बैठने को कहा और खुद बाथरूम में चली गई. लेकिन मैं बैठा नहीं बल्कि उसके पीछे – पीछे चल दिया और उसके बाथरूम में घुसते ही पीछे से पकड़ लिया और उसको चूमने लगा. अब वो भी मेरा साथ देने लगी थी. मैं उसको पागलों की तरह चूमे रहा था और जवाब में वो भी मुझे चूम रही थी.
थोड़ी देर तक चले किसिंग सीन के बाद मैं उसके कपड़े उतारने लगा. इसमें उसने मेरा पूरा सहयोग किया और एक ही मिनट में उसके सारे कपड़े उसके बदन से अलग हो गए. इसके बाद उसने मेरे भी कपड़े निकाल दिए. फिर हम 69 की अवस्था में आ गये और मैं उसकी चूत के दाने को चाटने लगा और वो मेरे लण्ड को लॉलीपॉप के जैसे चूस रही थी.
अब पूरा कमरा मेरी आहें और उसकी सीत्कारों की आवाज़ से गूंज रहा था. थोड़ी देर बाद वो झड़ गई पर मेरा लण्ड अभी भी उसके मुंह में ही था, थोड़ी देर बाद मैं भी उसके मुंह में ही झड़ गया. वो मेरा पूरा पानी पी गई और उसके बाद भी लण्ड को वैसे ही चूसती रही.
उसके ऐसा करने से मेरा लण्ड फिर से तन कर तैयार हो गया. अब मैंने बिना वक़्त गंवाए लण्ड को उसकी टांगों के बीच में रखा ओर ज़ोर का एक झटका दिया, मेरा पूरा लण्ड उसकी चूत को फाड़ता हुआ अंदर चला गया.
उसे काफी तेज दर्द हुआ और वह अपने होंठ काटने लगी. यह देख मैंने उससे पूछा – पहले किसी से सेक्स किया है?उसने जवाब दिया – नहीं, पर आज मैं सेक्स का पूरा मज़ा लेना चाहती हूं.
यह सुन कर मैं और जोश में आ गया. फिर मैं तेजी से धक्के मारने लगा. दोस्तों, मैंने उसको करीब आधे घण्टे तक चोदा. इस दौरान पूरा कमरा उसकी मादक आवाज़ से गूंज रहा था. चुंकि यह हम दोनों का पहली बार था इसलिए दर्द की वजह से हमारा बुरा हाल था लेकिन फिर भी मैं धक्के पर धक्के मार रहा था. उसकी सील टूटने की वजह से चूत से खून भी निकलने लगा था, लेकिन इसके बावजूद उसने कोई प्रतिवाद नहीं किया. बस चुदती रही और मैं चोदता रहा.
मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. मेरी स्पीड लगातार बढ़ती जा रही थी. तभी मैं अपने चरम पर पहुंच गया और लण्ड ने उसकी चूत में ही पिचकारी मार दी. फिर मैं उसके ऊपर ही लेट गया.
थोड़ी देर बाद जब दोबारा मेरा लण्ड अपने फॉर्म में आया तो मैंने उसकी गांड मारनी चाही लेकिन उसने मना कर दिया, बोली- अब मेरे घर के लोग आने वाले होंगे, आज जाओ अब, अगली बार तुम्हारी जो मर्ज़ी हो वो करना. इस पर मैं उसकी तरफ देखने लगा. तब उसने थोड़ा रुक कर कहा कि परेशान न मैं दोबारा फोन करूंगी, और फिर तुम आज के जैसे ही आ जाना और तुम्हारा जो मन करे वो करना.
उसकी बात सुन कर मैंने उसे किस किया और फिर चेक आउट करके अपने घर वापस आ गया. दोस्तों, मैंने काफी समय तक उसके फोन का इंतज़ार किया लेकिन उसने दोबारा फोन नहीं किया. आखिरकार, एक दिन मैंने हिम्मत की और खुद ही फ़ोन कर दिया. फ़ोन उसी ने उठाया. थोड़ी देर तक हमारी बातें हुईं. फिर जब मैंने उससे फोन न करने के बारे में पूछा तो उसने कहा कि अब उसकी शादी हो चुकी है और इसलिए अब वह मेरे साथ सम्बंध नहीं रखना चाहती. क्योंकि अगर उसके पति को किसी तरह हमारे रिश्ते के बारे में पता चल जाएगा तो दिक्कत हो जाएगी.
मेरी यह कहानी आप लोगों को कैसी लगी, मुझे मेल करके जरूर बताएं. साथ में अगर कोई सलाह देना चाहते हों तो उनका भी स्वागत है. मेरी मेल आईडी – [email protected]
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