सोती बहन को मौका मिलने पर जमकर चोदा

उस रात मैंने फिर अपना लंड उसके हाथ में रखा और साथ में उसकी चूचियों पर हाथ रखकर हल्की सी चूची दबाई. जैसा मुझे यकीन था, वो आज सोई नहीं थी. उसने मेरा लंड मसल दिया और करवट लेकर मेरी तरफ पीठ करके लेट गयी…

हेलो दोस्तों, मैं महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले से हूँ और दिखने में ठीक – ठाक हूँ. दोस्तों, मेरे लंड का साइज भी इतना है कि किसी भी लड़की या आंटी को आराम से संतुष्ट कर सकूं.

दोस्तों, मैं अन्तर्वासना का पिछले सात सालों से नियमित पाठक हूँ. अब मैं बिना देर किए अपनी कहानी स्टार्ट करता हूँ.

ये कहानी मेरी और मेरी मौसेरी बहन के बीच हुए सेक्स की है. मैं मेरे मामा के घर पर ही रहता हूं. अक्सर छुट्टियों में मेरी मौसी की लड़की भी हमारे मामा के घर आती है. साल में 2 बार दीवाली की और गर्मियों के छुट्टियों में हम लोग मामा के घर छुट्टियां बिताते हैं.

मेरी मौसेरी बहन मुझसे 2 साल छोटी है. बात जब की है तब वो 12वीं स्टैण्डर्ड में पढ़ती थी. इस दौरान उसका किसी लड़के से चक्कर चल रहा था. उसके चाचा को जब ये बात मालूम हुई तो उसकी पढ़ाई छुड़वा दी गई और उसे मामा के घर भेज दिया गया. यहां हम सभी अक्सर 1 ही कमरे में सोते थे. मैं मेरी बहन के साथ अपनी नानी के कमरे में सोता था.

मेरी बहन अक्सर मेरे बाजू में ही सोती थी. मुझे जब पता चला कि इसका चक्कर चल रहा था किसी के साथ तब से में उसे चोदने के बारे में सोचने लगा. पर कोई मौका ही हाथ में नहीं आ रहा था. मैं अक्सर अन्तर्वासना की साइट पर कहानियां पढ़ता और उसे चोदने के बारे में सोच कर हस्तमैतथुन कर लेता.

फिर धीरे – धीरे मेरी हिम्मत थोड़ी बढ़ने लगी तो मैंने रात को उसे टच करना स्टार्ट कर दिया. कभी – कभी तो मैं नींद में उसके चूचे दबा देता था पर वो कभी नींद से नहीं जागती थी. इससे मेरी हिम्मत बढ़ने लगी. फिर मैं उसके हाथ में अपना लंड पकड़ा देता और कभी उसके हाथ में लंड देकर मुठ भी मारता था.

एक दिन मैं मुठ मार ही रहा था कि वो जाग गयी और अपना हाथ खिसका लिया. फिर उठकर दादी के पास जाकर सो गई. यह देख मेरी तो गांड ही फट गई. अगले दिन मैं उससे नजरें चुरा रहा था, पर वो नार्मल थी. जैसे कुछ हुआ ही ना हो.

यह देख मेरी हिम्मत और बढ़ गई. अगले दिन फिर मैंने रात को अपना लंड उसके हाथ में थमाया और मुठ मारने लगा. फिर वही हुआ. वो उठकर चली गयी. अगले दिन मैंने देखा कि उसकी नजर कुछ बदली हुई सी थी.

मैंने महसूस किया कि वो आज बार – बार अपनी चूचियाँ मुझे दिखा रही थी. उसने मेरे सामने बिना दुपट्टे के घूमना चालू किया. यह देख मैं समझ गया कि चिड़िया जाल में फंस गयी है.

उस रात मैंने फिर अपना लंड उसके हाथ में रखा और साथ में उसकी चूचियों पर हाथ रखकर हल्की सी चूची दबाई. जैसा मुझे यकीन था, वो आज सोई नहीं थी. उसने मेरा लंड मसल दिया और करवट लेकर मेरी तरफ पीठ करके लेट गयी.

अब तो मुझे ग्रीन सिग्नल मिल गया था. मैं पीछे से उससे सट गया और उसकी कमीज में हाथ डाल कर उसकी चूचियाँ दबाने लगा. इस पर उसने कोई रियेक्ट नहीं किया. फिर मैंने उसे पलट कर उसके होंठों पर अपने होट रख दिया और उसे चूसना स्टार्ट किया.

काफी देर तक चूसने के बाद मैंने उसकी सलवार का नाडा खोल दिया और सलवार में हाथ डालकर उसकी चूत का जायजा लेने लगा. उसकी चूत गीली हो गयी थी. फिर मैं एक उंगली अंदर डालकर आगे – पीछे करने लगा. उसकी सिसकियां न निकले इसके लिए मैं उसके होंठ चूस रहा था.

फिर कुछ देर बाद हम ऐसे ही मजे लेकर सो गए. हम इसके आगे कुछ नहीं कर सकते थे. अब ये मेरा रोज का रूटीन हो गया था. मैं कभी भी उसको पकड़कर चूमने लगता और उसकी चूचियाँ दबाता और चूस लेता. अब वो खुश रहने लगी थी. उसकी चूचियाँ और उभर आई थी.

अब मुझे जैसे ही मौका मिलता मैं उसकी चूत चाट कर उसकी आग और भड़का देता था. पर दुर्भाग्यवश मुझे उसे चोदने का मौका नहीं मिल रहा था.

फिर एक दिन हम दोनों मूवी देख रहे थे. तभी नानी ने आवाज लगाई कि मैं पड़ोसियों के पास जा रही हूँ. मुझे आने हुए देर हो गयी तो दोपहर का खाना फ्रिज में रखा है, निकाल कर कहा लेना. अब तो मेरी लॉटरी लग गयी.

नानी जैसे ही बाहर गईं वैसे ही मैं भी नानी के पीछे चल दिया. और बाहर जाकर आस-पास नजर डालकर अंदर आ गया. अंदर आते वक्त मैंने गेट बंद कर लिया. दरवाजा बंद करने के बाद मैं उसके पास आया और उसे चूमने लगा.

अब मेरे हाथ उसकी चूचियों की नाप ले रहे थे. मैं पूरी मस्ती में उसे भोग रहा था. अब वो मादक सिसकियां ले रही थी. जिससे मुझमे और जोश आ रहा था. फिर मैंने उसकी सलवार – कमीज उतार दी. अब वो मेरे सामने बस एक पैंटी में थी. तभी मैंने उसकी पैंटी भी खींचकर उतार दी.

मैंने देखा कि उसकी चूत पर हल्के रोये उगे थे. जो मुझे और पागल कर रहे थे. उन्हें देख कर मेरे मुंह में पानी आ गया था. फिर मैंने उसकी चूतपर अपने होंठ रख दिये. मुझे ऐसा लगा जैसे मैंने जलते अंगारे चूम लिए हों. ऐसी गरम हो रही थी उसकी चूत.

अब मैं उसकी चूत के ऊपर से सरकता हुआ पूरी तरह उसके ऊपर आ गया और मोर्चा संभालते हुए उसके होंठों को पकड़ लिया और उनका रसपान करने लगा.

फिर कुछ देर बाद जैसे ही मैंने उसकी चूतपर लंड रखा वैसे ही उसने मुझे अपनी बाहों में जकड़ लिया और अपने नाखून मेरी पीठ में गड़ा दिए. अब वो जोर – जोर से सिसकियां लेने लगी थी. उसकी सांस गर्म हो रही थी.

तभी मैंने अपने लंड पर थोड़ा दबाव बनाया तो लंड का टोपा अंदर चला गया. जिस पर वो चीखने लगी. यह देख मैं और खुश हो गया. मैंने उम्मीद नहीं की थी कि ये अनचुदी माल होगी. खैर, फिर मैंने उसका मुंह बंद करके तबियत से एक झटका मारा. जिससे उसकी आंखों में आँसू आ गए.

यह देख मैं उसकी चूचियाँ चूसने लगा. मैंने थोड़ी देर चूचियाँ चूसी. जब वो गरम हो गयी तो मैंने फिर से एक झटका मारा. अब मेरा पूरा लंड जड़ तक उसकी चूत में था. वो चीख तो रही थी, पर उसकी आवाज मेरे मुंह में ही दब जा रही थी.

अब मैं सातवें आसमान में था. मैंने उसे 10 मिनट तक चोदा. अब वो भी गांड उचका – उचका कर मेरा साथ दे रही थी. फिर मैं उसकी चूत में ही झड़ गया. बाद में मैंने उसे टेबलेट लेकर दे दी.

इसके बाद तो 1 साल तक मैंने उसे खूब चोदा. अब उसकी शादी हो गयी है और शादी के बाद हम नार्मल हो गए. उसके बाद हमने कभी कुछ नहीं किया. अब मैं मेरी इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा हूँ और कभी किसी आंटी को पटाकर चोद देता हूं. लेकिन मैं उसे कभी भुला नहीं पाया. उसके बाद उसके जितना मजा देने वाली मुझे आज तक कोई नहीं मिली है.

तो दोस्तों, आपको मेरी स्टोरी कैसी लगी मुझे जरूर बताईयेगा. ऐसे कई किस्से हैं, जो मैं बाद में सुनाऊंगा.
मेरी मेल आईडी- [email protected]

1 thought on “सोती बहन को मौका मिलने पर जमकर चोदा”

Leave a Comment